Book Title: Agam 19 Upang 08 Niryavalika Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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वर्ग २ : प्रथम अध्ययन ]
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निक्षेप
इस प्रकार हे आयुष्मन् जम्बू ! श्रमण यावत् निर्वाणसंप्राप्त भगवान् महावीर ने कल्पावतंसिका के प्रथम अध्ययन का यह अर्थ प्रज्ञप्त किया है। इस प्रकार जैसा मैंने भगवान् से श्रवण किया वैसा मैं कहता हूँ ।
॥ प्रथम अध्ययन समाप्त ॥
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