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प्रश्नोत्तरसम चित्रालंकार -
जिस उत्तर में प्रश्नाक्षर के समान ही अक्षर हों - उसे श्रेष्ठ कवियों ने प्रश्नोत्तरसम चित्र कहा है ।।
पृष्ट प्रश्नजाति चित्रालकार -
आचार्य अजितसेन के अनुसार जिसमें उत्तर का अच्छी तरह से उच्चारण कर उसका प्रश्न भी पीछे से जोड़ा जाता है, उसे प्रश्नोत्तर विशारद पृष्ठ प्रश्न जाति चित्र कहते हैं 12
भग्नोत्तर चित्र का लक्षणः
जहाँ 'यह कहों - इस प्रकार पूछने पर पद-विच्छेदकर उत्तर दिया जाय और काकुध्वनि से जो गुप्त रखा जाय, उसे विद्वानों ने भग्नोत्तर चित्र कहा है । 4
आदि-मध्य-उत्तरजाति चित्र का लक्षण -
___ जिस प्रश्न वाक्य में पूछा हुआ प्रश्न आदि, मध्य और अन्त मे सुस्थिर हो और उसका उत्तर भी आदि, मध्य और अन्त रूप हो, ते उसे विद्वानों ने आदिमध्य-उत्तरजाति रूप चित्र कहा है ।
कथितापल्लुत चित्र का लक्षण.
अन्य पाद से रहित होने पर भी जिस प्रश्न वाक्य में अच्छी तरह से स्थित उत्तर वैकल्पिक न हो उसे कथितापह्नत चित्र कहा गया है ।
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अ०चि0 - 2/39 वही - 2/41 वही - 2/43 अचि0 - 2/45 वही - 2/49