Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03
Author(s): Bechardas Doshi, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
View full book text ________________
सो
बत्तव्वया
११०१-१३
३६४-१२
= वृत्ति-वर्तन
५९-१२
'वत्तिय = प्रत्यय ५२-३, ५९-१२, ८७–४, ९४-३, २७४-१०, २७९-४ ९९-१
वत्ति = वर्ति
"
S
= वृत्तिक, प्रत्यय
""
कवत्थ
वत्थ[जंभग] वत्थपेला
वत्थपोग्गल
वत्थवासा
वत्थवुट्ठि
वत्थव्वय
वत्थालंकार
वत्थि
वत्थुल
*वद
- वदति
- वदसि
- वदह
- वदंति
- वदामि
- वदामो
७९-१२, १०१-१, ३६४-०५, ४६६-२५, ५४१–१५, ७३४
१९, १०६३-४
६८३-८
६५३-१४
२३४-३
१७५-७
१७५-९
१३३ तः १३७ पृष्ठेषु
- 5
- वदासि
विवाहपण्णत्तिसुत्तंतग्गयाणं सद्दाणमणुकमो
पिट्ठ- पंतीए
७१-१०, १०५-२, २५५-१८, ३६२-६, ४१२-१३, ५१३१९, ६०८-२२, ७४२ - २,
९१६-७, १००३-२१,
- वदासी
Jain Education International
४६८-९
४८-२
८९५-१९
३१३-२४, ७०९-८, ७१८-२१, ७१९-१, ७४९-९ २२०-२१ ६६- २०, ४५३ - २२, ५४०१२, ६४३ - १९, ७२५–१८, ८०१-७ २६०-१६, ५९३-११, ५९४-१ ७०१-१५, ७०३-६,
७५७-१७ ६७-२, ३१३-२१ ४७-१४, १२२-९, २७३-८, ७१५-३ ३-२, ४५-१९, १२३-१५
सो
- वदित्ता
- वदिस्संति
- वदिहिति
- वदिहिंति
वदणकमल
वदमाण
वद्दलय बलियाभत्त
वद्धण
वद्धणकर
वद्धमाण[जिण]
* वृद्धाव
- वद्धावयंति
१२६-१३
- वद्धावित्ता
- वद्धाविंति
५५३-२, ७३५-७ १३७-१० - वद्धावेइ ४५७-८, ४५९-१५, ४६६-११ - वृद्धावेति
५१९-९ ४५७-८, ४७०-७ ७३५-६
१२६-१३, ४६५ – १४,
५४२-१२
८००-३
५५१-१
११६२-१४
७०६-२०, ७०७-२, ७०८-२
२१७-३
- वृद्धावेत्ता
- वृद्धावेहिंति
- वृद्धावेंति
वन्नअ = वर्णक
वन्नगपेसी = चन्दनपेषिका |वन्नमाइ = वर्णादि
वपु वप्पिण
चप्पु
वम्मिय = वर्मित
वम्मीय
* वय = वद्
- वयह
१४७३ पिट्ठ- पंतीए
६७–८, २०५-८,
३१३-२४, ७२६-२४
७२९-२
७४२-५
७३३-२४, ७३४ - १०,
७३५-७
५३८-११
२७९ -१२, २८०-१
६९९ - १७, ७०३-११
२०९-१७, ४६४-३
४६२-७
५४७-३
८७७-११
-
- वयामि
फ्र- वयासी
* वय = व्रज् - वयामो
-
७०६-१२
३०४-१६
७०६-१२, ७०७-२, ७०८-२
For Private & Personal Use Only
२९९-१० ७०२-११
६५-१३, १२२-१६
३६९-९, ८२३-२१
www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556