Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03
Author(s): Bechardas Doshi, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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बिइयं परिसिटुं सहो पिट्ठ-पंतीए । सहो
पिट्ठ-पंतीए सेढिसय
११८५-७ सेलवालय एतनामा अन्ययूथिकमुनिः सेढी २४७-१९, २५७-२२,५६९-२२,
३१२-१५ ९८३ तः ९८६ पृष्ठेषु, ११२५- सेलु
८९८-३ १४, ११२८-२३, ११३०-९, सेलेसि २३३-९, ७७३-४, ७८१-३, ११३१-८, ११३२-१,
८०८-१२ ११३९-८ सेलेसिपडिवनग
६०-६,९९५-५ सेणा ५४-१२, ३०४-६, ३०५-६, सेलोदाइ = एतन्नामा अन्ययूथिकमुनिः ४७२-२
३१२-१४, ८१७-१७ सेणाकम्म ७३३-२२ सेलोवट्ठाण [गिह]
१७५-१५ सेण्हण=वृक्षविशेष
८९८-५ * सेव सेत= श्वेत ४७२-७, ५४५-१६, ७३४-५ - सेविजा ९०९-४, ९१३-५, ९३७-१३ सेतुय = सेक्तृ-सेचक १७५-१२ -सेवेजा
८९१-९, ९०७-१५, सेय= श्रेयस् ७९-४, १३१-४, १३३-८,
९२२-१,९६८-१८ १३४-३, १४७-८, ३१३-१४, सेवसंघयण
९०५-२४ ३९७-१९,५१६-२०,५६१- सेवसंघयणि ९१२-५, ९३०-१५, १५, ५६२-१, ५६४-१४,
९३४-१५ ६४४-१४, ७०६-६, ७०७- सेवठ्ठसंघयणि
पृ० ९३० टि. ४ ७,७०८-१, ७२३-८, ७३४- सेवणया . ७८३-११, १०६३-२ २५, ७३५-१, ७५७-१, सेवमाण
८१८-१० सेवालोदाइ = एतन्नामा अन्ययूथिकमुनिः ,, = श्वेत ४६९-१३, ४७१-६, ५४१
३१२-१४ १५, ७६३-१४, ७६४-५ सेविय
४६२-१७ , =स्वेद १४-१२, १४९-१२,४६०-३
सेस ७-१०, ११५-११, २१६-२, = सैज-सकम्प २१४-६, २१५-६,
३०३-१३, ४०२-१७,५०१. ९९४-१९, ९९५-३, १००५
९, ६०१-९, ७३८-२४, ३, १००६-३, १००७-१
८०७-२१ " =एष्यत्
८०३-४, ९०२-५, १००७
१०, ११०२-१८ सेयकाल = एष्यत्काल १५८-१, २०३-५,
सेहपडिणीय १०६८-२३, १०६९-१ सेयछत्त= श्वेतछत्र
४७२-७
सेहवेयावच्च ५७१-१६, १०६६-१० सेयणय
७२१-१३
* सेहाव सेयवरचामरा
- सेहावेति
४५४-२० सेयापीतय = रूप्य-सुवर्णमय ४६७-७, सेहाविय
८७-३, ७१६-११ ६४५-१५ सेभिय
४६४-८, ८३०-६ सेल २१७-२, ४७८-२२, ५३८-५, सोइंदिय १०-१६, २९८-८, ३४७-६, ७१७-२२
४०५-१०, ७४७-४ सेलवाल = नागकुमारदेवविशेष १७६-१५ | सोइंदियत्ता
७-११, ९७५-३
३७१-७
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