Book Title: Agam 06 Nayadhammakahao Angsutt 06 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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सुपक्खपो- १, अम्मयणं- ९
हव्यमागया तं सेयं खलु अम्हें अम्मायाओ दुवालसंपि लवणसमुद्दं पोववहणेणं ओगाहित्तए तए णं ते मार्गदिय-दारए अम्मापियरो जाहे नो संचाएंति बहूहिं आघवणाहिं य पन्नवणाहि य आघवित्तए वा पत्रवित्तए वा ताहे अकमा चेव एयमहं अनुमण्णित्था तए णं ते मागंदियदा रगा अम्मापिऊहिं अण्णाया समाणा गणिमं च धरिमं च मेजं च पारिच्छेज्जं च भंडगं गेण्हंति जहा अरत्रगस्स जाव लवणसमुद्द बहूई जोयसयाई ओगाढा | ८५/-79
(१११) तए णं तेसिं मागंदिय-दारगाणं लवणसमुद्दे अणेगाई जोयणसयाई ओगाढाणं समाणाणं अणेगाई उप्पाइयसयाई पाउब्यूयाई तं जहा अकाले गज्झिए [अकाले विजुए अकाले] यणियस कालियवाए जाव समुट्टिए तए णं सा नावा तेणं कालियवाएणं आहुणिनपाणी आणि पाणी संचालिज्रमाणी - संचालिमाणी संखोभिमाणी- संखोभिमाणी सलिलतिक्ख-येगेहिं अइ अट्टिमाणी - अइ अजिमाणी कोट्टिमंसि करतलाहते विव तिंदूसए तत्येवतत्थेव ओवयमाणी य उप्पयमाणी य उप्पयमाणी विव धरणीबलाओ सिद्धविना विज्जाहरकन्नगा ओवयमाणी विव गगणतलाओ भट्टविज्जा बिज्जाहरकन्त्रणा विपलायमाणी विव महागरुलवेग - वित्तासिय भुयगवरकन्नगा धावमाणी विव महाजण - रसियसद्द - वित्तत्था ठाणभट्ठा आसकिसोरी निगुंजमाणी विव गुरुजण दिट्ठावराहा सुजणकुलकन्नगा धुम्ममाणी विव वीचि -पहार- सयतालिय गलिय-लंबणा विव गगणतलाओ रोयमाणी विव सलिलगंधि - विप्पइर-माण थोरंसुवाएहिं नववहू उवरयभत्तुया क्लिवमाणी विव परचक्करायाभिरोहिया परममहत्भयाभिहुया महापुरवरी झायमाणी विव कवड-च्छोमण-पओगजुत्ता जोगपरिव्वाइया नीससमाणी विव महाकंतारविणिग्गय-परिस्संता परिणयवया अम्मया सोयमाणी विव तव चरण- खीणपरिभोगा चयणकाले देववरवहू संचुण्णिक- कूवरा भग्गमेदि - मोडियसहस्समाला सूलाइय-वंकपरिमासा फलहंतरतडतडेंत फुटंतसंधिवियलंत - लोहकिलिया सव्वंग-विरंभिया परिसडियरज्जुविसरतसव्वगहत्ता आमगमल्लगभूया अकयपुत्र-जणमणोरहो विव चिंतिजमाणगुरुई हाहाकय- कण्णधारनावियवाणियगजण-कम्मकरविलविद्या नामाविहरयण- पणिय संपूण्णा बहूहिं पुरिससएहिं रोयमाणेहिं कंदमाणेहिं सोयमाणेहिं तिप्पमाणेहिं विलवमाणेहिं एगं महं अंतोजलगयं गिरिसिहरमासाइत्ता संभग्गकूवतोरणा मोडियज्झयदंडा बलयसयखंडिय करकरस्स तत्येव विद्दवं उबगया तए णं तीए नावाए भिमाणी ते बहवे पुरिसा विपुल - पणिय-भंडमायाए अंतोजलंमि निमज्जाविया यावि होत्या १८६/-79-R
८९
(११२) तए णं ते मागंदिव-दारगा छेया दक्खा पत्तट्टा कुसला मेहावी निउणसिप्पी वगया बहू पोयवहण - संपराएसु कयकरणा लद्धविजया अमूढा अमूढहत्या एवं महं फलगखंड आसादेति जंसि च णं पएसंसि से पोयवहणे विचण्णे तंसि च णं पएसंसि एगे महं रयणदीवे नामं दीवे होत्था - अणेगाई जोयणाई आयामविक्खंभेणं अणेगाई जोयणाई परिक्खेवेणं नाणादुमसंड-मंडिउसे सस्सिसरीए पासाईए दरिसणिजे अभिरूवे पडिरूवे तस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं महं एगे पासाववडेंसए यावि होत्या - अब्भुग्गयमूसिय-पहसिए जाव सस्सिरीयरूवे पासाईए दरिसणिजे अभिरूवे पडिरूवे तत्थ णं पासायवडेंसए रचणदीव-देवया नामं देवया परिवसइ-पावा चंडा रुद्दा खुद्दा साहस्सिया तस्स णं पासायवडेंसयस्स चउद्दिसिं चत्तारि वणसंडा किण्हा किण्होभासा तए णं ते माकंदिय-दारगा तेणं फलयखंडेणं ओबुज्झमाणा - ओबुज्झमाणा रयणदीवंतेणं
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