Book Title: Agam 06 Nayadhammakahao Angsutt 06 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
१५३
सुयक्खंघो-१, अनायणं-१८ कुमारियाण य अम्मापियरो जेणेव धणे सत्थवाहे तेणेव उवागच्छति उवागच्छित्ता धणं सत्थवाहं बहूहिं खिजणियाहि प रुडणाहि य उवलंभणाहि य खिज्जमाणा य रूंटमाणा य उवलंभमाणा य धणस्स सस्थवाहस्स एयभट्ट निवेदेति तए णं से धणे सत्यवाहे चिलायं दासचेडं एयपटुं भुजो-भुनो निवारेइ नो चैव णं चिलाए दासचेडे उवरमइ तए णं से चिलाए दासचेडं तेसिं बहूणं दारयाण य दारियाणप द्विभवाण य डिभियाण य कुमारयाण य कुमारियाण य अगइयाणं खुल्लए अवहरइ जाव अप्पेगइयाणं साडोलए अवहरइ अप्पेगइयाणं आभरणमल्लालंकारं अवहरइ अप्पेगइए आउसइ अवहसइ निच्छोडेइ निमच्छेइ तजेइ तालेइ तए णं ते बहवे दारगा च दारिया य डिंभया य डिभिया य कुमारया य कुमारिया य रोयमाणा य [कंदपाणा घ सोयमाणा य तिप्पमाणा य विलवमाणा य साणं-साणं] अमापिऊणं निवेदेति तए णं ते आसुरुत्ता रूट्ठा कुविया चंडिक्किया मिसिमिसेमाणा जेणेच घणे सत्यवाहे तेणेव उवागच्छति उवागच्छित्ता बहूहि खिनणाहि य रंटणाहि य उवलंभणाहि व खिज्जमाणा य रुटमाणा य उवलंभमाणा व धणस्स सत्यवाहस्स] एवमटुं निवेदेति तए णं से धणे सत्यवाहे बहूणं दारगाणं दारियाणं डिभयाणं डिंभयाणं डिभियाणं कुमारयाणं कुमारियाणं अम्मापिऊणं अंतिए एयमढे सोचा आतुरुत्ते रुटे कुविए चंडिकिकए मिसिमिसेमाणे विलाई दासवेडं उच्चावयाहिं आउसणाहिं आउसई उद्धंसइ निब्मच्छेइ निच्छोडेइ तनेइ उच्चावयाहिं तालणाहिं तालेइ साओ गिहाओ निच्छुभइ।१४२-136
(२०९) तए णं से चिलाए दासवेडे साओ गिहाओ निच्छूढे समाणे रायगिहे नयरे सिंघाडग-लिंग-चउक्क-चच्चर-चउप्मुह-महापह) पहेसुदेवकुलेसु य सभासु य पवासु य जूयखलएसु य वेसापरएसु य पाणघरएसु व सुहंसुहेणं परिवट्टइ तए णं से चिलाए दासचेडे अणोहट्टिए अणिवारिए सच्छंदमई सइरप्पचारी मञप्पसंगी चोञ्जप्पसंगी जूयप्पसंगी वेसप्पस्संगी परदारप्पसंगी जाए यावी होत्था तए णं रायगिहस्स नयरस्स अदूरसामंते दाहिणपुरस्थिमे दिसीभाए सीहगुहा नामं चोरपली होत्या-विसम-गिरिकडगं-कोलंब सण्णिविट्ठा वंसीकलंक-पागार-परिक्खित्ता छिपणसेलविसमप्पवाय-फरिहोवगूढा एगदुवारा अणेगखंडी विदित्तजण- निगमप्पवेसा अभितरपाणिया सुदुलभजल-पेरंता सुवहुस्सवि कूवियबलस्स आगयस्स दुष्पहंसा यावि होत्था तत्थ णं सीहगुहाए चोरपल्लीए विजए नामं चोरसैणाचई परिवसई-अहम्मिए [अहमिटे अहप्पक्खाई अहम्माणुए अहम्मपलोई अहप्पपलक्षणे अहम्मसीलसमुदायारे अहम्मेण चेव वित्ति कप्पेमाणे विहरइहण-छिंदभिंद-वियत्तए लोहियपाणी चंडे रुद्दे खुद्दे साहस्सिए उक्कंचण-वंचण-माया-नियडि कवड- कूडसाइ-संपओग-बहुले निस्सीले निव्वए निग्गुणे निप्पञ्चक्खाणपोसतोववासे बहूर्ण दुष्पय- चउप्पयमिय-पसु-पस्खि-सरिसिवाणं धायाए वहाए उच्छायणयाए! अहम्पकेऊ समुट्ठिए बहुनगरनिग्गयजसे सूरे दढप्पहारी साहसिए सद्दवेही से णं तस्य सीहगुहाए चोरपल्लीए पंचण्हं चोरसयाणं आहेवचं [पोरेवयं सापितं भट्टित्तं महत्तरगत्तं आणा-ईसर-सेणावचं कारेमाणे पालेमाणे] विहरइ तए णं से विजए तकर-सेणावई बहूणं चोराण य पारदारियाण य गंदिभेयगाण य संधिच्छेयगाण य खत्तखणगाण य रायावगारीण व अपघारगाण य बालघायगाण य वीसंभघायगाण य जयकाराण य खंडरक्खाण य अण्णेसिं च बहूणं छिण्ण-भिण्ण-बाहिराहयाणं कुडंगे यावि होत्या तए णं से विजए चोरसेणावई राबगिहस्स दाहिणपुरस्थिमंजणवयं वहूहिं गामघाएहि य नगरघाएहि य गोगहणेहि य यंदिग्गहणेहि य पंयकुट्टणेहि य खत्तखणणेहि य उवीलेमाणे-उवीलेमाणे विद्धंसेमाणे-विद्धंरोमाणे
For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182