Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra
Author(s): K R Chandra, Dalsukh Malvania
Publisher: Prakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
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पाठों की तुलना
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लोयं
प्रथम अध्ययन का पुनः सम्पादन
[१८] सूत्र नं. महावीर जैन विद्यालय | आगमोदय समिति अकुतोभयं
अकुओभयं अब्भाइक्खेज्जा अब्भाइक्खिज्जा लोगं अब्भाइक्खति
अब्भाइक्खइ लोगं
लोयं विहिंसति
विहिंसइ जीवितस्स
जीवियस्स जाती-मरण
जाइ-मरणदुक्खपडिघातहेतुं दुक्खपडिघायहेडं समारभावेति
समारंभावेति समारभंते
समारंभंते अहिताए
अहियाए अबोधीए
अबोहीए समुहाए
समुट्ठाय भगवतो
भगवओ णातं
25
णायं
निरए
णरए
गढिए उदयकम्मसमारंभेणं समारभमाणे उदयणिस्सिया अणेगा उदयं चेत्थ अपुत्रीयि
गड्डिए उदयकम्मसमारम्भेणं समारंभमाणे उदयनिस्सिया अणेगे
26
उदय
चेत्थं अणुवीइ
पास
पासा
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