Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra
Author(s): K R Chandra, Dalsukh Malvania
Publisher: Prakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
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प्रथम अध्ययन का पुनः सम्पादन
[२८] पाठों की तुलना 3. आगमोदय समिति और जैन विश्व भारती के संस्करणों
के पाठों की तुलना आगमोदय समिति | जैन विश्व भारती मजैवि. सूत्र नं.
लोयावादी लोयं नियायपडिवण्णे वियहित्ता
लोगावाई लोगं णियागपडिवण्णे विजहित्तु णातं
णायं
भवइ
1, 2 2, 52, 59 7, 24, 35 12, 23, 25, 36
22
29
33, 49
भवति भगवता विहिंसइ अकुओभयं इच्चेए पवुच्चइ, -ति. पवेदिता मिलाइ वणस्सति आतुरा समारंभावेइ समणुजाणति आयावादी कम्मावादी किरियावादी
भगवया विहिंसति अकुतोभयं इच्चेते पवुच्चति, -ती पवेइया मिलाति वणस्सइ आउरा समारंभावेति समणुजाणइ आयावाई कम्मावाई किरियावाई
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