Book Title: Agam 06 Nayadhammakahao Angsutt 06 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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सुयक्षपो-१, अन्झयणं-१६
१२१
अहेसत्तमाए पुढवीए उक्कोसं तेत्तीसं सागरोवमट्टिईएसु नेरइएसु नेरइयत्ताए उबवण्णा सा ण तओणंतई उचट्टित्ता दोच्चंपि मछेसु उववजइ तत्थ वि य णं सत्यवज्झा दाहवककंतीएकालपासे कालं किच्चा दोच्चंपि अहेसत्तमाए पुढबीए उक्कोसं तेत्तीससागरोवमट्टिईएसु नेरइएमु नेरइयताए उववजइ सा गं तओहिंतो उवयट्टित्ता तचंपि मच्छेसु उववण्णा तत्य वि य णं सत्ययज्झा दाहवककंतीए कालमासे कालं किच्चा दोच्चंपि छठाए पुढवीए उककोसं बावीससागरोवमट्टिइएस नेरइएसु नेरइयत्ताए उववण्णा तओणंतरं उबट्टित्ता उरगेसु एवं जहा गोसाले तहा नेयव्यं जाव रयणप्पभाओ पुढीओ उव्यट्टित्ता सपणीसु उववण्णा तओ उचट्टित्ता असण्यपीसु उववण्णा तत्थ वि यणं सत्थवज्झा दाहयक्कंतीए कालमासे कालं किच्चा दोच्चं पि रयणप्पभाए पुढवीए पलिओवमस्स असंखेनइभागठ्ठिएर नेरइएसु नेरइयत्ताए उबरण्णा तओ उव्यट्टित्ताजाई इमाई खहयरविहाणाईजाव अदुत्तर च खरबायरपुढविकाइयत्ताए तेसुअणेगसयसहस्सखुतो।११४1-108
(१६१) सा णं तओणंतरं उच्चट्टित्ता इहेव जंबुद्दीवे भारहे वासे चंपाए नवरीए सागरदत्तस्स सत्यवाहस्स भद्दाए मारियाए कुञ्छिसि दारिवत्ताए पञ्चायाया तए णं सा भद्दा सस्थवाही नवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं दारियं पवाया-सुकुमालकोमलियं गयतालुयसमाणं तए णं तीसे णं दारियाए निव्वत्तवारसाहियाए अम्मापियरो इमं एयावं गोण्णं गुणनिष्फण्णं नामधेनं करेति-जम्हा णं अम्हा णं अम्हं एसा दारिया सुकुमालकोमलिया गयतालुयसमाणात होउ णं अम्हं इसीसे दारियाए नामधेनं सुकुमालिया-सुकुमालिया तए णं तीसे दारियाए अम्मापियरो नामधेझं करेंति सूमालियत्ति तए णं सा सूमालिया दारिया पंचधाईपरिग्महिया तं जहा-खीरधाईए [मन्नणधाईए मंडावणधाईए खेलावणधाईए अंकधाईए अंकाओ अंकं साहरिजमाणी रम्मे पणिकोट्टिमतले गिरकंदमल्लीणा इव चंपगलया निवाय निव्वाधारंसि सुहंसुहेणं परिवड्ढइ तए णं सा सूमालिया दारिया उम्मककबालभाया [विण्णय-परिणवत्ताजोव्वणगमायुपत्ता] रूपेण य जोब्वणेण य लावण्णेण य उकिकट्टा उकिकसरीराजाया याविहोत्था।११५/-109
(१६२) तत्थ णं चंपाए नयरीए जिणदत्ते नाम सत्यवाहे-अड्ढे तस्स णं जिणदत्तस्स भद्दा भारिपा-सूनाला इट्ठा माणुस्सए कामभोगे पच्चणुभवमाणा विहरइ तस्स णं जिणदत्तस्स पुत्ते भद्दाए भारियाए अत्तए सागरए नामं दारए-सुकुमालपाणिपाए जाय सुरूवे तए णं से जिणदत्ते सत्थवाहे अपणया कयाइ सयाओ गिहओ पडिनिक्खमइ पडिनिक्खमित्ता सागरदत्तस्स सत्थवाहस्स अदूरसामंतेणं बीईवयइ इमं च णं सूमालिया दारिया ण्हाया चेडिया-चक्कवाल-संपरिबुडा उप्पिं आगासतलगंसि कणग-तिदूसएणं कीलपाणी-कीलमाणी विहरइ तए णं से जिणदत्ते सत्त्थवाहे सूमालियं दारियं पासइ पासित्ता सूमालियाए दारिवाए वे य जोव्यणे य लावण्णे य जायविम्हए कोडुवियपुरिसे सदावेइ सदावेत्ता एवं वयासी-एस णं देवाणुप्पिया कस्स दारिया किं वा नामधेजं से तए णं ते कोइंबियपुरिसा जिणदत्तेणं सत्थवाहेणं एवं बुत्ता समाणा हहतुद्वा करयल [परिग्गहियं सिरसावत्तं मत्यए अंजलिं] कट्ट एवं वयासी-एस णं देवाणुप्पिया सागरदत्तस्स सत्यवाहस्स धूवा भद्दाए भारियाए अत्तया सूमालिया नामंदारिया-सुकुमालपाणिपाया जाव स्वेण य जोयणेणं य लावणेणं य उक्किट्ठा तए णं जिणदत्ते सत्यवाहे तेसि कोडुबियाणं अंतिए एयमटुं सोचा जेणेव सए गिहे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता बहाए मित्त-नाइ-परिवुडे चंपाए नयरीएमझमज्झेणं जेणेव सागरदत्तस्स गिहे तेणेव उवागए तए णं से सागरदत्ते सत्यवाहे जिणदत्तं सत्यवाहं एज्जमाणं पासइ पासित्ता
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