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परमहृदय-- ॐ नमस्कार हो, हे श्रीधारे ! हे चिन्तामणि महाविद्ये ! हे दयनीय लोगोंके शरण रूप ! हे दीनोंका भरण करनेवाली ! हे जगत्के उद्धार करनेवाली ! हे विमलकमलके उपर वास करनेवाली ! हे हिरण्य-सुवर्ण-धन-धान्य देनेवाली ! मेरे सभी अर्थोको सिद्ध करो, मेरी सभी चिन्ता
ओंको चूरो, मेरे सभी शत्रुओंको स्तब्ध करो, निवारित करो, जम्भित करो, मोहित करो। हे सुख देनेवाली ! हे शिव-कल्याण-देनेवाली ! हे शान्ति देनेवाली ! हे शुभ देनेवाली ! हे प्रमोद देनेवाली ! मुझे सभी सौभाग्य दो, ऋद्धि दो, सिद्धि दो, समृद्धि दो, सभीको मेरे