Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra
Author(s): K R Chandra, Dalsukh Malvania
Publisher: Prakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
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प्रथम अध्ययन का पुनः सम्पादन [८६]
प्रथम उद्देशक ___ अत्थि मे आता1 ओववादिए जे42 इमाओ दिसाओ वा अनुदिसाओ43 वा अनुसञ्चरति4 सव्वाओ दिसाओ सव्वाओ अनुदिसाओ सेऽहं ।
3. ॥ से आतावादी46 लोकावादी+7
__कम्मावादी किरियावादी ॥ 41. आया मजैवि. 42. उववाइए जो मजैवि. ,
ओववार ओववाइए जो
और जैसे 'से' वैसे 'जे' जैविभा.
आचा. पाठा, 1.1.1.2., पाटि. 17, प्रति इ. उववादिते प्रति सं, शां. उववादिए प्रति खं, प्रति* खं 1. तोववादिते प्रति जै.
अणुदिसाओ मजैवि. 44. अणुसंचरति मजैवि. 45. से
पिशल के प्राकृत व्याकरण (423) के अनुसार 'सो' प्रयोग गलत है। अतः उसके स्थान पर तथा अन्य सूत्रों (गद्य) में भी 'से' का प्रयोग ही उपयुक्त माना जाना
चाहिए। 46. आयावादी आतावादी आचा. 1.5.5.171 'एस आतावादी समियाए परियाए
वियाहिते त्ति बेमि'
आचा.चू. 'से आतावादी लोगावादी' (पृ. 12.6) 47. लोगावादी
मजैवि. लोकावादी आचा. पाठा. 1.1.1.3, पाटि. 4, प्रति खं. जै. हे 1,
प्रति* खं. 3 लोकावाई प्रति* पू, जे, ला.
मजैवि.
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