Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त वा एनिमसिधा । नादान पाचप्रका ५०पक तन्नेप्रकार जिमग्रमत्तिवानयोता सतज्ञानसानल्या अवधीज्ञा र पोऊतिमहनीमतिकरिजाहा कीजापानमयदिाजा যমন अनुयो ||NESIउनमःमिशनाचविहेयन्नत जहा प्राजिणिवाहिएमालाहयनाण उहिनाणे ०१ मनपर्थवज्ञानमनिमलो केकैवल ज्ञानातनिहायरज्ञा ब०स्थापि । मकवानेस्पा लोएवज्ञाननपर समकप्रकारची कमाहिमतमीवात्माणलोकालोकनीचा मानसमेदवार देसनवाएतेस्पा मणपछवनाएं। केवलना तळचत्तारिनाणाबणानिमियागोवहिस्सतिनीसमूहिस्सति माटेवरसततज्ञानभिज्ञानदेवाश्माजातेश्चत्तज्ञानमत काबेश्चतज्ञानज्ञाननीमाता ०श्चतजसुश्रुततान नाd.एकलवान नाटताननाउवदेससमकमान पदेसासुतताननावषाए पालुपापर्छवि सुयनासश्सीसमुहेसी अणुएउगीयपवत जसुयनाmasदेसी आमचमा प०अनतरती किं०स्सुमगनेविष रझात्तज्ञानस०समकप्रकारे माना पच किंस्प ज्ञा १पसउपदेस लनबताती लणामउगायचवतरकिंग्रेसपविहस्सउदेससमहसो एणुगोयपवतशकिग कागवाहरजजामापसा समकनकानेउवाज्ञावबालमानविकमासुत्तदानमा निगवा दिकश्तज्ञाननी दसतगुरूजोत्सा पलउवरसादिकमला हिर बाहिरस्स्सीसमुहसी खाणुगोपवasअंशवविहस्सविउसोगवाहि पपोगाटिकनाव्रतश्चम०एनिपलवनवाहिउदेसो पागाजिन्जे गवाहिरमापरेसादिक पदसा दिक्कठवालनास्थावन नावीनकनाउपदेसादिकावालही. का ते रस्सaveसोपछामसापहवएंपञ्चगंगवाहिस्सउदेसोविश्लाबाहिस्सा किंगकिस्सुका कानिक..३०तकालिकताउपदेवाउपकाकालिकश्त्रनायलय नरिकताउपदेसा दिहादसमाजानवमाधवीला साहिक० बोलवत 3. न० एकाहि किंकालियासउद्देउकालियामउद्दे। कालियस्सबिछाउकालियस्सविग्छ। Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 30 + कालीकनाउ हे उत्कालिकन किं० शादीक चार बोलक (साहि कच्यार वोल होश्तो प्रा० याव सकना साहि क४- यारमन्त्र नावे न्यायाव सकथा व ५० घब | इमेल पत्र किंवायरस है घाव व्यतिरक-अनेर हे साहिबा मावसक थीवली ते भावस कधी अने राइस ने काल वे कालका हि कनी स्थापना का लिया है (४ | जश्न का लियस्स इ०एमावस की राह ली ता उहे साहि न्यनेशहिक च्यातेने काहि कमा पलाउ सादि ४ - वसनोव घागर समयवरित ६ । ४ ॥ श्रावस विउद्देसी ४ त्राव स धवरित विपुल पडवणेच श्रीश्रावण ज श्रावसो वृषाएं | न्यावस | किं०स्यु | अॅ० एक क श्रावसयस पुगी (जाउ । श्रावस्य किं गंगा सुखधा सुयखं धात्र सुकसुत अथवा सुतबंध ४ अथवा अध्ययन सामा सकते नही कहाँ न०प्र० मेध ३ अ० एकन्ध्ययन कउदेसो अथवा लाघीक्स कते लाल बंधन ही लय काय उदेसो हे सामावसाय ऐन्नती गाई सुधरके धोना सुधरा । नत्र पावसकने अध्यननक दिउसोनकहि घणा उहे सामक हित० ते माँ देखावस कहियब सु० सुत्र नि० छायन कहिासक एक नवसकने कनिषेवीसावसकनानि षेपाच्या निषेवसनॉनिषे पा यथानी देसी । नोउ दे सो तम्हावस्यं निश्खिय-स्पामि । सुर्य निखि विस्सा मि चार करित बंधना अध्ययन नीले वास्प निबेपा-व्यार करिस जे जे सहमे ( ध्ययन निषे पावक रिस्प वधं निखि विस्सामि । श्रचयं णं निखिविरसामि | जाणिद्या / निखे वैनि खिवे निश्व घुला अनि नन्नजा लीनि च० यानि निपा त०तिहासाला ते किस् चपाती तेरा श्रीवस कस्प कहि । रे प्ररुकु बाळ सर्स / जच विधनजा लिक्क यनिखिवे तसे कितं यानसर चचिन्न विषे ० करी समस्त पा अवकासका सन्तेदे थाइज सुत्रनीष प० स्थापना त्रा लि ग्रीती ह Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ या सकना निषे पा४रे उथावना दण्द्रव्यभाव माना मावसक वसकर सक सेन्ते को सं० तेनान्ना मन्प्रावसक नब्जे जी०जीव नो भा० जावावस कम 202 अनु यो हा नामवस्मयं उडवावस | हवावसय ॥ नाथावस्य ॥ सेकिर्तनामावरसयं २ | जस्सजीव स एकजी जी०घलजी ०छा अजीव तजीवजीव -प्रा० न्यावसक एह नाम कि०करी बनो वनो 5 ਜਾ ना वा । जीव एस वाली वाणेना। प्रजी वाला । तयसवानलेवा । व्यावसाय इति नाम कि निमजीव सान्जीवनोना से० ते सं. नामव्यावसकर जेजे क०काटनी पुत साधरूपेचिश्रा पो० वस्त्रमन्त्र नो नाम मन्त्रावसक कोलते थापना व सकते की ली म सारुप‍ थवा पत्रको स्यु सेना व समय से किं तंश्वा वस्तयं २|| जनं कह कम्मे वाचितकम्मे वा पोळकम्मेवा साधारी रूपले बीती ने की मिश्री से०लीवरी कार ए०एक साधादिकनो नाम करेनीरे लेबीने की नीतली नी परे नीप मुक पक चुकनी परेषामाको अथ्वा प्पकम्मेवा | गंधिमेवा [विटि मिना । हरिमेवा || संघारमेवावा व एना । एगोवा ०घण ( अ० नेथापनाथोही घटी परह‍ काल पल रहे जिहा या जिवनिल गरहने तवा स्थापना र त०धोका "ते सदभावथापनाने ने व स्थापना चनाकरी ने काट फुतली भुष मोटा ले मा गोवा | सावडवणा एवा ॥श्रसनावड व लाएगा। प्राचस्स एवति ॥ डवडला एक बार होते थापायाव ४० स | ना० नामद्याप कोणाचि से | प्रतिगुरु कब वा आवेकहिये निहा सक कहि से० ते ० वसक स्थिती और निहाल जिते नाम रही इ ਕੇ घ ना० नाम सत चवलास | छ । नाम हवलाल कोष इ विशेसो । नाम प्र०काने जावजी य ते तथापीतिह लगि इ उथापनात्रावसक सेते कि०को ह याच कहिये हवा र तिरिया वा होया । श्रावक दियावाहविद्या) से डव लावस्मय से किं २ Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ या कोण सहि द्रव्यन्यावसक सभ्यरुप्पो नं० प्रानएवा नो०क्रिया मावसक से०लेकि० कतेवेप्रकारे कह के तेकोल भागमागमथ की हम आवसकने को लकड़ी इसिगुरु कह तंदश्चावस्मयं |हविं । चतं । श्रागमोथनी यागमीय ) से किस श्रमावस्य ज०जेल २ प्रा० ल्याव पश्यसि० तिणविसारखे नतकाल जाए कमेत ना०नाम नीपरितका घो० धो सकल्हव सियते किम घारिशमागले कुन उम्मी ति दिकती मर्या (ग) जस्सल 13 आवस्सयतिपयांसि स्वयं हि नियं मियं अन्तरवधार पाना ही सलमालानी नहीावा परानुक्रमे सूरउच बीर नेनपोक छत्र तरादि नहीन विद्याधर महिलखकर परित्र वारे २५० प्रति संप्रति के कंच न कहे एसकेने घो ष्णु उरीन एपो परिजिय नामसमं घोसस ऋष लाइन ही माहो मा माहो माहिपदने हित्तर लगाइन ही जन ही कलाली करें। खलिये मिथलिये व ज्ञा मेलि चार गुणगुरुकने वा चीन एपोका विनयनपोन हीसे ० ते नक तथाकथीत्वमेव सिव्या दिक ने श्रावसक पडिल पडिलघोमं कांड' हविष्यमुकं || गुरुवायो वयं । सेत वा लाए | नेविषक चकरिखे [ हिसादि नोकानुप्रत उपयोग नेतेमा देह व्यवसकहिकन्ते स्पा माले नेवा वाले करी तथाकधमक हवे बलाए। परिलाए (धम्मका | नोव्हाए ॥ कलगी दमिश्क ह गावेते तलुजाव माहिल से ग्रह रविवार ३३ ०17मनयनाधली नेमले एक प्रण प्राजमथ को उकएक ट० श्वत्रवहोवोधवेस रे समनिरूद ६ए उपयोग करतो हो र तो०द्रमन्यावसकरी मा नोवे ऐगमस्त गावती ! ल्यागम। एनं दबाव रसयं । दो विता उपयोग आवसककरतो नि०जि० आम भावाथ की तिद्रव्य Co जेण्जेत हो तो प्रागमनाभ एवाथ की हो० उपजो गावसकरता हो बेरहम न्यास के मान जगा न्याव सकन H ला यता लोग मउ निट्वा वसया । तिन्निषु उता भाग मात्र तिन्निदवावसयाई एवंजा श्या ब Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अपयोगरहतामायाराम सातत्तलाश यावसकनएतर जलवायकीलेकर यावसका ए०एम चन्यपहारमयनमति संख्सयहनापका करिमान ज पाएमअनेगमनयनी यत्तेमान थवा परि कानुयाणिवत्तासिनतावश्याद्रीचावस्सयाईएवन्नेववहारस्सविसंगरस एगोवा 2०३ मोचनउपयोगप्रत्वा अथवाअवयोग एकजच्यन्त्राघाश्रय सम्सर्वनेराएक० पा सकनाकरणहारएका मावसकनाकरबहोवसकाथनाकावसकाव्यन्यावसकमान्नेस V रचणायवाट कारागाचाामएवातीवा मिलुबउत्तावा।।छावस्सय हजाधस्मयाणिवा सेगेदबाव यहनयनालीरितसबापणावसकतेमाटेएकजवारबसणवायमणपयोगमावसकनीकरणहारमा नौधणीकहीखालॉकॅकक्चनवारिजुसुननेभयने मते एकजा मारामथकीमावसकमलनाथकीत०एक ए द्रव्यमावसकनामप्रथकरजहारवेन्सएनएब उपयोगमहीएमचा किस्पामाजालपयो चउपसाएगापवतोमागमएEञावसय 21 नवा त्रिसदनर१सनामाकट तेजामनेजानना स्तनमलतीबासरजापता नहोला aasनिहसनया0 जागरणकमक्कम्माहाजा एकएपaamवति न जनामन्थयो जापान तम्तेमाडेतत्तत्तात्राoयासमथकीत्रया जेनपानावतिहा। अनेभावना बातोवसकातलेसादिकनयनोपयवसमावसकहावितेत्राव जश्कापवतेजाएगानाचा तहानथामाजमवावस्सयासतमा। सकानकहीमकही थकाव्यया मे०ते कोएलेनोमा रुपव्ययाचकता मथकीवत्तिरक्तकोसिषष्ठया सेनेतेयाशमयकीनलवा चसककही। मानिएप्रका रुप्पोासे०कह मागमानवाकेगुककहले महावस्मय। सेकितानाम्यागमवावस्मय ।तिविपन्नतातजहा जालहीर सीपले एकहजाराहारहोसतहनुस । आणहामनासार नजाणहारना न भूनरी मावसक तवीजद्रव्यप्रावसक थकान्मन सरिद्यकीय ते जासरीरचा वसयमनविसरस्वसयाजापास[नवयसी।वरित HIS Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त्रिीजीनीयासमथक स०ने कि०को तन्तेजा सीव्यावसकामायावसका महामनेटाथना जापान ना द्रश्नावसककही। गतेकोएसिषप्तगुरु अधीकारहर कहने ७ रडावस्मयाव सकिंतजामसरवावसय मावस्सएतिपयछारिमारजालास जेमसते बचेतनर प्रारही। वळायो जीजावधीरहित सिम्सेवासंथाराने सिनहासाकस्नु पर्वतसि के हिलत सीरमीउपचएहतूमीवरल्लामा विभेजसथारोकी ने सिधसिलान विवरलं. जसतीपथाववायचाविय चनादेहिाजीवचष्पजई सियागर्यवा सिधसिलाएलगयेवा पा०वामाना काफी कवी सन्मानयहिनामंत्र गनेवि। जिनतिर्थकरनेउपदे नाचेकरी निशिमावसकएहत। वही घरासरीरहदगल । स मनिपायर पासेसाणाकावन्द्यामहरोत्रमेणेसरीरसभ्सएनणावश्वनाविणामावरमयतिपा गुफकनेसाजत्युत्तेहासुत्रांचकहिव वकिलेहलादिनिश्चेकरीवापस मानिकारकराएमनोधी विनीतसिषप्रत्तेकरूपकपबतकबाकरवा चनयम धात सामाघवियचिरुवियदेसियानिसियविरसिया जडाकोदितमयमक म०ए०धीनोऊजबकी सेवायसन्सनीहसते.द्रव्य साथ कि०को ऊतो. जाण नो1 श्रावमककदिर प्रावसक लामोजाणते पानिप्रद्योग्रासिमजागसीरवाधस्सया सेकिंमवियसशरद सरीरद्रव्यश्रावतीवजागि जन्महाव निकले एसले एजनि मानसरीरकप स सककेहि नोपदिशभावका चक जननाच छावसयजावाणिजम्मलनिस्तेश्मेलचेवावन्नएल सीरसमुसयणजिणावरहे समयावसकाह प० पद सिब नही हवा सिष निकोलाविण्यघनोनय तीनथी दाहोसी - नेपालि । अनि । सेवा नियमय उवहमिय। पका लेनावमाणियावस्सयतिपय सिविस्सनतावसिख। जहाकोरिहत्ती लायंचयकोन Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेनाथ की जा० जाए तो सरथवान जाए हो नारनोसरी रन्यथवाए वैद्यकीय २० मतिर तानेरी पाने से०प्रथ ते० तेन न वियसरी रङ्ग मन्त्रावस कक हि श्री जोजाविन्यस निलय रीरव्यतिरसत्र या कारे वस्प क कहि श्र अनुयो विस्सर सेतेन वियस रहावस | से किं तेजा लगनवियस्सरी श्वशीर्त ॥ रानसय २ 11 |चक्रव्पो सं०ते कह लौकीक प्रावचनीक लोकोतको | लो की कतेको हनत से लोइयंकप्पावलिये | लोउस रिसेकित २०४ तिवि मावस कसे २ जेएव्रतस ★ रेबाने बे लास्यं २ ॥ जेश्मेश सेनापती सार्थ वा मादिदे ह चना मस्ती प्रमाण धीकारी जन्मनावली राजा मुख T कालिकास लोक थकविहाली इसर | तलवर को डैबियं मार्ड वियज्ञ ॥ सेहिसेलावर [सवाह पनि श्३ | कले पाउपनाया जीएत रात्रियथ अंधकार मेल अतिउत्पल कमलरी लवि कोम उघथ के विकसे थके मथ वाहुरी क केलितविक सिल लकमलन तथा मृगलोचनल्वे ली के नाम कम वोष राणी एसु विमलाए फुलुलकम्मल कोमलु लियमि ॥ व्ाह पडुरेचहाए र तासी गपगास कामानुजी लोगो ककमननोर कहते हमे विषर के हो सहस्त्र किरल गजे है ह मूध तेसरी बो कमलीना वन नोहार किं सुयभुथ हर्गुभ दूरागसरिते ॥ कमलान (लिसिडबी हुए। उहि मिसुरे सहस्सर स्प्रिं दिनकरने का समान तलावातावान बाली नाथ कति माथेमरसव घाली सकरे मुब धो वाले मारी से जो मिदियरे तयसाजलते । मुद्दाय (देत्तरकाला | तेल फहि सिंघ हरियल ३०द्रमास के करीब न० ते वारपछि श्रावक नितिप्रतिकर वाले माटे राज द्वारी अथवा मावस क कही थक वह‍ झपबेवर आदिदेश न्गुष्याकुल पासवान वस्त्र भाल सुगंध वा पहरवा यत्र ॥ कवयुकमल गंधत बोलवच्चमा धान साई करिति । तव नाराय दारला ल ช Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ देवकलजज्ञासीकने पतिअथवा मानहास्त्रीहरूबर जहाउबा नि निकलेजा सेअथसेलोकीक से० थानकेनथवा रजस्त। किनापनेपामा प्रहरी उज्यसलथाना दइयन्नावसकहर। जा मानने केने लेवा देवकलवासापर्ववाग्रारमंवा द्यावानिछaiसेतलीश्वरवावसय में किंको नाऊफप्रवचनादिकमव्यावसका रुवावचनीकहच्या च-चालताजिता मिल्पी डासिवीवहरेते॥ एलिनकोल सिबलबाथकेगुरुकेहवसकतएप्रत्प- निहावाश्रीपाचौर २चनिपतळे किंतकुप्पाक्यगियावावस्सय विद्यावस्सयंजेश्मेचरगचीवधचन्ममिय नचमबारकाधमतीचनस्मिलगाहा जविकाकरइंगायउवा यहळधर्ममारकरीहिमचितवसहितसास्त्रजालाव्य सप्तनियेतेवी सरीरतेवनायक ह गायवन्ता मानचेटकीमामाहवराजामातापिनाकिनोविन मे गोवस निवडशपिंगगीयमांगीवश्यनिहधम्माधानवताविरुध विरुद्ध मा क्रियावासमन लोकना यनापसंयया१पाहीराका कालीप्रकासएथ मानमुसादिक कार्तिक म्लाकवासपनधव ब्राह्मणवमुष केपानीविहोजावतमाजला जथके लागलेअथवा मामले वययपनियापासच्या कापाठव-नायाएरयपीएजावजलताश्स्सवावधसवा महादेमात्रामाधनस्याग वितामामानानातनवनपजततरवत रविवलक्ष गलीय प्रकारे तीनविन रुस्सवा सिवरसचानेसमासवादेवसवा नागस्सवाजखस्सव जुयस्सवासुगुदस्सनाका विकी भहिबवाहनमनेजमयानगरकोलीवन्तबागकरीमुलोटलकपन फुलसुगधगच्या चदावत हिदला वेन्कोटकी टनामागंल जनसुगंधवाएीना उषेपहपलत्यादिकन्द व्यावस बाएवा कोहकिरियाएवाजवलेवासम्मवारसाएवष्फाधमत्ताश्या दबाचसा ककनी०प्रथत तक ऊसितमाहुभच-चनशास्त्रहना अचवा ला०लाक्यकीसहन्यू प्रावचनीकड़गमावस कनावचनीककहर तते वश्यकनैकोहसिन हवे या कारnिसेकण्यावधणियरछावसय 1 सक्तिगतीणतरियरद्धावस्मय सेब Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जा जेणे गुरुक जातक्षमभमाकनागुण कायनवाश्मनुकंवा घोहनीपबीक हस्विनी गिरवाशाम सीमा हालयकामुकता यावार। हने कारहीत एकसरहतएजध कानुयो मेसमागमुकजोगाछकायणिरफकंप्यातियाश्यामागयाश्वासा घाम 2.4 मास्तुसिचमक्तकसे। चैन्यमुरजलधीयाप नियुकिरमानापोत्तानेना विचमा प्रजातन्य माव लादिकोचीपुच्ची हो चस्वपहिस्याने । द६ । थासाकसक हागाईपाहातारचडपाजवणातरीमाणाारसबदेविदारिननकाल साधने व्यावसकरहातीलाधतष्टात्तसेमयतेने जाणासरीरनवियसरथकीव्यति लोकोतरमीनाथप्रतिवोचअग्निन्नक्तनलीका रिक्तहम्पन्नावसक मावस्समधईन्ति। ततोगुत्तरियरवावस्सयसतंजाज-समिवियसरीरवरिनद्या मेथाम्ने नोच्यासमथक भावकसितम्रता यजाजरहतमक्रियाया बव्यावसकरण । सेमथकील नावावसके तातेकोला वस्सयासतनीसागभरधावस्सये । सेतरवानस्सयlaसेकितनावावस्सय हमाचमावसकना यागमनलचा नागनते कियाथकीत्तले किया विधीसहित चापूनोआगाएत लै चनाचवण्या थकी अतिक्रमलानोसामसनिषेधनुचिकनही। विहेपन्नताशमय पनीयारामध्य कैनलएकाक्तेप्राममनोहतन्मथताराम थेको सकतन्मानजावा जम्ममावसकत्तेकीला जाग्रिनेउपयोगसहत से अथात्रामथकमावस अशकोहातेनारामथी निमगुरुकजा मावसककरवानोशन वसकपदमर्थन ककहिावन्नावसककोणामि घस्सयस जाणवत सतगमनाचावसयीसेकितनी आममता अपुलेका तिन्नोनयासमधीसावन्नावलौकीक ऊप्राक्चनीकालीकोतरासते प्रथलाकीकभावमा कहने सक्नानिएाप्रकारतकहले कोतातेविसकतेको वावरतापिनllaiलोर्यकम्पाचयलायलोउत्तरिया सेकिता लोऽयजावा Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रथमत्रह जाथसाभला पाळलेषहर बारमायअद्यतेलोकीकजरवपखस सेअथकातनावचमीकजाचा किसानलगाककाहर मजावन्नावसककोलते वस्मयंपुच्चएहमारहावरण्हेरामायलासेतलोयनावावसयासेकितकव्यावयणियेभावा जेएनता-जानतानिहामिल्योतिहा चहितेजा चाबकाएदेशसाप्रसेनतनीपॐनमस्काररस्पाशि बायतेविरमासिविर बसजिलाजलीप्रनिहामकारकरीसरकारक वर्यजेत्रमेचरगचायजावपाडवाइजलिहोम जव्याधहरुक्वणमोकारमाश्याई जावावा करेले सेते क ऊप्राक्चनीकना वाप्रवचनसास्त्रककहीरसेलोकातनाव सक चरचमकसितमा जहनेतकावननी अथका प्रावसक भावावस्सयारकति सेनेऊण्याचवणि नावाचस्सयसेकिंतालोउतरियनावाव स्सय जजनमलसाम्म अमलानीसाथ प्रावक प्राविका जमावसकघरे जिनपरेमा हनीजलेस्पा तेहपान मायामीनाथवा चितनले मक नसभणवा समणिवा सावल्वासावधावातविक्षतम्मरीतिलोत्तदशवसिए। afa अपरिपत्रवसा तहनेविसअतिक्रन्नधय जेहनतन्त्रानसकुना तेन्यावसकनेविषेरजोहर यानाजीराजेणे मायक्रियामनुष्यानामपिरेमपजोगवंतालमोस्पतास्तरबचतप्रावसको जान्चाममचनका वसवसारतियहीवनातयप्पिथकरणातभावाभाविएएमनोविमा जावनाजावित विममममन निथकर उपनात्ततथा मावसकको से०प्र०तालाकोत्तरभावना नावचनोक्तधर्मशिगन विस्त संध्याय वसंक[विया धम्भरागरतालजयकाललावसयकरे। सेलोगशरियभावावमय। साल माया नमागमक्रियासहित तेमावसकना एप्रनतका जुदार घोषजुदान नामपहिही जावयावसककहि । मचर सतनोमागमभावाचम्सयतसमेतजहियानालाघासानागाजा Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ततेदेषानेलानककरीत्तेच्या ज्ञानाहिकालासमैज्ञातवसिजेहनेतेप्रावसकाथवान्यासमना बसकअथना तवसिवनहायालायादिनावकहने-मावसकमावसकायवा समसतगुणग्रामनामविसंतसावितकमवसकरजनधमोनिग्रहक अनुयो नामधिजाभवतिगमावसयप वस्सकरिणिय पवालियाहाविसोहियामायण विवो३कमनीवीसुधकरें मामाटाकामियामोतनीअराध श्रमसाधरमधवासांधवी प्रवास करत हो ट०६ मधयन नेवन्पायकर्मजीवनुऊनाउमोक्षामाजश्रावकन्नथयात्राविका नली गोरा लीमुधन्मायकरेते माटे न्याय क्ग्रोनॉम नाराहणानग्रो समणे सावरल्यावस्सकायवर्षहव विवारी रात्रीदिवस तेमाटेमावसकरहनामा प्रथतेभरवसक प्रथकोणतेमसुखनाचारप्रकार परु जन्हाप्रेतीसहोनिसस्सातम्हावापर्यनाम समेतंयावसासेकि सुर्याच विपन्न कहनासमुत्रा थापनामुबर जयसुत्र नावसुत्र नामनेथापनातावमावसका अध्यकोणते नाकझातिमसुन्ननजागवाव्यसुत्र नाहानामय वायरिवसुर्यभामुया नामवाणियासिकिंतव न्यस्त्राचप्रकारप्ररूप्यो ०ते आगमयकता नोयागमथकीलिा मयकोलतेश्राराम मसुनजेल लवारूप पाताहिक थका सूर्य२ ॥ विपन्नतातामागमउनीमागमध्य सेकिक्तंमागम [वस्य। सुताहरु पर सिम्यु। जावतलावाजलजावा। काकिस्पामाक्षेत्राथयो जस्सएंसयतचीसिविधायनियजियपरिनियाamax गते सावधाहियामयाजयपरत्यापजावणाप्रपमहाहकदामन्त्रका यज्ञमकरन । तन्नेसमनय पाण्ययी काममथकी नमतिका गने एकहपाजावत-सातनयनोविस्ता। समावसनेविग्रेक जा बगो मितिसएशोळावतीलाmB3एचसुर्य जाबालएकाए Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - उपयोगनकही इतिहा हत नमत्रनेविवेजाव जाणवप्सेमथ जयसुत्रमथकोणतेनाला खमत्रतेको तिनोव्यागमनसमुन्नएत्रि जावजागीतेहनी-मालासमथकी गमथक पत्रकानेरुप्पो से. तोपान चलती बनवत्र सेते भागनादवयासेकित्तं नीमागम वसुर्यतिविपन्नत ते रेला जाणणहारनुसनी वनेद जाला हारना सही जानास प्रकासमोजाबाहाना प्रयसुन्न प्रियसुबक अयसनरनासरथकावतिक्रतमनेरुवीनु । जहा जाणव्यासपरखासयाजवियसीमदछमयाजागसीरनवियसरीरवरितरवसुर्य कायुकेरल जासएमसरीरमव्यसुत्रत सुनना पदमथनामधीका जाएगहनुसरीरचेतना प्राकारह को एकदिय 1 रनो सेकिंत जायसीररवसुर्यासुयपयगहिकारजालयस्सर्जसरी ववमयनुयचविय यजेती गपचतजभणेश्हपाजलारजा मथते जाएसरी ससुत्रायकोलअविवसनी करिहयसुत्र चत्तादेह वेवधवनगियनापियवेजावा सेजालयसपिरवस्यसकिंतनवियसरीख जजीवजानीमहोमिकल्याजम्यो जिम व्यावस तिमव्यसुत्रनल जावन मथत्तनवियसरीपद्रव्य जीवेजोनिम्मशिवमहामनावतानानाणितजावतंत्रवियसनीग्दछ आयकोजा०जाणहारसीरचकानाएपहारनासरथका देखापाता। पोतानासमोहपोथा ते। यत्तिरक्तसरोवीजो द्रव्यमुत्रतेको छ । सनले लिष्ट सय सिकिंतजालयसनी वनवियसरीरवशरत पदचसुयरतं । पत्या पोळ्यलिहिय मजा जाए-जबियसनी व्यतिर पंपाचवका प न्तदेबा•ाथकी वोकलयकी क्तजव्यत्र उपनापनीकोकायकी हवाजालयनवियसरवरिवसुय। पंचविहंचनतंतजहाअंडया बोरय व वा Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पालकीबालीकीनी हंसाप्रभु फनथीनी कपासन बी पते सूत्र की माथी नीपं० पा०सेवा चप्रकारे परुयो पनो अनुयो कीड थेवालयं । चकर्य । डये (हसभार वोड में काव्यसायं रेकर्ड पंचवि | |(तंज २०७ मृग नारोम यट मुनही २१ मलए समय र ते बाब लियहिए । मिय लो अथ तेजालसर व्यति नुनीयख असुक चीन रेस की उप ही पची लथी चीनहेस वाहिख्यनु नुतविना सुकरातानीच मुही प्रकारेषु उनाराम २ पहली सुर (चीयं । किमिमाचार | पंचविहं । यी तेजसा उंदरनारो मथीनियन अथवा उनना कि चीन को एतेला लिथी पत्ते बालि उादिककाहि सयोगीनीपथ वाले वालथीनीपनु नियनुसणीप्रभु म एक वे कसेवालये ॥ से किंत चक्क । सलमा | प्रथसूत्रकहि‍ सेन्द्रा । तेनोआमद्रव्य सु सरीर नयविय सरीर वरितं सुये। सेतेनोप्रा भावसु क्षेत्रका (प्ररूणु ने कह ले | त्रयाणमथ की नोग्राम थकी ना | अथको तेश्राम की नाव | जात्र सुते (तजा (आगमन | नो श्रागमश्रयं ॥ से किंतभागभट नाव सुयजल उपयोगहत यते प्रागमथ को ना अथको ए नोआगमथ की नासूत्र | वेप्रकारे प्रमुयो | तेकह एवउने सेतं आगमनावसु । सेकितं । नाम उनावसुर्य | विह पन्न। जहा लोकक लोकोत्तरन्थको ते लोकी नोन्प्रागमनाव मुत्रते कोण | जेष्याद्री | पाताळा लोश्यं लोउत्तरियं । सेकिर्त लोऽयं । नागमनावसु जेश्मं श्रन्नाणि द्दिमि बाहिहिहिं सेतेन वयंसे तं] जाल अथतेद्रव्यसु [ अथको ए ||त से किं तंभा त्र नाव सूत्र वस्त्र ने वसूत्र भावमुत्र क दे रिक्त 9 Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दाग्राहकमवायधारणककल्या जारलथपसमायाजीमाकयुमास्त्र३को। वास्त्रमुषसपत्रासकटनद्रसा। बधी सास्वतंने हितमात्र स्त्र सछाधामविगपिये। ताजामहामायण जीनामुखकोउलये घोडहमुह सगडनहि काविसकमान नाम कनकमीतविषयल सेविकमा वोधनाशास्त्र कापिलसास्त्र स्त्र१० ११ १२ या कपासिय नागम कासतरिविसर्थ वयसेसिथ बुधसामण कालि विल लाकातसास्त्र१२ पटीतमाटरएर १५नाhिerai Vधव्याकर या १०६ नाटिकाहि अथवा | विहोतकला अगउपासह 1-पारवेलसिषरकल्प नामवतमाश्यूयएवागरलwamsवाधावत्तरिकमावतारवया व्याकरणनिक्तिपजातिणनयनलसाजोग्रामपकी लकीसवनोन्माराम सअनम्यागहमाच्यापरनरूपअथला कीका । सगीगासेलोश्य भीमाजमनावमयंकित लोगातरिय नावसुबनेको । जेषतक्षामानहानगवेत । उपनाज्ञान निामरल हारता मतितकालना । वर्तमानकालना मोसमावसयाजममरितanaहिपन्ननादसणधारतीयप धनाातकालमाजालतणविणलोकनस्वमनुष तेनिरव्यामुण्यामकर टिकट ज्याम निसहर्षनासुबह वस्तयाबरनवस्त्रावस्तुनाजा नाणायजाणएहिंातलोकवयि मड़ियाएहिं सधनुर्दिसच्चरिसीमा प्र०पउनही ज्ञानवनिनाधबाहार परुळ०१२अगलांचागन पियेतिकहाव्याचा गवस एहना जगवते. समाननेकार । गा पडिहयवरनामसाधारहिं पणिय स्वालगंजलिपिड तापायारोहयगडी ३ Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डागसमवा- विचहापनतीजा ज्ञाताधकथा उपासार-सा कोतगडा० याध बती कानुषी दासनवाजविवाहवन्नन्नानायाधम्मकहवासासाअंतगडसाफ १०८ अणुतरोउववाश्यमा प्रानव्याकरण विपाकमुत्र ११६बी०ते । लोकोतरजावत्र से वा१२ तोचवायसाचनावागरणा विवागतयेशिवाज तली गुतरियनावसुमे से अथलता नान्यागमनावसुबत्तेत्ताच सुनना नाजया-घोबनानुयान्वनामषा पम्प एप्रतक्षल्कन्य उदातादिनामित तनोकाममावसुर्यत्तसमेएपहिया मागायोसा नागावेजए नामचेया पन्नता तरबसुतमुत्रथसिधात सासनयामाज्ञा प्रक्चन उया पनचलाल कामपामाजभवका हले NERNस १ तजहास्यसतंगधसिहासासणग्राणवयनमस पन्नवलामाशमयााएगहाक्छ। पषायनाम अयतेमाल अथकी बधध। च्यांराकारबतकह नामथापना मुतद्रवमधर सुत्रविधे। नानि क्षेबाधकरले छपकप्पाले बध. वासते।सतंभुर्य सेवित खधेचविहेपन्नततनामवंधे वारवेधेाचव नावधानाभनेथापनानोर्वश्रावस । अथकोणतेद्रव्यागमयकाहानामागमथकोजाआत तकनीवरेस्चमेववबाण बध । यधद्रयबत्राममथ की धेनाधरवछानामवmgmयाडसकिदवावधाकानअनोमानमाजविजा इमषधअननोप्रागमथकीपूर्ववतजालनातनसशतिरक्तात्रजाप्रकासनासचितामुचित मि० जालाशमानवियसरीर२ रथकानवियसरीरथकाव वलरपरुमातेरेबाध षध लसीरनवियसरी विपिनंदवखेछ। विविहि पन्नाती सचिते अधिामी Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मिश्नपंध्रन्म प्रचित व्यवेध । अनेकप्रका पकव्या लेकेहचोकानोध हानी किनकिलरुष बंधन एनलचित्तवित थकोलाले रविसेबाहना सबसे कितअविधवधे२ अोगविहेषणता यखेघे गयखेधे किंनरबंधे बंध मोहनबंधगंधरवपण चतरविब धनबंध प्रथत सवित अथकोण अवितव्यबंध नोबंध बेध किरिस-धे मोहागबंधे बंधववाद सहबंधे सेत्तसचिसर्कित वित्तवर्क भनेकत्रकारप्रसप्पो नेकहले प्रहसाबंध । विप्रस्सीबंध जाचतवापा सप्रसी षेध २माविहेपण तिजदा हपएसीएबंधे तिपएसितखंधे जावटसपएसिएबंधे |संष्पातप्रमीधा अष्परतप्रसीवेध अनंतप्ररेसीषेधएसवयथतेअचित्तवेध अथकोलते चिन्नालवा संवेद्यपएसिएबंधे। अमेरवेजाएलएसीए अपएसीए-वैधे संतचित्तखेधो सेकिता मिषध मिलकप्रकारे धफप्पा कह सेनानो आगला | सेनानोवचलोषेध | मेनानो पालो मासयखंधे २ लाविहपन्नतेत मेणाअगामे विधेसे पाएमझिं मेबंधे सेणा अपने मियाअथवामथवाजागाजास अनेरासरीरना बनवियरथी ब्रताने एपछिवधे सर्तमीसेयरवारकधे महवीजाणीवनवियसरीश्वरस्ववधे पकच्या निदेशासमोटीवेध' सरधोजीच सवित्तनप्रचित्तम मिश्रकायब संचन अवितबंधायकोलते तिविपन्नतेतंजहा किसावध अकिसएखामाहोगवियर्सधै सेकिंत ब Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ककसित तेजधोकानोर्मक हाथीनी/जाव बलरनी थत्तकसिलस से अथकीलतेनकि एरिकेधन ध त मेध एलीवाभिन सिाजीवरहसबंधन किसिलावद्ध सोचवयबंधे जयवधेजावउसनर्वघेसेकसिएरवंधे सेकिंतप्रकसिमवे। जेवप्ररेसीयाहिष जावना अनेतप्रदेसायाबंधअयत्तेअकिसिणधजी अथकोणतेन्नने बरहतएतानसेष्ठकावबंधन साचवरपरसियाइबंधेजावागतपसाएबंधे समसिलवेसेकितअगद सतोरेसनपवितधनास जीवनपरेससहतएवेमिपत्नियशअनेक प्रदेसरहतउरचर शाहिक नरवकेसारिका उपवितसाचताउहरहावयगप्रमुषायधसमवादिनीवातावरेससस्सिपोनिक्षते. वछत्रातस्माचवदेसमप्रवविएतस्सवेववेसेडचत्तासमाविहरवध कानेकदअधकहिलथनवियसरीरव्य तिरक्तद्रव्यबंध प्रयत्नेनीनपारा अधत्र क्षेत्रव्यधका तसा जाएगसरी मथकील सतनाशागसीर जावयसरीरवरित्तेवबंधे सतनागमेउववछातेदवावधे कोणतनावषेधवप्रकारेननोवा। मागमूमनोमासमथकी अथकोणतमामयी मु का जाववैध सेकितनाववैधाविहेवनातहातमागमय नीनामयासेतियागमनाच नजालमा उपयणमह अथले त्रासमथकीजान करना० नामितक्रियामहतजाहरणमो वाथकोजावबंधकृालत हपतीउबिगतकयासुधनोमागमकही। रकोजाएउपवउत समागमजाववव सकितानोमागमजावलंधेराशसिंच तसामायकप्रमुबअध्ययनजरायणकुश्तभाए हिम समुदायकीमा स०एको नि समतगणनायकहत्तानाततसामायापयननरोशन किमानायनसामायकःशवासमस्तजाव जर वसामाश्यमाश्याल नेविवेसमोपरिणामने बहायाजासमुदयसमिसमागमती सामायकसामाश्कमा थ Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नास पयाजा नमकमानावबंधलापानिएएतल प्रथतमागमयाजावसुतायतनावबंधथतेषण यावसकमुत चयक्रियातहत कती करिसे लावसयतुयाजावखेधेतिलाइ सतेनो आगमध्यभावबंधे सेतनावबंधे सेतर्वधे धाएताएकानानन्ही गणकहिएमलादिमनीपरिगएकहिए प्रचवीकायाकिनीपरेकायर जीवनाकोयनाचनकाए३त्रिकामाख्यानधनावरलंधगोवधा नपतिसशस्नावयना परिचयसालिप्रम्रुषमा परिरासामी परिमांसा लतस्साश्मेएगाहानामधाभवात गणपविले स्वाध्याय एकातकरिएज गोलमा पिडनी परिचयपश्यादिबयनीपरिमानविश्लोकप्रकलपानीमाकलननाउलोकना समुहमा निकर तिपाहिकनेविबपरिसमुहकायनिकायवयवधपतितिमजस प्तिकुजलाउनिकर१० सं० मिल्पालोकनासघातेनपरिक्षया तनापरिसधात पाहिना कायणिकायायवैधववातहवरासीयजयपिडिगिरे सर संघात ११माउल१२समु अथतेबनाएतला यावसकना (प्रतक्ष अथमाअधीकार करनेखो नातावा-यापा ह१२ बैरवापनेविमे घाएगाउलेसहो। सेखेंधेळायावसएस्साश्मेश्रामहिगारामविकासावरगोविर जागच्चनयोगका सोनेसामायक:०तिर्थकरनाहानामभखबवाहलारुपजाएगवाक०७त्तनश्विवररुपति बजोगहनाविर बातेवाचिसन3गु ज्ञानहनिचारिगुणप्रतिचारहनोन्मालीचतेवमिकमा प्रतिवाण २ाकत्तागुपयउयविनावेतनाजक्तित तवलियसयराम तिमि कपोश्रयाबमालेहमीविकल्प उतरणलाधरवाते पचबाल चिनुलामथवा सेवा सचिडायचकए उबंधीकमगनसनेविमेनुलगुण माधवस कमावसका धनी व्यो कक बगुधारणावाचस्सयसएऐपिडीतिसमासेल। एतीएक्वेक अध्यय किर्तमु (तकिति सामाक | चश्वासयोग बारणा पडिकमणुध । काम 4 नाम : पुलाप्रथण कितनमामि || सामाश्येचउवीसाबंदणयपलिकमकाउस Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पञ्चबाल | त्रिज्ञाप्रथम अधम | सामाग्रक १ तेनायास्प्रनुमा कहिनावाने थे जे द्वार से अनुयो जिम मारहारनो नगर सुषाधीगमन तमसा मान्य करुप नगरनाच्या मार होइ कानुयो यो पञ्चरका 2090 पण कहि हते अनुगमन स्व मात्राहि काम, ल सामा (तस्मा इमे चतारि लुगा हारा लिन वृत्ति नं०देषा बरी वाली इनिक्षेप योग (थापनादिक ने हैकर था तुजे तक हे वर करीमी की कम करीयरा बढ्तेनिशेवरमुत्रार्थअनुरूपार्थ एक स्वरूपका से करी ज्ञान ने तंजा उबकम्मे निरके दे श्रृणु मे नयसे कि उ कम्मे २ विषे पोहचान यहाँ नामउपक्रम या पक्क्रमते नाम था पनामा नेहाचक्रमेावेत्ति हा लगि को को चकारे नाउपक्रम कनीना लगे क्षेत्र नो जेउपक्रम नुकहिता विहे चलते तेज हो । नामोचकमे ॥ 'लोचकम्मे दो व क मे खितो परिकमेने विनासको निरुपम रुपले कालो उद्योग तनावोपक्रम पास कहतिम पकर्म समा लियवहार कालो पक्रन पार्थजाल तामउपक्रम थापना उपक्रमनी कोणते द्रव्य उपक बा धको कालोव कम्पे उपक्रम आवक जावया ॥ सेतिदोन क देवा मतेको बैप्रकार कुपीतं ते श्रागमजा एवा नो प्रागम की मारुपद्रव्य चन जाए यसरी रन वियसरी स्यति थकी उपक्रम वेवी रक्तद्रव्यचक्र ते कोण द्रव्य उपके मे२॥ विपन्न तंत्र प्रमाण सरीर ॥ न वियसर मना जनकमान रक Badge ते उपक्रम से किर्त सचिते चोक एकेका विवि का वस्तिवस्तुनामुल विसे नुक ना एक्के क्के रवि रितेश्वोकम्मे तिविपन्न ।। सूचित चिते मी सेय तिवसत्चितद्रभउपक्रम हिळे बेयगनो चोषमनी अपमानो त्रिप्रकार ते उपक्रम उपक्रम वक्रम ३ मे२ ॥ त्तिविदॆपन्नते र्त०] रुपए | चणए । परिकम्मे वस्तुनुवायुव सेकरी विना १०) Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सीकरीस्वस्तविनामकुष कि०को ले०लेवयमामोकनावा नचाहार रामहीषलेप्रयवारजाना। क्रम सि०अथया गुहायधारहसथा गा स्त्रोतरजएणहारत्मक बस्नुविनासरूप मनश्च बकविणाप्लेय। सेक्षिपएअवकम्प्प यानडागनिहाणीजलालीमलाल मुछीकमलाचसनाकाहार कयानाकशापवाहलियमचकनामसासस्मिथवाज जातिकनिमित्याध्याता एहार दीतरयर सलहोरकत११०मारो वसा, प्रबले.११मामालानी मुहियालावेलेवगाकहगालोपवगालामा पारका लरवाणीमरखा ऑतियाटिवजाई१२मलोपानीतंतलीको मालपाटपाथमथता कंउपक्रमकरधवधानविणात वजमित १३३वनीवालाबजामीनेनावाचा०विधमानोउपक्रम एतलानच्छतारिदिकवधाळतथा पंडगादिक नाम atणलाएंवरिया। कायामागदासतपाhaaकन्मेवमामहन्मथकोण नचोपुगा उपक्रमातेको चयनाशपत्यारिकूने गुलश्रोमा उक्तश्साहिएतलानाविनासमकरहतेलध विसेबनुकरहते परि कर्मचा वीनासन्धत- चपमानोउपक्रम मेकिंतचउप्पएरवकम्मे चप्पयाल नानासाहवाचाहिसेतचउपञ्चक सेनाकोणतेषगरह नोउपक्रमउभगाश्त्यारिकनु लषय फलविमे ०तेमभते नागनाउया थ त चनाहिकसमार हतथाविनासकरव. वाब क्रम न सकितअप्पएउवकमनचया वाणबाचगाणबार सेक्त्रण से०का ते सप्तचितवमनोउपक्रमसमारहत्तथा सेवाको लाप्रचितहअनोउपक्रमा5गीलाल विनासकर मते कोणकरत्पाहिकसमा उनकम्मे ! सेतसाचतरवाचकम्मे । सेकिर्तववीवकामे ॥ खेडाडा वरसादिकेकसच्या किल्की ले०मि०मिनमन । सेल्स चा-धमाननएकामका लथ तथाविण व उपक्रम नवीफानीमनाररूतथाची एा । मामछेडल सकिंतमीसएखोवकासचेवयासग मंडिया थ Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सा मे ते मिश्र मनो 1 थ उपक्रम Fo [ कि०को (०ते ( तमी सयद बोचकम्मे | सेकितखे तो कमे २ | कि०को ल अनुयो अस्साई से २०११ उपसमारी इतथा वि ल्मी से० म तते | ० ० [ खे० क्षेत्र वक्रम नृणाहिक ट्वानाकुलिक से लेकर ० से 目 जण हलकुलिया | हिंखेताऽ जे०जे ना० घडी इक इन्यादीस उपक्रम २ एकीला वारादिके करी थ कमेसेतर तोच कम्मे तालीएत तो वारसीयादिक काल राय जाली एते पाकनिनक्षत्राहिक-चारक कालभु विनास ते कालसी । कमलल कर परुष्णा सं० तेजाल्य नो०क्रिया करे कपनी नावे || सेकिंले कालो वक्कमे ॥ जलना लिया हिं वस्तुना से का से० प्रत्तेकाल से०का कोल तते नावनो भाव क्रम परिक्रमनोउयक्रम थ उपक्रम ना रे प्रकारे सेत कालो कम्मे । सेकितावको विपन्नते जाल अनुपयोग सहन के माम पथ की नावउपक्रम थकीनाव पक्र मे नमू तं ॥ "यागमठ ॥ नामत्र्य ॥ श्रागमय ॥ श्रागमजा एचवतेो की जापक्रममा प्रसस्वनाव बत्र कारे आगमथकी र सामाय कना उपक्रम प्रसस्त भाव उ पक्रम चक्रम १ क्रम अतीउप प्रसस्त मे विषय‍क बायोम ब्राह्मएएए परिक्षाने विक्रम किधी महि पसचे ॥ सच्चेय ॥ अपस छे डोड । लिगलिया मनाइए । पहा ह्मलीनेत्रि एक बेटा तैतिल ने लिया पछि ब्राह्म एचित तिमरु जमएचे टीबी था एक प्रधीमी ल सेवयानु अपराधहियश्वरी गारला तर करमाथा माहिमा यो निवार तेन तरि तिम्ले हनो व सश्मक हिउ प्रीयता हरवजयी नी हसीता हरोपन्प्रत्तिसुकुमालनेमाहरुमस्त ककवार नली एहन पीएह कहो ने स्त्री नोपगची सवालागी पथि एसर्चमा तान्गले कही पळे ते जणी जमा इनोभाव जोली मनमा हिह बी नईवेटी प्रत वोली हे छत्री ते ना घरमेवि बेरजे ममन मान इतिमकनी नरतारथाज्ञा लोपसे नही (हवी जी टी करि नीते मजसि बवि ही घी तेली इति मज की कनि वारेन र तरिमेामारेति वारे से रोजा एपी एबात चला मनुधनेक कीनूतीने नली चल एकेरीस करीनर निवत्प तेलि समाता, नेनिवेक माता वोली मनमानइते करजेन तहिर चितवनेवी बेटी नी रमक लिए है सी सेज्या घरमध्ये सध्या यानविषे नतरना संयोग नीवेना तरि का इएक जालीन र मस्त कवी बे लातकरी-नरसरिहायमास्यो कृती न करते मुजने जलाव से भी ૧૧ Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इसी मधारी मेनि वारेसो व धरने चिबेस ज्या व०श्रसस्त भावोपक्रमादिक निपीते गुरुवार कनानाच उपक्रम कुत्ते प्रसस्त भावी पक्रमक हिंदू यस गुरुनानकम्मे नाम उपक्र परमाल पक्र प सुविति वारे भरतार नोयोग नि स्पा ते जे तले कुसी लसेव वा वाळे ते तले तेन ॥ वालो की कन्पकमको वे सास्त्रयक्रम की बथवा गुरु भावोपक्रमक त्यो साभावो वि सास्त्र नावोपक्रमन ने कही से ते० ते रे बाहे वे विप वा ॥ तमे ॥ विपन्नते । तं ॥ नथधिकारपत्र समतापक्रम ६ वोल नाटा थन्मनु क्रमी कही एले म पमाणु ३ वत्तद्वमा धाहि गरे । [समवधारे (६ । सेकितं त्रायु हेळे नानामानुस १०स्वापनानुहर ०द्रमानुवीर तानुस वी 8 वाप क्रमश नाम रात्रिमा हिवस्तु एकही ते दण्डप्रकारे वरुपी ते ते देवा क्रम म लघुवि। १॥ से०को सं०] से न्यानुर्वि मनु की कहिइहव कालानुस घी २ \ दुसविज्ञापन्नत्ता) तेजसु । नामालु पुची वालुबुधि । दद्याद्दि । खितालु कीर्तानुरवी ६ गणनानुपूर्व संस्थानी खानु सर्व सामाचारी नान्यामा पुचि कालापुवि । उकिता लालुपुछि जलात्तालुपुबी सहा लालुपुवी । सामा मारिया मनुश्च नाव ना नुतची १० | [ नामानु पूर्वी नाम स्थापनावस कमी परिनि मजर०द्रया तेजी ( कनीय पुपुवी) नाबालपुद्धि | सेकिनेनामालुपुधि ॥ नामडवला हेव दद्दालुपुची ॥ रिजावत्तसे० अथ कोण यसरीर व्यतिरक्तद्र मनु को वेप्रकारे मीसा माय कारिव्धय नवस्तु था वो उत्त तेजालसरीनविण्यरुपीते रेषा सीधा तिधीही वागमथापीय ए जाव से कित्तं ॥ जालग सरी रजविया वरिता बाली२॥ विज्ञापन्नता है। जाली कही नुप्त द्विकारे थावृतेोचनिधिक हिय इएरधीगम बेव अवलिदिया। प्रालोव ििडयाए ॥ ॐ विस्तार मावि ते अनोपमतिमा हिजा०जे सा० ते ०उपनिधीक सा० ते उपथापनी चच्चजा साज व लिहिया साहा ॥ गलक तब माही Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त जान्नसासम्मन्महाउपनिधााचप्रकाचिरुप्पा रेषा निगमववत संसयशनयनस कि०कोणस०त। चास्यावीयाजाणीरतेन्नानी। बिश्न यनमतर नमत बनानववहात वनिधी कालोलिहियासाइविहा। पलता तीaniवहाराहस्सयाशकितेणेगमवव १२ जयूनम मनोनि ।यानलवी । पं०याचप्रकारेवरुपीनेषाम अच परमाएKधारी कनि (पकपातन्त्र परफासयतेने। वासरूमावणिदियावागवा२पचविहा पन्नतातामहषयपरवाया मवयहार प्रथमदनानणानकी जनानामधनी तमोपदनिरसन्मनुनर्विव्यायनीरत्नन्नवन्मानयनरमतेर धितासमुकीना देसीयाहिकमरेमा दिकनास्वपरस्बापनासमवनारकामामविचारस्तमनमा नगसमुकितया जोवरसायासमोसारेगमेसेकिर्तनेगनववहारा सकरवानहाश्कीनकहचुत्रीभरतारवनीपरिमाराधनजामाकरिसतोषीया इसी एडवडीनुष्टात१हवेगएकानुनद्यात एकनगरनविषएकवेस्पाचसहिकलानीजाता तापरताळानिप्रायजावानीलवनमीजीतनविषअपएअपयुकामकरसासवराजहत्रादिक सान्निातविबाचितिहाजिकीराजप्ठत्राहियावश्तेनिसरन्यन्यासन-प्रापणयापारात्तप्रससति वरश्तेविलासरतीश्मजाइजेएनयाएवाणिसाहितेहनशिलयिकरीशमाजासिरिनकामनोगनिमत हर्नित्सानिधवाइनिजीगचाक बनतनोगतरुपतत्तरत्तीपाम्याऊसाधाहममापिनअथवाश्रमातनीइष्टा L पायकहस्प३२वश्यमन्त्रीजारचण्काकत्तवारिजाएजजणीनहीवन.असंतकीपकरीबोल्पा कलनी नजलाननुषनकश्तकीक श्पारिककठोरवचनर की निनलीमुहकमहीनघरवाहिरकाढ़ विमाताश्नरनिकमाताजमानुभावजाजीनकलहठवमला तलास्चितिजन्नथमवेलाच जरतार पजेलागबाते-नगीन १२ Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अयनीयरुपला तेकी । बिप्र रेसीयो बँ हा विश्रुतेने मनुह कह‍ वीरकहीय / रवर व० - व्यारसीयानुजाव तथा १८ ट्रमप्रदेसी यो धनुर्वी कही श्रढपय परुचण्या (तिपएसे श्रीपुच्ची चप्पए सिए | आणु पुच्ची जावदस वए सिए) प्रा जातप्रदेसीग्रानु 1 प०यकली प्रमाण पुलाव ६० चे प्रदेसी 3 | लुपुचीसंखेडा पएसीएची जातय एसी ग्राफ। परमा पो जूले काला णु पुर्बी प् एकल अवक्तव्य | निप्रदेसी थाबंध घातेन घामा जावत चार प्रमुषन्त्रप्रतप्रदेस या नाव कही य घात नु वी कही २१ मालु एसिए । अवतर ॥ निपएसिया | आधी | जावा हात चएसीए यात्रा पुची मा ते घाना वीक ही वेत्र देसी या बंध धावक्तव से० नं०ते अर्थमा याहि बंधपट्नीचरुचला तेत्र पोग्रला प्राणा पुच्ची | रूप एसिया घत्तव्या ॥ सेापकुवामा एमा विट्यरूपया एली ने अपनी च रुपेला किंसु प्रयोजन महामनयनाधीने | एली | नेगम नयन्नेव महार नयनर एलेचवाना । एवरुचया ॥ किंपय स्थ एथा एलले जमुववहारा ॥ नेगमवव्यहार निमते परूपला ने विष ल जानु किमर्थव से ज्ञारुयव व हम दे पण्यन पूऊन घ 1 मत कार्थचहनीवरुपाक नानुकीर्तनुकर | किती थकी समुचित बाळे जे श्रप एप्रूव ण्याए । मंगसमु कित्ता "कौर इसे किंत्तं लोग मचव ०ख प्रामु / अ०वेनानुव 1 श्र。 ेश्रवक्तच एकर) अनुवा लथा ॥ॐ ॥ श्रखिपुत्रायुधी । श्रमिन्प्रणायुधी प्रति || अविश्राणपुत्री उ जागाथा ची や संध्यानप्रहे सीया अनुवा Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रभाशुरामव-कावणातल्कवालथवा हवेहिकलेजीपशवाasalarala चनबहुचनेएवंदनाजाकहीयो कानुयो प्रबियाणुचुबीचतवयाग्रहवानिमाणुयुधायाहीएमवाअथी aaa ना नुवाएकाअथना आनुहवी कपमनानु] अणूचा श्रानुसानानुहाएकी पूर्वीधतो चणार मालपुछीएमषाणुवीज्य सहवाग्रचित्राचीश्याप्रयाएबीएसहवाब्जीया अथवा माहवाधणा स्वेन्मान्तप्रियले समातीमा Par अनानुसूची बाकावक्तएकरमधचन्त्रा दानामाकर एकर लियावाव्या हा महवामाप्राणवस्त्तवायअहवाशिमा मानपूर्वक कचरा अथवा आनुवांधला यवएक अथवा बेमा पुचीयावतव्याश्च अहवामबिलायाधीच्यावतबण्याअहवाम्मनि वहवाना | जयका स्विरमानानुसूर्यवतमसंधाधनाकर प्रवक्तवएक मथवामानुएकाएक मागीयसवतचयाचाहवानचिन्मापुवी.यावतघण्य अथवा मानानुप्तवाएक । प्रवक्तवधा२ | अथवा मारवाचला अवक्तव्यक अिहवामणिपुचीयाअवतवयाश्चमवाप्रमालाणपुलाचतवए तथा भूमातनोधातकहनगरमविषकोकराजाप्रधानसहित भिडाएीयूआतामार्ग नवियनराजाधोमुनकीकहाधीना थिरषएाचीबलरुपयश कालश्सुकवरमा १३ श्वनक्रीथीकामाश्वलच मनमाहिजामीछाममाहित्पत्त-कफन्तलावथएहसचितवन यवनचीनकृतिघणुकाललेजोइरह्मा तिवारगीताकार परिक्षामकसलवणेकरीमोहे विकारा Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तसन्मबारकीरजालमनिप्रायनालीमरजानामाहेमविमम्मा तिहामोटोसरोवश्वगायतेनीवालिने। विसरिनाकलनीसमधीसहतलानेकजातिनानकमारपा प्रनहारजानवनतीजतातेवामपास इकडनातेसरोवरजिषानमुहतासुत्तधीनश्तब्ग्राममहात्मानसमोधरकेनेबलाच्या प्रधानन्या देवन्हेषणा निवारमाजामतअचरजवामीवोसुगमशेवरकरावीवार्थभेकेवाहनेमाज्ञाहीचाहतीतिवा रमधीसवित्तशमुलीकान्तवातसाभलीरजाककन्यहो माहोपवित्तनुलहलहात्रमधएस्तुतीकाहनी व्रतीवधारीatसार नाफलजला. प्रसस्तकीलीपकमकाप्रथामा अन्नथवानाधलाक्तनपाए१२हनेत्रिका हिकसंजोगीना गाथारजीजी जागाकदियद्रअन्नधुवाएका प्रभाव महाअळिणएकपछीच्यावतव्याश्चमाहवात्र अयंचा निभानुप्व'एका१प्रथवानुवाएकानानम्वुप्ताएक वक्तवएका चिआणुपुचीया)अणाची महतवण्याअहवामग्मिाएपुचीयाwणुयुबीय अवयवाथवाले अनाउठवाएक मानानुदवाया वक्तवएकर अतवयाचा अहवालाएयुवीय माकजुनीयमवत्तवएयारहवामा अथवा मासुहाएकनानुरवीणावा लाथवा जे अनामुवीचा अनामुमवर अगा -केवघा धेला नुप्त धीरमणाकघुवीयाकावशवयाश्च नाहवाशनिबाणवीएएफवीयामचन्त घातकार का प्रावधवाचामनानुवाएकायनावकवघा काथवा वण्यानोमिस्वामनिमाकपचीणाकछीय सवत्तवयाचा अहवाल मण्डे मानुष्ठवीचा अनाभुहवघालव-केयएक नथवा म० मथवानवान पुचिमणधला अवतचएय)अहवामिमाविमला कधी पत्रकअथवा मानुएवाया Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . सनानुसघणाप्रवाहवामानासनिकमजोगीयाना वक्रवचनेकसजागीचशमवमवारनेमतनामा क्तवधामा Jएमसर्वसवा सजाए३एकवयत्रीक-सेजोगी२६लाm जागा कित्तरकहक न स०अथवा तेलाने जयी चतवयाचपग्रहगोरावसावचिनचीसीसेतोगमवववहा गणेशसमुक्कि तणयाएया |Torली एयेनेने मागसम्मुकितनाया जाममारकरवरकरकिएन ૨૦૧૪ वहोरनमत क तनाय भागमरकरवरक कि०गमववहानमानेको किंम्प्रजोजनए कीमत्ते वेकरी नववहाराले नसकितलाधाराकिंपध्यायाय नववहारासमकित्ता जागानुरबाककरिसेनकिकी गमक्य नानागारवान्नान वनोप्रपENA य हारमयनेमतरवासनानुभवाचत त्रिप्रसीयाहीकषेधनेमा जिशोवसाकिर सेकितणेगमक्वहारापोवर्दसण्या तिपएसीएमाछी। गुरीकहिय परमाणुपुऊल ६० अरेसीयोवक्ता नपरेसीयाधि तेन्मनुएवा घणावरमाया। अनानुष्ठकही। बॅणा परमाणुपगालेकाणाएपछी २ रुप्पएसीएमछातिपत्रसिधाआशुचीअपरमातुपोइला बनानुस्वीधणाचप्रसीयाणाधधक भनाईवे कसजागीमा अथवानप्रसीए एकअनुप्रवीण वक्रय कहै कनमाला समल लापाची इपएसीयागवतधयारहवातिपएसीएपरमाफपायलियाआएवीर अनानुवाकही ज्यारभंगावनीय अथवावाप्रदेसी मानवी अव्यक्तव्यच-यानना रेस्सिीएकाएक पुची रचलेगी.महवानिय एसियक्षपएसिएयायाणवीएमछीaवण्याने गागथी प्रयवापरमाणुपुऊ प्रसीयो एक अनानुस अध्यक्तव्यकहिाव्यानना हवत्रिक मागथीजालरामजान गोमहवापरमा पोयलेयम्पएसिएयणाचीय अवतचएयचो माहवा स पा मागील Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भागादेवाचवात्रिकप्रदेसीयादिबा परमाणुपुऊलएकाचप्रमीएकतेह एप्रथम नगोएकेको 'पाहनामा धएक नामा नुहबासनात्रुप्तवीनमक्तयप कोएनाहिदेवनाय र नष्ठवी ग मवबहमनेमा वरचलि کم شولدر آمفسد فرد اور است که هر کلهر प्रतिपएसीएस परमाकपाशालेयरपसिण्यामाग्री प्रापछी अचतवयाग्रह प्रजावान्मेहाथी सेनाथ तन्नन्न नमापनिानाना स०प्रथकोणतेसमवतारएनेगमववहारनी मत अनु जाणवा नुरेवामका उहव१२६ तलेआनुवादकिया कवा कर पिनापियवा सेनेगोवर्दसण्या २६ सेकिंतससमोयरिश गमववहामिल पूवीरयाकिहा समचतवनमानुहवामानविलेपोतानाजजातीलाचवामानामुप्तावमाविबेसमयत न. नेविषसमचतरेवतर रेवत २३ पुचीरवाकंहिंसमोधरंवि किंमाएपचीरवेहिंसमीयरेति लाधुधीरबेहिसमीयरति कमजोया प्रवक्तवनविषसमय लगनववहस्म यानुभवा नुहनीद्रयनेजविषममव न नरवरता बतचयदछहिंसमोअतिगमववहा । पाएपछीदवाईयाणपुछीवहिंसमोय णअन्ननानुप्तवानसनेविनश्ननत प्रवक्कमध्यनेविपणनसमवत्त-एममनानुप्तर्वत्रिय एकत्रमालयामारे निश्रतवेप्रमाणुयानाटअध्यकाव्यहव्यएचे प्रलाप्रचिवहिंसमायरतापनवयहचहिसमायरति एकप्राणघा सन्पारिजानकेममवतारवा वाणिजमलानरतमारथा कोपातेवाचलगामुन्धुगमनवप्रका प्रापपरपजानिविषनाभातसमवनारसमावन सेल्थ गरमा ए क इधानाचतवयवाणिविसहासनोयारयवाणि सेतप्तमोयासितिग्रगम HORIन्तदेवा संबक्तत्रधनीकरण अरगनीमान्नुतििदकन्द्र चनसनीप्राधार घरमतानीपरुपऊपलानही मनोनमालकतषेत्रफरसश्या विविखनमश्च नवविहपणते तं ।। संतपएपफवएण्यादिप्यमाचा ताफसाए कालोयतर هر قد ملسم للهند لدرعالمی ملی المسافر قهرم Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सपनेतादरकार सेगसकेतले जागे हे सेम किम्म भेगमववहार बतापदना पकवणार अमरवि ककोणनावेमनावत्व थते मते कद्रव्य त०मानुसाहच्या अभ्यागामायापालेापानकवासतिगमधवहारालसितपापणयाप्राणय boal॥ कि०कि स्थानहाउत्तरकाशमाहवाहसम्मानक्त नामजव्यहारने मानवीयस्य के निम्नययन्लेपनिश्चय मत विरचा किंगबिनविलिनियमाएवोलिविनेगप्तचवालय साफविरवाई सेबाताबरके असव्याता के अनंतान उतरकहेले नो सेव्याचानमेव्यानायए नही अ०भनेत्ताबेए किंसतखंद्याधालतानोसंविधाई नोनवेद्यासतानाहावं मत्रानुष्ठवी इयानंता लेनगम अनुरवीद्रमत्रिप्रदेसी द्रव्यलोकत्तेकेतलेना) सोहन्यालाकत्तकतलेना) सेव्यातेजा हो कावरूद्रमएवेषाचवहारनिमतअदाकमनत्तप्रदेसका हो aaONAववाशामाबादचा लोकम्मकजागोहोचाविजातोता असंख्यातनामहोघणे संध्यानमेनागेहोश ाथ कासवलोकनेविबेहोमि एकहमछासी N ब गुफउत्तरकहन। छाभागहोछासिवासुजानसहावालासंवचेहीछा सवलोक्सहोयाए संध्यातमेलाकन अथवामसध्यातमन्नागे लाकनाष्पातानाशकानेपासवी पिणहबाघगा मध्यात्ताभागनेधेकेद्रगएकरहे वचनसंरक्वजावाहोछारवेधनागवाहोद्या सविडोसनागसहोद्यासखिोस केवलसमघातलो नाचूणाअमष्यातानागनेविषेपण कर स०सर्वलोकनेविर घणाद्रमप्राश्रीनि रापलकेचलममुधाएबोल कैवलीकेवलसमुधातकरीचा चाहो एवातिवारे। प्रचितमहाधरूपानुष्हवीद्रव्य होईपर्थकोकम वादबो२तप्रवसनही" वाना सहायानसरचटरजलोकप्रमाणभक्त्ति हाब विद्याध Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सवलिकनेविबेहो नेगमवाहपूनयनातवाहयप्रमाण कि०लोक संध्यातमनणे असेष्यात मते योबुरोएकलो होमनाक नोसपातनाग नियमासचली एहोछा एणप्रववहागणाचीहवाई किलोगसखेोनागेहीधा अखि कोथचाचणालोकनामध्यातानाने विवेकर लोकनाघाअशेष्याताना सर्वलोकनेविषेहोरहएकजय नेविलेअथवा सिषप्तगुरुका मात्रा अजागहोछा संखोजमुनामुहीया मिरव्यसनागेसहोछा। सबलीएमहोछाएगहवंया यामान असल्यामजानो बासरयाताजागननोलोकनाथ नही एक हो विषहो पानसे चगनीसवेद्यानगिहीया संखेछनागहोछा।नोखेसुमागेमहीना। नोनसंखे माताना विपलनकनी०सबलीकनेविपणिघणाहनश्चयसर्वलोकनेवियश्र नेमारल्वम DAIभामाण्यासानहाएकत्रमाणुमाटमा जलोकप्रमाणावोमन०श्रवक्त असुजागेसहीछानोसावोल्होछारानालारधानपञ्च नियमासचनोएहोछा एवमवतब वहत्यविममा एयी वाचनापरिजाणवोमव मनुस्वानोको सम्पातनाशाकरसा बधत्तेपणन्त्राव बहामनयनमते गवाणिविशववहारालाणुविद्यालो गस्माकंसंकेअनाफर्सति असण्यातनाग नाकनावपाताभारा सबलीकनेकरससिमाहगुरुकहले एकहप फलसर अखेछना फसविसंख्छनागकुसति सिंखेनाणेफुसतिसलीगंकुनिएचरो आम लोक संख्यातननापलफरसे । असंख्यातमनागचाफरसे लाकनाधणा मपातानाजपल फरसे पञ्चतोगसमसंखेछनावापुतिनसंखेअनाजवाफुसति । संखेचेवाजागेफुसति Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नही सघलाअसंध्यातानाशपसासवलोकपहलफरसना०प०३ पन्नासरी स०सबलोकफर लेनेमव म निश्च सरबहान फरसे नयोकारवछवानाफुमतिसिचलीगवाफुमति नादबायऽचनियमो सचलीगकुमaिloni १०१६ मतदानावृप्तीद्रव्यनिवाला एकत्रव्यमानी नासध्यानभाकरस लोकनासपात्तमो मटरकहल नामकरसेएकप वहायातालापवाहवाल धुनाएदवपञ्च माविबरनाकुसति अवेअरनाक माणमाघमालिकनाम्याताना मोकनाघाप्रसंध्याता भारफ पावलोकनेविधेफरसर घणापात्रा मा 'गफरसनही aalनसेवेनकितिनामसविनोगेकसविनासबलीकुसति नापादनापश्च HIMA एनवप्रवक्तईयवेमहसीया नावाकानामवयसरन्नयन कीसवलोकनस्वलतमा धवहासनानुधवाव्यनीपरिजालवाहिना नियमा सच्चलोगेकसति एवैमवतबगदवाणिविग जाणियछाणिणेगाववहारा त्रामधुली हव्यकालातलाचरकाल एकहप्रासरी जननी एकसम तरुष श्रीसहय। बालविवाश्कालकेशिदोराएकवचमुचजहाणेला एकैसमयकोसे कासपातोकालघणामाग्री निवासदारकालहोत्रए०एमग्रमानुसवाक्तनवानेगरकाचव्यहार। कएवणअनान्तीमा नयरनेम तर यमंवयकालनालारचाप बुचनियमावहारिवंशेनविपर होगमववहाराला मान्नुपुर्विद्रयनोक०कालथकी हीहोएतले केतलीकालातरेक हम त्रासरीज एकसमय। केतले चिरकालमातरुमालवानोमानुप्तवाद्यान् Tal १६ आणुपुविधाण काल के वरतही एगैरवैषजहन्न। एसमय मत ३ Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नी उसको अनताका मा०पलाइव्यमासरीप्रातरोनथीसाईण्तेिनेगमचव्यहमनमायनानुसार। मानुप्तवामझत्तेमा मत उक्नोसेनतकालनालयाश्यमुखानचित्तरं शमववहाराणा पुचिवाग कालथकाकतलायसराहा क मयाजधनाकसमएमसख्यरतोका नत्तएतलामाजेप्रमा नक्रष्टोम्निामाकटीवल्लीप्रसंध्यांतकालन काला कैवत्र्योत्तरही। गेस्चपञ्चजहन्नेला एकसमयेकीसेरामसखेडा माउयाजधारिद्वयत्रा मानवव्यहरभजघमरमतरत्रवक्तव्यवि सन्मात्तकनीजाबप्रमाण प्रमाउघंधनो काल यासरहजरहनाणादहापानचिन्तामवचहाराणावतयवा। कालखीकेशलोकालनातक एकलव्य न्या- सीजह से एकसातरोत्रम हो माय तोकानसरोवडि लंग कालवचित होछौना एवषऽधजहेला एकसमय।उको तमाळपईसीयावधथलीपघला पम्मासम्भातरूनचीतवरे नेगमपवयहारमा अनन्तकालरफरसायानेमाटे हय सीयासहोरजोनयनमतमानमा समारोतकाल॥ पाहाछापञ्चानबित्त जामववहारा माणु मायकवावेत ककसलारकनारहो। किंयुसम्पत्तमरलागऊशासष्पातमश्नाम घीवाल। सेरचा ॥ करनाजोदोधा । किंसवधरभागेहीखासिखेो प्रशासध्यानमारमाही प्रसंष्यातमन्नाश्तरक। संपालमानही लाहोछा ॥ सरवोसुभासहीछा कसरिकक्रेमनामहीजनोखे जाणेहोछा ह Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नवनियामादिश्च्मनेसनसीकपर्यंत सर्व मानानु संख्यातनाशनही लापहीहीएत लालित्रीवरदेसी वक्तव्यएवेयीयसंपत्तगुणाम मानुएवाजव्यत्तसम्ममातुनर्विया ई अनुयो नो-प्रसंरकेश्लाहाछालासवेरेसुमागेसहोछानियमा सरकीछेसनासहीछापिएण 209911निपीएजवोलहळवा असष्पातारजनाबधतोमवद्रव्यथकान नानुरवीयर जननबधवोलाबरव्ययकाकानानुस्वाइमएमकवकमेव्यपानामुन तुरहिवर निधुवानएतलामारजेसेवन्याममेव्यातमनाले एच०प्तवानीवरेजारावा सेवेहम नक्षवा मवक्तवएर maraathaबासविडोजागहोछा.सेससुचडिसेहरावतवरावाणिवा बाप्रवक्तचनमममध्यवहारमनयनेमातराचुवीय। घातानिनामेनेनेजम कोलभावतेविघाऊ३ Tinववारळालविश्वाश्कयर मिनावेहीका.किंउदएजावेकडा) वसमियजावे। नायकनावे खबपसमिक नावेधा पारिए निकभावि सन्निपातनावे सामाविणधा २५ निश्चय मििस्तकाएरिकनी। खाश्यनारखवसमियनावाचारिणानिरभावपसन्निधाश्रमाचेवाऊद्यानियमासा परिमादिनीवरिणामिनिपनो केविलव-कन्यजनग एन्एाहाहानगमपचवदानुनाया परिवानादिनीवारणामानवनाला सवयवतमा ३षणनित्तनथीए०एनयनानु अपलमजजी। ज्यानयनमसर पारिवानिएनावेहोछा॥ एवंटोन्नविता एयमितोमववहारालामाणपुविधा अनानुहवीहव्यअवक्तव्यए ३माहि वाघधमवेबीपप्रसाण द्रव्याधी यतिहारबतिवारे प्रसा सामाणविद्यालयमवत गवाण्याखाहयाहाचलसहयाएछडपए यजालम्ल्पवकिएकोपथकाल्पलाघाचनसार होगी ऊतकरीशतिहा। ल्पलता घणानुनसरि कारकविसेवाधिक या तरकहेब म: १७ सहयात कयरेकयरहितो काम्यावाबऊयावात्रुलावाविसे साहियावा । गीयमा Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ही धी पच-तमहव्यहव्याकरaeकामनानपार्थविसे बाधि सर्वथकाथा नेगमववहारमय निम हातलेवनहेरियावधछोझासघला प्रवद्रव्य कतहथी सबलोकारmमववहाराएंगमावतारवादबयाए विरवडयाएविसे साहि । आनुरवाव्यत्याचा अध्यातगुणा ! मयिकीयोमानेगमववहारनवन मनान्नलवा द्रय याईपुचिरवारवयाए सखेद्यागुणाश सवलोवाणेगनववतमालाला पवयमश्चिकैसे मासेजेसलजमातीरत्तेजना प्रदेसन थामवक्तव्यय तथा प्रात्तववादपत्रहसा प्रदेश प्रनेको छ । गवेवासुरसा थाना प्रसाथै विनाविक अरेसजस सहीदवाईचएसहयात्प्रधएसएसववरवाईपएसध्याए विसातिगात्र गवेधी हतियार । अनेसगुणा 1 धिप्रसार्थमा हेमा हेमल्म सर्वयोमानेगनववहा कवकही । मालविछाम्पएसहयाएअरपतगुणावपएसध्याएसचळोवाइलेज नमनप्रवक्ताहव्पद्रमार्थमा वेवीलति वारेमानुर्विद्रय अयार्थ प्रदेसाउलाने घधिएकहोगा। मववहाराणावत गवावस्याएाभणायुधबादचडया परासयास प्रवक्तहव्यार्थथकी विसघाधिकतेहथीनप्रसाथै कोषादिकधस्थकीत्रानुक्षवदम्पाथे वक्तव विससाहियात्रापश्चताबारचिएसध्याएविसेसाहियामापyaदहाश्ता सध्यानमारतातहन्यानुनावहध्यमामासाथा रेसरियामा असमुहातातलानावेजअनंतनअगसरसबेतमा RSSमा अर्थ । त्याएसम्वेछागुएा ताश्चेवपएसध्याएकाएंतjासतानागमे Easter Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मेगमयचा लेप्रकलमेममयवहारनयममनाकामा० मनुक्रमनीसिहयातीचमाह सेन्सबकोणतंसेसंग्राम | संप्रवनीजानयमीमतानुलवकही नमत्तन्यनाथमनिधीजयानुस सविस्तु अनुयो सेतअणु सेता गमववहापाल अणावणिहियारवाली बा'सक्तिसंगहस्सप्रणीवर ट०१८ पंपाचनकारी लेहबामछता अर्थचनीचा नामावकिलिकहिटर। रुया लिडिया (रवाणची२॥ पंचविहारलतामह पयपरुवालयोनिंगसमुक्वित्ताया जेनासानुब्रतप्रमाणेघालूउस माहितसमप्रवत्ता सेकास कार्यपदमाघकच तिकी समवन्तानसमाञ्चरमाउदिमाहोमनामनवप्रकार अहनपने धमतर त्याबद्र लगावदसण्यासमोयारे लगानेसकि।संगसाहपथपरुचवल्या तिपए विप्रोसीयानानुनविकही महालशिअनन्तप्रसीयाकोध कर जनजमानुपूर्वरानुसूची ०वत्र हल करपरमाणवोगले मीया सियामाणप्रवीजावागत । परासियामागुची परमाएपोयलेाणु बीरुपत वधतेलावत सपथ तन्ने संयनयनमत माग्यपदनीवरुपयायपक्षनीयापार्कि हनयनीमते सियामचतवएसेसंगहस्साहपयपरुवल्यासपहस्साहपएपफवणयाल किं सुप्रजाज एलिए हनय | अर्थपदनापपणा [ किं० स्यु | प्रजोजन संग्रहनय लापदनीय निमत पएल एयाएसंगहसोमहपापरुवणयाए किंध्यातायाएसंहगस्साहपथप जानुकीतनु । किंजईमथको तेते संग्रहन | जनुकीत अ यनमत्त बडु चाए फचण्याए नेगसमुकित्तण्याकीर | सर्कितसंगहस्स नगमानुकिंतण्या १८ Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मानुसूची अनानुदवी अनत ३ अथवाहवेद्विको कहियरममा जमीनुसूचीएकअनानुन . छिमालपुबी अभिवतवएमहवालियापुबीणा एकाएअहवालदिलाणु अथवा म. भ यानुनविनअनक्तवा मल-मनानुनविने कावरुन हवेनिकस बुवा अवतवण्यामिणाची अञ्चय गदवानडिआपुदीय अलापुची जोगीएकक हाथचानेमनानुनविनयापानमुकिसेनयनेम तकसेजामी ३ दिकसे नो मीकि वाहनयनो वङ्गवचनमानितमा तना कएवेनाशालिपल संग्रह जाम9 साल.था यवतवएघासत्तसगहमागसमुकितण्याए सगहस्सागसमकि नसबलीवक्रवचननावासंग्रहनयम प णिसंग्रहन-मनमत जागनीसमुक्तिनानाजान से मत-जातान्न किन स्युजोजन माकिज तणयाए॥किंपाय॥ एयाएसमस्मभेगसमुकित्तायारागोवंदसणाकिरी से किंधुतसंग्रहनयन जागा नुदेषासूतन त्रिप्रदेसीयामानु मरमा खुकानाठवावैप्रदेसी कहपूवाल किं सगस गोवदसण्यातिपएसिप्राणुछीपरमाणुषणलाणाएषुधीरुपएसी छत्तेमवक्ता धिकमजोजीनामाहवाहे पंचम घरमाणुऊलामाबुवा अनानुरवीत य३ पटवाविप्रसीक निते यावत्तवरामवातिण्यसिया परमाएकोयलाहाबाच्छीयाप्रमाणुप्रधीय अथवाशिनसीकचरoक्रनेजामियानप्रहेसियमानुपूर्व जामवा. मधवापरमालअनि वनदे सीकबंधतवेमानेवप्रहसायोप्रवक्तबएमसनले महवातिपएसियाए॥ रुपएसियारापुहीया श्रवत्तवण्याबस्वापरमाणपत्र मत Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रदेसीयोवेधते प्रदेसीबे आनुप्तवी । अवक्तव्य अथवा हवंत्रिकसंजोगीएकभाषा अथवा त्रिनसायधपरमाधुऊलने प्रह पएमियाएलबीएसबसवण्यासहवापिएसियपरमाणुपोयलप्यारूपएमि २०१० धनुक्रमे नुहवर अनानु। अमकवक:यूथत्तानाजानुवाद।पथकोणते यहननेनेते का शाएमाणुबीयाmपुचीयवसवण्यसिसाहस्सागोवेसया |शकित गह सहनमा समभारत सपहनना मनार संप्रहनयमानुरवीहव्यकिहासमा माउवायनेविसमवस मनानुसी नानते नमतवतरवरतर वरन सासमायरिसाहसाणुपुबिरबाश्कडिसमोयातिप्राणुयुविएवेहिंसमीयरंतिलालपुचि दयनेविधे समवसरेवरती अवक्तव्यहव्यविमेसनव तर उतरक मानुर्वहिपने भानुमुवी नोमा HINहामनेविषजसमययतरपण नावनी दहिंसमायोति चितवदहिंसनीयरतिमाएपविरहिसमीसति ॥नीयाला वानविनसमायनमा प्रवक्तव्यहव्य नेविानसमाइनमाश्म यानुनी प्रवक्तयन एवेचलसमाच यावलोक्यानसमाए पुविरहिंसमायति। नोप्रवत्तविदिसमीयरंविएवेरनिविसयण समोय मथनसमवत्तारसमा थकाणने मनुश मतको लाप्रकारेल परयो तदेवाने बतायद ना पाया। तिसतशमीर॥स कितालगी वहिपन्नताती सत्तएयपापणया। धनानमावि०मानुप्तवादियकैसले क्षेत्रतर कत्तलाकाल कालैमाता जागत्यानकेतमीजाजी कोण ल हतकतबुनकर से रह कानावेहोसयहमयम अत्य "वत्ती दछवमाचवित्तकमाए ॥ कीलीयअंतरंजातजावण्यावरुनधी Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मले मान-सनेमामुत्तविश्यकामकलमबउत्तरकहे एएमटोअमान्नुवन्मिवक्तव संग्रहनयने। यी नियम एवेषणनिश्चयब मित मनाना यूबिहव्य साहसमाफपुचिरचार किंगछियीनियमाप्रशिएवंदशिविसहस्सन्माणुपुधिरचाई किसुसंध्याताळाव्याना नेतान्तरकसंध्यातानी प्रसेव्यासान यातानी पसेव्यातानाशान शिवशक C नसीही मसीह Hoखियामावियाइन्मिएंतानीसंविद्यानोमसंविबाद नीयतानियमाय संशहनयनोधणीजटा पमटीमनाविषप्रवक्तव्पनी संग्रहनयनेमतेसाहनकत्तमेजारी किंस्त्र प्रणाममान धणी पण एकासीदगगमनावीहव्यलोन्लोक क रिम्सी। एवंोनिविसंगहस्सापालघुवित्वाइलोम्सकनाजस्सकनारी सपासमेअमिहीर अमेव्यातजनिक क ब में पलानापरली शविही. होगा किंसंविधानानेहीघा असंवेद्याश्नागेतीधा संवेधसभामहोना। सम्वेछ लानेभाम । सवलोकनेविमेक उत्तरकले संपत्तमेनागोनर प्रतषनुदानमातमा सर्वलो नो. अमानुप्तवरयाकनरनाळेवाष्पातानागना मनासलचासचलाएलीकानांतरवेघेघरभाजहन्छ नीमखेखाइलागेहोछारानीरिक सिष्पाताजानविष घणामसम्माताजाने विमेनहर निसिलीकन विज्ञ सममनाववागवक्तवर नही चिलासर्वत्नो कनेविग्रेकर बेसनामुहागनासंस्किसनामुहीका निधनामवलीएडीखाल्वोनिविसंगहस संथहनयन मान्नुहुथ किस्स ष्मातभा फरसा घणासष्यत्तानासफरमर वषायसष्परता नते नामकरस या विस्वाश्लोगस किंविधानाफुतिमवेम्जाशंकुमति सिरिजोरी Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उषाकाला सवलोकफरसर उत्तरकहर नष्पासमोनागफरसनही आवचमवनिपेनि चएक भाकिसaप्रसस्कियभारी कुसतिासचलोसाफसतानासखेसारनागफसतिजावनियमासव .. लोकफराए०एमदानामचन्नवक्त साहनयनमलेमात्रामनामका कानकीकेतलोकालहाश । अपेसिबलोकनेकरस रहरमानुस वा समानुशवाय एमदारहजतमा नयेहनयनोधी दातागभनही एजे एकत्रोग्रास्तिती कही लाजकal[वोतिविसंगरूम्साघुबिरखाश्कील किवचिरहो सरसा ए०एमदोन्मानानुसारकावतमामपातकालथा केतलीउतरनमातफनधी 3. एवणी लससह स मनकका कर एव०एममनान सवडा एवंदोलिविसगह त्राणुविरवातरंकाल केवचिरहनाअतरं नापिलमातफनथम सहमयना मान्नुझावय। से० सेन्मानानुतविमव्यक्तवएकनमेमागे कि सब्परता जाकर एवलिविसंगतमालपुचिबार [ सेसेरवालकस्ताहाकारकैजनाज प्रसंध्या नमेभान धापरतानागही होयाविनामेहोछा संखेनागेधुहोछावोसनानसहोडीनो में घलप्रसंध्यातानागही उत्तरकह सम्परनमभागनमसष्पाताहाश्तेएलामारिजेक्नानुविनिम्नीयश्लोक नेanाराणा मिजानकरघणासमानानागनानाधणप्रसष्पाताभागनऊ वयमातानिजोमानुपर्विासमोरील विद्यश्नाहोद्यानातवानगिहोछानामवियनासोछा। नोवछ। युनएकोने व०मानुनर्वित्रवक्तचा संग्रहभयनामा कामगि निश्वर रामने विष य लासे पन्द्रमनेत्रिनशमनी 1 दी । सुहोछा नियमातिनागेहोछावरोनिविसंगहस्सन्माणुविद्वाश्कयमिजागहोछा। जयन मत्र TOTA ||70 Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मन पारित्रपरिणामियरिणम्पाएम०मनाहानावकयएमल्पकत्वनीमा। संगसतेन्समा पलिसानीवारिणामिक संग्रहनयनोधणीद्रव्य३नेएकेको नुप्सवाअनानुधी मानीमारिमज्यबकत्वनहीम० अनप्रवक्तवएकर नियमासाश्परिणामाभावेरछा एवंटीनिवि॥'अव्यावरुनधी सेतअणुगम तेण्यहनयनमनोयमनिधीद्रवामुमते ने०ए०अनावमनिधीद्रव्यानुसेनाथ १६ पूर्व सैसला सेतःसगहस्साणीपिवणियाछापुची सिर्तअतीवलियावाली सेकंत कोलचनिधीनगरनुपरविउपसनाचमनुक्रमावावाप्रकारे IRनिधनानुक्रमि श्रीगुलनाकरिमावीले उतक्रमीप्रकरिडव्यस्यावीश्यलेउयनिधीद्रयानु चप्पोतेदेवा गतिले१५०हापडानुमवार एवेधात्र वजिलियावाणीविहापणतातेापुबालपपळागुपद्धामपाणुछ सकिं न्पत्तनोमुतवरतरकर धमास्तिकायाहिकमकनेकडिएलजी वाक्तीकॉगला थकोहराबुगमवीध धममितीकायअधमा स्तिकाराजानीका या स्ति का एक तपुचाणुची धम्मछिकायाप्रधम्नछिकायामागासचिकाएजीवादिकाए पोयल प्र०काल मण्त । युिर्विप्रथकणपकालपुऊपजावास्तिकाए श्री खानुस.वासकासता का एल्म विकार समयसतंप्रचारधुबी सेकिंतपबाणवी अंधासमयजावाधम्न जावनधास्तीतकार नरपानुमायकोणतेरवनुिरविताना नुदेवी३ पनामूवीएथीनले ए०एचे०निश्च बिकाये से पानी मेकिंतपणापुवीन प्याएचेवरए गारमाए। एगुत्तरिया २९०एकमादिए०एकमतरराका तोगकहतासमुहातहनिया० धामीजेसेठी श्रीममाहिर कीचधीनसाजइएकिहालगि) एपिएखस्करकहननोन्यामाहो माहिश naगळायासेटभन्नमन्तभासा६रुवामभासकीतेगुणिले किम NER Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अभ्यासकरीगीतकिभाकावन्नीसच्चाकचोवीसअनेचोवीसच्चावाससम्म१२०६ परुमातेलापूवनिर्वा पक्षयाएसमध्यप्रथमरूपतएRIBाछापा (मानवनुरुषाखाचार/१९एयदाकदवावला नुहाल्नान यसष७१८व से ते०ए०अनामरवित्रअथवाअवनिधीकादयानुक्षवविणप्रका) वर३ कानयोसितणाणधीमहवप्रवणहियावापुबानिविदापन्नताातेवालापळावी। ०२१ साथकोणतेहवभुिप्तवीर परमायुऊल । बेसीबंध विदेशीक जावतहसप्रसीक प्राणवी सक्तिहवाली परमाणपोयला पासिए तिपएसीएजावदसपएसिए सेष्यातप्रसका असं यातप्रसीकर। अनेसनहसीक । स्वनिझा अथको एपबानुह प्रवेअपमारासविद्यपासिमितवएसी सत्तेपुछापुछी कितपबाणुबीन सनतनसीक गठपातप्रमीक। संपातप्रमीक जावतहसमोसीकबंध जावसपरमाणुपुऊ सातपएसपसरवेझपएसिएसविद्यापीए सिराजावदवस परसिएजावपरमाण सतत्पश्चामुष्ठवा अथकाणअनामुप्ततनिध्चएए०एकमारिएएगळसमोहत्त कोकावधारतम्जावतमर्मतानीगाहतहनेवा चापले सतपळापुचीसे कितन्मणाणुवी।एयाएवएगाश्याए ॥ रयाएजा पानीयो.सटिकहिताणीतेश्मनाभापाराचा१० गुणातेअनंतारुकनाजाथाश्तेमानेयमापहवा मादि समानासैमाताजावतमनेसामानली लेमन्पोनमा भवतिमनिषश्वासुरवाएपसिधानानु aamasranam होमाहिकप्रन्यासकारातला सदिएअग्नमन्ताभासोरुपमाफपक्षा एवी से यमनामुप्ताअथवषनिचिनमा प्रयत्तहव्यानुप्तवासरालण्वप्रकारचन्ह सी मायकोराक्तक्षेत्रानुवर२। सवतियाहियारवाणछ। सेतदघाणुपुछी । मेकिंतरवताऽविहा पन्नता वा. Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नेपाहेपनिधीकार मनोपमनिधीकरजीसान्तेपनिधीकामात तिहासा जाने माहिर थाववी सा तवबिदियाए।प्राणोधणिहियाएजसाध्वलिहियासाहप्पर ससानासाना कानीवमनिधीमत्तेनेप्रकरिपकवीनामव्यवहार एनतिमाको अथकानेगमपचपहार२मनाप काना सं० सेयह नयनमतेवीजी२. नयनमत दिक गोवणिहियासाविहाचन्नता गमववहारासंगहस्सघसिकिंतरोगमववहामा प्रणा चनानुसार पेचप्रकारेषरूपी देवा व रती परुपणा जागानतिमिर वणिज्यिाविताएद्वीपिचविहापन्नता न हपथपावपायास कित्त नागानुदेवानन्न समवनारसमानुमाउनुगाम अथकावत अर्थपदनी वा २ विकासन पायाचा सहायासमीयापynसिकतेहपयपकवाया/तिपतसोगा। -सने विधि प्रवाहिरह्मीसम्मानुष्ठवीजावतमसम्परताप्रम दमनी नोकमाहिपेवेनहीएक पविहिरह्मोत्तेक्शवानमनत्तामाकामना मारामप्रहसनविरला ते एक मनानुधीर हापुच्छीजावासरवेअपएसोगापानीएमएसोगादे श्रणाणपुच्ची वेमाकामप्रसमेविषयवगा सिविल लाकासखामाधलायनेधलीन्झानुहवीकहाजावत हिरह्मोतेवन्तव्य हेसनेविचारप्रवर्ग असेष्माना-आकासप्रश्सनेविषारनं पएसोगदिश्वत्तचए निपएसोगा ही।मायुविजावन्सवापासोमादा वाहनाधलाइ एककाप्राकामप्रसनेविबेजुताव नाकासप्रसनेविषेत्र अवकवर नेवलाअन्वीकहानवालायवाजव्यतधणीमानानुस जुहारमनगा स्याधनव्यनेपाली प्राणघुवीउएगपएसीगाटाणाणपुछापिएसोगारामतवया सेन्तम Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गमन हारन अनमत श्रनुयो वदहमा ८०२२ धव‍ना परूपलाए नागाजी समुकिला का जे | मध्यको पाने नुव न वा ॥ किं च बहार २ • महमा खेता लुपुच्ची च्चाई ॥ कि०सु वव्यहार नय नम ते समु किता हि करश से किं ते लेगम म वचाएं | जसमुतियो | चिलुवुची ि अवक्तव एए निमजे हडिड भागाका तिमज्ञ दिनानाला टनल अनुश्वन २६ क्षेत्रीका पूर्वी एनलीविसे न देना नातिम लालुपुच्ची । श्रक्ति एवंत हे वडि । तदेवनियī [नवरंग नालिया तव भागानु देवा ० मा स्थान के | से०प्रचको ते तु | मात्र काचेवरु तेरे बाबत्तापनी क पुला गोवरेसला तहेव समीया राय । किं तं श्रणुमे २ नव हिपन्नत्ते । तं । संत अषरुव ला गाथा होनेनमथ व्यहारभान मते क्षेत्राची प्रय जालवी 'T किं० नथी उत्तर निममा एव ૧ गाड़ा) किंभविन चिनी याचि एवं निविहोज से पता संपता नेता हमारी प कम ая चकबर चलने व मासवड्रम प्रहार नयनम ते उतरक संपतान ही खेता नोसरखे झा नेगमवव हारनयम श्रीम लोकने के तले भा मत इ ऐगमचच हाराएँ [ श्रापुविद चार लोगस्सक २२ महारा] डुबी हबार किस खिझाई || संप्पतालो अनंतान थी वा का का सामान्यसंध्यात श्रसंखे। मो ताई । एवं दोन्निवि नाथपनी परुपा ૬૧ या एएम वच द्वारा नानीच्या पथ पहुच या ए बेन्ना Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किसुनसंध्यान मे नागे कायरनमेभागेर घणव्याता नागनेविषेक असेपानमे बिएाभागले स्नागेहीछा किंसवेन्नारोहोमविश्भारोहोचासिंवेडोसुभामुहोबाजारवबे विग्रेक | सबलोकनेविग्रे हो करव्यमानी लोकसंख्यासमेनार । असंध्यातमेभा क सुनागसुहोवासवलोल्होबाजरपञ्चलोगासवधरजागवाहोछा त्रिवेद्यसे घणाष्पाताभाविबेहो३ घणास ध्यातानासनविकण्टेस अनानुविनुवेटेस उनोसवलोकमेविकाकेप्रसान्मवक्तचनाननो३ भागेसहोद्या सेवेछसनागेतामहीमाअिविद्येसुवानागेसुदधाम रेसुलेलोएवाहोद्या टेसवासचनीकमेविअनानुतावासदायहोरनापाच्या मान्नुपवितव्यमा कबव्यनिमहे । बरतातलमाटजेएमाप्राक्षी निधने सर्वलोकने विजेऊर मनोममानवाचतवकहवा अनुभमुहवा अवतानाणारचाश्यावनियमासहलीरामायणहिचानवतच निम जाणवाल्तलहरलोकीकरमनाचणशिमला कालक्लनिमलहवनीयाचप्लवदिक३पकायमा तीसंष्पांसमीनाणेजाणवानीचरे गरवाणिजहेवहातहनियमांप्राणि फसगावितहेवकात तिहेवतिणिविएगवव जधान्य एकसमी तक अमष्याताका भा०घाइयत्राश्रीसरामनुहवीम तहन्नसमायेनकोस असंविद्यकाल नापादचापवसवाद्वायाणवी नेगमपवव्यहारनधनश्मत कालयकी। केनत्वात्तक । एकहव्याश्रीजवन एक समो दवार समक्वहाराणाकालकेविचिरहीतरही एमेछपञ्चजनाएकस क्षी नियमामलानापमानुः C Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्कृष्टो गमनवा संध्या काल ना० घाइमं श्रासरी नथीच्या तसे | एमाानुरवी व्य ० नेम व्य हार नयनेमते श्रनुयो मोमे प्रसंखेडा का ले। नाला। दबाई हुज्नतिर एवं दोनिवि ४०२३ प्रानुर्विव्य से द्रव्य के [ कि० [ से ध्यानमा राखेको क्षेत्रा नवी से नि० निरयन बही शाळा से ष्यात मे भागे तरज० जिम शनिरखा। संदा करना ॥ किखेाभागे । एवं लि हेडिस वाटिकनु कहि क्षेत्र श्री प्रवक्तव्य द्रव्यपण जागे एमजू सेवनन्य नेत्र संख्या त मे निम है ग है तना नानुर्विद्रवीद्रवा परिने संपातमेना ग तिमज जागरु वयच आहे व हात देव नयाँ प्राबीबा | यह वालिव | जहेवहेवा हव्यमनानुत्यादिकनी चहारनयन इमान | नाचे । होइ पूर्वी द्रव्य कोण निश्वयादि पारिणामियपरि सरापाळे पण स्तू परजालले नेगम महाप्राण विवाकय मिनादे हो । नियमा साश्वारि मिल्नावेही नाविक नित्य एम नानु सवश्वक्तं वनगमनवहार अनुरवी हम नाव द्रव २ एहवानथी पत्रादिपरिणाम ज नयन तर् द्या ॥ एवैहोनिविएएसिनं गमववाणं प्राणुविस्वाएं अन्नामुयुची हवाएँ प्रवक्तव्यङ्गव्य३ए३माहिइ व्यार्थेऽहमने प्रदेसाथ भरे सजु | द्रमार्थ । प्रदेसार्थ मा हिमालि कोल को एथ की परसडाएट्वा इएसडया एक यश को हिंती विशेषाधिकक्काश्कत्र्त्रधी | हो गोम सर्व थीयो लावल वारे चाणं यदबंडयाए । म थो घा परिक्षा अप्पावा | बक्रयावाला वा || विससाहियावा । गोयमा । सबच्चोवाले गनववहा नयन म ते २३ Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवक्तव्यहव्य इत्यार्थपानानुरक्दिया विस्वाधिक मानुप्तवीद्रव्य हव्याय रामवतगवानबहयाएमाणापुबीदवारंधड्याणविससाहियाप्रमाणपुखि हयार्थात संध्यालमा द्रयाच सर्वथीथोमानेगमववहारमयनमते अनातु चारवहयाए सखेडागुणादवड्याए (सवनोवार गमववहारालेमणाणु पुद्रम मप्रदेसाईतिहनाप्रदे प्रिवक्तव्यमा प्रदेसाथै विसेवाधिक नान्नु पवित्र - संन्यास म पुचिबाप्पएसध्याएमवत्तबगदवानपएसहयाएविसेसाहियाशमालविक्ष अहसाचारध्यातगुणा३ व्याथै घुमाथमिा सबछीयोमा नामदेववहारमा हो माह चार पएसध्याए सिरवाशुणाश्वहपएसध्याए सवयोवाऐगमववहाराणा मवक्तव्य द्रव्याच३१ अनातानमार्थप्रदेसाथसरिवक्तव्यूहमा विषादीकर बाप वतबगदवाधिध्याए लाए पुबिधाश्यवहयाए पिएसध्याए विसेमाहिया अवक्तव प्रदेसार्थ । विसेमाधीक ३ अनानुविध्यार्थी संध्यानगुणा वतवगवारचएसच्याएविससाहियात्राणबिस्वमाएरवेझगणाताई तहमानुप्तचे?-प्रसार्थे। मध्यासन सेन्प्रयासानुगममेलेपने मतनामनिधी। देय ला नेगमववहारनयन चव पिएसड्याएप्रसस्वागुणाश्सेत माणुगमोतेणे समयवहारावलिहिया कळे. Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रमुख सेनगते संग्रहमायतनगो क्षेत्रानुहनी निमयानुपूर्वि तालिमज 'चनिधी अनुयो वेतापुचीसहितमंगइस्स लावडियावताणपुची जदेवरवाणुपुर| सहेव ट०२८ क्षेत्रानुसविअयते। मंग्रहनयनमनोमानानुस।साय कोणते उयनिधीका क्षेत्रान निधी विनाणुपुवावि।सतसंगहस्सागोवपिडियाखेतापुति सितिध्वणिहियावेतालवी प्रियाले अनुक्रमेणियावनिष्ठवा बहनेथीकानत अकोलातेहवानुवर श्रीलप्रकारेवाडाचीग एनाकरिमावात तेवश्चानुसूनानूरवी३॥ निविहाँपलता त चुदाणुबी॥ बालचीलापुबी सेकिंर्तपुवायुवीर धोलोकत्रयकीसवानुनअनानुक्रमकही। सेन्तवनिह सेायकोणतेपश्चानु तिकहे त्रिबी यतिनबोलोक उईलोक वीरउद्दनौकश्लोक नहोलोतिरियलोएउटलोएसितंबाणुची सतिंपलालुपुची उटएली तिरिय अिधोलोक अयते पश्वानुनविप्रथाका अनानुसा३ वनिश्चेहिएको । ति लोर महोलोए । सेवितंवलापुछी। मेकितपणाणुचीमा एयाएवएगोश्यार एगुप्त कावधारसा त्रिलनामुमेजयाकरित्ता पामी करियल एमाहिथीवरुप सेण्यातनामुमधालामा मातामही ते माहोमादिअभ्यासाकीसह Pए विगिळगयोएसेदिए मन्नमन्नवासाकछा सेतापनी ग्रहोलोयरवे अत्रानुभवी त्रिपप्रकारच तते। चुवानी । पळानुसा२ (अननुभवी अथकालावनिह सुप्पा नविन ताविनि विहापलता तपुधालची पाणुवी पुवी। सेकिंतंयुबाणबीर 38 वर Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सर्वो माहो माहिमभ्यास केरी एवं वेड ०1३८ મી तमतमात्र भाउ जान सकरप्रभाजावत ३\४ पा६ मत थत्तेष्वनु सर्वथ कोलते या नुरवी मात्र नासात मी १६४३५१ रयणप्पा सक्चरप्यभाजा वृत्तमत्तमाभा सेतंषु वा पुत्री से किंत्तं च बालु पुची । तमतमाता जावतरत्नप्रभा यते कचा मुवी। कानुन एकत्रादिदे ए को को वधारतान सानमास मोहने या०यो ह ती सेठी से इम वरयलपभा सितंपळा पुची। से किंतंत्रा लावी एयाएञ्चैव ॥एगा श्याए । एगुप्तरिया ए ६७ हने 1 एगुली ए ५०४० था रत्ने माहिप्रथम | त्रिलोक | वार्षि सत्तगत्तगया एसेटिए कमल भासोहरुले सेतंत्र लालुपुत्री तिरिधली ए खेता एए युवी त्रणप्रकारेण कधी तेले बा पुर्वानुषुर्वि पचानुपुर्वि श्रानुपुर्वि | अथ कोलते नुवा ३ तिविज्ञापन्नता वालबुद्दीपा पुची। काला लुबुवी। सेकिंत बुधा पुर्वी ॥२॥ दीप लवण समुह धातकी काली दुधा बरदीप द्रवरुणीपत्र रदीप जीस मह१० घृत तं ॥ जेहदी वेलवणे) घाघरे कालोय करा करवीरघथाय नंदी| अरु एवं युषरसमुरूमु रसदीप रससमुहवर्धन हो ही नेशनल०२० याहि वस्त्रपट प्रमुख मुब समुह १६ का प१पक म० नत्र उपल सोमवे सकिल पद्मयीविका कमलप्रभूषण रेयानरलगंधे ॥ उप्पलमेय युवि निहि स्य चासहर ग्रंथ वनो नाम नवनिध 9 पर्वत ते हेमवंत पर्वत व झ १० राग ११ विजय क १२ चा पर्वतवत सकार प्र१३ के धर्मदेव प्रह१६ में रमे ५घर नाजेतला नाह a हरत्न प्रमुख १० हटना २०५ दहना विजयावर ॥ कपिंदार |रुमंदरमावासा ऊफान खतवेदन Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समुद्र से सजने नाम संख्या ना श्रथ व कोल धरना जैन लाना हा १८ हरीकेन क्षेत्ररणा २० चंद्रमुनिजेन ला २१ नाम २२ व०ट्री ० १ ० १ तदीयज्ञ समुद्रतीय समुद्र १ सय नूरमल दीपस मुरला समुद्र एप नाटके को कानुयेो यदेवे नागेजवे ययमन्नू मलेयता बुच्ची | से कि ते चबाएपुची / संयन ८०२५ | नृन्तद्वीप नूनसमुद्र जाबत जे सही १ | अयते पश्यामु ही से प्रथको सं०ते सन 1000 निशा का m ए० एके को वृधारता ० त्रिप्रक० a मा० मधे जय जाचही वे । सेनवळापुर्वी । सेकितं प्रागुपुबी २ एयाचे चलाइया मोहने गयाय होती त्यमाह माहिभ्यासकरी गुलिसे १२ जान पर ना लगे लि ए से काथाना कर्म माहितेमध्ये प्रथम १२ वीजी से नानुसीने न्याय चुक जे सेठि श्रेणि हने त्या यापार में था बैन ने करण नेमाने रुप वराजा पसलवरीप्रस Bi खिद्या एसटिएन० र दीप मु० २४ रुचकवर ही समुद्र हव लगतररिया ए रोचक दीपथावे तु त्वेकतला गास्पा टिकवल उत मनामत ने एक को नाम से पाता समूह से० माईलो कमी वा तेहेषा युवानुपुर्वी लालमन भाहरुलो से तंत्र पालवी उहलो ए । खितालुकु वितिविहा प० सं० पुच्चालु पु पश्चातुव a > अनानुपुर्वीच अथ कोलते समुद्ि मोक्ष इमान मननकुमा वी पालुवुश्री ॥श्रणाची से किंतं पुचा बुद्दी ।। सोहम्मे इस सारे मा महेद्र ब्रह्मलोक लोक सहसा श्रास अच्युतवैद्यक विमान हिंदे बनलोए लैश ए महामुके सहसाए । आा ऐसे पा ऐते । यार तो- चुए मचि हा विमा ले प्रथने सवनुभव अथ कीलतेव वा नुसती सपना मुक्ति जावत का तर विमाऐ इसाप सारा सेतेचा पुच्चीए) से किं तेच बालुवी ( ૧૧ अनुत्तम विमान इसी भाग मुक्तिस ला "सिला मेहिवक २५ इसिवारा जाय सो ३० नेपश्चानुपूर्वी सर्वभुरमल समुद्रद्दीव ( Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेमकिका संम्ने । मनानुवि से० कि०कोणतंतिमानानुर्वि३०एच०नि शेतीसेटिभ कोइए एकनादिरश्त्तएकेकोवतरणिले एन १Rथापा जाए पश्यन्तरनाaoसमहने सम्म) सेतंपलाएन्छी सेकितंत्राचण्याचवायए गुलरिएयाए) पन्तसगन १०११११२ १३१४/१५ एदनमाहामाह। अथलेवानानुहअथवाटपनिवेत्रानुशवा। गलियाभ्यासकरियपधेकपठलाममनानुरबिन गयाएनन्नमनशासीरुलणी कामेणाची प्रवचलिहियावेताण श्रीप्रकार प०५ यापुवान्नुहावपश्चरनुलाममा घुमेन्मथकोणनेप्रवनिना पहले। एकप्रसन्नाकाम ने पुची त्तिविहापाoपुच्चाणुपुचिपळाएकधुचीमाणाधी सेकिंतपूबाच्छी विश्वगाहिरह्मा । जावक्तव्यातपदेसाबमाहिना सम्मथते। क्षेत्रावनिक्षी यानेहव्य एगपरसोगादेजाचमसविपीगति मर्तधुवाएबीसेकित्तापनगणवीर मानामन्नानसंध्याताप्रसमजाजावतन्नाकासनदेसी मेम त यूनाथ कोलतानानवी नेविप्रवगा साजेहव्यविमेवमामाजेई व्यथा लामवद्धपएसोगादा जावएगपासोगाटतंपवावीमेकितप्राणवीर एएचनिएकमादिरावधानतमसम्यागस मुहनेगचाहतीजेसे०ीतम०माहा माहिमपा ताएन १३घायजावत्तनसंध्यरतात हने सकरीगुणी एयाएवएगायापागारियाएवअगायाएसदिन्नमम्नमासी पविधता मेघासम्म मना से०प्रता उयनिधी किनावसवी सेल्सयाकोणतेकालयीना अंनानुसूचि नुस्वा सुहणी सेत्ताएYधी सेतंउवणियावेत्तापुचीa) सेकितैकालाएबी२ Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वेप्रकारवरुपी उपाधीका मिनीपनिधीका निहाजेजाण्जे साक्ष उपनिधीक) साने थाप पाले नाजाप्ने नयोहिविहायन्नन्नाानावणिरियायमगोवाणिहियाएतनामावणिहिल्यायसाहमाजासान्म ao||मानअनोचमनिधीकासासका । भगमभनगर सहनय नेम्ववहारनंयनमते निमजमाचप्रकार २परुथीततेकडे नयनमा भमति२। एवाणिहियासाइविहापलताता गमववाहामाला संगहस्सा लेगमववहारातहवपंचविहाजार तात्तचितासमबनीस्चितिनाद्रामसम्पाससमा बितिभानेहव्यता स०एक-समयनास्छित्तिनानेमध्यसेवेसमा व्यतत्रानुवर घनत्रानुहबर अनानुहवी नी तिसमयहिश्एमएश्वा जावमसवजसम्मयजाहश्चमाधीएसमयपिण जितनाजेद्रयते । अवक्तव ति निरसम्यता मालाहयतवण नव निविलासमयनीस्जिनिजेधाव्यत एकसमयनीस्वित्तीनाले अनानुनी लपुछीसमयडिशावत्तवातिसमयडिसीयामाची एगसमयविश्याला एबी वे समयनीतिमीनुलेषणाद्रध्यमेवाअव पणेनेगमपक्वहाररनयमाला पहनीचपणा एकिष्मजाजन उसनयहिश्यामवतव्याल्याएमवहार पियपचयाएकिंवजयी समुकिन कीमसेन्मथकीलनगमवन्पहारनय जगानासमुकित्तभिा । प्राप्त ते निमत नेगसमुकितणयाकोवा सेकिर्तगम ववहा । नमसमुकित्तण्यालाकियाल युद्धी नानानाराम नामवक्ता तन्वेनिश्च वीसमागाजालाच ए०एपीए नामवव्यहार२ नाभानी रवान नयनमत समुत्का लायुद्धी नियतवर तंवचीसेनेगालेयवा स्याट गमवाण नंगतमा प Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मत्त तनावमु प्रजाजन रानातानुबाह कति समय काल नामश्च नावात चव्यहारनयन कितणयाविपउँपवर्णाजगोदसण्याकिर सेकिंतणेगमचवहारो नंगोवरंसलया 1.तिभिसमयमीस्चितीमाभ्यहने एकसमयनीजीतीनाजे मनानुष्ठरकहार समयस्वित्तीनाजदूऊल मानुप्तरिकही पुऊलस अपक्तचकहर१ २[ तिसमयहिएमाणुबीए एमसमयहिणाणुचीसमडियाएनवतबर हापणतेजामीवाचजहावीतबथनानुदेबाक प्रथको हातसमवमववहामनयम अनानुवार क नारममावान जनते एविसीवेवामी सेतीवेक्षणयासक्तिसमोयरिगनववहाराणापुच्छादवाश किहासमायव किं०स्त्रानुसावनव्याने समाधभत्र मनानुहवीहव्यनेविबेनसमा यात्रानुह विनेलवान कहिसमोयाकिंसालपुचिरवेहिंी समीयातिापुमालाएपचिरहिंसमोयरति अव्यभावसमा अवतव्यज्ञानसमाचार ह.कोनावावक्तव्याचापीला वसप्रथ सवनात्रापापणेस्लानकेसमा समंवसारसमा मानुयुधीरबेहिंसनावरति नोनयतवद्धे एवंहानिविसहालसमायति सनोबारे मुसा म सेनाकोलतेननु नवप्र चप्पा तेवताचदनीपरुजावतअल्पवानेगमबहामनय जना करने वाले त्वएम . सेकितअणगनेनवविहन्ती तसित्तपावरुवल्याजावमणावकरोगमवहाराण प्रशानुन किंषाप्रबननथानिउत्तर०एमटी०जनानुस्कूिलपानेमनवमहाजनय विद्रव्य कहे निश्नचिहानमत आणधिनवाईकिंमलिनविनियमाननि एवंटोन्नविणशमवहारामाणुविरबाई व बरसनेवि Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मातविय किंतु संध्यातास ध्यरता मनाउनकहसब्बा नानही तमन्न ज्ञानहीअस्पध्परतावाने नात्रुही नयोकिंवद्याश्नासंद्यारताना विद्यावाविद्याश्नोग्रताराबंटोनविण बावक्तपएचल मानवचहामनयनमत ताकी किं०ससम्म मनाकरवीकद्रव्याममातम ट०२७ मतपरनाले सत्रानुहवीमव्ययन नेजा तर ELEसरी गमवयहागाणे आणुयुधिचार लोगसविखेचरलागेहोघापुना राजस्वपमुच्च संखेछ कायरनमेघशामध्या जायजावतदेण्टे सेरणीसलो नावात्रामा निशा सवलोकने एक ताजधानसख्याताकविकेन्मथवाहे।३ए विधुझ जागवाहोया जावदेवालोएवाहोछा नावाखापाचनयमासचलोएडोद्यताए नानुरविनमानुप्रवीमायरत्रानुस्मादिकना मजलने पयहारनयनिमतमा एकत्य प्रवक्तचर एप हमस्परसमायण त्रानुरूवाध्यकालेथकीएतलोकालहोरह वरनिविपस्वकसविहालिगमववहारामापुछिद्याश्कालधकेचिरहो मेर नम्मी जघनत्रिलसमा उत्कृष्टयासब्यातोकाल खणाच्या प्रासरी सटासहमवक्तवह यन पच्चजहनीतिनिसनया की असंखेनकालनासारचाज्ञ पाचसहायतब पुकद्रया अद्यन्नन तक्रगेहावसमायणायग्रास सहाश्यात्र रवाणुनाएगंधाचामजहबमफकोसेलोसमयानापास्वारपासबदर नामववहारनय भानुहवीहव्यमा मातएकालया केतलाकालर | एक आसीनेधल नमते हर म लगाववहाया माछीरवाला निकालकेचविहो पाचजहन्ने Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बी एकसमा उतकृष्टी०वेसमा नाघणाहय प्रात्तकमया लग्नामधारनय आनुसवा द्रव्य नमत नेविबे एकसमयावसेणे होसमय नावास्याश्चमुञ्चनकितालेववहापाएगेमलाछी पुत रकम पायास जघन्ल| दोश्वेम उत्तक्रष्टा अप्परलोकल घणाच्या माजरा यहो दवाणपुलाएगेस्ववचजहलेलदोसतयारकोसेलममाविककालणावादबाईपमुच पिवच्यहमनधनभतरक्क्तव्यहमनीलाकर. I एका वासी जघनएकसमी उनक्रष्टा सहाणेगमयवहारामधनयवाणेपुलाएगदपञ्चजहनेलासमय।उकोस कासष्यातीकाल नयणाजव्यमानाथनगमरवपहारनयममतअनानुरविनय समय तीअवेधकाला नागदापछानचिसोमववहारमाणविदबासस कतलमानहोममा उतरकह निम-क्षेत्रानुनविकालानुरविचल तिमजसत्रामुहीनीयरािजतन्त्रा निमजावूपलान्यवरुवपणनतिमा हिछावाकरनाहानापुलाजहणेवताएपवियभावावितहेवारणावरूपितहवनेयवसत्त नुनविनचरजापन नथनम मानोव कालानुरवी समाथे की की तंगते संयहनयनमतअनी नयतनेगमपवनहाय मनिधी विराभववहापातामणोवर्धारणस्मिाकानगुपचासाकसमहससाणावपिडियाकाला कालानुष्य जहाषेत्रानुहवी | स्थहनी तिमकालानुष्ठविधानलबी तलोचिसय समयाहिस्मिति एपछि जम्वेताणुयुबीसंग्रहास | तधाकालापुछी । विनाणिवानिवरहिन ने Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाठकरिनो जात से० अथ तं० ते अनोपनि कालानुर लते 303 निधी कालानुर्विद्य ममिषे का लानु ची वीं | थापा कानुयो भिलावी जाव 'सेतं णो वणिहिंयाका लालुपुची। सेकितेच लिहिया कालावतिचित् पं० सेनमथकालते प्रतिवस संध्या समय यावलका तेहनेत्रा समोरवी सुक्षमनिर स संख्याता मावल का एक सानो कुहीएस समय न्यावलिया सत्राला पा मा सरि११ तीन एकप्रयन ८०२० कारेपपदे पुि श पानुपूर्वी नानुव सं०] [[पुचा पुच्ची व वायु बी । कमलापुची) से किर्ती ॥ केनोपस्ते कर्ती हो । १५ होराची | वैध-तनाम योनेल मुते ॥ होते । पखेमासे ॥ ॥ १४ वीस फम १०० वर्ष दस सक सी८४ लाख र्षक १० सहन हउस हा १७ च था ४ ला १ १० यन एकसंबर १३ पाच सचचरएक छरेजुडी ॥ वाससा । वास एम चोरासीर लागु कर साज ए २०२३ सहस्से । वासय सहसो ॥ अववा२ववव २५ एमकॉम ॐ उपला नि कुरु पुचेंगे । केहियेगे। डिडेगे ॥डे प्रववववे। वे पद्मा ३० पद३१ लिन अर्थ नीरा ३४- अजुन ३१ ननु नाम नीर पताल प्रज्जू साम ४० वापरा उपले उमेर निलि२॥ बेनिरे ॥ प्रकृत्त४१- लिलिक ३ सी अली काम ८४ लाभगुल सुनाक १४ एसिरप हे लक करिव ३00091093 पर लुब पलमलित संपाते एस लीज बेसिरप पडे एन लिए २ आमच्या विधान एवं सीसप हे लीया ॥ चूलिउयमे सागरोव मे हिलि का गधा सी पडेल काय चाल करिम हि एते षल्पोयम गल कहिब ४६ इस को कोल्पो १ सागरोपम ३० १० कोका को फिसा वसविली ०१० को को किसानी ती अवस या ने लागत का उस प्पणी उस्म व्यती । योग लवरियो । यही यह सच्चा से तं पुचावु बी से २० Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ते नागत मेली सर्व काल पर से० जावत समोल्कत्तेषश्चानु | तेयुवनिर्विशे० प्रथ सर्विसेय को ए7 तंत से कोलते पानु सर्विसर्वका मानुपूर्वी ए० ० निचे ए° एक अटि हेइ ए०ए के कोन धानता अनंतनाग० समुहने ग०पोशेत्तिसे टिश्रेणि ते इमाशा पा६१८१० जावतानंतर ते हन‍ ल किंत पळा डुबी सब | जावसमये तपव्वा पुची (सेकितं प्राबी २ या एचेच एाइयाइए अन्यामकरी ए इ गुणा पल्ले वेरु पठला करीयर सेण्ने अनानुर्वि | हवा | उपनिधी का अ०मा हिमा हि ぜ एगुलरिया एतायात मन्नमन्नलामो सेतं 31 मनानु पूर्वी. अथको लते 1 २ कालानुष्ठ | विकार [कवी ते देवा के ( हर्वानुमवि | पश्च काला पुच्चातिविद । पन्नता त०] बुच्चा पपुची (पता बुद्दी मला पुबी सेकित बालु एक समय स्थिती नापुजावासं पर तो समय ती यु०युर्वि | अथकोणतेच नाल से०त० ते बुद्धी | एगसमय द्वित्तिए जावा संखे समय हि भए । सततचा एबी सेकिंत खाली ० पश्चानुची | कोणते अतानु हव संध्या ती स्थिती नापुल | जावता सुमनी स्वि संवेद्या सभ्य डिइए । जाच समय दिइए सेर्तपळालुपुच्ची । सेकिंत्तं पुत्री २ एए एए एकमा दिदे ए०एके का वधारता मासं जावत असंब्परता से माहो माहि न्यास करीय न ब्रतानी हुने पोहत्ती से०श्रेणी तेम १२३४ पात गुली पवेरुपत्र एाकीजे तीना याधार एजाएगुत्तरिया ए ॥ अथतेनानु से०एतं पनि कालानु | सोहरुचाणी से तंत्रमा खुबी से तंउवणिहिया] का लाणुपुची । सेतं काला ए बुद्धीतः संखेषा एसेटिए । अन्तमन्त तख्ते (का०कालानु से०ते १० 1 पुची / हवाउ व लिहिया Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यजावत कीवातेतिखकशरिकनकाशाततातरवासीकसnoraनियमान Vवनियुपश्चानुपूर्वानानुवि सेग्मथ रिकनागुलामकरवानिहाप्रकारच०पकप्पोत० N कोण अनुयो सतिक्विसाधुवीजनिविहागताबापबाणु पुची सेकित तवनिरव रिमनदेववन्यजि जबलपईमान तनाथ जबलबहमान सेते एवभुिनबा सिमा किकी ले तेसुक्नुहवीय स्वामी२४ ईमानस्वामी पवाणुपुतिअनेअजिए जाश्वमा सतहवाणुची सितिपबाणुयुद्धीविहमाणे। पासनामावतरिना सेण्तत्ववानुहवा सेवथकोणासनानुएचे०निएकाधिएकएक संवा पासेाजाचधसना सेतंपबाएपुची सेकिताबी कोवधारताच०चवीसनागसमुहने प्याएवेवगाश्याराएतरि गण्याहत्तीश्रली धाबाचा०1११।१२।१३पधा१५१६११११/२०१८२।२३।२शाएहने माहोमा हिमन्यासकरिएगुलश्तेश्मालेमोन्तेविगहारने चाणलाने पाचेगुवा१२० नेपापु२०३मजा यापाचवीसेगया। सदिएअन्नमन्नामो करुणा सेवाएपची चिन गुलकरवा रुपतासे ने सम्मथकोणतगणाएRवित्रिणप्रकारचरूपातहापश्चामा कानानुपवितएउकितनानुपसिंहा एकादिकपागलीएते पाएनुिमति सर्त वितणाणुचीसतिगाणपुचीसिितविहा ५०० पुछापुची/पाणु अनानुष्ठवि सेल्थ का वुवनिधीक स०स००सहारसमहम्म स्त्र.०० ताव५०.००० युचीमालाची किंतहबाणुपुछी एमोट्ससयसहस्स दस सहसालचरसल पालाम१००००००को हमगुणमा लिदासपुर्वानुष्ठविसे...जावतपतेपश्चानुपवि निच्छएक कोडि५०००००००एसबीअथकीपश्चानुमानकोद्री१००००००° थकीला नाव प्राणि कैकोर्डमेतष्ठबी सकिती पाणुछी कोजाब एगोसतंबवायुपुची सितियार Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ले बाकी०कोहिनासमोहम०पोहतीस श्रेणी सहना से०० मनानुर्वि। मे अमाहोमाहिमस्नाकरिएगुणि०० वरूपउणाकिज mali अथकोणते पाएपछी (एयाएवजावकीवियाएसेहिएन्नमन्ननातीलहणी सर्तमागापुची स्वाननीअनुतवी प्रकारश्पकपा कहने बुनिष्ठ पश्चानुन अनानुवा । श्रथको वीवी सेर्तगणाणुसीबतिसंह पाएफतिविहा। पंत यु पार गाणा० सेकिंत) तष्ठवन्निविसमिविकदिसनालाश्रीतहामिपरिमालेविसेवाकारमाना हिनतान्योहपरिमाल हसवागविल्यान बागका जहसतेसमचोरसेप्यासनानपरिनियारवटा जेहनेतेनियोहपरिमाल करयाकारतसादा पूछा०२ समयचीरंसमापनग्रोहमालसा वामणवंयो लक्षपहिनसैबमारीजीतकरी अथकीततेपश्चानु जावतममचरसलाम सन्तयन्मनुमथकीतत समवयंचलक्षणहिनतेसै०६ पूर्वी ऊसस्नान। वि सतपुडाण एवमेकिंतपमानावसमचरसे तापबासक्ति अनामुपविएएमजावतानासमोततेपोहत्तीस०एतेश्मशाहपहनेमाही मोहिम पासकवीएलएचवलेहएचेलाको सेबरहिम लगाक० ॥ण्याएवजावगायोएसटिएनिमन्नमन्नासीर सन्ते ए०एअनानुदू सेन्ते एएसंस्नानुनीत्र से०प्रथा कोणतेसमा चारीनीमा त्रिलप्रकार वरुपात तुमची सुरतवि बाफे सेतत्राणाणवी सेतसाधी सेकिंतसमयासिनापी विविहा वार्ता घुचनुि पळानुरगनानुनाथकालवावुपूविश्वगुरुवादिकनुषचनासत्तहानीचसएएकाय वापसूक मिमिक कहि२ गुरुनो तकरवी जाउबमकही पुछापबा०मा० मेकिंतपुबा२ख मेबा। तहकारी सावरिया Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ IHAR नेम्बामावसही कहीकड़िवानी निवेधीपाटनस्तारमकामतेलाकहीरा लामाहारयलिला कलयउसनकायकायातालाanaमोककालबलिकाकनेक्ट पता गुरुतनिधयोस्तोककालबलिहठकाकवतेपठि साकनमात्रीनेता कार्य नेविप्रेरियाचेससहिक १०णा असनादिकबाजाहधनिषारुवाहकेजीमन्नतेला चहत्तानमन्त्रलाय मनुयो नसिरियामापुबलाएपडितबा रणाय निमंत जणवामेऊनहाराबुरमरलतेन्या समाधी सप्रकारे ००० संषसेदा०मापापणाकालनबसेरनेविन तेलतवानुनर्विाय कोणतेपश्चातु बे" ब णा |ववसंपयायकाले ॥ ममायानवेसविहाउ।। सेतेलबासेकिंतपबारे अथवा अनेरागबाकीज्यमकरी जावतश्बाकहीaaश्नान प्रथकोणते १० एनिश्चएकमावि नेजाताटिकमाएततेउवसमय १०९०ते पश्चानुवानानुचाएककधारतासानाग जवस पयाजीवजातंगासेकितणावीण्याएञ्चेवएगाश्यारगुत समुहने पाहतएमाधापा०पासकरिएगुणिए वेरुवाकी नसते तीक्षिण एहनेमाहोमादि तरियाए। दसगबग्याएसेटिए अनमन्नभासोरुरुतणी सेनालपुची सतं अमानुपुर्विते ततेसामा अकोला जावानुहर्षि विषप्रकारेपपी तदेवा पुपनि पश्चानुयुनि चाशनीमा नुवर बधि सामायारीमाएपबासकितनावापुश्वानाaविहा५०० पूवांपखाना बनानुल सेकअथेकाहनामुमक्रिउपसन्नीकभाव२बार सावधरितामिशिनिपातिकमा ५६० ते विलास कभावकनावउपसमाकाकनावपछवानमा सकिंतपुछाउएउवसमिगारवर ववसनिए पारिवामिएसन्निवा सेत्तेपुवाणु प्रथ कोते पश्चानुनवि। सनिवालिकनावजावत मेनपश्चासुद्धमयकीएत्तिमनानुवि उदश्कोववि घुछी सेकिंतीपबाणुपुची सनिवाएजावSEUसतंचबाणु मेकितअला। Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्वनिधोएकीकी/बनासमुहयोपोहतासेटिभमाहीमामपासकले गुणित सतएवाना वधारताजावत नितानस १२यापापहने हिमपाकाजश् चण्याएवेवाएगुतरियारबागयाएसटिएमन्नमानभासीहरूक्षणी सेना नएजावानुपुर्व सन्मानुशुविपसमा मि०मश्रकोण नानामजीवासनानादिकत्मजाव ती गतपादिकवमतिननसेचाबोल वापरिप्रवर्ततेत्तणीनामएसेट्स पछी सेतनावाणयुद्धी सकिंतगाणपछी सिकितानामेनामेस्सविपन्नतात कपप्पत्तेबासाइन्वेचनामलेगीएवोलोसिवोलकीचीजेपथकोणतएकनांमउसरकहा किमानकासनयतवपदा तनामरजावत्ताधाबाcिe तेवक्षनाम.बनामजकैकजीवन्मजीवा नामेचवालाएतेएकनारनामे जावदसनामभसेकिंचनामेनामाणिजाणिकापियार व्यनाबानाकिनामरूपाशियादिकनामजीवनपनामजीवमन्मात्माप्राप्तीसादिकपाकासनामयाकाम मततारा पथयो कन्चररस्पारिए नामतानवधा चौधंस्था परसबसस्प मारिनया प्रयाएनामे मेरेक तिवचनरस्वतयांएगेकगुणकलश्यारिजिम वाणियाएGटयाएंन्चातसमागमणिहसनामतिवफवियासन्ना। पिरषाएतमसोनाकैया सीधाजीवाजीवपरथ सम्प्रथल्कामाकीणतेवेना यरिषवानेकजेनामादिकज्ञानतकसटिळतसवनात्रागसतानरु नाम प्रकारेपफमा मकसहिनेवि नामएकवीसनावरूपीएतलेघाजीव प्राणा प्रमबतकन्जयभविषेवतेते एकनामीसंतएगनामासकिंवरूनामनामशaिan परिजमधएकमतरकीनीधनुनामतेलानेकाक्षरना। तेरेबारकपत्तएकरानाएलेनाभतेएकमा ममर्थकोणत्तएकमतरमामपानकनकरियरुप्पोतना पेखिसिए प्रोगवरिष्यासेकिंतएजखरिएकागजविहापाते। तेरेगामिलेकालजम्मथदेवीश्नी लक्ष्मी से०कानेकप्रक्ष अनेकप्रकान्तदेमाकम्पानी नगदेवाची वुधीनी नासएकाक्षर, थारनामा करुया श्रीधारासितावरित्तिभोगवरिपणे विपन्नतात कन्ना) Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जालना मामा से०ते अनेकानयानाम अथवाचेनाम| वे प्रकारे पप्पा तेदेषाने जीव नाम अनेकथा अनुयो/वी लया माला सेतमोतीमहवाहरवनामि) उनानिविहीपत जीवनामेय ४० जीवनाम | से०अथ कोणतेजीवनाम२ अनेकप्रकार प्योता देवदत विशुहत सोमदतल्हवा नवनामियासित्तिजीवनामेरामगविही पेतंवरतविमदीसोमहत सेन्तजीवनाथकोणतेन्जीवनामधनकप्रकारश्यरुपा तेहला घाडी पट वस्त्रको रथरत्यादिक वासनो सतंजीवनामा सेकिंतअधिनामिकालेजविदेपंडी पडीकडो रहोसाजी तावना प्रथनामनामलिचेप्रका परुमात्तबार एकविसपावित्रविसेषनाप्रविसेवनामत्तद्रव्य नामा वनाने अहवाहनाविही पन्नते कावसायप्रविसेसिएयाप्रविससियहवं विसंवत्तीलच्यातले सवनी धवलीनचिौबत जीवव्यानेविसषत । नारकी तिचयोनियी मनुष विसर्यजीवधानविसेसियजीवरचं विससियनेरउनिरिएकजीविउविमल देववली विसषीयोनारकीविसेबसे रतनाप्रथवीनीनारकी। जावत्सत्तमत्तमप्रभानीनारकी सोदेवाअविसिनेरविसेसियएम्प्यभायुधानेर जावतमतमापुरवीना चिखते । तिर्यंचयोनि विमेषते । घडीमा बजावत्तपेचे । अविसेचत्तएकेही 1 विसेसितिमिरजोशिजविसेक्षित आवचिदिनविसगिजी २१ म मन Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रधानीका विसेवा प्रथवीका जावत्तवनस्पतिकायानो अवमे एमेटिविसेसीपुडविकाजाववाफकाजवि प्रते प्रथनीकाश्योविसबते । सुक्ष्मवास चयक्षिो आदिएतनेअचयक्षिाएसमाजानेजाणवाए०एमसी मवासन्पयत्तिोल्पवयप्तिा एमारना सिमीजापतवकाविससिसुकमवायरपछातालगनेया॥एवालावा जाणवावाणीनापत्तीनानासानाद्रीयविसमतपत्तिो अपयति मतद्रिचोऽदीनाप्रयात १ नीवाउचायरानावनसवाप्रविसेबतेवे Elamकामविससीधेश्दिविसापद्यतयध्यात्मपद्यतज्यएवतेदि नागवेवेजालवा | अविसे धत्तेपेचेही । तिर्यंच बिसेषते जलचरथलचरचर अविसेष तेजलचर यचडशिप्रविसिव पविदियतिरिक्जोटि वितिसीजलयरी थलयरी विसेषतेसमुबिम गजामविसेबते समुबिम खयरी विससिमाजलयरो विसेसिउसमुन्मिोगाचर्कतिउपाप्रविसमाउसमी वि । पर्याप्तो अपर्याप्ती एमजिपा पया तो अपधातोजाण थलचार्य हाते निमी। विससिपअतध्यापछत्तउपाएगावकैतिज्यविससियलय येच 1 बिसे13 (चापर | उस्बरसपी राजपरिसब समुमि (जलि | पैचिंदियनिविस्कजीणिविसेमिञ्चप्पयरपरिन्नयपरिसप्पीय समुखिमानवई Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८०३२ वद्यावती अपविती ल्जागजाण अविसमा वम पंचेत्री निधिजोमियी। वियते चा यो पितापछत्तगउभागियो। अविसेसिवयरपबिंदियतिरिकजीणिउथिसेसिज समुगि गज खे पक्षिी अपयति न०एमनेटकहिवालावियते मनुष्य विजयते समुनिवतियाखयरपछत्तापछत्तनिउमाणियो। विसेशिधनगुस्सोविसे 1मधुर्बिममनुष्य । गमनुब । अक्षिते । समामि । विमेय पर्यानोप les समुखिममणुसोयांगभवक्कतियमएस्सथ विसेसिउसमीनिमाविससिापद्यतन पनि कमविसेष | जमनुष [क्सियते । कमन्नति कमभुमिनो पचनाप्रविसेसिगळवकलियमस्सोवाससिजाकमान मिगी लाकम्ममिग्य। रहीवानी भोपानवम्सनी सध्यानावरमनपा वनिो अपातो अनिब जाने जाणवा नोत्तरीचशीयासंविधवासाध्यविधवासाय पछतापछत्तमप्रविसे विविसवते कानवमपति।वाएमतर २ ज्योतिबा बेमानी कधप्रविषिते जिवनपता। सउडेसेविसेसिसजवणवासीवावंतजीसियवेमाणीउमविसेमाजवादा विसेनते । असुरक्रमा । म |नमा | सुवर्णका | विक्रत्तका शक यकमा प्रस्थाकमा साविससी मसुरकम्मारी एवं नागसुवनाविशयीनहीवरहिदिसावाघुथपिक 7 Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रिक्षामायुमा ज्योतिधी [ विशेषते | विसेसि वालवंत रोवि सेसिव | पिसाजावगं धवट विसे सिउ | जोरसि । विसेसिड चंद्र स्वर्य ग्रह नक्तत्रयं ता | कल्यानित्तल येवेयक प०अनुत्त चंदर गहन खत्तत्ताराज रवि मानविसेन कल्पाना वासीदेवतावि ते सेवते विसेबन विमानीक विसे गतकल्प विमान 1 देवता विसेसि मालिन विसेसिन | कप्पोवश्यकपाय सोधविला जावत - प्रविसेषते । कल्पा तित्तनादेव ता विशेष से | सोहम्मोजावयविसेसि कृष्णा ६३ विसि अनुत्तरवि मानना वा श्रवि श्रवेधकनादेव तावि हिडि लात्रिकनों हैलो ग्रे वेध सेबसे क्लोक ना ते कर यकलीला तेनुतूर वि विमान नो बॉसी विशेषते त्रविसेसेज | कृष्णी व विसिसि | प्रवेश कनवासी सि जि विद्या उत्तरी विसेसिन विविसि सि हिहिम दिहि भगो विद्य देहिलात्रिक नोड पल्पो वे हे हिला त्रिकने पल्पो वे थक हम हवा हिहिममशिम विद्यासुं। हिमहिमा वरिमगे विद्या । एवंन्ने अनेय विजविमान 'वैजयंतचिमा जयंतविराजित विमान सुवारथ चवाश्ञ विसेसिज विजय | विजयंत| जयंत व्यरा जियसबाट सि अविसे सियं श्रजाव जावत काल अविसेष बुक लास्तिकाय विशेषते | परमाणु दववि से सियं | धम्मचिकायजावत्रधासमय विसेसेए | पोयलथी काय विसेसिए पर त्रविसेसित रो अविसेष ते प्रजीवद्रव्य मान सी है विशेष धर्मास्तिकाए 1 य पुऊल र स्वनितकुमार सेलने वालवं तर विशेषते पिसाच जावन गंधर्वका विसंबते वि सी Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बेहे-सीयो जायचायअनलप्रदे से। तेन्ते सीयो नाम मे० कोणतेवित्रिणप्रकार पकत. नाम वाले CHR अनुयो माणुगलेइपएसीएजाचचत्तपएसीए (सेतनामा सेकिंततिनानितिविहान नागुणमामा परिनाम सप्रथ कोण तंतेय का पकातेदेना धमक्तिकाए जोवनमा द्रव्यमान दधनामे गुणनामा पचवनामे सतिदबनाविही पंजाधम्मबिकायजापचय साल। सेने[सं० द्रव्यमान अथकील- निलेश्यावनिाम समान मुण नानपाचप्रकारपकव्योगधनामार दानयतंरचनामसर्किसगुणना क्वविहीतचिननामे गधनाने रसनाने फरसना संचाए नाम लयकोणते | वनाम | पाचप्रकार प्राप्योरे कालवणनाम[नीलावना फासनामे संहासनामि सेकित्तावन्ननामपिंचविहीवन्तततं । कालवलानीसव गातावनिनामहा०पालाच नुनामघोला थकाललेगेधनामना प्रकारेवरुष्पी रमा सुचना बठिनाम ने बतुनाम नामिलिोहियहालिहसुकिलवणना सकिंत गवना२विस्पन्नतातोसुत्रिगंध 11 अनि धनीनाम अथकोपारसनाम पचप्रकारचरुव्यो तबाह निवासभुनानकमुयारमनु नामिया निधनामेयासेकिंतरसनाने पंचविपन्नता तित्तरसनाम कन्य कसायलारसनुषारानसभुनाममा सेल्थकोणतेकरसनाआडप्रका पप्पी तेदेबा कावधा नाम वारसभुनाम कसायविलोमासनामे सेकिफास नामे महविपन्नतं कबडेका ३२ नाम नाम न Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सवर्सनु | एएम म० मरुसुहाली हालत स्त्री गंध चोपको सुबोट से०ते की ताते स्प བའི་ नाम प नायडू नाम ३६ अथ कील ते संस्वाननाम ] किंमतं सं हा एनामे २ वो रस-चो की सरी बीवाल ते श्रथामए से ब्यान नाभ सेनामे एवं मय गय लय । सीय सील निलुखे फासना मे सेकितं फास नामे से रिबोस तिघो पाच प्रकारे पकव्यो त。ने हे परिमल संस्वाना बाळे आकारेवार लोला घुस सरियो ३ पंचविहे पन्नुते। ते । परिमंज हालनाभेवतेस चउरेंस सतेते मुनाम श्रथ की ते पश्यनाम | अनेकप्रकारे वरुव्यतेबा तेहेबाने एकगुलका लोह 1 यामं संडालना। सेते तुलनामि "सकिंत्तं पाए नामे विहेपन्नते । एगजुरा विषेने एक गुण जावनेत गुणकाला गुणकाला कालो ह०० पाथरस एकगु ज्या दिजात्त ४ संपाना संपतात गुणा का लोटाइम राजनेते श्रनेन एम चन्ववल रजा वक्त नबूझक कलिए जाकात गुल कालए। एवपचवन्ना होगें धा पचरसा। कार का साजाका एं धोई आस्य न तु मापयति तत ने०ए पयपिनाम ते प्रकाशस्त्री पुरुष निश्चे एत्रिण न निवे वलीनामत्रिण तनावर नी नगुलुख (सेतपावनामेर| तं । पुल्नामेतिविह इन पुरिन घुस चेव एयसित्तिएँहूँ कृि त० तिहा पुरुष लिंगन पिकांत पिकवण वो तब रित्तोतिचत्तारि । ते चेव कारव कारते ह ते ह नघुसकवा तेस ८९ चीसहन बिया एहवंतियारपरिहार ॥ अंतियइतियांत्तिय । नाउ/नपुंसस्स काठ स्वर अनि स्त्रिलिन इविष रही मेघा 13 वर हो Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खा जाणवासस्त्रिनपु०० निन्देमानस अागली का पुलिनिविषाकारत का रातलेली सिमी राजा थकी त्रिलनुकहि एचपतिनाम anोवार एसिडिपियवाळामिदिति एतोताकारतीशयारकारंतीहिरियसिया उकारा विमुक्रल मतेडका एलिसनविय आकारातीमा इकारात ०३४ सि श्रीगलजी लक्ष्मी एलरमा सत. सजावा३ ला51a तथा वीनाम कागती मिमोसारिसाएमाकारतामालाइकत्तारिसीयलमयकारीता काम तेकर नकाराततधन श्काराततनासकवाधिकारसलेवीलोकमत व्रत त्रिलिंगने विजाबानमा जसू बकपतानशळिकारातधलेश्कारैतननसकेमक्षिकारं तापल्ल नसकलिंगनेविणि सन्तएविएनानाथकोलतेचानामच्यानमारकारपकप्पा तेव्हा मागमेन्या बेते प्रकचतानपुंसा सेततिननिसकितचनामचविहपन्नताप्रामा आजतणनामनिराकर विनासन मनोवललोपीबीजकोणता1मनिपमुवनकमलप्यासीधएर लेनचनूक्रतिजैहहहाहरूर करततेवि कारसे०मचानामनुमनामयाबीनीवनान्मथतेal लोवला पारएविरे] सक्तियाजमणपग्रातियासिसतमा नकानाकारलीपावलाववेनिवनोवलीमकारलीपिरतेप्रथाएश्लेश्हाप्रथपटोनचटोपत्रसव प्रथकोत्पत्तिमकरमेलोवेनियनुतेक्वाअकारलोपिक्टोत्रथाश्यव्यस्त्ररहन्नथामिकाग्लोपिंध काठमेलसिर्किलोवेलमत्रनपोऽत्रघरोत्रघोऽसलील से हात्रचारधबारहात्य मातवारहअतितोएहवानुपदरटिश्नही मारने ममालाएस० त०ए० सन्ततनावकरीनामनिएकअग्निविएममोपंमिताबेशप्रतिनाममथकोणले विकार कवणे नाथ कोलकतीहवा लेएतमालाएबण्हवानाएहवासरालीवीजा करवोदेउस्मन्प्रकृतीतहनो ३४ किंतं पण प्रयाए तो परमो धाएa माल से पाए सर्कित Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कायहालिएनर्थ: साजनात्तोसमाहरू म पसुकीसाकवीसामना सव हनसमदरियम तवमलण पाचकया। तेयावी दरीवहीनहा नशीहएहसुनही हया हा तापकसाने क पगएअग्राएलोपटुगौशालएमालेमे सतपासेकंतविगारेडसालय मकार एसिधिनानखारनामवाचनामुएउनुस्वा रुपवाकासावीवानाजा एरियतेनणी। डायन सामागसासागसा, जलिरव्याकरता संघसंबेप्युटमाटेएहनुस्वरूपजाणवाभलामाकराज विपाएहनुस्वरुपजावानामाकरणमण्ड ल विकारनामत । व्याकरणमामले सक्षमो चम्पकारनजागी एप्रहावलवोधवानेविले धो विस्तारलेल्न कधकथभ धनोवाली घधिदाधीनदीनदाहामकारककउदकं मकरकंासकिंतविणारे सेन्तपचारनाम) थकीरालेषाचनामाचप्रकारे चरुप्पोतेदेषा नाममालादिकनेविडकयाते वातकग्रापानीकने, नामनिवातनेविखे जल्पातेनि बिन ल्पामा सेतंचनासकिंतपंचनामपंचविहीनानाभिकीयातिकाआयातिकाज तिक उपसमिविजएपावसानेलेकनबेनियन उपेप्समिकवरेजोगीक तेमिश्र भोकाए. गनवनु मामा निधनमान धावळेद्रोहामाख्यान | परिस मता पसमिनि श्रेचश्वशतिनामीकंवल्वितिभपातिकंधावता त्याच्यातिपरित्या चावकरसंघचासथतीभवतएवेसनेलोका ' TH E R स्पसर्ग निषोत साटिमिश्रकदिए । नाम तरेखामावरकर्मन वसंग्रेसयतविमिनसेतपंचनामेबासेकंलनामराबविते किताउझए अध्यकवीवीपाकनोमीवीपते करमनिक्षयकरत्तो काश्कञ्चमीकायोषसमीकरकारिकेकरी मिश्रले एराविटिकीयागीमा परिशतक्षायक-काश्कक्ष रुपवस्तुनुपूरिमन्नहालेप सतिपातिकरेनाथकोण कमरहतपसमीक वसममएवावमवसनिए। पारिवानिएसन्निवाए। सेकितअ६२० इवि Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ उदकनाभवेत्रकानेवरुष्पोततरेपास्कर सप्ताहकर्मप्रकनोउदयउदयरसे०ए संन्तेबह एसेमथकोण से यकीनीवनोहत्यनिधनरपथकोणते उदयकीनवनीतेउदय उड्य अनुयो चिन्तनुश्रयनुदानिष्करानीवर्किताकमयायउदासत्तएस १०२५ानिय प्रकारे पं०चमम्मी तबाजीवनेवितव्यनिषनजीवनवियनियनले सेन्तेय तेजवीरयनिबनमजीवोत्यनिबन्न कोणते कित त्यामरकोनाविही ० ० जीवोस्यनिष्फले जीवोस्यनिष्कन्नेयासकिंत जबोध्यनिषन मनेकप्रकारे पपीतेहया नारकीयल 1निश्चमा ले मध्यष३देवपा जीवोश्यनिष्पन्नामाविहे । नेपएतिरिरकजीलिए मस्सदेववुटविकाए प्रथरकायपाजावत धाहिकच्चाप। कललेस्थाहिक स्त्रिवे हाहिकत्रि मिळाहिहीन संकायपएफ जावतसकाए । कोहकमाया 11 कएहलेमा विवानिवदीहीअसली सट्रीपादानीर६हारकरमविरतिपण-संजोजीवरक्ष समीक.अस्स असिधमकेवली नाणारारएविशएसजीजीवरतसंजोजी संसारम सिधेन्केवली। सन्तेते०ए जीवात्ययसलावालस्यनीयलमाजीवोस्थनीव्पन्नास्पारचमानेकप्रकार तन्तेवा दम्क जीवने विषश्मने नाचतावासायकि०को एमजीवाद पापी सीर सेतंजावोदयनिष्फन्नेसितंमजीवोपनिरकन्ने समाणिविपन्न त उगलियं निरीकसीरनवण्प्रयोजीआवा द्रव्यतेवशति एमवेकियसीनवे माहारकसनी जप्ससहरवे परल के प्रकारे प्रकार प्रकार वा सरीर [उगलीसरीरप्पमपारिवानियवादव एवंवेबियामाहारयते ३५ वा अारी Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कालसर पिप्रयोगव्यापार संघ सपकन्सियजीवविज्स्यनिष्यन्नने सेन्च10camनि प्रकारे प्रलया . मेले जीवोत्यनिध्यन्न कानिकारा त्यनाथ तरकहळेवर्ण नातेश्यानते कामयप्पगपरिणायाचन्ने धेरसेफासेमजीवीक्ष्यनिष्कन्ने सेतैउस्यनिष्फ लपका- यम-नानाATRAITANAMAH ESAIRAL 130पसमनिष्पन्नापस - उपसमकामदासमो करिनिपजे अथ नसतं एनामेसेकिंतवसमर विहे०प००उवसेनेय उसमनिष्फन्निया कोलाउचम्मवावीसवीरमाहनाकय अयाककोण्तन्तेनपसमय पकवी नाजपसमवेणीने विधेड़ापाककात्रीपनासमनियन्मनेकप्रका मिाउपेक्षभनक सिकिंतवसमा माहाण्यस्मकम्मरसमसमा सकिं समनिसन तसेश्षा०पातकाधजावत34सालमानछसमीदी पदेमजेउपसा 303 उपमानमाया३उपसातला ब कमरोगविहीवंताजमतकोजाधउसेतलीहेचतपद्येऽवसतहोसायस समीरभिमोहनजेतेपावसाक्षरनिमोहनीयोजेससमक्तलधावसानारित्रनामचाग्निल० सातदनिमोहनी समकत्वनीलचीमाह अवसादनीअजवरित्रनील निदी जवस उप-सातकबायक तसलमोहएिउपसप्तिसमतल अवसप्नियाचरितला वसेत्तकसाय जयतबीतसरा सन्न उपसमयकी उपसमीकभाममकाएलिझाया प्रकारचक भारभण्डारी निपना म - कनाभ बग्न वीतरागे सेतंउक्सनिष्फत उवसामानानेसेकिंतारवा२वि नन्दबाक्षिायकलावततेमथकीलक्षायकमाचअज्ञानावलियादिकाका करीतनिष नामनिरसवप्रक्रतीनी-क्षयविनामरुप पन्नतात. वयाखयप्पन्नयाशकितवए महड़कम्मवय उमनाम किका ते०ले उपसमना ०वप्रका चरा ते०तेदेवाहने अथप प्पो Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३० ज्ञानाथ नाव लिना सर्वथा एथ की यारीसा जीवनाथ की जीव नानी परे पान दधिरप्रनथीर केवल एजि बानु ज्ञेय को सहना से०ते सं ००क्षाधिकभा व सेाथ कि०को ०तेमाकर्मनाकीले फल नपने से चयनिष्पन्न श्रनुयो डील खएल] सेतन से किं ( वय निष्पन्ने 3 व्यननाल देसलाधरे || रहा जिल ०३६ के सीमा निल दोषी के चली | वानिलिवो हियना ला कर ले। एवं नीवरे नाव महत आरजे क्षयगकानरते चंद्र मानी परे नी कल्यु हनु भुते पुनरपी प्रार सर्वज्ञानावर हनुले एम सी एकत्र वधज्ञाना ती मनवर्ज ती केवल ज्ञामा वजिह श्री लसुन ज्ञानावल बल व ज्ञानावल नाविल मा केवल नावरले याहू ना० ज्ञानावरली कर्मधी विप्रमुक्तरस्पन्न वोली नथी हत एसर्वज्ञाना व कर्मक्षयनी जालवादना साहसी थला हो वावरले ।। निश्वरले । खीलाचरणे (नालावर किन्न विके (केवल हैसी वरली संघनीषनी एकेवलहरसना व रस एकनी देते देते सर्वदरी ती निधा१ साल निद्वानिद्रा० ची प्रचला वोल कही ब के वलदरसी श्री लहरसनाथ २-सी एप्रचलाप्रचला श्री लथि लदी पयत्तपनि है रही थी वी लनी देखील निहाने निहा १६ कि हाल कम इसकि लिहकमा चक्षुदरसनावरती एकरी दे खीलपय लेख एल चा लापला हनि दापरपथला होला डिउम है मेरा दिल विति वा वा साह तथा पारी बेते तीच- कदरसना वरली यले वियसपल रखी थी एल जिद्दी बीलच खुट्टेस लाख लि एर्यन्प्रचखुहिकेवल कही २०० क्षी प्रधा ३केवल हरस नावर जे हुनाले विमुक्त वेदना कर्मनाक्ष चन्द्रानिचरेनिशव एहिना बीमार बजे हनु २० दरस एवरी कम थी यथ की जे बोल निपजे ते कद व्यावरऐ ।) निरावरणे खीलावरले हरिसणावर लिहा कम्म स्म चिलमुके रवील सीए की घाट साता सील की घी के सासादनी चेदवारह श्रीवेदना निर्माण प्रकर्म थी विप्रमुकर हत ਕੇੜੀ जे ส वेदना सायविषलिओ खीला सा सायवियती अविय लेखी लवेद्य ले | निवेशुमा ३९ Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सीताकीवीहवनिमोहमी ।सीला कधीर मिली हनीविलाविधीजेते पुन्मपि मोहनीउध्यमीक्षा कर्मचानिधनात त्रिविधीजेते मोहनीरहसनिगमोहनीजेथकी मोदमोहनीकमधीविनमुक्ततावोलकहले तिनाउमा यकीचा नारकीनुयाउवा वयणिअविषमुकेा वीणाईसएमोहणिवीएचरितमोहणिवेगप्रमोशन एमयकीकृतिथंचावलेदर्शन मोहनीना मचारित्रमोहनीतिहानिमोहन त्रिविवसमकमोहन मिथ्यातमोहनी मनुषनारकरवताना मिश्रामीहरचारित्रमोहनीहिंविधक्रीधनीकमकबायमोहनीवारमादितनोकायमोहनी माउसुमा मोहनीनाकमाक्षमयथ कासेमवतमीहनाकमूना-क्षयनिपनाजातवानकादकता मोहखीरामोहेमाणिकमविण्पमुकेखीरश्यानाएवेतिए लावारिकद्रव्यनिरिमरीयाचाऊहनने परसावधमहेशेवरसासनीयवासंघासमोकारका जाममाम माऊलनेत्सरवाधवानहनने लस्त्रधारसनाधीसंघातनाम तथाकपातकनीपारीकसारा कस्यपानतनियिमराजानमनाहानीच सरसबंधविसेवनोकारपसं०१३वैध नादिक पदकसारकप्रतिमा ३वीसलामथीजा वससचीजजाणावावि०माउषाकथीरहतभरकारिगतिमा नीपमा कहीब मद्रासादिकन्नथबा नामकसिमुचयरमा जन्मेर डिविकियाताहिक चौलला संयथकीarcक समय जावविप्पमछगरजाश्सी गोर्वेगवेधणसँघायासंघयार्सा उपजम कारमलिना नवधनमा संघमास्गनाकारच्यनेकसवीर नानदहजरदालनासैघालमरूषय हा थका प्रणेगबो, लानतमवमनेजात्याविसमा थकी। वितमुक्तहसील सुजनामसहिनसनमान नानकमरिहतभनमुननामकरित दिवसेंधायविप्पमकेवीएसजनामा खोपासननर्मिगमनामेनानक तरा कासयनिषन्नRAMR लालापासवानीनोकसानजोगवफलसमादिक घनो जाना थकालीदानवानामोलवीरासरवावस्त्रादिकाहीयन्नकोरबहपहनायतरारक्षधकाधीतनपत्तन खीलहात्तएएवंलानजोगवनीगंधावियतराधमणेतराया तरायकी सर्वप्रथमीसिधी दुधसनिकमधीमुक्त कमाया हिरहतसीतला-नत थया सहिषनात विनाशकार मविप्पमुकेय धीरहता तरायकम्नविष्यमुकेत सिधेवुधे मीतेपरिविचुडेतनव Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सवमलभानसीरूमची मने एसायकनावकी सेकअथको तेत्तथोपसम [ वेनकारे यरुप्पोले क्षयोपसमिक हम नीपना भाव रेवाडे अनुयो सहपहिणे । सेतैखयनि ।पने ।। सेकिंतवस्वसमिविहेपलातावउवमय २०३७ सयोपसमना नथको लेनेच्योपसमाचारकर्मघामधातीक कारक उपसमतानाचरित्रा मे ल लाव क्षय विनासकाश्कजना यात मोहनी रक्जवसानिफन्लेय सक्तिस्वउसने चनघाश्कामाखज्वसभेलात लावण क्षयोषा -गोमनाथ कोलते..कारकसयजाश्कपश्रमकप्रका तराध्यक्षकम त०एचयावसामानाAAMHAकमाने अथक योषसमीक छास्साङतरायसवसमेसर्तक्षयवसमेत खमसमनिरपन्नाशोगविहे विरुव्या लेस मतितानावनिक्ष यावमथकलधीतीमत्तज्ञानमीलधीवधनाममा मनपवता बा वयोवसमीकमतिझाननीलची नहानलही पन्नात वसनियानिणिचोहि यनापली एवंमुघडिमावयवनाममनोण मततानमा लठितजाननालीसमकरवभिलश मिडिलधीसमाउथस्थापनी-चारित्रनी विज्ञाननीला यकचारित्रनोली लादपरिहारविध सुयमलालवानगन्यन्ना समसएसनामिबसलामाश्यचरितउवदावणि जरित्रनीलही सुक्ष्मपरायचा-यावसमीकचारित्रनीलधीन्नाव क्षमलूना-नानीनलचीजोनवारवा विचनीलदी। कपलानीलधीयोवप्रथकी धारचुम्मादजोग परिहामसुकमसंपरायाखनक्समियाचरिताचलचीनवउचसझियाहालान वस्नका रियंचली क्षयोपसन वात्तमाताअथ नाजाक्षयोधरमयकीपंडितपणानी क्षयोपस लार बको पानीलदान TA लधी म. नीज उपनीगनिरियलधी वञ्चमनियावाललधावसमियापैनियलधी व SEEDSENS ३७ Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ थंकी वाल पति विर्षते श्रावकप पानी -दाय समयकी से | जावत स्फर सीनी लक्षी क्षघोष मध की लभी ख० नीली せ न समिया बालपेयिवी रियलधी (सभी आसो हिंलधी जाव का सहयलधी खवसमि श्रावाधवानी लधी 1 जावत सुगावाधर क्षयोपमवकीर वानीला १० ११ १२ १३ १४ या मायारधरलधी जावदिहिवायधराव व समिया नवधा व वोधरे। सरुवा तेहसाग से०सं० से ख० प्रापापकर्मने कार के यकारक | से० ते ० ने क्षयोपसमा चार जनीवेटी खरवस मिय' गशिवायए । सेते खरसमिनिष्पन्ने। सेतंख उस मएनामे । सेकिंत्तं वारिला कि को प्रवास | रू० प्रकाने परूपी ते० ते देवा मिल्नावे २॥ हविहेषन्नते ते सायपारि लामि यत्नव। रविहे पन्नते । ते 10 सा० प्रादि बेजेहनतसाद | आदिमयीजे हनी [तेन्द्रनादिपारिणामिक | से०ते किं० की | ते सादिपरिणामिक ० साश्यपारि लामियए । दिय | पारिणा मिल्य ॥ सेकिंत सा दिवारिला मिर नेकप्र पंच तेरेमा जुनार सुदादी कनाजी एविल लानिनाव कहि एजीएसुरापान पस लान-त से० अथ रिामिकभाव जव कारे गविहे | पं० ० ॥ जुला जुन्नगुलो। जुलघये जुन्नुतेलाचेव ॥ श्रायारु संध्या नारंगच वयकिप्रकासने • कार का पाल विजली मजवि वज चंद्रमा लक्षकत दिसा दाह विषे गंधरवनगरना नगरनात्रा मक्ष नातेज व्याल रका । संशाधवनगराकावायसा दाहा ॥ विक्रया गडालिवाय । वाज Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ hemaसयवसमावस्वमन्त्रीमानकर केसी यरि मस्निग्धत बिजोहळेस अश्तेचद्रटीस नोप्रहसनकाले था अनुयो स्वालिताकिनिया। महियारधायोचिंटोवाह सुरोवराहे चंदपरिवेसासुरपरिप १० ०वेशद्रधनुष उरकमलेश्हधनुषनागउजाए वो समोधसध्यासमयसपश्च मनोकामारमा कासनेविहान सवान निघरव०क्षेत्रभरमादिक पर्वतहिमवतारिकगाम उचटाचाडसराश्रधणामुदगमलाकविरसियामाहवासा वासधरागामा aoभ १०० परमससा जाता नवनयता नारकीमर पासाद रत्नप्रभा जावततमतमामा सुधमटवलोक नगरोधरोपमापायालीभवोनिग्यापासात्यायना जावतमतमाामोहमोजा घरमाणपकलजावतजाविथोल्मनतप्रक्षेसीया धनाव से गए मारिपारिवासि से०प्रथ केतलाकमावताळवणव्यायाससास्वताजाणता, वरसानागावरमालपोयलांजावातपएमाएससायपारिवानिए सेकिंते कोणतेमादिरहत पारिणाम अनेकप्रकारे परुयोरेखा धशिकाय जाननकाल कनांव लीक कानादिपारिवातिहमागवि010 धम्मनिकायएजावधासमयाला लोक जय नव से० त०ते मनादिकालना या चरिणम्यासे०० पारिवामिक नाच । रिण मिकमावते एलोएनवमिधीया मनवसियासतंत्रण पारणानिए शतवारिणामिएनाम मेअथको मनिवातिकमाबजले ए निवेशक उपसमीकना सायन ससीसायकनाक्षियोपसमीक नाम भाव नाव सकिं संलिवायनामेजनण्यसिचेवउ उवसमिया खाययकवसमेयर a 23 एस वत Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारिवानिकपा-मावना केसेकेगेका । विकलोमीकरी चोकजोगीकरी पाचसंजोगीकरी मेजे जागा पारिणाप्तियाजाचागजीएणतासजीएणचिवसंजोया चंचकसंजोएलज निजरर|सव मे०ले सनिवात्तिकनामध्ये सहस०कसेजोगीसत्रिकसेंजोगीचा-बचठक मेजी जाव. जाग. जीनाम निष्फछरसावेसेसलिवाए। नामेत दसगजोसतिगसंजोगापंचसयो एकवचसंजीजी-जागीलतमाहिासद्धिकर्मजीगत०1०एमागलिक हिसइल्पना नामर्स 1 सजागा २६जागा जाबनायउपसमवेथानीयनुते एकपंचसंजोगतिणजेस्सस्मयोगात्तोत्रमे अविश्मेनामे उपसमनिवसनियाविनावाप्रवनामसद्धा बनामउदयक्षयोपसमनिषन्न कभावकहीएसघलेाक्षायंकनिष्पन्न समनिष्फले अनिनामउनएखागनिरकने मछिनामउशस्वमवसमनि यमनमाम । यचारिणामिकनिष्यनिध नाम उपसमक्षायक पालळिनामजदपरिणामियनिष्फन्ने अनिनानवसमिए खयनीष्पन्ने निषनएखामव०क्षायोपसमीकनिषलायमलिनाम 1 उपसमिकपारिणमिकनिषने समीके मानिनामेग्वसमियाखवसमनिष्पले अबिनानचसमिएपरिणामलिक व्यळिनामक्षयषसमनिष्पन्नामसायिक । पारिवामिकनिष्पन्न माजीनामिवश्वसम्मनिम्पले लालिलानरवरा पारिवामियनिष्पन्न Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारि क नामरवतोयोपसमीका तिवळेकी उमनपसमनिध्यमाश्यकभाधमनुष्यपणी उपशुवसातन्तकारे उस साइक पारिवामिकभावनिष्पल० सेनाम ललथीगतीजाती-सीदिबायबाहर उरे जाणवामानकेतन रेसियो३ पारिवान कानुयाविनामेरकचसमावारिमनिम्पन्कयसिमेनामेzeeसनन्निष्पत्याउयाया34E 13.३0 पीमिमोहनीकषायमोहनीनोपलिउपस मसनमम एचसोमानबसेपोषण एहसीजामोको जाननेविसंमलेन l योपह हीजेन जेहेनेयिकममुबगंनिसोयश्मने समककधायही तहनेसायोसनिकायणिोश्तथरकारकन-शाश्कसमत परिणा समताने कपणहाइएलइकेबनाकसमागानसमवश्एलक्षाकपारिएंगामिककवनायनियमोजालीवीजानवभागामाच्या नाममने तिमल्से वसताकसायापासनाममसनवजाणवायने नवमीभागोसिधननावेतनसनवस-सायकलाई पारि पारिवामि 3.अश्यनेपसमावेथानापनाते माक०को सेना यनिम उदयवसमनिष्पनहायमसघले यो मागो एउसमन्निष्पन्न कयरसेनामशएशनिधन्नााउदर्शतमपुसावध्यसमत जोगी। एव०क ए०ए तैनामवक्षयनिष्पन्ना की ते नामयोपसमनिष्यन्ला उद्यममुबारव महमयमा पक नागी नाशि nामनामेटारवयान्नकचरेसनामंउदएचसमरि पन्धयतिमासारका धनेसनव ज्ञामीपसमिकाही नुपाम सेए सतेनासो maa न क०की सेना 30 मात्रजागाचा जिनक-संसा उवासनियाईदियासल्सनभिज्दश्परकवसमविपाकरसनाम उजीवन व्यापारिवामिकनियन रयतमनुषपणा परिणामिकजीवा०1०ते नाम यापूर ट्री२पा एपारापिएनिप्पन्न।उस्थतिमाएरसे। पारिवामिएजीएमलनामउदार ािमिकजी उदयवारिपामिक का सेलेनामपसमक्षयनिष्यन303qसतकषासमकारकतेसम्म निनामा नियले की सुरून यात लाप्रियनिष्पकमेनामेउवसायवयनिकन्ने वसंतकायसा खरसंयमीर वणु Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२३ एवं या तैमा पुषसमास्यनिष्यल०एमउवसातीवणक्षयोपममिकपारिवामिक एएमसायकजा निषनागोमातमोजागी जाती सबसनामयसमयवंयनिष्पन्न एवउवमपिएल खनवसमारिएणमिएएवंखएaaकच मोनिकडीपारिणामिकजीवजावनीने ज्ञाजागतिसर्वजार२३४५ क्षयोपसमधापासायिकतेपानिमामि श्वसमावसनिकडीपारिणामिकजीवनावनी जाना सयोवसनिकपविधानिकनावान5 मंनिवातीकजाणवता किसत्तश्याहमीना कसंधानवमोनाजनक्षयोवसमिकपरिणानिकभावनिब्ध १२३५ जी समोजागो तेत्राकथाजााजालवा. सवाद्यवसामयस्सपारणामिंयकाममmanrnकाजागीयानामचमोजागा १३ मा परणामीकजीवथाए क्षाधिकपरिणामिकभावमिधको संजवेश्क मनुषगतीक्षायकलेज्ञानचारित्रपारितामीकत्तेजी १५ १७१३ २३४५वस वएउट्रकक्षाकपारिला निकभाच निहाकरिनिव्यन्नपाचमोजागोमबकेवलीकझसेनवेमविकसयोगी भावहानामा अस्याकक्षायोपसमिकमावत्रयनिष्यन्न नारकीनीकातियारमध्यनवतेकिन उनकामेरागी गत २४ व क्षयोपसमिकीचाविजानिकीच नीकसंजोजीनोत्रीजोजागी किन्न २५ अंकत्तो Raiमिनारकीनतिरयचदेवातिविसयप्रथमसमकसमाजवानाचलाउनसमाभावहोऽभममुनग ३५ तानविषत्रताडपसनलानविषवसनिकसनक्तमोकप्रतियोपसमश्की पारितामिकताउदरक समीकवतायोपसमीकन पारिणामीकहनाधनियलसगितिaaजलोतएमब्याकक्षा क्षयोपसमिक पारिला भिकभावनिष्पन्नचाथानागमणिगतिविषसंवरहाउसमसमकत्तनेहम क्षायिकसमकबोलमुत्ताधीकसमकतामटिचलमगतिवितिहाभाकत्तिचत्वगतीचिन जोगजोगा पाकिलाभवक्षायाकसमकतहोअनमानुपातिमा प्रतिवन्नमन्ते प्रतिवमानवाही पाचसा वाम जानीजानकवल-क्षाध्यकसमकायकीजेचसमणीचसहसंभव रवैएकदीकरीता नीकरजीतीनचोकसजोगी पावसजोगीमावसजीजीएसनवसेब२० जागापरुपए माजाला Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नतिजी तित्रिकालो २०९च्याजलिक उदयिक उपसमिक्षायक जलवोलश्करनेमिश्रनापना T स जीत दिसजावरा कभाव जात्रातउदयवसमक्षायनिषले अनुयो ताजेतेसतिगसंजोगावलाश्मेिदचसमिए स्कयतिफलेयाप्रिनिनामेउर ०४ मसघलेजा लिध्यनर मनामध्यनयम पारिणामियनिष्पन्न ३० नमान उपसमक्षायक अवसतिरावामनियनअलिनानेउरवसमिए पारिवानिएनिस्कनियम बनाम उरकतारक निनिव्यलाना सोयोपन मिकी उदरक क्षात्रक वारिणामिक निबन बिनामेवा खरएविश्वसमनिध्यन्नया ४ त्रिविनाअदरखापारिएानियनिष्प लागी मनुषकमबनाउयक्षयोपशमका पारिणामिलिछान्नएभागी नरका बलाकसुजा के नाम 303 समी दिकातियानमा हिंसनवे६। नयापनाममहाविध्वसमिएपरिणामियन्लेबलेयाहाअबिनानेजवसमिए क्षारकक्षयोपसमाजावनिमनाम उपसमिकक्षाश्कवारा मिक-सावन्निध्यन यस्ता एकत्रए रकववसम्मपिalgमलिनामसमिएखापारिवामिएनिष्पयार मनाम | उपससिक क्षायोपमा पापानिकनिष्प नाशीयो क सोयो बिनामवसमएरवमसिए पारिवामियनिष्पन्नथालछिनालयकए समीक | चारानिकभावनिष्पले १० क०कोण से० तेनाम | उपसमीक। ज्ञायनावान यन्ल वामिए । पारिवामिएनिष्पनेय १०॥ कयरसेनामे झए । उपसमिथ खयनियन्लेय ४० क उक Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदयतेभनुष उपसालकवाय सायकसमका एसेम्तेनाम उद्धवसमजायकमाचनिष्य न्न पणो उस्थतिमएसे उवर्मताकसाया वश्यमणन सारनामेअक्षरएसमिए-खधनिरकन्लेय COPE उपसातकबा मातेवापस OoHBधीकमनष्पवलपसातकबायामिकनाaa मनुषपणायख०क्षयोपसमक्षोयोपसमाप पारिमिकजावयउपसमपारि पन्न३९० निष्यनजालन एवैश्या उपसमिया खज्वसनिय एवंउदयपक्समियपारिभियनुएवंउद एम उरकतारकापसनीकाए०एतष्कस पारिवानिकजीवएनररकतायकपारिवानिकनिष्पन्न का निष्पा यमनुषपणुमक्ताcoएनयमनुष्यवशायीमाकरवाजानिकजी यखन्यवश्वसमियाधामध्यवशा पालिणानिए- शविउवसामयापार वएउश्यायोचसी (एउपसातकंबायतारकसमक्तक्षयावसमीकहीपारिवामिकजीवएचसमक्ष पारिवामिनियलाहीयवसमाकाक्षायीकापसमीकनिमल पोष-सातपरिण मिलियन पामिया एवंमवसनियरवयश्यकश्वस्वसनिय उपसमिय पारिवामिय ततिात पाचकपचीकसैलोमीना छिनाम रश्काउसमीक-क्षानिकाक्षाथोवसमिक ताजपच्चरकसंजोगात्त मेअिबिनामिबियपसमिए(खचसमनि जावन उपसमिकक्षाधिक क्षिायावसमिकवारिला मीनीव्यन्न उपसातकषायक्षासमडीयारि एमिनीव पताजावउवसमाएकएरवडवसमिए निष्पन्नाचमनियखग्वसमिएपारिता उपसमक्षयापामा एमदायकममक्तक्षयो। पारिवानिकजीवनाचनपक्करका अधीमामयसमाक पारिणा मिनिष्पन्ना समाबक ही प्राचसमीकवास्लिामिकनिष्पलाक्षायकवाविलामिक मिएनिस्कन्न/एएवरकास्कवसमी पारिवाभियन्तिषन्ने चिनामेउव नरम्यन्त Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क निस्वन्तपसमीकधीक्षायकसमक्ता ककोलते उहक उपसमिक क्षायिकशयायसनिकतावनि पानजीव नाम ब्याले अनुयोसनियरकश्यपारिवामियनिष्पन्ले कयरोसनामेश्यस भिया कश्यरकउवसमनिषले |८०४१ वितरकहळयापमानताaanana सेमध्यपण क षायनायकसन आयो यसमककी एए सेनामउद नएनिमणुसवसताकमायारकश्यासमतरवसमियारियाईएसलसेनाने क्षायक-चममीक क्षयोपसनीक नानिषले एमउत्यकामनुष्यवाणोडवसमतेतकषाय समकक्षीयकमा क्षयकसमक्तपारिवानीकजीव उत्कपरिणामीकनावान बन्न उदश्यसमियरकश्यखवसनि एवंएउवममियखएपरिणामिय ए०एमनदकमनुध्यपूर्ण अवसात पारिमिकजीव ने श्याकउपसमिकक्षा लिनेविलाने ३एमउरकलषषषु कषाधक्षाआसनाकमावसमिक परिणामिकमावनिबनसायकसमतत्तयोवसमाचाराप्ति ए यरवसमियाखनवसामयापारिवामिया३॥एवंउहएखए खजवस मिय कजीव कक्षायकोच्योपसमी जीवननिनेवि निरजेएच एन्प्रागलिसाप्रमा परिणामिक नाचनिय लामोपासनव संजोगीते एलिसनेमा उदश्क अवसमी हित पारिवामियनिष्पन्ने बाजेएमीक्वयागसेसाइमे मलिनामउजवस सायकक्षयोच-समीकपारिवानिकनिष्यन्नामागोता ककोलसेन्ते ।अरश्कच्यसमिक्षायकत्तयाक्समर यकसम्मक्तनोधलिउपसमध्येण वाटतेझेसनरनाम कवरिलानिकतावनिष्पन्न निय स्वउपसमिय पाविणाामानष्पन्न कयरसेनामयजावपारिवासियन्निध्य उश्कतम 103वसातकवाज 'हायकसम तीयोपसमद्रीपरिगनिजावजी नुब्ध उदयतिमास उवर्सतकासाया ।। खश्यसमवश्वसमियाईदिया पारिवामिए||१ Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेसं०ते प्रकार इनाम \९०० |सेनानुज्ञान | उ | ऊपस |सात्रोपसम साथको लते सात प्रकारे नाम ससा तत्व र प रुप्पा ने बे सभ्य बोले नियमो ते स्व२१ 1. जीवे । एस सेना मेजान पारि लामिय निष्पन्ने सेतसन्निवाइ सेतंख नामे से किंत्तं सतनाम सतसराप बृषजनी घरे बोले ते ब्रस्वश्र सुदं धसुरते गंधारस्वर २ 1 स्वरूप ६ चो० निश्लेनि०नि बीटी स्थापी ए स्वर जेटन इविषे मध्यका माथी कुयोतेन नी वोल तीचेच स्वर ध्यम स्वर४० पञ्चमो नाभिस्थानमा हिवसे चे बुडेगादिस्वर नतिधरे साथ सेवे ममिचमेरे ॥ घेवर वैवा लता तं सारे सरसत्तविया सरिसनेगंधारे ॥ निबाध स्व स०स्वर स० [सात प्रकार का स्वर ए सात स्वरमा सान स्वरस्थान के का तिर्थकर त० ते देवा है है हियाए | एसीएसत एहसरा सतसरा प० ते० ॥ मद्यच प्रग्रति हाए रे एरिसस रं सड स्वर जीन 303 रथकरीरिष | उपज वो लिए 2 19 कंड थी पजवा गंधारस्व नाना मध नाम स्वरथनाना पाच मौस्व बोलायरा दोहोरी थकीमधम सिकार ५ चेत्तस्व ६ ननु ना थकी क्षेपथीनि घा धश्वर स० एसी केडग्रएएँ धार मध्य निहाए मभिमनासाथश्चमं त्यादेतो हेलथ देवयं प्रभु हरवे वेल स्वरस्वा महिया ती थकने सात स्वर ना सात स्वानकहियातित सात स्वरजीवी नावनिश्री बेड घला व्यापारवाथ की जालवा की एके के स्वरे साथ जीवधीनी कल्पाने पप्पा तेरेागस्वर है०राज र०वाल साउ सरह' ला वियाहिया | ३धं उद तेति हार्दिकच्चा स्वान के सतसराजीव लिमया 0 0 रव रोलमा ॐको निव || इम कुरी कुकुडोनिस दम त्यती होते को० की संत का लने विन इ बोले मध्यम स्व नाश्वोका | दुकधार स स्वर प्रमुख मोर महिपाली ० कुसुमना सेवे ॐ सुमन वे सात स्वस्त्र जीवना निश्च जीवथीनी मंधार ॥ मंदिल या ४॥ स्वर छडेस्वर सा०सारस ने कोलवले वोल बेवत क्रि० निषाभूस्वर सात मोगज हस्ती कोइला पंचमरं ॥ उहुँच सारसा चालि सायंसनम २॥ तेरो मो किला कल काल ध Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शेल स्वर महेशमादल गोमुबा कहनी निस्वर से बोल मा स्वर नि यो जीवणिस्सिया । पं० [25 | मांगोगो मुद्धि सिद्धमरे संबोधनं । मझिमे, २०- यार पकरी प्रतिष्ठान र हताश्वं बश्नेह से वरतेपड०३वस मातमो निबाधस्वरव जीοगोधी का मा मावानित्र टेडी प्रसिधवंचमस्रवो स्वरवोले मोटोह मानुस० लनास कंथ मुकन २०४२ कालरी यो ल झलरी । उवल एपहिया धन्यमंस बरोरेव महा स तमे लुज नदीम ताबीजाय से थम्मान समाज इति : १कहितोना ने : सो हदसेकाहनानि प्राप्तो विनोना के भूमि घरमात्त: नर्दन ब्रसमा मात्र मुमते खास म हा ना हो मम त्वं समुचते वायुसमु बिनादिकं समाह्तः नानाधीन है गधा ते हन ऍड ना ३ वा : तो मानेनसीहत स्थान बीत पंच मे त्वं श्री धीयते पनिसंय ते समात एसीसान स्वरान समास्ववपापी व तत्वविधाय एयसि एसत एहसवाल सुतस यात मनिषा ती स्वराध स्मितिनी सा स्तेन हेन्ड नासात स्वरमा सात सय रुप्पा ते तेरे बाले बडंग स्वरक हिनामा तीते की स लरकला ॥ पं० नं० डोल) चिताकयनविसवो पुताद्यमिताय निबुल म्यार तेहने पुत्र मित्रा रिषभस्वर वामिनाथ वस्त्र सुगंध अलंकारमा करते बहुस्वरनोधली ना रानी होइ "क नारि होइवले रिसनेएडल्स डोसे ॥ क्वधा लिए॥ बकरे बाहली तीपधन स्त्रीसयन्य ले का ८ गेारस्वरोध जीत-क्त प्रधान वि० व्रतीच्या जीविकानी काव्य नोकर हारक नोजाल होइ ली कलाक विश्वरप्रज्ञाव पंगवरुपात ०सेदे वाले सम्बडम्वर वानि য कपामिन इग्निस ला लिया | धारिगी इजतिला ॥ वावितिकलाहिया हवंतिक तक्र‍ जे जे क्ली गीत फक्त ना जाने रासा तोपलवार गामी ३१० मध्यम स्वरमेत मध्यम स्वरनोधली हो हो सु०सुबजी वा नावी नारदे नार होइ दू वि लापता जेान्नसच पारा १० ॥ ममता मंता उति हजिविता य จ Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पु० प्रथवीप सुरवीर सर्ववस्तुनो संग्रह करना ती रही म॰मध्यमस्व-मिश्रीसनर एहवोक्रुर | ११ ११ | पंचश्वर नोधूली हो इपियुइदेश्म शम्सर मसाज (११ / पंचम सरमेता | हवन प्रमते कलत्रमनु बनी (रेवीचे १२ व संग्रह तारो मी मात्र तो वह नारमा प्रति ते सनीवारी कुनी वागुरी एवती ए इति । पत्राने चाल टीमल निबाध स्वर १३ तोधली हिमा का प्रेमनर नाया (१२ (श्वेय सरमं ता दुवति सजावा लोकलायक विति पago वीर ५ नमनुष्य जेवाचारलेवा का सीट | बही २ | चोराचलामुधिया १३ (निमाय सरमंता । वंति हिमजान राजे घाव राले हाहा दिड गा नारवाहका वह | १४ | सात स्वरमा उत्री सूत्रल (मुळता वरु० ण्डश्वरसहंत जे मुखतानो स भारवाहका १४ एयसि सत्त एहसराए 1 तामा पं० नं० 1 सगा मेमनमेगा मे तराइ म 딩 9 एमुरबाना स्त्र थी जालना सहत मुळानाने समु गे गेधानरागस हतते मुनासमु धारयाम करे तेमामुलाना कहिए चरुवीने० हतेमध्व मेश्राम २ ग्रामनी सात मुरबाना राग करताना नाम तेषाम०मार्ग कोरवी रहरि ता ३३ ला धार ॥ सङ्क्रगाम स्सएँ ॥ सतभुळण्ड पं० सं० । मग्राकोरवाया हरिया स्थला साधकता ॥ / बळ ही सारसी ना हम सुधा [14 | मध्य मया मनी यसाश्कताय । बडवमसी नाम् । सुधराजाय सत्तमा [१५] शिमगा मस्सल स मुना[रूप] | त० तेहेबाळे | उत्तरमेश | रत्ना २ / उत्तरा इ | उत्तरसामा / सोमकता [सो विरा तबलाउ] पलत्ताउ] त०] उत्तरदाय यतीउत्तरउ तरासम्मा समभोकत्ता यसोदा Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २ पुषिमा चोथा | सु० र५ मानिस हो २ सात [१६ | ग्वारनामनी सान्नसुन । परूपाने नही ५४ अनुयो बानिशहोसतमा (१६/गंधामसार समुजापागलहत्या स्वप्याप्तरिमाचउलिएम ट०४३|| सुगंध मार उधा पु०वली सा०ते वाचमीमुबी सुतरमायाबती सर्वथा जाणवी नाऊ२५१७ धगधाएतरंगधार मसाक्वमियाहवमुबा(90हतश्मायासाछसचयनाय अथवाउतरायतो कीमिमा तिसातमीऊमुrसातश्वरकिहाधार। गीतमी उपजे बामस्तरायश कोहिमायसासतमाहवरमुळा(१६सतसएकउहवेतागीयस कीएाहीशनिवत्वाकतलासमयनीउपसा केतलाजीत सरकार। १ तानसामो सासना सासस्वरनान्निया होउप कावजीएगाकसमयासासाकस्वागीयस्सन्त्रागारागसतमरानामाहवa जीतनीरोदनाक जानित्य परपदासास्वोलियसाजीतमान्महकानामादिमुषमसुखमा लवण ती सास मानना मोला गायचरुन्यजीजीपायसमासात सातन्नियमायसनामाश प्रारमध्यार वाकम अथवावधता मोहीधनीतीत ह षहमरश्चनपत्रिणमीमाकारजाल जीतनोनदोषवरज मामध्यजामाने विषं हत्तायमझायामिवसाधमतातिविधिस्समागास २१1बहमनधराप नागुलगीतना त्रिपातका रेश्वरनाखा। अन्नाजागाजासुसिधायोज.मुशरतमाहातमा जालवायवेध "लालोसीबारे गाम लावलामाबर विवियरिंदोराजीनादि सोगादिशुमरिक मामिनीयस्यापि ४२ वा Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्वास ने उतावलो मा ए ३ काक स्वरपातलो स्वर बीना २३ हवेप्रा समता रहता नासिका ते कधी स्वर गुलकह स्वर कल्मा गा मजा ह रक्तानं कारस हताश्व-तफर M किय स्वर विसा च ते कह २४ चर्तितदेवविव ती चकम लो मुले एवं (काकसूरमा (संह सातिगेयम (२३ पुरतंच ततिमन विकचनी वरे स्वरन हो हिनातान सम०सु० सुरघोस ललिएमा मुलॐ जीतना तंत्राची घोव से समासे मत्त कोकिला स्व मानीवनी ली लॉस ही तस तथापीत नागलवे लहो सरी लोमकर तालसरी बातानवंस • मकरसमं सुतलिय प्रगुणातिगीयस २४ उकंड रुविसु केली मजे से सिरवी स्वरथोल ना करते रजीगत स्वर मने मुषवाजमथा विमुध र सिरने विषेप कमल स्वरगाइते विजय च पटुवध रहना गाए नेपटबंध ना-हा पद प्राकृप समतालते हूस्तथी उप पस समा सिरपस च गिद्य-मरियपय बड़े समतालपचुखे घ आधर संघात हनी ताल क्षेपक हिय० सा स्वते सी०क्षरादि के समान हाने स्वस्व स " जीतक ही य तालसमंलयनह सच निस्स सिजसं लेहमम हस्तसाल प नि०नि सामान्य श्रमिगा तैनिस्वासावसम की६६ तास ३ग कटादिकलता समली वही वास लीने जातीने विषेस संवारने से संचारसमे9 स्वरसात २६ सिस संचारस में सरसता (२६) निरास सारवतच देवमलकिय वासोव इलियर का रातस्य एतना जालवा ३२ सुत्रनाहो म रहततेनि । इतीत निष्टुप्रवित्र समाधनो टोखर६ निमिअर्थवेत ते सारवंत गीत उस हत्तगत उमार बोलल हा रत्ते सोपचारगीतमय एम कनोव यमेव ॥ मियं मुरमे वय २७ य ने गर्मादिकनय समंध समचे /मविशञ्चितिन्ति मीठो गीत होगा तर हवेत कबड् सच्या उदसतो हो जेबने विष जेन दसम प्रथमतीने चीनची समान समयनिश्चयाने विषेय-क्षर से व्यावषम होइ विषम व टेक दिए जेए व्रत लेनी कान्सोथो कार दोन लाने हवे नावे कहि सकभाषा प्राकृतभाषा अत सरसीन सात स्वरमा नाम कही ये हवा सानासिक समाते र १ मा रोवर हो‍ कार विप्यारा नोवल ॥ मया पायायाचे वनणि इउहोति दो न्निविस पते लय मम० नामलितात थानावर ते ग्रहसमकहीए च Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रीम अनुयो ०४ याबाललिकहितिर्थकर दोश्श्यमादिकसान केकोलस्त्रीगाय कोलस्त्रीजापरवा मी कोण संबरनेसमुहगातानेविप्रसस्तकही२०श्रीमहाशिबीना जागा कही २० स्त्रीगायश्च०ञ्चार विमानसशाइसिभासिया केसायम केसीmarरवयरचमचा कोणत्रीमा विलबिविलंबिरहिनहि हुतसीमकोण विस्वरमातुरवली गोशस्त्रीगायत्रमा कालीस्त्री य कोलनी ० सायश्चरंकेसीविलवस्यकावणसी गोगायत्रम काल मा गायनवरुन। सान्सामास्त्रीमायश्च विलविले विगाय०ज्ञावलोा व्याधलीस्त्रीविस्वरमा पागला नैलुखुराए स्त्री स्वरेगावली कपिला यहरवस्वरुक्वासामागायस्करकापीयविलवियध्यमेधाविसपुणपिगलासितसरा स्वाकिस्स न्साप्रामाहि मातरमळनिए कमाता सानी विवानेच गारदातानथारसमापसे कमुळनियामककासाननाखानामतीकारिअप्रतेकरसानसातवनलस्वरमकलसे०एसात नाम कारसे. HemसामुUवासातापाoयन्नामोसनशरमहलसितसतनाA२.कितंत्र अथकोणतन्या पाहवकम्व०क्वननेविसजाई त तेहे निमारमानवालारुप निदेसने उपदेसकाय प्रकारनामामधनवाकरलेक्चनविनतीवरुपी बामविप्रथमावीज-कलोवीजीवीजताकरेवाना नानामहवयाचयाविनती पन्नता सापशमाहीमा वाश्याव पासनेविबेमितिक०करणलेकायकचकचरविशक्तिसपटाया वाचमीक्तीनवादानतेहथा। तरतीयावि यवेहनविनतीधा तहानदेवाने विजे १ जुटाकीजेहनेविषवह विनती एलणे ॥ध्याकामिकयाधीसक्यावरीची वायाणाससA पोतानाश्चामा मामीसनिघातामामामामामंत्रणेसंवोधनविभत्राइविवितियावती वचननावबावने विजताजतिभादि लिथियमातसय प्रथाकटक त्पादि६सेवाकायकंत्रसोधानेयोतिकफकश्मद वायतमीसन्नीहOMमहमीभताजीनवेसरानपात्रोवरले वावधामावि मधेड्या धारनावयत Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पप्रथमाविनक्तिनिइसनविबेकहानि हतीयाविजक्ता पुष्चला०णिसावकरीचकाय नियाविनक्तीक० मानवसेने०एम०प्रतिवसनावबतदेखावासअथवादानीकारतानविकीची प्रथमाविन-क्ती या२ नेत्याने नतिनिसेसोश्मोनचतिविश्यावएसेनएकमुमवतवति तस्याकरणम्मि निप्प कीक नलवरून सम्ममधवाइबा नमस्कारस्काहास्तम्प्रधा हामवाभवाने विषेपल सवान हाश्च विजक्तीची विभक्तिहोइनवन कयामणिचकैयचोलेवामवादिनमीसाहएडवश्च पयामिअवलय यवरहो की होलेजिनात्मक एवामपादनअनविनसेलश मे एत्मादिरुतियानमोनारायण प्रचचमीग्राधावतो-स्वादपतसनरास: वापाथमावक्तिमानपारस्पादिबहीनकटकनाशमोऽस्पाटोसमीयाममनप्रथमामा जिएहयएताइतिवावचमी मनपादानेबछी समुधरला विदश्त्यादिप्रमाविनतीश्त्यादिकवि सक्तिनामलालवाने काजेमहनिलवी नव्याकरणवा सामावविवशविनतमीविनतीताविष था येते अजाणजाणता momष्टविताताजक्तिहोहोचलीस वसाहवामाधारनेवियश्काच तस्समस्सवरायसवासामिसंबधिमा हवागमतमीभन्मपिणत्याहमकाल से तमासेर विप्वालविवेकम्बसतमासे रविरचालनेविनेसाहमीविभक्तज तिमएसवरप्रक्निक्तिमा वमतेचोरजाएएवानावनेविवेत्रात्रसवोधनकराएतेही जिमजुवान करलनाममानाप्रविसेथी नावेराग्रामणेनवासी एमादकरायतिहाहीजहाजचापति' मेतानामो सेकिं जलेश्हासषमात्र सतत०एस०आकारमामयतेदेषाने टानवलपरवेश नियहने विप्ररेलवीर कोणतेनवप्रकारेनामनचकायनेविबेरसत्तेकाव्यरसपासिन्सविसनासूम-समानवधानसतगारस्सर चलवनामानवकवरसा पलतातिरप्यात सिगशि वानथालवमोबस्तावाशेमानसोमवेतसजावयतेस:तस्पोमाइलवस्तुपनारसलम करंबेरिससमारहासकारोवारबभयानकामatस०सेवाहअन्तरालपण सागसातवनवजावरसा मनोयारोहोय. हानमुलामुलने सवलतेवीसनेवघेचिसवतत्पागुगुण। लव-MAYA "वतीममतोमविवचनातवीररस सुषमवीपसमुलझलकमानसमुलतपकमि) Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कामासमुककैलेनजीरोमहाकावीअंधकारख०रेबाजी -भास्पकबाजोगबहीउपनीक मानावनामयतेथकीतेहोश्रोईरमजावावेममनीच सडा०हासकारी र करणारससमेकीधा स्तत्वाथीयनोजेस्स तेवकासपवानुकीवन्तुषवायोज्पनीजे। वस्तुरेवीपतेहादिक हथकप्तप्रसासरसa स95 मयो शबीबीवेलचीनको चासोकलुणो नोयामपरिवाामियातक्चर समाहाप्रपसवषा सजनवरीजननेविनासवानेविषेधान्तवनेविधतीममरतनचराहत Saraरत्यावा ने विधानविपश्चातापनकरश्न वाविवेपरवरीकरेपलकायरपावलव ततपश्चरणतयकरवानेविधेर) मिरजातवियाकमाणसयधासापरकमालगोविरोरसोतोऽवीश्रमोमायामो कहानगरसवि०विरसमठरेलमारदेवजेरजबाहीमप्रव्रजाताधीकामको धरुपमोटाएवी लक्षाकी करवाशमके किचोलिमतनाममहावारीमा पतसमुहमक्षयनासकरवालाmमासतरपलो राम ममतावीरीजोरपयहि0पचकामकोहमहासपरकनिघायाऊलsalसे मारनामरसर०पतिललनांदियसिनेमतेमस्स म०मकलनककवाटिकणादिकपपवीकामक कवित्र संघातेसंजोगनाअनिलाबनोउपजावलमतेविलासगधिरएवोजविकारतेविबोयणहासप्रसिधकामसहत गारानामरसीरसंजोगामिला ससंजणगोमेजनविलामविहायहासलीलारमणालिगा वोलवालजुत्तलीलावीरुबनीकीडाल बाहेमकरमाडामणिनामसहस्तविलासकामचेष्टाश्लली ताळेजेतवाररसजिमनिमतिमनोहरएहवाहियान दमादकरीश्वदिपावलाहाकहनेवा सितारोस्सोजहामऊरविलास ललियस्थिउमलकरंजवाला साता सामरायति ननेस्यामाधीवुवाना। बलादामकूबलाश्रिावसविस्मयकारी अधववरजिविनधीत सक्ष्सहदेबाँकेमणश्वजारमहाश्तेहबथानेविषवादीधकी303स्पतालत्तलहनोते महलारामाविम्हयंकरीन्यपुराण्यपुचायजीरसाहसोहासaसाव्यति ममतनामरसकही इतनसनोमा अनिमत्तवा एलोकनेविएअनेरुकीजेएतलेना ए६4हणमाबा थालिनवचमा समसतजीवलोकन विधे। थका लरकानउनामा अउरसोजहानश्चयतमिहमिती [तकिलब्जिावलोमिण Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 60 रुपवा व प्रमुनी तर सनील एक बेस रोहेल स एक हे बे ब्रीडरसनो लक्षण कहने नयना उपजा वल हार पिसा चारिक नो रुप ने नाम का मोह चि० धयान चिंता / क 9 वियलेज 1) श्रातिकालकतामु नितिन जवस नयनुचित व पिसाएतले वोले अपनी सुक रहते मुलगा मरणसम लक्षण से चादिकनी कथा कूल चितप गुहा कि स्थान प्रायुरत्या जेनेररुद्रनामा शिविवाद सो मन ब्रा हो एनी परे हरहर लरे षाडे बे नऊरील लाट नेदिषेची लवलि इस मुख्यन्ले । संमोहसंजम विसाय मालिंगोरसी || रु छोरी हो सीज हा नि चरावानविरविकराल तिचि विससम कहो नाथली हाथ की सरखा हे विहामासना मूष जेले ते हनुमंत्र हे हेरुधीर बरमितले बड थजी चारदानव हे ते रो रो० रस डी विडडियमूहो | संपुहोदयरूहि मा किन्नो हुए सिपस्युं 1 व्यसुरनिनोनीमर ओहळे तिरी वि० विनयोग नाविनयने श्रतिक्रमनाथ की वार्या या वीकनी प्रेम मावी क्रमवा दरस ४ सवात नवी क्रमवाथी गुरुने जपी तरी श्रीसंघाते क्रताल से वादिक श्रीउप मोजे ते ३० सिया ) काइरोहरो हो सिंविल वधारया का सा प्रीडना लाजते स० का नेजश्व पजायानुचिले गुरु हारमेश वश्कनुष्पन्नो । वे हनुएतले मानी थाइत्तथातर का इक हे एमसे का कहते व्रीडनलकारस कि० कि स्पान ली उदाहरण वा डे कोकस तथा लण्डनाम एसाल से का जलना लिग लिडर सोजा किलो इयकरली कलने विषेो की हवी क्रिया जनचपरीतवप्रथम नोसम कहले जे ल० एवा तकिर प्रथम विदारित योनि वस्त्रस्तु स्वरादिकषायतानुस्ती तिलाजु बुए बीटुन र सवाच मो याउलऊतरणं तिलज यामोति जेनर्थात माटे विवाहविषे समुरादिक बा देवमासु विमुत्रनिष्टादिक नसहनजनानपरतॐ नुनविप्र थमति योनिरुधी ऊप कलेवर मांसरुव जब कप्पोति 40 र सवर्ड रेसल पोताना सा वारिहामि गुरु यो परिव स्त्र१० जिοजिन बचन सिधा नेविवेनिनच्चन सि धातने विषे जे नली अ०जेच जीवादिक पायसुक्ष्मत्तेत अति नाम तमान पत्रिकाल फक्त वल मु०जा एच र निःश्रद्भुतरसर हनलाल वाहि ते हनाने घथ कना वारवारदेवाथ कीनी नो संजोगना सगंध निखन्नानिवियवी रसनो Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मुचनीधेवानिवरटेगमारकी अवि०सीस्पाचीवापानसरसनशरणरेखामलेजस्वासोत्रादक वितव०२निवेदनाहिसानल्लतलहनेतेश्रमचित्रविशनिकरूप की विचरसवस०स्वभा २०रसहो०० बीसरस होश्चराजीने ११ वथरुहरगंधसर अनुयो मारकणीसोवाभत्सा१ि१॥वसीसीजहाप्रसमलभरियशिरसनावश्य ०४६ कलनकोश्कवरामीसवीरकलहरूपमा वव मेलेकी मखसरास होवुरूषथीममुरुपकरंहस बैंपलात्तवेतण्तेतरधन्नज मिश्रणेमुकेलेधनएवीजन्स कलथीधावकरसवेमाजानेव धिसतकालनिधन्नासीरकनिबमलकलुसविर्वतिरुववेयावेसनामाविवरिय पथकीवालिया नोवेकनवोगुजराती सर्ववियरीतविपनातेहासरसकेडियममनने प्रकबासायनिल नीजामाथीमध्यघनीनावावो ले (वभावथकीसतोकरलहारवनेमुषाटिकनोविकारतलबजेहनो विलंबावन्नीहासी मरापहामो पगासलिगी.रसीही हामी । मतादेवरतम०मतिकरीमुषनेविबे प्रघरजोतीथकीहाहाकरताथकीजजवन्नक तबEUTIबारमकीधाव जाग्यावरतहमालमसरियानहनीमारतहनेकपावश्करी सहवासतमसामकिएपनिदेयरंपलोर्यतीहाजहाजकपलपलशियमद्या प०कनाम्याचमाजागाजह जोजावरनेश्मकेरके कहारेसमोल्लक्षणकहप्रायवलनविजोगवंधनयल्सला नोल्हवीले सास्थामा स्त्रीप्रतिकहेल्हा-सरस। धीरूभमाधीमहिकनाधरलवस्वत्रामाथीउपन मामा पापियविप्पगबधबवाटिविणवायसनमपन्नोसीयाविनविय सोचतेमनविकारविलापनुकरहतवचन कलारसनाथ प्रायक्तिीगीबिली स्त्रीप्रतमनवमी जनशलजेहनुतेरसककएसहरहारबागकोश्कबधास्त्रकहबवधा रसनाणत लिकेके पष्हायरुन्नलिगोसाककणो१६कलएमसाजहानायकिलामियायवाहारा अत्ति-कामनायाम्पोवनी जिहाएहवा वारंवारवालानेश्स्पाहि हेत्रकाo1 इवेनसात रस नुनक्षक स्वत०ताहरूमुमुक्षक शतरसमसमाधान विषयाकन हि लकी प० माता स्वनुत्त०ताहरूमुमुषथक शनिककारस पारदोबरहतम कालिय|| बकसीतसमविवgतयारवलयतमुहायानसमसमाहाएं Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1950. हलनीव्रती रुप पर मस्वा सभावते हथीन वे बेजे हनो जो० प० प्रसासना करी निविकाररूप लक्षणचि जेहनु सोते सप्र सात ना० जाल वो १८ प्रतरस नोहरएकही ६३५ को को करुसाधु जी देबी ने वीजा शुरु ते माया नाका रविना सद्भाव थी "" ॥ गाहाहिं भुले संभवोजो पसंत नावे | अवि कालरलखली | सोस्सी पसंती ति नाथ ची १८ ॥ पसतोर सी जहा पादिविकाररहत उपमानको धाहिक दोष ना माजी ही०प्रतिप्रमाभावदेषानवाने विषे देषवृति विभूषीत 90 ह नाथप्रसाल सोम करीतेमुषने विधे माकसो मेळे हरु कमल के ह ह ळे ते सावनी बिकाउन संत सोम हिहिये ही जहमुलिली सोहरमु उपसमकाली एन वनवका व्यूरस की सोनी विधी ०ताते ह करसनिय जगा विषश्रति प्रसार स श्री नयनात लेालिकादि कलाकर पल को ग्रहिगाथादिक कमलपीसीटी १० एयनवककरसा बनी सा दोस दिहिस मुष्णन्ना कँट्ने विषे मुबजा लया हो कोई काव्यसंयोगधीरितनी ते अथ को लेना हसप्रकारे वरु बेसुध एकज रहस को श्का अने विषवे एनवप्रकारनाम मो नं ० ते यच्चादवत्ति सुधावीसावा आहिरसना से र्त नाव नाकिंत देबाळे | गो० गुरु निष्पन्न अतुल निष्पन दिपक नाम नामेजिते प्रधान वस्तु नामे संजोगना धँसास्व नाम न परति कहिव २४ मनायजे मा का ल नासि नानाम ते तँ गोल नौमुले। श्रायापएलपडिस्कप पाहनत्र लाइ यसिधे।। नामे ए नादिसिध नामाकनामेा योगेनाम कहि नामथापनादि के ४ प्रकारेप्रणाम नाम दमलो की म कोक अवयवने संजोग नामक नायते ल अथ कोलते गुल निष्पन्न अमेतेनली संवतये तेजी अवयवे एसजोगे। हवा हव्यसे पमाले || से किं तंगोले (खमयखमली। तव इतितव तपत्तयत्तय सीकहि जलवले प्रवाले वातेन पवन निष्पन कहि जेहने कुत्तालो छात्रनेत्र तेसली जलप्रग्निनुनाम वायरोथ को एते तेजनी गुण निष्पन्न त बोली पा सविहेपन नाम लो | जल इति जलली || पवइतिपवणे बसे किं तनोतुले तो । सकुंती मु Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मुजकहराहिकनुभजनयी तृणविसेघऊलीकामहाअमेस०सक मातानेतेन नेसभुऊकही लिकाकाषक्षकीमो०पलमासनेमा वहेअनमाटेवाह कावी विसेस स्वामहा पलासकहीएतविसेब । ककहिल ग्रोसियोअनोगमलाल अकलियोसिक्कलियानोपप्रसइपलामेलामाश्वाहा। नहीअनशाबा वीजवायकानोजीनगोपीपकविमलिविसेब घ विगलिंाविसबान ०तेअगनिबन्लय माइचहाएप्रिधीयवाएबीयवाचनोदशोवयरंगोवा सेतनोगोन्नकित का हात्तत्रादिवरमावरगांउत्तरध्ययनंनुवषय जन्नछतराध्याकार वलराउराधयननु ICRअवतिग्रस्वा बनानचायाध्ययनउत्तरायनने हरव० पुल्पुकबाचुन्प्र०वयध्ययनर प्रायाणपरायाचतिचामिछ असवयजन्ना namard गानोहय धर्मधियनसुगकामना पुरिसश्ध पल अवारिस १००ण्यानमगडागनीमाऊमारनोअध्ययन पायपियनतिनो११०२८समो प्रध्ययनाथसुगानुकाजमश्य से वादान धनोनीसमोसालसरणमाहत्तटीयोमsi अप्रध्ययनदेसानेकनिषदरवेशववसतायामलोराहकमा नामनामचमतावानजाकाथकोणते आगरकररहत्तत्तनगरले०कनीमेकोटालवयथलपंथतेद्रोणम प्रतिपक्षनाम शक्तिपडिवखएनवसुगामागरसचि चन्नानादसनाकिराणा तापसादिकविकारलोकेकी सकिन मनोवासनिएएयह वारेममाववाले पावेवाता०मनेयाश्रए म्यानत्तेसवाधयोफोटिक प्रय पगासमबाहसन्निवसस्यणिवेसमारोमसिवासिवासप्रजासायला अथ चीकनवसताकुलिनिमा गलीक वायामादिक नासिववोलाएतथा किक्षाएककहिककारजतिलकविविषनमकमीहोकर ककलाल नाचरने विचश्माविल्लुकाहत्तासुरुविकासातविमपरिवरचाजली विलनिस्वाऊकहियजल जल० रातोaकलेजलेजलादिकवस्तोत्पघानेलाउकजुवकाने सन्मने. सुमुर विसमर | कलालघरेस विलसायीलतएसलत्तपजलासयला मुद्रकानथीमनसमुदकहिसारसर लालापतानथीमनेवळपलालकहि Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ च Haमरनिगचक०कशा नेमलेमनवमानकहनालापळेवि०विपरीतनावेपथ सेनाकोतेप्रधानपणे मॉकहितकलभरवानाधाकहनेविपरीतनाव से प्रति निवनानाम पक्षपएवियरीतपणेनिधना नाम 30जेसुभएऊरालवववलीभासएपरिचरकएपए सेकिंतवाहन पाएन साकव प्रधान वनने यनजधापविनामधल्पाहतानानागवनउपानामा जापविनाशधापण ततवनमा०मागवमषनागवन से०स०एम०प्रधानपर • विवेमसोकवनसत्नवर्णएजनतप्रधानपकवन कचन असीगवणेसन्निचन्नवणेचंपावणेसवणे नागवणेपुन्नागमधूवणे सालवणे सेतं एचासाथ कि०कोर सानाटिसिवनाप्न धमस्तिीका जावतकालत्यद्रव्यसतत अनादिसिवनाम एअनाह। पाहलपरलाकिंतंत्रणा३ यासितधम्नलिकानावधासमयरीत कालेनानामएहवाप्रथकतनामी नामनातलीरवनापलपिनकयोवनीचूरिश्त्यारिका सिजीना। जजाहावा नामवितामा पिसमहदादानेना मेवरनाथ मथ कोलमवेचमा जीवलदे प्रणयसि सेकितनामे पिछपियामेहसना.सेकितअवयवेणा सिटीसिख सिमा विश्वल मुकाबीजेहमरजाननचालजहाद परस्त्रीच०चपतगवारिकनमुलखतहा Tो खुशहननबीनतवाली एक मेनेनगुलियानक सरबहनतकविसाजीराहीरिकरकशाहीवालीपाँचउपायबऊपयालगुलीकिसी उपककुराधजे विसिवस्वस्चनाजेन्सनष्टसरस्फबजारलवेसपोरवेमेटो होलममाण काका हमतदाव्रक्षन त्यपरिकरवतले करतात त्यसताब्वमनसासि सिधमा पनवचबानमनाया कनहीपरीयुश्वर्ण तडे जाणियामालियाणि कसलदो जवार्य चारमाऋाणी एजे सेतामवयुल .- कोणते संजोसंताचारप्रकारे पक प्यो से तेरंबा एकवीवर ते विध्यन्नमाज र व किमान कशएगाहाएसेमवयवे । 'सित्तिसंजोएणसंजोगवविपन्नत Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रयसो | मनोज । काल | जय सोश से मथ कोणसे जमको निगमकरि ॐ निराळे रखसंजोगेावितसेंजोगे कालसंजो- जासमोगेसितिंदवसंजोगविहे ०/०॥ अनुयो २०४८ नोकाचितसंजीतमि सेमथ कोलतेसविसापासकागोमामकहा एगोवाली रबानाप्रमु वजे पश्चना न सजागर संजोग योजक टाधान म हनेते-म maaपीमा सकित्तसचितेरा गोटिगोमएटिहिहिवामदापुरता anीजीरवी०ीतेते सचिननेसजागीमचितसाचत्रमसेंजोंगेधीशाकामा की । पू० नाम कि०को जागीमा जाडनेसयोनि। हीवस्त्रनान हिरीएमसचिसकितप्रवितेतणावतीpanारिदिपकडे कहियाकडीयासनोजेसनलेकडिन्माचतनमयाजामामूनसक्नाथ नामावाम माविककसिनिजाम करगालेका नाथाभ कहियरसता कागती मिसजीजाक नाम की मायाप्रसमसामही कगाकादि लसिविना सतिंनिसानावार नावएमाणसागडीएराहणरहि। रथनका नथीककथीत्वेह हलवूहले सालीक सन्तएमिमिसेजोगेनामनग्यसंजोगीकनामले जावत एरवतबेत्र रक्षाकामावरूवालाहाल येन ने विधिकउतना र रमरम व तो दिक उपना ते एश्वता हमहालाएसितमीसएसतहसजोसेसिवितजाएनारहे। जावएश्वरान वामघसने विवाहपीनामनिळलमानसीको कलोतकोसलाक10 घनमीजीजीमा बातिहा बसेमागधाम मरहसनेविवेकप्रतेको कली कोसलदे । कहि हवानामहस्यमरहहएकाकलापकोसलएसनेविस्तखतसिंजोए सेकिंकाल संजोए सन्चकीतकालमारनेविजापते अथवापासकरिनेविमारीकहती वसंतीक'श्रीमद नजोजीनामसु० म जापोतवाउसिकश्मिसघले नमसुषमप्रथम एपसाबमबमीकहा। जापासवाउसिकसिमसघन मालपचवचिकर कध सुसममुसमाए जानसनाएअहवापाउसाचमारतए सरश्मता वसंतए गिमा Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेन्मयतेन्तेकालनेसंजोरी निवनानाम त मिन्मथकलनावने संजोनामा चकव्या ते पवनस्तरणने में जो नाम समय वेप्रकारे ।तेखा प्रसस्त गण ने जो नाम Feसेकालमजोएण (मेकितनावसंजोएणविहे ५० प पसअपमळेल मेकित्त कोणतेपनमा नातानलेवनिकी चा०चारिनरी सेते ते०एवप्रथकोणतनको हजारिनाकहमा प्रसस्तनाम स्वनामहेनतामाकोसी सस्वनाम बजेहनेते पसलेस नागणनाणी सणणसी चरितणचरिता सेर्तवससेकितअपमले कोहे THAमततकर बनामजालवा सेन्तर०एसजानीकिको प्रमाहानामाच्यामप्रकार नामप्रमा नादिकाजावनस्जोजनामनिवना जीनाममहणते कोही सतनावसंजोगे तसंजोग। सिकितपमाणेचनविहे पिंतानाप्नप्प कशावताश्करी प्रशानायवस्वानासनावद्रव्याजावनमाल सम्मथकोलतनाम जाएकजानु एकजीवन निराधकरीथकरीयत स्थानमाल माल माले डवलापमाणे ववषनाणेजावणमाणे सेकिंतनामपमाणे जसराजीचमटा बगाजीवना घणा जीवनातनावग्रजाववनाप्रमालाहरु नामनमाजथान सन्मान नामकश्त माह त्यारिक प्रमाल जीवसवाजीवाण मजीवाणवाातरजमणवापमाणेति नामकधर सेतनामप्प नानकरीश्रम टिकरिएतमामथकी स०सात्तप्रकारेश्य तिरेखा नक्षत्रमालथामुदाहिदवनेनान वीवस्तनी लतयाचनाप्रमाण प्यो मानतेनक्षत्रनमालाकलनेनामेनामघाब माणे सकिंततवणमासत्तविहेपन्नतेतनवतहेवकले। पामडगारोपजीरा आअनेनाप्रपा पनेनामे जीववानेशचनामयापारलेजीवनाम देसक प्रायनाम स्थापनानामसत माणमामकाएं बनानभलास्कि माम रियामाचलोनिप्राधनाम थापीएतानि प्रकारेथ कोणतनक्षत्रप्रतिकानक्षत्रने पाहेडलानिप्पानामग्यणानासतविथ सेक्किंतनकतनामे कतियारजा Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विषेज तो कार्तिक इम कि० कृति काय ए| कि० कृतिका कृतिका दिघोसे कृतिकाइत श्म म ४ CORS यो एकतिए की ते हते कितधम्मे !! किश्ती सम्मेकिंत्तिदेव | कितिदासे| लोकितिरखिए | एवं जाव २०४० किर्तिर तितरम जावत जरी संग्रह लीगाथान क्षेत्र नीता मृगसि श्राध नक्षत्र मे जायो नलिनु एद्र हा लवी कि० कृतिका रोहिती पुनश्वसु तिवारले स्लेबा कब ६ ७ चित्रा १२ 5· - qu नरपि संगमाह । कितिएरोहिणीमिसिर (दाय पुर्णवसु पुस्सेय ततोय असिलेसा मधा पुरवा कालमुनीहि १०स्त ११ स्वाति १३ विसावा१७ तिज अनुराधा जेल १७ व मधातो टीका गुणीज्य चित्ता ॥ सादिविहाय हो। अणुरा हजे हा मुला मुद्दा सा तिम तरा बारा विल२१ [ धनिका २२ सप्ततिया २३ वाह रेवती २६ मत्व राजपद२४ २५ दास उत्तरा ॥ निरसवल लिहा सत्त जिस या हो यहो तिनह्वथा नीख रेवास्सिलि भरली २० ए० एन-क्षत्रनीचरिवानी श्रेणी से०ए [ते० ते नक्षत्र नाना मला क्षेत्र नाते अथको पते वा वीस जालवी नक्षत्रने विषे जघन ने नाम नाम से ० नक्षत्रनामधीधाना नरणी एसानखति पडिवाडी सेतन खत्त माझे सेकिंत ॥ अग्नि टिकवता तेह नेवि पोते निवृत २ निसेन निरक्षित रहा वनेनामे नाम देवयानामे ि नेमा मे नामग्नीदेवता प्रग्निधर्म नियाहि देवानामजा लवाजावत महामही गोथाजालवीकृतिकाना श्रदृष्टदेव हिका ने किष्कृतिका हितिकादास हिका सेन प रुद्र४ नुक्रमे 4 आदित ब्ररुस्प सर्प चित्राहाम १० सविता इन्द्राग्नी १४ मित्र १५ ट्रेन ( तो ११४१२ वायु 93 रित्ती विसइ सप्पिं पिभात मतवित्तात हा वाय दगिंमित्ता | इंदेनार तीला उ १६/१७ ४ Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यावर विश्वपत्यकल २३ जना अहितधमनामजम२८ञ्चेनिश्छनएन सन्ताहवताप्रमालयाच ब्रह्मा २०विसु२१ विवाहनेगमेहबा२६ अग्नि२० अधिष्णदेवनानामजालवासे०प्रथकोण पथातर ता सोयबविणुधववरण प्रायविवक्षिसोगिाजमेवेव सेर्तदेवनाने सेकितंकु नकलनेनामे उमणप्रधानकलनेविजेउपनातेनाग्यानाकुलनेविउपनाकाकलप्रमाणपतापमानामथको नामनामश्मनोमकलमेधिवेपनानाजाना वसमावनासातपाबंकनउववनथापवेका लेनामे ग्रानोग्रागलारवालासा कोरवासेंतऊलनामसकिंतीपासडनामसमले नामतेपाषंकनामध्यम पिलमनिनोवाकीसपा सन्तापाछ सेव्युद्यकीपातेगावातगणनाममल वापाकाका मन वाज्नी साधकानवारिता वनयाकपाबहानमातकाल'कसमोसावा वहानामामलादनात माम (नामतहवागुणतेहवानाम मलहीन्न चंडखगेकाची निपतावसेंदारिद्वायत्सतपासंटनामसकिगगनामलदिन मलहमलोमतहास सेन्तएनसलमाछानाम सेफ्धकोलतेकोरकानहीएजीवनाप्रयनामापरते सस्थाका रोगलनामनहराहिकजवताकिचरानेविधमाजातला एकचना धीमत्रदेवमज्ञहासेमल्लरसिएसेतरएनामे सेकिंतजीचीयनामावकरए मुचकरनाबाले०सपमाहिना पनववीनेनेटबीनाम लेकाजोनामथापेसेन्तेजी जीवातनामनाथकोणते नउकरनामा तेस्पोथावाकाजामानाषी बचानेवनामयापेते सफायातयात्रा मुकरजसपापियाका सप्पएशियएकछवा सेतजीवीयनाने सकिंतपानिप्पा पोकालोमतिमा मनिप्रायुकनामावेनिघालुव्रतके श्रावाहिकसा बीजालासेस नेपानिप्राय कमाश्मामथापी वलीवालुलसराक्षसोनामदेसकुही ऊनामे यनामेणबयानबएबबला॥पलासासिएपीलएकालैपानिप्पा सेन्ते ए०० नापमानामा सेक्सब कोल हयप्रमाल नही पाते ०धमास्तिकाए यदेबाले यनामे ॥ सेतहवणाना। सेकिंतवपमाणे विहेपत्ताधम्मचिकारा बा Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अन्यो । ८०% तसे३ अार एकसैप्रसमसमा मातम म अथकालबा जानतकाल एमडअनासेमाको तिजुक्तनधरूपमाप्रकार बनावतेजप्रमाण बाजे जाक्नधासमएसेतंदवनामे सेकितनावपमाणीमेचवितं समासिएतीत भावनिका प्रथको हातेसमाधानहनयकवमासमवति तासमा बाटिकसमास२कम कि करवसमामासान्तस ही एमाह२ सघाएसमा-स चायारुतिसक्तिसामासिए सत्तसमासम्नर्वति।बकरचीहीकधारए द्विगु समास सुरुषसमास भावनावसमास सेन्थकोहातधसमासचायपास्त स्तममे30 एकसेबसमात सातमश्गुप्तचोप्तो प्रतितोष्या उरएपद प्रियतापुसे३वपिनाएगसेसेधसत्तमे सक्तिंडaf देताचष्टी वजलाकरयवहारसनाइरथावस्त्र । तिहारचात्रवत्ररहनु स्वधाकोसनेमहिषसाधलातल्चे ने पावेप लोकतन एकपदथाए. पदमलाकरीतिलस्वाहीमा स्तनीय दश्चस्तानाबस्पाचवलपमवाबहिटिस्वनक वयाइनप्रदिसतमकुलमोलस्वरलकति केातेवव्रहित्पवधनय त्रीसमासःलाले०एगि. उ नऊलेल्वेपथासेन्तेले०ए हंधसाससःवरुधनःनिवजीव०वा शिरिषतविक्रमना लैं॥शेतदमे सकिनेमाससम्मथ - बधीहिसमाफलाममिगितिकडघकय कवव सो। एतारिषचत्तकुलियारकरचण्हतावनीहस०अथ कोणतन्नेक०कमधिारएनत्याय विप्लेषण मानवतजालनसे०ए००८. मास नीलचलतलैचनीलोत्स वासाश्मोतिरिफलिपकडयकयवाासत्तववाहसमास लककामधारयसमास दोलजेन्न-क्ष नवाजाकानीजलमगका स्तषकाही स्वेतवरकराचोलेवनस्क्तपटक नबलदेसावधचलनाचा कालोतक्रममा कहियरहि । । हिंदू धवलीवमहाघवलमहीकिाही शिकिएEAEI सिडीसयवटा रतीब्रतवडी|| ५० Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेनेए कर्मधार सामथ कोविय निविलकमुषाएकठाले त्रिककहि त्रिलमीता एकताला तेजली ਰੇਜੋ ਵੀ समास समासछ मेकमधारएसमा सिकित विमा वितिकमाणिनिकहतिलिमऊरिसाती विरामककहीए वणगुण एकत्र मेजगी त्रिणरणाकहिए विपनतेनपित्राचघरकालले एकचातेनी वालेएका. कहिए बकहिएऽत्रिविकएका श्रो तन्निगलाणिविरान्निसराणितिसरaaपस्कराणि तिपूरकरतिवध्याणि स्वतनलोत्रिवि त्रिसवेचएकठा सेनाका पंचमहाकहिएसातवानतिशलीसन्नवदकहिए ॐकहिए चीचेञ्चनपभोगदगहथीयारळे एका नवरंगाधोकाएकाले विविऊयर विलियइतिष पंचणचणसत्तायासतायंानवरंगा नवर्यग तिनजीनवरंगकेहिएदनदेसयामकहियन्स कहिश्से०००शि०हिएतनत्युरुषसमासबसमादा मधामएकगतली5एकालीसम्म समाससम्मायकीमतेने तत्पुरुषायाम प्राप्तोग्राममा समासा दूसराणिसपुरंतदिगुसमारी से कितीतयुरुसेसमासेत्तीले साइतितस्परुषति निकामकाहइचव चवमहस्तीकॅहीएवनवि चनचाहकॅहियश्वननेविवव तिर्थनेविखरहेतेनीनविरहिवजेतेही बरहियजेवगहमरहम रहियनमहिवनेसो तामह कातिकाजावरोहलीवण्हवणेवराीवलचराहीविणमहसोवेमहेसोविणे बकहिएश्वननेविरसी से०एततसुकमसन्मयकी अयिनावसमासह तथामध्यप्रव्रत जमारनवनमयुरकहिना समान ब नानेमणसमा अनुहोकहितमा सयरोवणमयूशन सतारिससमासेसकिंवनावेसमापण्यान्मए ग्रामनाणसीताम०प्राश्नीसमीचचथाम कीघ्डतामारगहास०एमव्यजामास मध्यअनुयामकहि नितेतन्मणफरिस नेिसमीचनका लायकीणतेएकसेबसास जलिम गाभोमणकरिशचश्यासेतमश्नावेसमासे सर्किएसेसेजहाए Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ल एकप्रकषधणररुबनिबन्ध पुरुषतिम०मक०सानरच्यासा०४ानश्यातवाचापातिएकसेसससास तिम म ला एकसाथीचलानेएकवचनाऊन्ल्पनेवऊवचनाम चपकलानेनऊवचनपखठोसमामचंख अनुमोमोस्सिी तहबहपुसाजस्वहवेहरिसा तहाएगोप्तरिसोर यनामानामचनामन वकीसावणीसा ८०५१एकोषसमा से ते एकासमास से०मथकोणतेतति तदीतनामसाहबू कनि करवानामलि. स अननम्रतयत्रत्वानेनिबजे काराव्यातरेखा झिलविताननाम ली सेससातसमाशिसक्तितपण्याग्रहविहाचा०कनिसिप्पसिलो संयो लाधकमाकना समापवाचानामपान्वयना सपनामसिनामधमत्रागन काकतकामचोजागनाम म संजोगी कना सयुथनाम म कारनाम सेअथ चलेकमनामटणहाराहि सदा गसमाशसंश्म्स याक्चल्यत्तयनामहविहर्कतकानामहविक्षतः तनाव्रतसातीनशीपानन्टलानानहान्यायपहारवासातपत्रानीवतिभापत्रधाररूषवस्त्र.मनोव्यापारी लको कथव्याकरण काटनीवहिनामांकनामीप्रमुखकदिनाच्यापायकाटामातेवोलीमा चासीयो वप्रितेयजाणवा यारी मसूत्रनोमा पास्तत्रीमो कपा नण्गुरव कहररावतहरएसएापतिएसोतिएकप्पासिएकोलालए कैलालमाहानेजाजनेयापारमकलालकािसीलवितानने संजोगगनामतेसिलना सालवावमुक्पा सेन्त एकानकरीनामनिवनुत्तेकामनानाथकोणेमवार्थकीवारोकोवलकर- रूपातरविसे या शतकमनामा सेकिंतं तिब्पनाम"नाएतन्नुवाएपश्चातापहवरुजका। ज्ञाननाममुजनीरासही हुनाकापणहारबननायो पुस्तकमालिघनारवरटारसिला की०पाटलीना नावणनाराजकारकानाकरनारवधनाकर थावनिनादीमानाकरना वरप्रभुब करनामा कहा तकड्काएतकामएचत्रकारांची कारएतकार सेल्लकारएकोहिममकार। याग्रमा सेन्चतन्ते सिलामाकोसिलोकमामाह स०सर्वअतिथीएससाक सेन्सर छजातिकनामनासिलोहानीकनामा वाची नाम सलीकनाम एसिसिप्पनामि सिलोगना मि२ समयमाहले सघातिहासतसिलीगनाम सर्कित Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेने प्रथको एतेसेती राजानीसमफजानीजमार जीनान जानीसाली रजानीत राजामीवेहननो वे पत्ता नाही नानाम संजोगनामेसरन्नोससुरएरलीजामाउरलीसालेरलीएरन्नोनमणिपतीस समीयतानाम समीवतानाम सेमथ को सनिवाजिरिवर्वतनसमिकनगरसेविदिमानविबसमीनारनवहरकन विनामाजिरिनगर गिरकही जीनामे से कित्तसमीवनामगिरिस्सम्मीवनगगिरिनगराएसनीवेनगरिहिसन वेनाटिकनदीमेसमीचे/नगरतेवेनास्कामते०एयरामीय किंकी संकथना रंगवनिसास्त्र विसबहनो विनायसीनगर नीयन सेतंसमीनामे सकिंतजहणेनि तरंगवरका करणहा मलयविमिकामात्मानुसबीकारक। विझकारक सेए संजयनाम सिमथकीतेशवर रक । नगरकहिए । जनाम रएमलयवश्वासरतामधीकारए विकास एसेसजहनासकिंतश्सरियनाम युवराजा तलाठीमार्टवाया। कतंचनामधीव हस्तीमालधन नगरसेवासार्थवास एश्वरनाम हन सेनापती ह । सन्मथकोण सतलवमाङबीएकीवीएसेहीसएगवसिवाहसितंसरियनामसेवितं अपत्तप्पूत्रनेमरिहत्तनामा चक्रनसनीमाता एमवलदेवनीमातावा राजानीमा जानीमाता सुदेवनीमात्ता वचनामममहत्तमाया चकवटिनायाएवंवनस्ववासुदेवाण्यामायागरायमाया एमाध्यत्पना सम्म कोणतेधाडधानता विलिटएहवाले परसमे पनी एधधानवीधा म यतामा नामावोललंवतिएहसनियजमवानीवालाने सेताचवनामे | सिर्कितधाउनुसतायोचरस्मनाबाएधहो । सईहप्तत नामनाम Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ०५२ घतेएरुवनीवजेस. फयनिनजरमेन्ते शाथीनिवनानाममतिबनीवनेनेमाचम मवारवान लेउचनीच मधिानसन्हषपानाथकिकीहानिनिफशिनाममा०शेयजलजमकयाएतेलणासलकहा मवानोअथवील महिनथवीनेविघयननिरुति TER ककपाबानरनावरे अनुमो य सकिंतामसावोत्तमहिषामतिरीस्चिन्नमरामुमुकुलसमितिमुसलं नगाडSepकातायातमीonकपिकोकहिश्विगविगककवानवशाहिकपरफा एहरूकुश्तेत्वविरगीते पानाचषकम्चयाकरवायाहालकाचपडताक०१०मुना मजलाकर कलकहिएग्जाकैरएबजे इनासे. स्तुक.कदिए करिवलबकपिळविद्यकतिखलचभवति चिखलऊईकाउलुक:बस्यमालमब पन्तएनिक्तिसनी सेन्त एजावतमा सेतेएनमा सेन्तेएसनामसतं नाम उपक्रमवारमाहसिकन्त्रा निप्रति इहजुपदस०से ह लुवाजुहारसी कोयण लातhanासर्तभावपनाविशतपमा0सेसनामसतनाम तिपयसम्मानीसके तप्रभवीजा कपणकतेप्रमा प्योतेनालेयनेविप्र प्रमालकालानावप्रमाल एध्यानद्रव्यादिहा-यारप्रकारप्रमालजालपूणोसेयनमाल क्षेत्राश्रमाला से किनकीयो SHएविहेपन्नतापमालाखेतप्यमाएकालेपमाणे जावपमाण सकिंद नव्यप्रमाणवेप्रकारेच चप्पोस०तेदेवाहपयवाविसिष्टमा एकदिवाप्रिमायातकरीनानुत्तप्रोसनि प्रकारेकरिनिमनोनावनात निष्पन्नासेम्मथकोणते प्रदेसनिष्यन्न छप्पमाणेऽविष००म 'पएमनिस्वनिया विजागनिबन्नयसकिंवत्स च०परमाणपकाचासायाधजावत सप्रसाबाअध्यातप्रसीयाबीनप्रीमो ल निधन्नापरमाएपोयलेपएसिए जावसपएसिएमसवधपएसियमतपएसि सेन्चएमरेसनिपन्नमविविधनयवाविसिष्ठनाजविकल्पप्रकारे प्रकारे पफामा०मानप्रमाणामा प्रमात्रय कोलते कशनिपनोव नानिपल पं० पाच मोतादे । नत्रमा बा er एसितक्सनिष्पन्ले सेकित्तविनाजिनि लेक्चवि ।।५००ROमाणेउमापन Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ या लेकर कापमानप्रमाणपणि सनथकीत हवेप्रका ००धानमविएतेधा समवाएतेरस मेन्यथकोणते भद्रमाणप्रतिमा माननमा धान मानप्रमाण ननमालप गिलपाडगारीसेकिंतनाणे विहेपत्ताधलनाणेयरसनाणेयासेकिंतधन्नमा शन्वेम०प्रस पयसलीमोटोघोना होवेपसलीकरसच्याएवाच्यारकवनपोबाथाश्ए तिहथेलीयोना लाथाएच० च्यार सेना लेही असन्मपसन्दीपसन्यासेतियाचता रिसेश्याकलञ्चतारिऊलयापलो व्यारवाel मारोहाच्यारिवादि होण्यामाविनाविज ऊँऊनया (हसियादिमध्यऊन वन थाए चतारिपळामागचतारिन्त्रादगापासावाटंगाजहानएसीएलगाम र०सालात्काकनयायासेवारामाटिकरिनामेममा धनमानप्रमाणेकर घर शिमएकालाहासयकसएकसएमसएवाहिएएल्धनमालपमाणे किं० पुरजोजन | धनमानप्रमाणकरी मु०परिहाति-माकहावचे मालिवोरा कमकोवार मोहाको चोहलीकोवितेहग प्रमुख संतले किंपएलएयधन्नमाणपमापिलमुत्तानिशुषमलिंदरवारिसंसियाल सोतन्याम्सचारहिया०धाननीध०धान मानमा पनी नन्त एधानमा कोहातेरस धानप्रमाण नि. नितीसिधीहनुमतपरिज्ञान- नहोनसप्रथा प्रमाण M धीधानमामान इनाएधनमाजपमानवनिलखणाशतधन्नमाण२सकित समाधन्न 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मात्रात्मापरलेकरीतकालनापक सामानवतयकप्रथवाचवा नामा०माधवालसादिकनेविबरततअटविसहतोकामनवगएक स्त्रीहरूबरमतेन्मारामजाल्पाला जपत अक्षयोसिं.नवन्ध जेजयामासाभवति।सियाणानारामधाएं कन्नरचे कलावणवण्सडतकानि उत्तमकरानीपंक्तितवनमत्या अक्रबातला थवा पुषरकमल फरताउताराएहवीवाकिमलपल्पी कासवनाप्रटननी चीखुलीवाचिवाटलीचावासालाबावावीतलावसोवरना वतिनेन्माना बताउगडत्तालागदहनश्वाचि॥ नारवरशीbfEायजालियासरासरपति शिकिदवकलराजसा मतगनापगलासरतातमाश्रुधोसाकमिउपरिविनिमतपरिमाशिप्रकाश जात्रभुबवक उरलालधाउपविसमा ।काप्रकारउपनिबसवानिजामगातटालकचन्धनकोटिचिचिय देवकलना॥ पवाकनरवाश्याफरिता पगार रालयचरिथदारगीररया हाथ प्रमाण रथनामाभिरियाहाअंतरिकनावारजोकीदिनीपोलिग्रामारतवतानानथा एकदाप्तिलेथावनाधर राजानाधरवाजचधला से सिघीकानेमाकारधिनमानिोमिलवीथापना वि.00 Hथचीकथापनाधत्तापंथ पासायसंघाडातीाउछन्चरचमुहमहपहपहपह" स डगरहोजाबाजप्रति नामिलवाचनंचसुबते मोटुदेदक जापारिकातरवारसंप्रार्मिक संग्रामिकाचरिको क्रियाकारेसहस्त्र मोटारजमानिनेरानाहनातेवथगा नहाया प्रमाण वालियानावेदको-सरसन्न(जाममनोहोएएसनाविस संदमापीयाघसरणलेजमावा-सालयनाटिसपलामी०शेविकाऊटनाकारेसंद 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आउसनकातिहान्निएकम त धारामचनगरानी हाचamसे०ले परमाण छाक हाथ 33 सिधावाधावागाहेाहिताशाहिद्याासातबधवानेछावा अतर मी०एममहाएको मानहानि निहामस्त्रक्राव मेहराजममममकायनामध्यमध्ये मतिनजाश्टा एनसमनिहाचे 1a नोण्हेसमोनोवलसकमत्रसेहरानामगणिकायसामनमविश्वाधा मोजायकग्निरुपसत्रहमश्नहाहजरुपमरूष्माको त' जनेते कलमत्तकातीर मेघर तो दमेघ हता वीखएमा। सरपतळशिया नीतिजावकमसे मोखलमांवह सती र मेघसरसार मेपल्वासेस तमासकरवुक वी०वनिवजाह हा विआ | सेवनमा । रकमेनयुकलमधलीनमजना लसम्तमहा मेहमाहि। यसमादामेहता अस्समझमझेबीश्वएाहितावाश्वएघासण्तमुद तिहा वाहिनीन०महानथसमधजावतमहामश्चतिहासस्त्रमहामेहरमीतर हबीब नीथा कतितेवर माणुउहनगवंतबुजा लेमिसा नारहेसमहे ।। जामश्री गंगा एमहानए || पडसोय धाएत मस्त्रक्रमवहे। मे नाणसा Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रा०रा होवश्सीजा सेनेवरभाउमाननिहावि० नोनही प्रथा आप्ता व नीमही स्वनि विनिधातपलवापपुवाम समथ galमागया। हवमागबेद्यासितवविणिघाममावोया नोतिजावकमहीनोखल 12049वासस्त्रक्रीन सेत्तवरमा नन्हाउहरूपातलीनागाधoपायानावि सघुमतमध्ये अथवा है हावा तति मध्येवगा है हा तसंकमसतियाचवा उहाविरुवा गाहेबाहितगावातिल पसलकपफ्लायामर नहीएमयसमयसम्लेकाति-वो पता र जेनिश्च नसमर्थ लावतसारनक्रमीमहि परियाचया पतिजावकामेति ॥सणभुतिरकोणविशवजीकरनसकारात वावा . परमात कक्लाबोल आदिप्रमालमानत्तापरमाणुऊलनी । समुदाय सेयोगमा परमाएसिधावतिमारपमाणाएं आतापरमापा पोयले समुदयस मिलवकासातेएकपमाडयएसननिसन्नियो । सन्त-सनियालया। मितिसमागमेण (साएगाउसणुसरिहयातिवा साहसरिहयाश्वा उRणुवा तसरे रथरणमाउसनसनियाकसन्न सन्निया रजहीमासम्नमन्तिमाला० । उकधरेणु। एवारहरेणुश्वा अधउसणु । सहयाउमाएगा साहसहियामिहसएहसहि आहउघारे । साते तक | ब्रमणुयारात्रसने मा०ते याउ साबजाउटरेणु रसालासर धारिसाए तसरे || बसने Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सा०ते रेल रुना थाइ प्रथाए एकवाला थार 1 आरे | देवरु त लुग्रहत सरेणुसा एगारहरेषु (अरहरेणुदेव उतरकरुगाणं मथुयाएँ (से एजेवाल एक वाला | देव उत्तरकुरुना मनुषनावालाइ | हरियासर मकवास भु तुबनु (से०ले एक वाला देवकुरुतरऊरुगाणं मखा वाला ग्राहरि वासर भगवा साल) सेएयजेवा ०४ विश्वास नाममुख नावाला1 हे०हेमवय वय | मनुष्यनी [सा लये लाडहरिया समय वारसा म एसा लंवालया । हेमवय एरनव या ऍम एसा एं नवय | इन्वयनामनुषने [वालाग्रे | हर्ववाह | वरविटे ह रहना मनु से एगवालयेह हेमवय एर नया मलुसा वालग्रा | पुनिविदेहा चरविदेह' ते एक चाला यथा । सर्वविदेह पश्चिम विदेह म० मनुषनु वाला करी (सा०ते क { रामसासे | एग्रेवालये व विदेहावरविहा मसाले वाल्या साएगा लिखा निबधाइ हेलिषे [ सा०ते एकाइ | हर / एकनव माथा | व्याजमध्ये (एकल ले ले ग्रहसा लिखाएं सम्यगानुसार जुघाउ साएगेजव मे । अहजवमले से गेंले अंगुल प्रमाले । कंमुले ] चा [बारें गुले | विदथी व वीस | हाथ / अडतालीस नए गुरुप्मा लेला वारसलाई विहळीची गुलाईर एक सा०ते |रेथरेलुथाइ | Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ऊ का ब°न्तुममा गुले वन्धप धमक मालिका मक्ष अनुयो यड्यालासगुलोकजीनामुलाश्दै धातिवजुएतिवा नालियावाले ८०५७ मुसल | धिनुष्यप्रमाल । सेवेसहस्रधनुव [ गाउ पारगाउए जोजोजन हलिउसेवाग इवामुसलेवा एयधएमाण दोघाहस्सा माध्यचत्तातिगाज्या जोयएयण कि.स्प्रेजोलनात उमेधाडले । नारकी । तिचिनेनि | मनुषदेवताना सस उसेगुलेणं किंपण्यायोगले निरश्यतिरिश्वजोणियमएसवारी सा मानवाहमा | मविल । नारकानिह जगवामकेबदी मोदी सरीरमी सव माहना पो रुन्चे प्रकारेप पी मिशाहलमविचंति नरश्यानतोकमा लियासरोणोहा (0ो विहा० नरेपजिवधामती सी रमावासमवेकियनकरतेहामवगाहमा देवेमाहिलीजधानासाने जान्न लोसारकावेगाहनों FFOवधारणिया यातरवेवियाएतजासाजवधारणिया साजहन्न गुलने संम्परतमाम उत्तकधी वाचमश्चनुपातति हात उतरवेक्रिया सतना न गुलम्सअखेछजाम नक्कीसतापंचधणसमाईलेजासाउत्तरगाहाप 1.ममा गुलमसंब्यासमोना 303त्सकहजारछनु । रत्नजायची गीहविहा पति [गुलमसवेधजागं उचोसेणेघणुसहस्सा रयणनापुर हमा NE Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वान अविया तपासालाहा | जाले सानोमुलस्स नारकीमाहेजा केतलीसनीयवाह ०पहचीजोहगोम प्रकारपकप्यासेजजवधारणीकस लेहेबाहेक सनीसव दिनेश्यालले केनहा लिया सरोगाहापं०) गीविहां येत नवधारणिधए गाहनात उतरवेक्रीय सति जानेमानेजव जबलसागुलनी अध्यात मे जाग उतक्रटो सरनीमचगाहमा धारली उत्तरवउवियाद ताजासानवधारणियाजहलेणेगुलस्सअसवेद्याभागाउनोसे सातधनुष त्रिल | हावी अंगलाश् । बिहा | जाजे | सान उतरवेक्रिय जघन्न। सतधणरतिनिारयपिउब्धमुलातबाजासाउत्तरवियाासमहालेलगुलस्स श्रागुलनेस व्याला उत्तम परधनुष रो०बे रहा थावार आएन । एमसर्व मवेाजागाउकोसणंपन्नरसका२निरयणीउबारसगला सवा। कनेविवेकानवधाम उत्तरवका सतिहा। जाजे सावधारलीजधनोमुलनो अविहाविधारणीयउतरविपातळ सांजीवधारणाप्राजहलेणगुलस संख्यातना विमोविएगी। उत्तरक्रियाजघनअंगुलनेसेपासनेना मसंवेद्यना उसेणगुणोरगुणो उत्तरविया जहगुलम्स तक्रष्टाधेमपाउचमला मेअनुमानप्रेमु । मानवअनुत्तरविमानवामी-चावर खधम्नागें उक्कीएं गणोराणएवमसुक्तमानणं जाकमणुतविमालवासी Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साफ्मावतीसारनीअवगाहनाजणवावन्तवमा सपथी तेदेवा सुचिमालपपवधि नाचगाहनाचहथीनाराहसे०तेउमेघागल कागु लप्रमाण १ प्रदेशमा की कासनीत्रणीनेची मनुयो सासगसशरोवगाहामाएियबासेसमासघaवह पं सस्याका प्रमाणागुल तेप्रतम्या काजतघना म०प्रलयकतवजनमात्मामुलनुसवयीथाकास-बी लगाधन-आशुलप्रसंध्या ०५ जलवलीसुचीmगुलमगुलनामाकासनदेसलेयापरतरकौगुस-मसालगुलामे० ०ए. गलेपांगुले घणेमुलपान्याजहानायगुलस्सू ।। सेतउसगुल्ले उमेधा गुलसनथानापरमपरकर्षकप प्रमाण प्राजेनामामेबमाउचोटिसिहिमवतसवी साधत चावलचक्रा कोणतेपरमालतेप्रमालागुलएककराजाविणवततासमक्लयसनाचाककब्रतीनोमकत्रिएकले सेकितपमाएले गसरन्नाचाउतचकवहस्स महसवानाका कमावस्तरससरसवपन्दे२ गतीरत्नमजएमकरिव पधनी रुतलोकना चीगलादिकजा कविलोमीवचिगोनिसासोमासेएसान फलाहिक रत्तचक्रवतीनालिवाका लनानिधनाजालबादि श्रमलना गणियात९३८८सा वालस्ससिएगहकिलोहिदिपिhra चमहावाबामहमंधत्ववत्तला३६० अधउ १२कोएसजवसत्यको हिरणनेस्तानेसमाचारंस बनाकागपिनेया लायरिने पासिनतकत्र-व्यावहाथसंभवतेकागारलना तथाअनरायनाचारमुलप्रमालामकाहब। गुणावारहोद्याचवरिसकवचास्सरीमलेगाकोडि13सहगुलविक्ना पतसनराण. गुलजालनमतातरमैनवीएततकेधलीयन एकेकातरनेत्रागुलेप्रमाएमीवीरमावणहाथसाढत्रिलहायन-पने कोनसेचा गुलबभपाहूलीन वारसधातुले हायनातेमाटेनीवीरमधमाशुलीमेधो गुल तेज सोल्केकउसे गलनाश्तेधानलमाSSS सभगवमहावीरस्सागल धागुलसहस्त्रकीतप्रमाणन्मामलहोतेकिमनरसन्चकाप्रमाण गुलकी एकमोवीसन्मागुलमोहोजरतन्मात्मागुलमप्रमाण प्रभागुलएकजजीपञ्चसधनुषधामुलइतिहाएकधवबनन-मालमानतमाली ४८००० सधागुलथात प्रमाणागलनेविनमारमधागुलहाजन ८००० मजालीस सहस्त्रनाक.inl पतावाससंघातना जहरतातिलानललानेजोमाधागुलथीभमाए-गुल ध्यार- सेजहो नासहस्त्रनाकिमहोसतपरखमायगलनोअनेअंगुलचाहपए तभतीनचारमापली वाल्पा Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पलाय-क्तयथावस्तिचितवातिवारच्यारसमलजी एकगुलविषनपारसल्संगलवाचकालविता ननवासीधागलरूपवाहल्पवणासघातेच्याशलन्यारीप्रेगुलरीधमसिंगल विनासह सेवकपदीधप्रमालसचीप्रमालालनीपजेपारसी मुलीनगुणमा एभिगुलागलेषपातलोन्वेषगे पेवताथवेचिहाथरस्था सहस्सगुपिण्यपमाल्लनायगलप्पमाणेलगुलाउपादोपायाविही। रो०वहाचाका तीस्वमुखसहस्त्रधनुबगाच्याना जीजन उपयोश्यणीकारक दोधणुसहस्सागाज्याचतारमाया प्रमालागासप्रजननतरकहरलप्रभाविवालिकामालिककाम जवनपतीप्रमष वीलाबजाजमनापात्लाना बनन। जोय एयण पमाणाले किंपज्यपुढविणकडापायालाणाजवणालेजव नवनपतीनतिरावायाचनातनकासानाचे निम्नाकनाशवचरस के०कत्समुकल्पनाविमाननुविमा स्निवल हनुमरकराव सीन काम पायकानु नमाक्तिन पापण्डाहानिरया निरयावलियाणा निश्यपछडाकप्यानिमाविमणा विमानमापाथ निम्न टेकवलकरादिक नु.पत्तनु सीमयुक्तषवत्तनाथास्फूर कानु विजयनु बलिया बिमाणपन्डा टेका कुरालासेला सिलीचमाराविजयाग वषाभापवावबहाधरषचना वर्षबनर्वसमुहयेलीनस्व व्धदीकाहारमा चारपातार चनु त मा वखारा) वासावासहा वसहरपक्यामविलाएं वेश्याल दातोरणाचा समुद्रन लावधळ (उचउपरी शुरूप मवीए परमाणुगल | संक्षेषयको विनिताप्रकारेषरुपात है। मा समुदायामविस्नुञ्छत्रुवहपरिवेवोमविवि सेसमास तिवहे पलने तं० Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रध्यात भोजननी को कोही नीली एक दो घनते लोकनामा लागु ले व्यत जोजन को कोही नीली एक आलो से कोशिको मुखप्रतीम अनुवो सेरिमेगुले । पयस्त्रांगले घणेगुले । प्रतखेाजीय कोटा कोडी 2026 से०ते श्रेणीसंघाते गु लिए सेवाने सेटी सेटी सेटी एगुलि ककरिए तो सं सखेाए गुल व सेवते ते था नकली का वो सात कसे स्नान करोति वारेसं० से उपर तो लोकथा या तोयरे । पयसेटी गुणी थलोमा | सखेाल्लेली गोल से खे झालोगा - पातालो को लोक करिय मत्त लोकमाप वजे त्व नियम सर्वथी बाडा ली तोति वारे बराथन गुल से ष्यात गु ६० चे प्रका गुण्छेि लोगो संवेद्या लोगोणते लोगा मुलिड (तालो का व्यावभ्यं तंचेव प्रमाग | सन्ते (ले० विजाग निष्पन्न ( से० ते ते० ते क्षेत्र प्रमा से ब० से०मयको (क फूल सेतैमा । गुले सेतं विभागनिष्कन्ले (सेतरकेत्तव्यमाले से किंत् । कालमा विहे कप्पो नं०ते प्रसनिल दिवाने के विभागनिष्पन्न से कि० को एते पदे सनिष्पन्नकालना विभागले करि निष्पन्न ० नं० । परसनिष्फलेय विनागनिष्फलेय | सेकिँतं पिएसनिष्फले पूजसमग्रहि श्रसंख्याता समयस्तिनी संपरत समयस्थिती मेन्ते एप्रदेश निष्पन्न इ०एक समय नी स्वीतिना जाव तरससमय नी स्थिति ना एजा व दसम यहिए । से० ते मथ को बिना निष्प ते ने से किंत विनागनिष्फले २ समयावलियमुत्ताक्सिमोहरत खिद्य समय दिइए संतसमय विलि को था ना संवेद्य समय हिइए सितंप एस निष्फ ०१६००२१६७ प्रावली मुसदी वसम०३० काशक तथा मुर्त हो रात्री कमासाद्य Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ना मारोशनीशचनपक्षपातवर्षऽपल्पोपमण्सकका सेनाको लेते समय समय परुषाकरस्या मासक्रमाससवनर केमिसागरनीमालिीमती भवतिकैनुभन्म उत्साधलीपुऊलचगवत क्याम्प्रल्पनातक थिरवस्त्रकाता सवनरजुशयलिया।सागरउसणिणीपरिया सिकिर्तसमएसमयस्सापरुवणकरिसा से०काइएकजथावरजानोहीकी सफणावधता वलवं चोथामा अदा ८. रहतहाथनायजेहना मिसेजहानामएनागराएसियातरुवलक्जमबुवागअप्पायकथिहथे। तस्विरहस्ळदहाथै चेपासानेप्रणतरपुटिममतलनेरुशालनसभुज०ममअलीकज जोलुपमशलानी मेघमजेहनाने वाली पार साथलक० वरिष्ठ रोवणयाम्पातेहनाते जसरीबहानेसरलस्लपणादिके करवा दपाणीपाय॥ पासवितासफवारणएतलजमलजयलपाणिजबाऊ जयलवार निलवधमत्राककनिस्ववचारलोकविशेषतोकथनाधनविसेबलकनमुह निम्नाचेककाशा शिवधोळेहनोलेचचन। यकस०समाहत्तप्रतीरिममजासकरसाक्षिकएहवाकायलेजेहनामले ललिवियुवरावधेचमडगउहहियसमात्यणि वयगतकारी लक्षण इनुप्रयन्नत जाजाजीवउत्पादिकजवि जा याममतहमा समय 80 वेलक संसहित लोगनाह नारंध्याका मरने वलिक.सं०सहि कै. नस सिन्नवाचकव्य रवि "दयनैवी प्रकार प्रामसमविध रचण" जयणवायामा समरस्सवनस्सासिमामयस्केपतहे। सल परिष्ट एकिकृलसनाकावी कार्यकर निरणधुपायनीजातसुक्षमविता अतिसुक्ष्पत्तपटमा टिकाहायग्रासरसिकराम करमेधावी एकवारसामसु नसेकक्त एकमोटीवत्साटिका" हित सिध. महावीsulgणसिपावर्गमदपसाडय पसाडियचगाहायसयराहल हाथमात्रा अपमारे तीहासिब गुरुप्रति समवोल्पोहेजा जेतलेकाले । एजीनेसर वेत. मनसारातबीयपणचणएवषयासी जेणेकालेगातणे पुन्नागहमारी Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लि नेवरवाटी का । अयपटसाटिका साधकेकी हाथमा फालतले का से०ले स०सम भत्र महोत्र थवानकर अनुयागातिसेपडसाडियाए पहसाडिहावासयराडरचलित सारिएसमाजवनी३ण्हेस। ८०६१ उत्तरकहकनानही समयसमयसिम्पनिजलसम्पानि थसमद्यमिठप तिनला संपातनुतापने समुदायनेमिल हो।रुषसेनीगेका घरमालिका ककविसामा टिममीनहागुरुकह महकम्हाजम्हाकेबाणे तिनुसमुश्यसमिसमागमे पडसाडियामिपमझ निजउपरलीनामा देटिलो तार | नान्वर अनेमसमर| उपरलो ताशिव सिनेमा रत्र उवरिल्लेमिनाचिन्तहिडिल्लनुलबिछान्नेसनिवरिोवविध हेगितामविनी मे०ते समय नदी| एकदिना । गुरुप्रति मिन्य। नमिसमरविनइतन्हा समतलव एवंवटेतचन्नanबया एमवील्यो। अतलकाला पाश्स्तानाहनषत्साटिपरलीतकातलेकाले गुरुवोल्पान्न कान । रसिया एवयासी कालेणतेगडनायदारएलातीसेवासाझियाएउचारलेन बन्ने चु किस्पाजपशवोल्मानेनण संव्याति पालमा समुहायने मिलवारूपास मास (तारनियज उपग्लीमा सेसमएनवतिननव कहजम्हासखजाला पाणसमुश्यसमिश्समागमेनतन आटे हबलावामिएनुहालीवानिलनदाइन्वर समर उपमानी सानो पिकजुश्चरिलेपम्हे || अनिहिडिल्लेपम्हलबिश्वासने मिसन एउव १ Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हा त्रुटर | हेली| प०याजी वि० । तप्तेनीमेते एकतापत्रुटता कालथ् । एमयोलता योममोहनही रिल्लेपम्हेच्छिन्ननिसमएहिहिषधिछातम्हासेमएनवीएर्ववर्यत गुरुप्रसिध्या रमवा जेतलकाले। तेन्त। हमजीमच। तीते सारनाउवला पनवयंचोय ॥ एवेवयामि जलकालेणीतलागारणातीसेवरिल्ले पानिपानि सन्तत्तलाकालसम्मएहानसिकपुनकिमानसिमलीलामडाविसीसेडासनवि हो नरेसमापरित घरमाय पहेवि।सेसानएनवश्ननवकम्हाजम्हासघाए अविसघाएतहडिलेस मानतसंघातएपानिमाजमनेएकोकसमथककसंधानलेवायतोमानेकालपान्निवापाममहिएके कसमयमनत्तशधासम्पएकसंघातलेशतिनावेजीमकोइकरारुबनगनाहियावाल्यातसमयासमा छानविसंवाअश्म नमिसमरजातन्मेरकासनहस्उलधामयाहनकालनमा सरिकनी प्रताहर) विषयानतप्रमाणघसंघातमतमतसंघासमरसमुदायभिलमम्जोजीकरिएकपामीनि वरिलेसंबाएविसंधा मांगताएंघायासमुस्यसमितिसमागमेणाएपम्हे उपल्पासघात नेरेसमय शिहिला संघाला विधतिरक्तनपी सेामही एकथा समो जश्वरिल्लालमिसमा हिडिसघाएपस्तम्हासेसमएनएसीसुऊ मुमत समावफप्पा | हममए प्राथुषा असंख्यातासमयना समुदायनर मिलवाकप मजोशीका वैत मत्तराए। समएपनते। समाउसोपसरवेमा समायासमुखसमिसमा Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ का ज । सान्ते एपका संसै ख्याती प्रावल | उसासो निसा-सो | अष्टमी । मावलकाकहि बनुया समाजमेणसाएगापावलियतितुचखेवात्रावलिया उसासीसेकैद्यावलि ट०६२ जूनायीकाहनीचीचोठया या मनु एकसासयु निसासएप्रमाण काकालमा नविसेब नानीहासोहहस्सावालस्सनरुवकिस्सजेली गेउसासनीसासे एसया कहिय सातप्रमा कालबोवेकहि । सातथोषमानजकाल । तेलकहिएसततेरिलवर Magain सत्तानियोवे सत्तथीसिलावालवासातहतरित एकमुक्रर्तकदितिर्थकर । त्रिला हजारसातसत्रि होतरि । सामुसाए । ए०एमुकत भएपोकहि एसमुत्तवियाहिए। तिलिसहस्सासतयसयातियतस्विनसासाएसमुकतीन सवमत्ततानानारणिमुतप्रमाणे त्रीसमुऊन अहगानीमात्रविसब realiaलियतनाCिMमुझसपनाले नामुकता महोतंपल पानामहारानी कपक्षश्पक्ष दोहोमासेरि । वितरुनयना देनयन संवबर साहोरतापवादोपबामासी हमासाकविलियमयण राप्रयास ०पच संवा जुस । वसनुग। सोवरम१०० दण्डस्फचरसे। सहस्त्रवरसे १००० । वछ। पंचसोरेजयाचशयाश्वाससयासवाससयाश्वाससहस्ससय ६२ Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोहजारवरसे | माधववि००००० चोपासालाधवर्षर | ० एकहात चोरासी वासमामा वाससयसहस चशसाईवाससयसहसासरीपुर्वीचा लायसवति ) ने एकप्तव चचउरासी लापरव६ । मे०एक हितो सायंधुधंगसयसहसासरायसीययुचसयसहस्सा सेरोमियोन। ०चोरामीलाघनरितामर से०ले ताकनटितभचीमा गुणाकरतानश एमकमी धागावच सोलाबानयोगक चासीनावाडयशसयसहस्साईसेnaleelएकत्र चएफएर उपलाउय | पसरा पद्म नलिलागन अनि लण।हिनाउरा अनुतन प्रजुत्ता प्रतियोग सरसपहेलीया रुलीयो उप्पले२ । फमेनलिविनिमयअनुए पक्रयलिया। सासपहलि सीसपहेलिया एतलजलाका1०(जतना विषएतेलपरासपनाले० किमथकील यीसीसपहिया । एतावतायागणियस्सविस्सएतिलामसकि सन्तपमा वेप्रकार पक सिखाहाचल्यावमसागशेषम पल्यापम त्रिशकार पप्पी Faशिलउविजापलिवमेयासागरोवमेयापलिउची विविहे ५० धारल्यावमवालाउ तिजेउधरअन्धा पल्पोपमत सोरसे कामप्रद संभुळधरसेनापकिको कराचसमुन्नसमधनत्राथालयअपहरदो विन्त्रपल्यावमतेन्यालेधारपल्पोचमप्रकारेवरुया उधारपलिमे मधापलिवमेखितपलिवन्नेया सेकिंतष्परपलवमेविहे रुप प्यान Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मासूम चल्योगमवालायनारिकचल्यापमते मेम्पराको जीएव्यवहाराहीकनुपरुपाकी वयहारी। सामनवजीएवण्यवानति हाजतसमपल्लोपमालाघाची एहनाकरिसरतति कपल्याय नेरुन बोकीभीएस तेहि। हाजजे कानुयो पं00रूहमेयवाबाहरिएयाएंजेसमऊमेसेहवाईजेसेवावहारिय स्तहाना ०६३ मध्मानमीपलानी जोपमा .मावोवोala सविशेषका परिधीकीएत से वठेवला लोजीजमाईनचघरोतलेपल। केरोलेवाटलो । क्षेत्रायलेसियाजोन्नत्रयामविरकोल जायणवतेलातविणलंसविसे सपरिरएण से नेपल एकदिवसमाधिदिवसना०प्रफउपाध्याउ स०कामलागतस्याचाची नस्वी वालाथनीन्माणी ते वाला जांजावतसाच रात्रीनाप नेभिवमाका की यएवाज एहियहियजाचा सेतातपरुटाएसम्महेसलिचिएरायवालकोडिलातावाला स्वानेवालाअमनो-भिनेवाल मीण्वायरोहमश्नसहमहाविधानो० ०सीधुनयान सेयहमीनही मायनहाए नोटहेंया नावाछहरिछा नोकविद्याानोविधसद्या नोसएतार हवमामलेद्यात सेवासमाहेथी एकक चलान अपहनजेन से पचल्योपमा वन्तरि निद्र तरह निलष्टत समयसमयप्रते वासुध समाएाणवालजमवहायजावएणकाललासेपल्लेवीले नीराननेनिन नही सन्नाले० सलाकाल वालप्यनाउघरवाणेवमहाकधार। नोवव्यहारकाधीउधारचल्यो चम चल्यो चमनी बमकोका कोझिकर संवाचाहरिए ।उद्दारपलिव || एमपल्लाल | ककोडीहवेस गुणिया तएकवच हाक उधार पल्लापम सागरी धन बाली तेक्वहरियस उझरसासरोधमास एगमनपरिमाण! एयहिंवावहारियापद ३ । Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पम । कि०किस्य प्रजोजननथी काजोजन केवल पुलः से०तेए/ वमहा। उधार उमसरोवमेडिंपियनपिकंपश्यलंकेवलपलवलाधासतवावहारिय उद्यान अन्यथा किकील मुक्ष्मउधान समझामना पल्पनाचने जावतमालालायमन " पलहो। माकरी ग्रेव्यावी पलिस्वने सेकित्तऊउहारपलिउवमे मतहाना: एपलेसिया जावसरियवालयकोरी कविहा केकवालयमा अध्याता । पंकज तिवालाग्रर्षकवस्तुअनेसुस्पष्टीपावेतेह। व्यासमाजाजतेकरतेवालाधना लतवएगोवालयेमसंरवेशाज्ञखडाश्कीरवालग्राहिहाउगाहणान्ममवेध मजावा सुक्ष्मपनकनाजीवजेवलोक्षेत्राअवगाहेत्तेपालगणोबेत्राच्याह वाजायफनो तवालाअनन्ति बलेन्हा जागमिते सनस्सपएगरससपोगादासरखेचणाततेवालया नोमग्निड जावतसमकदता से०तेत सुधानपल्योचम चयसमधानपलनीसकफाकीहीकर निवरवालोहोर घा जावनिहलवर सितसुझमेमेउधारपलिउवमे।। एपीण पलाए कोडाकोडाहवेध तेसुत्मउनए । सागरोघम (एकली मे होयरिमाण 1 werमुमधान पन्यो समुणिया तसकमाउधारमाजोमसनवेपरिमाणावा एयहि मुहर सागरी पमत्र Pी०सीपममुहमी उधारकरके०केतलनिहताहीपसमुद्रम माण पलिवनहि सागरेवहिं समुदाएंउधारोप केवश्याजानेतेशवसमुहाएं हथा मम Banic Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एतलाही समु उदास साजरोषमना जे सजा समद्या धान सागरो माएँ उधार समयाल धानथल्यो यम से० को एले ह्या धोष शेव थ क्या उधारसागरोपमना उधारसम 1 जेवला यो उद्दार सागरेमा उधारसमया । जावश्या समे ए के कोई पए के लाही समुद्र को समुद्र एते प्या ૩૬મ से०ते व आएँट्रीय समुह 3 | अधारिलेयन्नता तिंधार पलिवमे (सेकितं तेाधा प लिउयमे वैका || पं० [सुसुक्ष्म वाटर | जे जीप घो व० चव्यहारीक जावत्तप्रा विहे (च० मुमियववहगरिए तबलजे मुझमे से हवेतच एंजे से वावहारियसेज हा नाम ए शो०मिश्र वडइन ही तलवाला की सोच से एक को वाला प्रथह ना० जे १६ पवेकहिया स्मति ह पत्न कक्यान द तले फ्लेसिया । जावपुश्ताव माग बेद्या । न वा स सहवास स एएम मेगं काले इत्तेचा ली दो से。ते तेव्वव्यहारिक अधोवल्योपमकही ज जा लंकारले सेव लेखी ऐजव इसे तं वाव हारिया पलिउ मेष्यसि कोहि करी ते एकथन हा घासामशेषमनोप रिमाल वालणं व्हाय जाव व्यहारी कधी इसकी हो पलाएं [कोटा कोडी पापमनी वहारिक ऋचा पल्पोपम सागरी यम वेळास गुलिया | तंववहारहुर हिस्सा ए मस्स नवे परिमाणं एएहिं नाव हारिधश्रद्धा पू किस् सेवा कराव क 1 केवलरूपणा मात्र करिए लिग्वमा सागरोव मेहि किं परएएँ | जीवन्नवला का | सेवा | हरिय श्रधापनि छ म Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परिपल हो । जावतएकैकवालाना संपाता सेकअथकोणतेमुत्मत्र से तेजेमधाम नायलनी धीचल्मोचम उनमा उपमेसेवितंसऊसधापलिजवमेसजहानामावलसियाजावएमगेवालेयामसंवेया बनकरितवालयबस्तुमातमुत्मश्लामावेतहमा जाया जावतमाकचाजस्वालेवामा सपातमोजामाबद्रतेन्तवालाथमा धे यधीवासोवरसे एकेको दावा कियात्तएसवालशिरगाहणावेधभामेका जावनवासस वाला धक अपहरि आवत जेतलेकाले मे०एम मिह श्वानहो तेसुक्ष्मअधोव ल्यापम पियामेगवालयावहायजावरएकालेगोपलेनिटिजवसेसमेन्मधापलिउवा मुममधीपल्पोप को इस कोकाकोहीक ते एकसुक्ष्म माह-मायरोपमनु पलिमाएर एएसिपला कोडाकोडीहवेधतगुलियातसमलदहिस्सएगस्सवेवपरिमा एपीए सुमधाचल्योधम । माम रोधमकपुरजोजन समनचापल्पोपमसागशेषमक एeहिसक्रमावलिउवमासागरोवमेहिंपिएरश्यतिरिरकजीणियमण निनारकतिमनुहावामानबाप्नवी निवारकी नगवैत)केतली स्विवियूकवागी जनसहजार यूवयों नितान होम 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मानीक का बेरदिया | तेहियाचरि दिया। पंचेदिया म साना से खेद्या वा ले त रा ( एवं जो रसिया वे त्रता सिद्ध सेते ते ले एकदि संख्या लाभ ही जीवद्रमते, संख्याता नही मालिया हे गो म श्रता सिद्धा से तेलले गो० वनचरजावाणं नासंखेद्यानोळा संखे आ नेताजीवद्रव्य अनंता जीवद्रव्य है एज ८० का प परुष्णा तेरुपी जीवद्रव्य रश् पाले केत लोप्रकारे परुष्णा जीवबालर्भ तेक रविपन्नता गी० विपन्नता नं०/रुवी जीवदबाए, प्ररुची जी वह रुपी जीव देत | तरु३० प्रकार 1 5 लोकने स्वीजी व बाए । रुवि जीव दद्या मैतेक रवि पं० गो०- इसवि पं०] [सं० प्रश्रहिं ४ मस्तिका या धक हिदू६० लोको कह२६०धर्मास्ति का घनो अधुमस्तिकाय नोक्छ देस मा एल से मस्ती का नो देस निरनागते जगते सकही प्रदेशका स्ती काय लोक स का धम्मचिकाय एस्स देसे | धम्मचिका एसएसे एवं श्रममच्छिकाए मागास प्रदेसकालमा नेरनवार नधीतेन ली वर्तमान समय ग्रहियो का० काल एवं ५०० रुप जे नीति त समय विल वो मनागत सम व० लेह १००रु पीजीवद्रव्य है केले कारे हे गोम व्याश्प्रकारक | ठिकाण त्रा श्रधासम एफवी जी व बाएं ते कुरवा पंजी०वि० तेषा चेप्रदे मी या दिकं ते बधन प्रदेस लोखंबंध भावयाम्प माल कही सरूपी जी बे धनतेरस के हो? त्रिभागारिक अवयव बंधप्रदेस बंधूनामवयव एकाकीपरमाया ले द्रव्य हेम से सज्य किस्प तण खधा । संधसाधपएसा परमाणुवोग्रले ॥ | तलझते किंस किया Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संख्यातानसेमातमा मोनोसब्यातामहासंध्यातानही अमला बेसेन्तेकोप्रर्थ एमकही जावत हेनतम अनलाके अनुयो संवित्रा एंता मोनोसा नामसंवेधातिम्सेकण्हलनचएवंदुच ट०६|| जो हे गोल नेता परमाणुपुऊल । अनेता प्रदेसीया । पैध जावत दस अनत्तप्रसीमा ध नागतापरमाणुयोग्रलापतारूपएसियार्वधाजावादसपएसायाच सेव्यातप्रसीया बंधा मानध्यात प्रत्सायाधनेसीया से०रूपीजीवहम व सम्परतामही भाससिमपएसिसवीर अपएसिमिलतपएसियाबैधातिराहेलोoal जावत अनेता जीवानीवनापार्थ के केतला हेज्यस०सीहोते मरकहे ०परुप्या होत्मा ०पा-वस रथक तंतेदेवाति कचरनामा नीतविशाजावमगता करवत्तसरीरमावol०.पिचममा ०० प्रधामननपीहारकुल्थवासद्धिजीन सरोकाचविविधप्रकारमा क्रियारूपकरितेमालथवाविसीसटक ही कल क्रिधनुषानेशराबीका रूपकुवाक्रय उवध प्रजागेमाहालग्रहियनमाहारकटिनुका जोजनकाऊरानोउरारबो टोलेमावतमादिकाहीकवन्यातथा ने पाल नरालेरविबहानाहारएतेयए कम्मएकवि कलेजसम्मनिरूचीघुऊलनोविकारतजमसरामलकेतलेप्रकारेनटेत तेषामउरामकिससरला कापीकादिकमवीरभुकाकामिविकारोका।उटा कसरप्पाहगो क्याने वेजेकेकीयाहिकसम हालियसरीरानन्तता गोविशाक्तमुकिल्लगाया म०.करिया भुकेलगल०अदावी कसरीवर्तनि जन्तवलकर सेतोपासावयसैब्यातुकवात मानसीरवाकजेनेवरधल ही दारिकस.१२ तानारकावजिनेसेबरायसएकेको सरानमा उसकस कवधेलकमले हरिएलोन्मसेमाती बधीलधारतरतेवधलयालेसंविधा0संविधावसयाण Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ a वितवसविणीकीसवीरअपहनायतलाना काकाली एमानकहीर लाकप्रमा असष्पातालोकनजेस सष्पाताउसर्वितीभवसबिलीनाजतलासम्पातेवहवेभत्रयीमानकहरजात्राकासप्रोसतेतलाउकसरी लाशीकसीरवछलकजा ए ना रवधेलकजालवा त०तिहास अन्नवते विजउदारीकसीर मपिणियहिंबाविहरेaिlकालउखेतसविद्यागाला तजेते नमुक्याभुकेवलसरीनेजाण्वाप्रतीसमरएकेकअपरत्तासनता तेतलामकेलगमा कसना वा नेताजावानेन्द्रनतानवतसबिबावसामुणाएकरीनवहतल काएकालचीमानकहउखे०हवेत्र उस पिजीन सरचलानाजेतलेस.म्पा मक्कलयातंत्रता प्रासाहिलसपिसिपिलाहिान्यवहारतिकालखेतध यीमानकहानतालाकमारतलामाकासा 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लेतलावेक्रिय हेजहत पुज एतनजनतालाकनाजतलासुकेलनाजावाक०कैतला जहारालियममकेलयातिहारयसिभाणियबा मकवश्यानते माहा-कमीश्यकव्या गोम.प्रकार पक्रप्पा देवा वघेलकमातारक मुमुकलगमाहाकसमतेमुका सचिरन हनाअनंतपंत अनेसासन पाहारगसरापेमविहा पं००ी बधलयाए । मुक्केलयाए जेतववधेलकमा कसरी मनहाजी होती अधन एकमयावा०३३ तित्रिण तेनौसिकदाचिकेवारेमही कैवारक। ताजेतेबछल्लयातेसियामिबिसिपनबिजर-प्रब्रिजहन्ने एगोवा वानिन्नि उतष्टा सप्रकारातत्यानवमहाभुकेलंगमाहारीकसीनिमना) कालावधेलामाहाकमा रजकमलातिनकालाननाभरपचसचिनीमानला नाचनलाहाबाकसमा रजा कमुकलगातनकालन्धाक्षम्यूजमलेतलाश्रने क्षेत्रीयने नाली कुमा वाउकासलसहसमकताकनवाएतलेकालची जहउरालियमरी र सस्सत जेतलामाकाससतेतला के.केत लालनद । तिज समीर पप्या गोत्म मुकलगनाहानीरजाणवाय वेप्रका | ते होनाणियबाबकैयाणेनत नियमापनता moइविदा। । तन्वघलकनजामुमुकलंगतेजसा जितलासरीमान तसविलचसर्पिली एन०॥ सीर सनी यहरिएतलेंससाजीवप्रनिजर बधलयातमकलयाएतिबएंधेलयाa प्रणेताप्रतादिसपिणि तजससरीरजापवानकसीरतेसाधारला नेताजी हवेनेनथीमानमतालोकनानेला-आकाम चवचीत्कसारजालीसहसंसारमविकसक मसंख्याता बनतामसरनेकामा समानता प्रहसततलाबधेलकतमसमपर। जालावा gaसलिणहिएकालचीमानकही "वहिति ॥ कालअकितअन ३ Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सि.सिधधी अभतणावधेलास । स०सकाधमलासमेमाणातले सर्वजीवनमाजे तेजसप्रिनतासीर वीरतेजस | सिधप्रसिधकन्हश्क्तेजलकारमलमधीमनेसेबसानस्तजीवाअनंता उत्सपिली| करतेजसका रमलबजातिहा जजेतेमुनुकैलगे श्रणतालीसिधिलिन्ग्रएमनपणासजीवाणणतनागपुपात वयातण प्रचसचिठीहलपहरिएल सचिणीनाजेतलामकेंलएकालथीमा विजेत्रयीमानकामनतालोकनसला लेन्मनेनापिणीमातेजससरजालचा नजारात हे माकासप्रदेसतेतला मर्णतामणेताहिंउसपिणिजसपिएोहिंजवहीतिकालनवत प्रणेतालीगा दूध मुकेनासरीरमा इमीकहळेसजीवथानमनतालजीजीला सशरजानु नपस्जद कारमणसीरवव्य पवानोवाकिनेत गुपवानिन्यसंव्यतिमोजाम कतलो उसजीवहिंपणतगुणाजीववयस्मतजामावश्यानतकम्नयसीस हशोत्मा श्वेप्रकारे पं० २० बधेलककारमल मुकेलगकारमपम जेमनेजसमा निमकारमण सरीरपणभण्डू पं०ागी विहा पाताबवलया। मिक्किलयाए जातेयसीमातहा कम्नयस नारकी हेजदेत के केतलाउदारीक स०सरी । २०५रुष्मा होम कण्वेप्रकार दिनाणियबााबानाध्यातवश्यामशलियासरीशी विहा(६०० चलककमरीमुकलगनिहाजेशवधेलका 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Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रेत्रका १००बधेलकवेक्रिय मुकैलकवेक्रिय सहन नधेलकवे सातन्त्र अध्याता सी सी कियस संपती उत्सविलीत चहरीएएल ले मानुयी विज्ञावानबधेलबार मुकिल्लयातरी तेवदेलयातिप्रश्वद्या ०६० सव्वातीनवसविलीअवसपिएमाओतला। काकालथीमानाक्षेत्रणीनaaiमसंष्यात सध्यात्तलानारकीमावलमीरजालवा त्रयीमानकोजमसंध्यत्तीग्रेशलेके नावों हवीगजपत्रने मेवियादिसप्पिणिसाप्प पिहिनविहरतिकाले पेशवेमामा संध्यातमनाने यावेतत्तलीलासिकतेती प्रसनी जातिलहनोप्रथमवत मीविजन्मीविस्तारीणीमा गुलामालेगुलमालापन-क्षेत्रमानानुलसंपत्ति गणितेतला पयरस्सलतालप्रमाणअध्यना-इलाहनों प्रथमबननावबजारले के समान यसरवनागोरातासिनीdिiAasumanप्रयवामिलसोलरूपलेवीजा-च्याकपवादिलमाथीनलेणीनीरक्षाविस्तारमुविजाला तेसोलचोकच ते ६४जा लेकेयसहावसंख्यातलीबजप्रकारअंगुलप्रमालमतपत्र विजेमव्या अथवावी। पदमश्यलयवसूलपम्पन्नत्रहवामगुलविश्यवयमलघपमाण कानिकलीतला मलाश्हाही प्रकारळेपणभावयाकएककल्पमा लचोसन्न कपनीएसडावी मूलधाररुपतिहनौजघनरुपते कसब्यात्तापीनानप्रसासिएतलावेकियमशवछलनवामिरततिहामा मिताउसि तमलेमवल्लयाजहा उरालियसरीरातानाणियबा रकीनाजे मुकेलावेकयसीर कलाकटिया तिमजावाहत के०केतलामाहारीकसीरवरुपा देबाब त्तेजिमउदारिकना नमकीनुमलिअनैताजालवानारकीहेजदेताहेगोत्म०प्रकारश्यकप्पाते बधेला। याणत" केवश्यामाहारसomविहान पन्नताnagील साहारीकसरमुकेल तलावधेलजन्नाहाकावीत. लहातेमकेलगमरहातिमधीक गयाहारी कसर तैनधीनारको नेमाहारकसरी) कसरी दारिकसरीर समथी: TT या मुकिल्लया) aadोतवद्वेलयातहतिवजेतेमुक्केल्लयाजहाज Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मकैलगकहियातिमाहाकनुकेलग। सीरजिन एनार तलावेक्रियसीनेतलातेजसकारमणसीरपण की नाजाला वाहतलवधेलामसेब्पातानेमकेलजसे पलमानताकहिवातेजसतेकामल ध्याता Ilaयारानियात्तहानापियवासयकामसजायमिचेकवियसरीहभाणिय नमस्काननोहेजस्तकतला बिहारीकस पफया हेगो म जिमनारकाउदा निकसीर कहि या वा/ बारकमारालभतकेवश्यरातिसoगी०जहानेरयाणरालि तिमसुकमारपाकहाचा मसुनकमारनेसन। कतनावेक्रियसनव्या । हेमोम त यसरातहाभाणिवाासमकमाराकेवध्याघिसपी विप्रकार चम्पादेया वधे लकवेकिय मुकेलावेकि विहजत्तवधेलकवक्रियसनीनप्रसंष्पाता जिमनारकाना . स यसीएतलाकालथकसंख्यातासपिजीव्यवसाधि पीना विहाापानलयाय मकेनयाए " जेवालयाअवधा जत्तलात्तसलासमाथवाथुमसम्पातश्नगीजावतविषमचिगुलप्रयम्वमिलनेअध्यासनेनोगे। पतलवत्तरसातगाजनातहवामसपातमोजाजता०प्रणाअन्तलाविधनसुचविस्तारगुलहनोन्यसम्पाता जहानिरयाणा सावपयरस्स सरिअरलागतासिसटिविरकजसं नाजोगतलेलनोप्रथमच मुलतत्तलाअसरकारनामीन एतलनारकाथकीयीकामध्यानम १६स्पीहनोमसैष्परतमामागएतजामकैलाजिमएलवायाधीकसानकया तिमाहवाएतल साकासम्नेतलमहेसब गुलपदमवालसप्रश्वासकचना गोमुकेन मुकलकवेक्रियसीकन्नसुरकुमारमाजागवामा अाहा रकमुकैलकनेते वधलकलासुरकार ने जेमदानीक विझलकमुकैलकवीलुतिमकहिएतलेवधेलकमनमुकेलकमलाजाल या जहा एयसिविवशलियसरीरातहातापियवहारगाजहाउगलियश Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वा हज कमु के लकजिम वेक्रिवधे जसरी | यात्तिम कहिवारास लेट घेल कते इस कारन ए असुन ऊ मारनावे क्रियवेला लेत लाजडे | केला तेजस कार्य मलबे / अनुयो तहाना लिय वाहने सिचेव रूनि हा वित्ते यमक मग सरीश जहा एए सिं चेचजा वे विसर ८०१० नंता निमा कुमार ने सरकला. 1 तिमथ लिए कुमार ग एमजे कह । प्रथची क 1 कलादारीक तहाना लिया जहर भाग तहाथ लियकुमारा तालियां। घुटवी का गोहेोमका कप्पा ते दे बधे लकी मुकेल गज दादरी क कसरीर झरी र या भंते केव इटा उराली यसरी पे०ज० हविहा येते. बघेल याए । मुक्के ला रामजिम घी कसरी कसरी व वधेक लेवल कथकी प्रथवी काय वाताप्रथा कायने हैनदेन कलम कहिया निमथवीजा वालत से परता मुके लगन के तला प० चकव्या 5 वेकियसरी परुष्णा जेते एवं एवं जड़हिया लिय सरीरा ॥ तहाना पियावी का या नेते केव हे गोत्म | वेप्रकार श्चक व्या ते देषाले | तलकजदारी | मुके लगानी | तिहा जेते । श्याविधि यसरी चि०गो० ॥ विहा प० ते० । बधेलयाय मुक्के लगाए वधेलकवे क्रियसरी अधिकसुची जीवनेत्री कम के लग क हि वानीमट प्रथा के थवी का नेता कि यमुके लगने ताक हिवा बधलयाते नचिमुक्केलयाज हाउहियाएं || उलिय सरीत हा नाशियवा ।। आहारी कसरी पण प्रथवी काय ने बधे लगन थी मुकेला | जिमप्रव्यची काय नाउ दारी के बघेल गमके लग कहियातिमक हिवा आहारग सभी रवि एवं देवत्तेया कम्म याईजहा|| एयसिचेव उरालिया जहा पुट वी ७० अनंता ए० एम०ते यस कारम नावोल मुझे लग सरीर Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । ०काय नासरी रावते ते कायनापल सवसरी श्रम अभावा म लक मुकेल गजालवा वा कायने हैन त के तला का धाएँ एवं श्राकाश्याएं (ते काश्या (ससरीना लिया / वाकाश्या 13ारी कसरी रा [ी काल्ने [ जदारी कसरीर तिमवाठ का यने प कहवा अंते केवइयाउ लिसरीश | पं० गो० | जहा पुढ विकाराएं उलिया शरीरात हा भाटिय | वा० वाडकालने हैन त के तलावे कि सरीरवकव्या | द्वेगो । बेप्रकारे वस्त्र ते हे । बधेलकर मुकल चावारका श्यानं ते केवया वेविय सरीरा प०० विद्या पं० नं० वघेल याय मुक्के ( ति हाजे ते वेलग सं०ते संध्या लवले केसला संध्याता 带 12 स० [सम१२ हरता वल्पोषमने असे ष्यात मे नाग मात्र तले क्षेत्र पज्योषमय संध्या मे नागे अतला या कास प्रदेस लयाए तब जेते॥ बधेल यात संखेद्या ॥ समएसमएम विहार माणावलिउ आवेश तलासमा समाल बाज काय ना वेकिकेतला व में करता। कालची मान जा तू पर होइते लाभलीजे एक वादश्याएमा के हने जेस लाव वाजली इम वरूप एकरी पलवल के पहचान थी वस नैव क्रिय थी हो दूते पए के सला कनेने ते अश्नागमिते । काले अविहरति बाठकायनामु के लावे क्रियजिम उधी की उारी कमुकुलम सरीरम प्राहारीक सरीर जिम नोश्चेवणं चहिया सिया | मुक्केल याज हा उहिया । | वेक्रिय सरीर । मु०मुके० बना ताजाल दा प्रथवी का घना तिमकहवा राज हा पुढवी का या वे रवि यसरीरा ( तहभाण्यिच्चा | तेश कम्मासरी राहा आलिय मुक्केलया ग्राहमय सरी तेजस कारमसरीरजिम प्रथवी कायने [ Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८०७१। निसरहा वाकपलकहवा बनस्पती कायन: उसका क्रियाहारीकसीर निमप्रथवीकासने नयोधकाश्यातहाभाणियबाविणश्याशलीय विवियअाहमयसीरजापुडवी नतिजा वा बिवनस्पतीकायनेजस्ता कत्तला तिनससारवाव्या हेगो म।। काश्यातहाभाणियाlajसरकाश्यानतेकेवश्यातेयासमीनापजो। जमधीकसमुचजीव जसकारमहसवीरजिमकलियानिमवनस्पतीकायनेपगतेजसकारमलमीर जलवा जहाशस्यिातेवाकामगसरी धावणसरकाश्यातेकामासीरानाणियबाखः बहीने देनदत केला दा कम । परुप्या हिजोम प्रकापं० तेगवधेलका मुकेल aदियानकेविश्याआलियसरीशचन्नता गोविहान्तववेलयाएमकेल तितह अवधलकलव्यातीमालालावेवीजालवाभानजारा तातिहा जेने चञ्चलका असंध्यातीयसचिलअपहरिए वसविलीनालेतलासमा एकाल यातिविधेलयाणिप्रसवधा हिमपिणिजसणिणियवहार अनचाहवकहनतमसम्मासमेनागवततीअलीनीविनश्चीयसष्पालाजोजननीकोकाकोली प्रमाण प्रतरमसंध्यात मावतीम्नष्पोताभगिनीजेप्रदेसससिलभेलालेटिलाले कानखेतमसंवेद्यासेरी ॥ पयरसन्पसंखेद्यश्नागीतासिनी रहालेवीहवेजविसेषकहिलसिध्याइसेटिवयर संकाय जालीप्रसध्या तावमुलक्षाहनएकठाकर हमुलाएकनाकामश्रेणी मेजप्रदेसरासीमा ता२७हतेसावयाग्रसेप्याताप्रसहोतजली। वधीप्रसंख्यातप्रदेसपपल-स्तकलपनापत्र एतलाप्रदेसनाविधनसूचिकरहवएसीरनुमाना विकासशहाप्रथमवगमुलन५६तीय भरवेद्यश्लोयाकोकाकोडाजामसरवेया कल्पनाइ-मारवभिलवडामपधन्याचाडकाअामसरवा Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जप्रकामौताकडियनवेलीया चहानावधजेठदारकमाएतलाक्षेत्रनेविभाजिकहिय वनेकालतेहमने |रलकीप्रसवलुपहरिण्हवत्तलोकीले ते कह गुलपवयनसन्तुलप्रतष्पातमोजा संध्यानाउसपिजीएकनीमथाको रूपक्षेत्रमुअवकास तरुव सदिवमलादावदियाऐगलियसबीरहिवरेलाहिंषयमवस असंवेद्या प्रतिनाशकहितात्रसतहकरिए करीतननुएकालनसर्मपाताप्राक नसल्परताउसाप्पल नमकयुएकत्यसगावलीमानसंख्यातनामुक्रमेयवहरिएलयात्रा बाकसघनमा सपिलिहिउसपिणिहाकालखतउगलपयरममावलियाए मिसरवाश्नाजप तथाश्मजवली प्रत्तरनाएकर-गुलनाप्रसंध्याताभागनीजाजीक संक्तिरनीरजेनलीपरमारथथा। जुजुयामनुक्रमवेद्रानासीपस्बावी नाकताअसंख्यातीमत्सर्वगीएकाजक्तनलीभुकेल उसकसभरनाचा लिभाजण मक्केलयाजावहिपाशनियमत्रीमानहानाहियद्याविवियाहारयसी विनापियवाएतलगने कसनारचधेलकवहीनथीभुज्युकेलम जिमउहाकउदारीकसनीरतिमनवाजलि तजालवावक्रीयत्राहमचेहीमतिमहीनेर विधेलधामुकल्लयामहहियामालियत्तहानाणियबाजहादियाएंगेतहाई उरिहानेपाना०कहिवा पचित्रीने तिचजोनियानेपण (उदाकसी मज दियचरिदिया किनाणियब ।।पविदियतिरिरकजोणियाविउरालियसरीराएवे वहीनीचरिणा०पंचद्रीना तिचजीनियाने हिनता तलावक्रिय-सीर कप्पाळा! वा चक्माणियपविदियतिरिस्कजोगियानंते ॥केवश्यावेवियसरापलता होम | वेप्रकार पका वधेलकमुकलकर नहाते बलकवेक्रिय अमर पुगmosविहा पं00वलयाएमुकलयाए||नएंजेवधलयात आव | त Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ से व्यासजसविलम्सक्सपिलामवसाध्वणीना लेतनासम्यात्तलातियचक्रियतजाबाका० एपीएएतलेसष्यातीसपिएकालधीमान्जालावीहवेठोथीकर प्रत्तरमोअर्सपासमो गी नामजनसंख्यातानीनेहनासचल्यताशीणिहिती भूयाविसस्विद्याहिमणि( एसप्पिणिहमवहातिकालःखेसमजावविकेशस्त्र २०७२ नोविजसुधील प्रथमवगमुल असुरकमारनावमुकैलावक्रियजमघाकसमुचजीवना निमीनीवरे नोव्यातमाभागजाणवीसेबामाकभुकलातिमतिमन्ननंतनागवानारावीकसारलीके मंगलपदमवयमलसाअसंवेद्यनागकेलियाजहाजहियाआलियामाहास्यसरी लॉमनतातेजसका कवध लग भुकेलजनीयश्लितलेधेला मनुबमरहनताकेत्तलाहाकमनीर मलसर २जिमदासब्यातामुकेलापता राजाविरिया तेयाकम्जारालिया मएमालंकेवश्याआलियासरी परुमा हगोल प्रकारश्चरणात वधवेलाउदारिकतिहाते । बधेलगते । सिकर तेदेबाहले गोविहा पं०तंबिधेलयाएसकेलखाएतिएजेलेवधलबासि चितसम्माताकहावतमा जजघनयसब्यातीकोकाकोहीतेएललाभलीमनबनावेर सामने व्याता मनविसमविलमतबकदाचितहलथीनकसमलीजघनएकसमा यसरिवासियसखेद्या जहन्नपएसंवेयाउकाडाकोडिएगुगतीसाणाति उनकाचोवीसकतधमातरुवाल्पान्तोकदाचिउपनाहोलोजचमतकोत्तरमनपरी नितीनहातेमसिचनानिलनिघाइतेमजामनेजेवारेहएजघनकचेनतकशासष्पाताऊश्मनेवी जमलपएडवरिजाजेशजत्तोसरासष्पातानवसहीतिहासमुनिमजेवारेनहतिवाजधनप्रट्रीय मषानजनहियममाघनपदयातवजनहीशीएमवोल्पहवेलसंडातीकोकाकोझीकेतला पटनोग्राइचोवीसनेचोवीसरुवनजमलचरनेवरिप्रनेत्राहककनिप्रत्तनत्रीसमाकोषचाजानल पतलगाएत्रीसमाकस्ठानकाहचहाजकहिमहनेतलाजमनुष्यअथवावेवहितस्वरुप दिसतेहन जमलचदश्सासिधातनास्ताकदिएनजीनएजमलपसभाहारतजनल करिए तलबवरजरुपपश्यनवयमलपदकहताचगन्मिाउपहनेहरलेएतले ७२ Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नवस कहिबगएनीमरजानकाकातेति पाचभावसिायेात्पीहोएतिवारमन्पनामध्यामा वहथप्रथ नवानश्याकनेजमलपहनामंज्ञाएतनेत्रिण्जमा जमा मवालि६०चीजोवपित्रीजोवापिएचोधावग२Uns लनावजनेउपरे सातनावानेहएाजमा नुष+नासंब्यायामीनावश पलानिता 9२०६०या-चप्लोमनेबीव१सges88०७२१. ०५१६१६ए माकजातावारहवेग अथवानीवाि ळतावक्तिपाचनामिागणीएवारेसष्पातायावतेतलोज पयमहेवापध३५०३३६०थएवलीप्रकाशलहवाहवयापेचमवारपाछन६४३३७५३ कवयःकरतीळचकारेछेदायको कार उत्तशमनुषनाउहीका अध्यासाननता iaए हगुणवीसमाकनुवारलेताहर छलकसरीरसंध्यातासम्माता यहवान्न नेयायदराससकोसपए। लासविधान सरप्पलीमावसचिलीवानीसपिलानम् तलासम्यात्तेतलामनुषग कालथीमानजाणवायीमानको वाहरिराएतलेन्स नसमुलमथतेउदारिकम्तीमनालवा क्षेत्रीएकमनुष्पकपमुकतोतल काहिं ससिविणियधसपिजीहिंावहारतिकालावल मनुषनेवारकरीएकाकासश्रेणीमपहरिहवेकेतले तेत्रावहतातेकरवित०-क्षेत्रधीब्रणिना कालेकसियनकालयासब्यातीसपिलर एकागुलप्रमालत्रनेविजेप्रदेसमासीकतनो प्रथ उकीसरुवपकिरहिंअपहरिएतले केतली. मसहिंसरीलावहारमवादिलत्तेत्रीजावामिल। नाप्रसंशसीसैघातमुशिएसवारंजेप्रदेसरासीतेतलाप्रमाणुयाम्लेश्वभरकर मध्यमुसीवत्वहरे एतले.ए मकालीमातिथीयोक्तमप्रमालमजोराकैनन घनसीरपनक्रमसल्पहरितोसुष्परता नासदएकालकेडिंपवहारीमशिषश्कानप्रवेमालमत्वता एकेशरयाबीनला अपक्ष रियलोएकमनुबनुमीरहोएततानथी।जनसक्तिएकागजमधएतलाजेश्म मनावधउदाक.मीर सकतलाजालना उसपिजिसपिपिहिमवहावतागलपढमच्यभूलतयचयलपवन ममुकेलगानिमउनीकजीवनाचाकमुकेलगतममनुबाहेन । केतलावेकिया पप्पा हगोत्म पदामीकमुकेलजन्य ताजाणवामानुजन्त सर मुक्केलयनहाउहिया आलियानासावश्याविधवयसरी पं०) गो. Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वेपनातेवा वलग मुकेलान् तिहासे वघेलकते मैदानासन्यपहाता संख्याता कारे जानुयो विनंबधेलयासकेलगाएतले बधेलयानेसरकेद्यास अवह। ८९७३ माला लावहाएनकेएनपहचानथी भुकेलम जिउधीकमानता रमाणासंरकेचालकाले प्रवतिभाचेवण अनहालयाभुकेलयाजहिया जावा उसकना [मुकेलातिम मनुष्यलेहनत केतलामाहाकम प०हे वेप्रकार सोम रालियाचकनयायमण्यानतेकेवमात्राहमयसरी पंगाहिविगत्ते वलग माहरासीरमुक विवधेलकाहारि सि०कवी महाकानही जहाजधन्नएक लगनगाहा की कवारक बधेलयाएमुक्केलगाएतएजेतेवधेल्लयासियलिसियनलिजअचिजहन्नेग fa -navaसप्रत्तकसहस्त्रवसनाधीमुकेलंगमाहासकसीजाकर. नवसहस्त्रन ममताजावान्मादानाकसत्री र मुक्त भाननेता एगीवाहयातिलिचा कोसेससहसडऊना मुकलयाजाडिएरालयाला घेऊयाही जारपोवरिण म्यानहोतियन ताम्रकलामाहामाकसमीरजा नजीकात्तिमनगवाएतलेवलग तामकैलगा अमत्ता नावा वातासकाममाजमाद जामन्त्रीसमरकाल्नेक्रछायंसपा स मा तयराकग्मगसरश जाएयसिवालियातहानाणियवा वातारणेउरालिय जमनारकनेकडियावावाामंतानेकैतला ०वरुपाको वेप्रकामेवामा मजावा 5. क्रियसबीर तमाम के सरीजहानारयाएंगवालमेताकवश्याववियसरश पं० शोकांविदा पं०० READESH Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वश्वधेला मुलग। असेड्यात उत्समिनिवसर्पिषीलपहलीएत निहाविधेलवेक्रोबसे अध्यातालेमपरताउसबिपीअक्सपिहानातलासमा तेनावेक्रियबधेलावातरजाणवाकाली वलयाएकलयाए तब तबधलगातग्रसरक्यासवेद्यामप्पिणिसणि मानजालावोहवे त्रयीमानकमसंध्यात्ती श्रेणीपसात राजनीप्रतरहनामासंपातमोलागतालनेणिवीस्ना ब रसरलेसे पातलोजननासमीवकिजेनिहाएकेकेयरमुकताजत्रमा HOMवविकलावताप्रसंवेधाउसदि" पयरसग्रसे-खे निरजनाप्रतरतसयतरमकियवलि०मकिनारधीकाजालवामु०मुकलका Aष्यातेजोजनएकैका काचावीतमसष्यातला प्रश्नागीतासि सेदीविक्षनससरतेश जोयासयापलिनागापयरस्समक्के Faअनेताजातवा । माहाकम्मरवेप्रकोपरजिमनासुर कमाननानम्जाएचएत कमारनेनिमजाएगवाएतलेवारणमैतरनेवधेतक माहारकनथाअनेकेलायत्ता नयाजहाउहियारालियन्नाहरगसीराइविहविजहाग्रसरकमाराmland वातरमहनत केसला । तेजसनेकारमहसवकल्या होत्म | जमरहना वेक्रियमीर जसका मलपल मतरानकवश्यानेयाकम्मशससमापिंगी० जहएयसिचेवाजवियसरीश कहवास बधेलकासपातमजोतबीने मदत केत्तला उहाकासशरवव्या केलाश्रनेता नहातेयाकस्मतसविनाणियबाजारसियासतकेचश्या आलियसापे० होम विकार परप्पालेदेषा जिमनारकाम तिमहिवावधेलज जोतषीनेहनत केलेलावेक्रियसर नथाकेतनननं ता गोऽविहा प००। नरश्या तहानापियवा जोरसिया नेत्तकेवश्याविचि ह Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | पकव्य) हेगोत्तम । ६० वेप्रकारेपप्पा तेरे | बघेल का प्रनुयो यसरीश पं० ० हि पं० नं० मुकेल कर देकियस बाछे २०१४ सिलेसेटिलेविकं नसु को जीत बी मे तिने ते वधेलकवे कि जोन की ने वेक्रिय र मजएतखीवि वघेलया मुझेलगाएत सेनेवधेलया जानता सेच ते संपतीनीवर काम करतासात राजनुप्रयुकथाएतला जो स्तंप्रतरले वैक्तिविस्तार वेळ २५६ बागुलौए के थवा गुल नाममनोवन नाग किज ने तले वीएत ले बेबपन्नगुल अवय नागी कजो त बीएम करै तेसम चयरसभु वीतरथी संब्यातगु पाजो त नेता जाल वा व्याहारी कसरीरजिमनार की निमन्वाधेल का हा बी 303 दारिकतिम कजो सबी ने न केल या जहिया (उरालिया माहमसरी] जहने रस्याएं (तहान लिया तैय भुकेला | तेजस कार मल सरीरतिमानाजवेक्रियतिम | कवेकितान कम्मग सरीश जहाएय सिए चैव ॥ वेविया ॥ तहाना लियवावेमा शियानेते के के सलाउद्वारीक सरीर गोमिनारकी नेत्र द्वारी कसरी रकमा तिम घुमा नव्हेजन तिक ने पल कहि वा वि० वे मानी कने ० ० जानेर राम्नासिया (विमालियाएं नं ते गोमचेप्रकारे पकाते देवधे लगवेक्रियमुकेलगवे । तिहा केचश्या वेविय सरी । प० गो०वि० [सं० विधेल याएभुकेलया ए ॥ aa वधेल संपात से ध्यान क्षेत्रमा सर्पिलीनाने तला सभा से तला वैमानी कजा वा कालथी मानजाल वो ती उस पिलीव जेमानी कम हकमा है जबन पनि नारकी जोत बी थी ते कर जेवधेल या ते खेद्यासंखेाहिसे पिलिहि के० के 1 क्रिय ति का ल वश्या३रा लियासरी के तला वेकिय सरीन ७४ Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सद्भावधी संपतीली वा कम्प नाई जालिकेवळ २५६श्रेणी बहनो प्रथम मुल ते ६ वी जलते यात्री जावमिलते ॥ सा सिल से टिणं विश्वमसु समसंखेद्य सेट पर संविभागे ॥ मक्रिय कसरी रतिम नलवा असं व्परता नता वीजप साध्ये गुति एते वारे व्याई एवं हा सलावधी असं पाती प्रायवा त्रिजानामिल कि रुपतेत्री जा वर्ग मुल वेरु लीव कल्पानुए माम्मे णी रूप विस्ताचीग्रह प्रथवा रुव नुज घनप्राह रूप काहवणं भुलतथव अगुलविय ॥ वयमूलतत्व मुलं वपन्न जना प्रकार तर कर एलीश्रेणीसवि लिजेएनले प्रथज ॐ नवनवत्या भुश्मुके लकवे क्रियज़िम उसी जालवायाहारी कसरी सचिन विमे दिक नाची थीवी से पात गुला कॅराकनी परिश्रमता र निम नारकीने मुलं ॥ घलयमालमे ताउ सेटी || मक्केलगाड़िया उरा (लियाल एतलक मुकेलकम नयी • नेता आहारसरी राज हानेर श्या । तेयकम्म सरीराजहा। एयसिचे नवे विद्यसरी सुक्ष्म क्षेत्रपल्पोप ] ३ः । से०तेए । विभागनिष्पन्न सेमथ को तहानाणियचा "छः ॥ सेतंसुम खेल पलिउ चुमे । सेर्तविभागनिष्पन्ने सर्तका सं० ते - ना० ज्ञानावादिकभाव | नि०त्रिएप्रकनिपक तेला) ज्ञानादिकगण तमस्तु सप्प झाले २ सेर्कितं नावृष्यमाणे २) निविपन्नत्ते ते० गुणाले नयष्यमा ले निरणयनुकरल तेन य प्रमाण से ० सेन्त्र कोलते प्रमा प्रकारेपप्पी ते ० जीवनाचे गुण तेजी व मुल संष्यातीसंष्पानु करते संख्यात a: सेव्तेए कालत्रमा ल व्या a पा तेषा माल सरके पमाणे माल सेर्कितेमुपमाणे उविहे पं० [ते० || जीवमुलक्ष्यमा हो । । सर्व थी का संध्यात मुल हिलमली एब ने नीवि नसुचीने विषेविसे कहवे इता मिल० ले श्रेलिनाविषं न सुची को गुल नोजे बीजो वलितेत्री जाव मला साधे गुती एत ले इम कह युमाप्रतर क्षेत्र ने विधे Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अथवा कोणते [अवगुणप्रमाण | पंपाचप्रकारेवरुव्या २०ते देखाछे बाशिलाप्रमालपलम गध२ मन्यो अजीबगुलबमाण सेकिंमतीवगुणप्पमारणे पंचविहे प० तेवनगुणप्पमाणेोधरस १०94स फरसघसंस्थान से प्रथकोणते वागलप्रभा पाचप्रकारे पकव्यासदेवा कानगुलमो जावसाती रुवप्रमाल पखल वालोधी फासर्सहातगप्पमालासेर्वितचन्नगुणापमारी पंचविहेवन्तेकालगुलपमाप लोगुएप्रमा सेते एवलप्रमा से अथकीलते गुल्लप्रमाण वेप्रकारे रुप्पीतेषा जावहकित्ष माण सर्तचन्नशुलप्यमाणि सेकिंतेगंधमुबमालक्षविहापं०ते. सुरलिधवप्रमाण नुगंधपप्रमा०रसगुलकरमा पा-चप्रकाश्यक तेदेषाम तिबीर तेजप्रमाणार सविधेविगेयसेकित्ता स्थलमा पचविहेपंoाने तितरसगुणयमारणे संव कसायलीबारोधामकरोपण्फरसझपशुरोकप्रथमवीएमस्प ककसाहमुकलन गुलप्रमालसे० तेरसत्रमा ८१ कायकसायप्रविलमरस्सगुलयमा सेतरस०एवंफारमहककडमयगरु सतहमद निरोध लक्षमतेल्स्पसगणपमा मथकोणतसंस्बानग पाचप्रकारेपकप्पा रानमा तेरेषा यलय [सायसिधिखसेकसर्कितमहापंचविहे। पतं० परिम प० परिमंझलसंस्खाना सिबीकानेमालावादोरानसस्वामगा से०एमजीगुलप्रमाणजसे० चनियाका नेब्रतला कारे-वावु चरेपानात मुनेत्राकारे वित लेगुणेकरापीएमथ डल वहातसाचसायासतसंहाणण्यमा सितंजावलपमा सकि या Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कि० कोलते जी० जीवनेगु ले करीश्रमवा पप्पा ते ० ज्ञानमुले करता ली ते ज्ञानगुलमा च० चारित्र ने गुले करी नवी निगु लेक रिजा लिइने रे आलिए तो चारित्र गुल एजा लिए से जीवगुल माल त्रिल 1 रसम गुल प्रमाल प्रभाल ३ प्रकारे तंजीव गुप्ताले अनिविहे | पं० नं० | नालमुलमा बेसल गुण / चरित सुलयमा सेते प्रथको एते ज्ञानगुणप्रमाए यापकव्या ते बाहे प्रतक्षप्रमा अनुमान उपमा श्रागमप्र अथ कोल प्रमाल प्रमाण माल a त रें से किंत ना लगुलय्यमाणे २ च उवि है। पे० ते० (पचरकेा कमाऐ उनम्मे आप मे से किं प्रतक्षप्रमाल प्रकारे परुव्यो तेहे बा रहीमकरी साक्षात जाणिए चले ही प्रक्षनाथ कोलते प्रतक्ष श्ट्री प्रजेन नीत पचरके २ विहे । प० त० । इरियपचरके नोइहिप चरके से किंर्त हि अप-चरके २ पाच का परुष्णाते है सो श्रोत करीत क्षमा नेत्री का मद्रीय प्रत बाहे कजा लिए तेश्रो प्रतक्ष घाणिनीयप्रत तसे प्रती एक पंचविहे । प० ० | सोहि यपच के वखिदियघाणि० ॥ जिनका सिंसेत ट्रिप प्रतक्ष जाली एएतले ही यनो जात निश्च कही से कि० को तते नो० मोइद्रीयप्रतक्ष जेनी व देषा त्रिको स्वमेव प्रतरूपपलथन श्वरुपी तेदेबा नयन मते वो ज्ञानकहिय चरके अव्यहार नेत्रतजाने से कितनो इदिय फ्क्रखेतिविहे | पं० त० उहिनालयच विज्ञानेकरी प्रतक्ष लिए अवज्ञान केवलज्ञानप्रन से० तेनोइंडीयन त कोणते दू तेन्यवधी ज्ञानीप्रतक्ष मन्मन्त्रप्रतक्ष मान कत्रा थी नाता मना के। मलपावनाय चरके केवल नाएापचरके॥ तनोदि चखे से किंतंय परिवने प्रतक्ष करे त्रित्रि का रेप्पो पु०वाचिकरी प्रभुमा मजा तेर्वदिकस जे परोक्ष नुमान ज्ञाना तेरे माई बैं श्रनुमथाए तेसेव वन सर्वे दिगेजा पे जे श्रथ से साथ साध दिक एमाले तिबहे | पं० सं० ॥ पुत्रेसेसे वैदिह साह म वं मपपलुतेदसाध सेने हलहर दू य Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अथको लघुचिजाले जनिमदेसातनने जवानश्नेबलेकालातररा मामी माहरोएसत्रमन्त्रनुमानज्ञानेकर माभातायावलोप्सबबालक गयोती कात्रकविमितिनीधीया निरयिकरसवरमसतिलकाहिक यकी पी लिगलिगकरी अनुयो सैकिंतपद्यमप्याजहानवाणयुणरागयुकयाईपिचवित्तालियापुबलिंगे। 20 कपिकचाराकिरीलिंकमायादहचपना नातेवाले कमसेकीला ... लालेनाबानेशवानादिकनुकरजहानच स्थिकारिकेकीसिलेकी मथकी कलावण्वामणवाालेबगावातिलाणवाा सेतपद्धवसकत ततेतसबसशदिकेजाएएतेषवत तबाह के कार्यकरीअनुमानरकारला देवाही के कार्यकअनुमानकारकीसेक्कानिनुमा मकानवयवमहि पप्रकारचाया। उत्तरगुएकमहत्तमोवाईकजाएअअवयबादिकजागर शेसवपंचविहापं०० कणकमणगुणणे अवयवेव कासयण मामयत्तिकमादिकमन्मानयकाचीमान्नुमा नारदामातेदावेदाहीएकवल बासुकवेक नारककार | कार अथकोणतेक०का सहकरजालीलेसबाज जावकरीजाला सर्किको संखसहेनेरिभाणिलिएक्सवन।।ििकएणमोका बाडो हसारवेकी सायात गुलाका रथचमघमादिजाणए मते एका किसानुमान न्मथकोणते काय कमी कायजा एणे त्यहसिएकाहनिमुलुगलाश्यलबहघणवाश्य तकग सेकिंतर एपीए ततार पटनोकापणन परवस्त्रेकरीतारमुकाराममा वीmoविसेषतक । न. 10 कातुकारापा कारणवीपरस्सकावणानप्रतिकारणए। वीणाकडाकारणानक कोतवारा भृणाभुनमा नोकि मानो कानापानसते०एकामाकनीसबकायमथकोएलोम० कारल्जामुश्मनहा मतर्षिक नाकातुमान की उतरको करीब १६ लमहा. डोदारणाकारणे | मिपिडो उसकारनिवडोमिबिडसकारण सकारले Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कार्यवमानक एसवमा फुलसुगहवामा लवलानेश्मेकीनदीतास्वाहवेचाषा से०एमतरगल कषकसोटिकसवेकानाएकरी जाए करजापीर तालि मेकितंगुल मुवन्नेविहसेल पुगधे लवल्रसमसामाएलसंगुणेलत नयकोलावयवधवेकरी हिनेसामने करजी एमहाथीहतकरी चाहकरतेश मोरभाकरघोड़ी त वयवजाए एमऊ करकटोते मिलाकर जालीएटाल्क जालित वयचलमास्सिसिोणीककर्डHिal ऊऊउनिहाएलानिविभावरलेटारामीर पिएंन्यास मुखएक बानक चमगाथ्यालाशकी सीहकेसरी महिला कोषहरवे पहाथी मारने वाधवसुभर वानरकरीतकर स्त्री की |खलावन्धनलचमवालवा नगनसीकेसरहामहियालयवाहार्दिा चरिया महिलात्रिनेण्यवसमपूहिर सि०एकनाथमानकरीना ककनीस्वामएकगाथा सेतचयवेकर वेकजालील मुत्रातानाजधायुजाली मात्रउच्चारकरजाती अवीयविजापाए पवनडेजाएंजामहिलियनिवलसि गणवा कश्यएकामाहारा लेतन्मवेये प्रथकोणतायत्तेकमाहिकेनिकमा स०पासालेकसीजाणीवुमेघटीतेने विकारमान अनुमानकीए करना जेहापास्त होती लास्निग्धमामले की जाणित लासकिनासागर नाशिकमलोसनिलवलाचाहिंडि। अविकारएंफलतमी कलपुत्रसालनसमा चरवरकर निताaaननलेतेपमान रकमानपकीजालिमहतोजलाव हा कातरयः क्रियानिििवतेनेचमकायको हातदिह जायकायतेसाभसारतसामधिवत नसमायारात विकारे सकिनटिसीहम्मवनमल्यवलोमrea/saaool प्रकारचकन्या कोकमानकोश्कविसषति नतिजमेनकोश्कनालीकलादिकपीज. तषाचारकाथकोहल जिमकोरकमाथी एकनुमहिलसामान स्वरुवचन सामनदिहवेविससहिचसेकिंत । सामन्नदिह-जहाएगोधमिसीहाबहवेमुरिसा FFER PIONSINEKHA Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेदवीनतमन्मनुमामको मल्हमुरुमदछातालामघा सामा नथीहथकी सेलमनामसंभावना मदिसत्तापकमारवाजातिमए०एमकत नाणुवीसेषवरमजेमकहितिघलातीमाकेकतेत वसबदित भा मन्याहारमोरिसोराकरिसावलसतसामन्नहि सितिविससस्टेिसेजदानामएकेश् 20७१ कोरकषविसबनेरेबीनेवनिकालोतरघणाहरुखनासमुकुलोसारकबीनलाहबाजेलबाय १ यमाहिश्तपुरुष नवोदितोदेखीनुमान ज्ञानकररजेष्ठनही वजहदिवालकपनीरबंथिलेबन्यनमो । सविसबालनवदिपुरिसेपचनिजाणेफेब्रियंसेनिस एवंकरिसावलातस्सा नबोलिएनकबीचसोनeनविसबा यहोरबारुती अनियमकरवृतप्रतितकालमंहगप०प्रस्। वलनमानयात्रतेसामानपत्रमा मात्र कालनविलेजवस्तुहने पनवन्तमानकालतेने विवेजोयल रनाक्षीनीची प्रसनोनिवि नील निलय कहतेपात्यन्तकालमा समासतिविहगहनवति ॥ तेनालकालयंहपहपन्नकालेजहराया नागसमाचताकालभविगतकालमहलसेनाथ कोलनाला चाक्चशिवसधामएहवीमे. यहरावस्तनिरायतमातीमतितकालमहल नविनासकानप्रथवा मालागयकान्तहलामकितनायकालमहणतणाश्चणाऽनिष्यन्नसावसस्सचम पुजवा ॐफसरोवर | सामानतलाव देषानेहिल अनुमानविजिममताज लिन्नापिऊडसरापिदहसरहतलाभारिपासिताamसाहिबजासत्रा ना जा रवितहास सेले०लेतीप्रतिसकालाप्रथा कोण ते०ते. प्रसुपलकलन सकता । गोचायोकाविनालीता ग्रहला हए सीसेतीएकालग्रहणा सिकिर्तपापन्नकालंग्रहणे सोयरयगयविडिय पप्रचार जता वाताहत अनुमानकि जिनमुनिक्षवत इसजनता सन्तेयापनकालयहण वणा मा निशानभूरमिलेतेजी ज परनतपाणपासितातली साहिआजह मुनिरकवर सेतपद्यपन्नकालयहाँ ७१ Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तं ते कलकलाप चीजला सहित मेह स्तनितमेघ गर्जित इ साथ ग्रहल से किंतं प्रालागय कालग्रहास निम्म लतं ||कसि एण् याए गिरिसविक या महाघ् वा० तथाविधि दृष्टि करवायी संध्याविताला किन क्षेत्र नेवि ने रोहिणीने हा दिकन क्षेत्रने अथवा ने रिक्षितमिव्रती प्रस्त वा पनोमे त्या तने वाकल विबेधव नोते माहिह हकहि शको प्रस वारुवाल || माही देवालयस्वाप नृच्छया एणइचिनकरी अनागत कालग्रह एका टिकाति है तत्राहि कते साध च लवो ल्पा गद्य कालग्रहलय निर्णही तेरेखा अतितका अथको अतितका उप ऊसे नसे० ते ए जहा सुधीन विस्स तं लिपल ती देबी पियवा झाल्सा लिहा घरताये ॥ स्त उत्पात उलका पातादिकप्रसस्त जीम सुविटी पा० देवीने ते तो कारले अनुमानकीज ॥ पासिता ते ऐसा हि विपरीतवसा विपरीत साधक नि०लिप्रकारे ग्रहण वस्तुनु धान सिंचेव विद्या से ऐति विगह लेनवश्लेती | कालग्रह ट्वी प्रथवी सुका । ॐ सवर मी महाँ सिलाई वुलाई निष्पन्न | सत्सेवान मूली [ तैलेचिक सानुमान की प्रत्य थश्दीस लिपासिता नेलंसा दिवाश्क बुट्टी) मा सिसे तंनी ग्रहण सा०साफ तो दज्यो निता लाभतोएह पा०देषी नोक्षिप की जे तो लग्रह] साऊप्रयरंगमधे निश्कलनमा पासिता | त श्रासे किं तंत्र नाम का ल तलाव चा० देबी ने ह 1 काली | ऊंड सरन राहत लागा प्रतिकाल ग्रह से कील प्रत्युयन्तव ते काल ग्रह तेले चिले मान काल | से किंत पहुषन्न का अनुमान की महिल जे वर्तनी साहिरन हा Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्म प जिक्षानधी जानती। सेन्तेते०प०न्नत्तमामा मायको तिनागतकालयहरूाग्नियमालवायफल २ एनेकलत्रष्टीनाधा कालपहललतकरानेहवलावेलरवीनाबानियवायम लस्वरुपयत:वसाबाजरीघपुनरवसुध्वन्जिाइमघा नयाभरपदसतय साकनाप्रपाकायकारकताकोडतानविन निर वास्तोत्रस्वनी स्वातीमासिने कोअमलातेरनामनामकी कमतीला ३०१८ घरधुनरवता कारण एनीचेतावै मातो त्यात देवीन " जन्काउनष्ट्रीय मल्पन्न होसएणचिह हायमकला वायबवायन्नयरवार सन्तेहानागतकानया से० विषथका मन रिवदिवोजा एपोजमर्थ तेसाथे से मनमानन साधर्मविलवण माज सहसेनामायकालय सेचसेमरिहसेर्तदेहसाहम्मद सतप्रमाणे माधकोपमा एसरायणकव्यामधमकरीनपिनयनेले विधवाकरीठयमयमलामाकोसाधनि बरततपमातेनेप्रकाशबाबसाधरणीउपनितान्तसाधरभिउपनित पनीत सकिंवा२विहा००[साहन्वागीए। केहम्मोवणएयासेकिंतमाहमोवली त्रिलप्रकार पपीतेषाहाकिचित्तथासाध प्रायसाधर्मसर्वसाधम सर्वरीबाण नथकोत्तेर्किचितसा व व २ म. पतिविचलत]ol किंधिसाहमोवलिए[पायसाहम्मोवाणिएमबमासम्मेवीए से जिममेकनिकिचितहाकिचि लवोसम्मवतेहवो मेरु । तमसमुद्रने गायमषगल एमादत्तभलका तमुकतिमा हस्प माया किसाहजहानरसे नहासरिसवोजहासरिसवोतमेरुएवंसमुशाप्पाच ट्ण्देसथी कि अथकोण प्रायसाधम निमगायतित रोझ मे मेन्तेश्यालयावर धनमgargस वितघमा कछारसेकिने पप्यमाहम्मो वीएयघागीस्तघाणवएसवायमा हमेसे ७८ arcise Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ततेसवसनबापण नियमा अरिहंतमरिहतसारिनुकार्यकीकातलेति सर्वसरवावनथी तोवल करते देवाही थप्रिव्रतनाहिनीनरिह हकीकनेमी हतका कित सवसाहसिसवसाहम्मलितहावितस्सवमनकारीअरिहतेहिरिहें। एमञ्चक्रव्रतिचकन्न बजरवक्लवमासुकीक वाववासरे मामा कसाकमरियोकीकत्तलेकेतले तसवसरी तिसरिछुकीक अकृतकाकायकीकहनारएनकहवा पायल यजे उन्हेंकीकडे जथा सरिसकयेवंचकचहिवलदेववरदेवासाऊणसाऊसरिसकयासेत्तसवसाह सेन्तेएसवसाधुअथकोणतेवधर्मपनि सन्तधमेपि त्रिया प्रकारे । परुथ्यो । तन्नेदेषाने किचितविध वनीकरिवनयमेलनीत नोनित मनसेत सवसाहम्मोवणियतिकितवरमावलिए aवह पन्नत किंविचि प्रायवेधनायनीसवधविनित-मथकोणतेकिचित्तवेध निमसवलाकातरीणायनातवाल साम तवानको ने त मनाचतवालावा लागायनोमवाधीनमवा० हमपायहमेसहखहम्मसर्किताकिंविविहमेजदासानलेशेनतहाबा रोजदा महाकालीसायनीकापत्तवाकोहनीत किंचितकरणवीलवाअथकण प्रायधणालभवायसिबस्नेतद्यावा सालीकावागायनानपत बाळकीन जागोयामसलना वेधमाकेर सकालतलेवायसवाय बालेशनतासामसोसतथाकचिविहीसेकितपायवेहम्मे२पायसोवायसा सववेचपा-चमनोसकरमनेघवापसतयाअथकोणतेनथातथाची तहजसाथेउपानीवनाच-मरावुक धीघलोफेरस०ते१प्रयवेधनववधमिवकरससवविध माकीज क सतपायवेहम्मेसेकिंतासचवेहम्मेसवेहमिनबित्तहाविसमतेउवम्मकिर वाताहि नकाशमीकाहानीरासीकीक से मविधीसवी सतत वधविनीतते. कार्यककस्थानकेतऊत विगत तेवना तन्निवलनसरिसकय एवेकाकणसाण सेतसववधम्नेसतविहम्मोचा Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हत. कील्लाकफरसश्श्रावतमाममनिर्थकामुरमथनुज्ञानलेश्रामागप्रकार परुणोतं०लोनाककलोकथी। कानेगलबस्नेत्रनुजालवणतेयात्माजमातंच जासइअरहासुतंग तेदेवा उत्तरवीजा लीगहालीउमायसहियायतउतिपते कानुयो wधमोसेकिनेमागमेग विहे। पं०२०ालोएलोsane an७० अथकोणलेली की जे०जेनझानीए मियाहीएस०पोसानेबाहश्वमिति विकल्पि २०तेकहेल तकल्यालजोभ्या यामेकित लोशाजन्नयनाबिहीनिदिहिहिं सदधीमरवाप्पियातनारहरा जारथसभा जाधत्तच्या देवमोवागसते लोक काममयकी संग्तेलोकोमामलजेएमति उत्तर यण मायलजावचतारिवेद्यासंमोवासेतलोएमाणमसाकतलाउरिएमा1BRज हतराजगवंतरावन प्रतिषरुयो हादसा देखा माथा ग जावत दहीवाह अथवाआजम मिनारिहतहिनावेतहिं जावपणियखालसगतामायारोजाधदिहिवासहवाग्राम चालकाने चरुप्पोतेहेवाट सुत्रतज-मागम मस्स्वनीप्रर्थनगमतामयागमअथवान्यामनिला समागमा सनसिहलयरूपीमान मतेतहले कारे चकप्यु मेत्तिविहाप० ते सुतणमेयनमगायतलयागयाअहवामागमेनिविहे रेखागुफउपदेसविनाआत्मापाजेश्राम नापाचीअनतराम स्वामी मथुथाअनबनवा नर्थ करने मगधरथीमथचीअनजदूस्वामी मकहि०२ पन्जावामी नरुत्रयीवावर ममनोन्यासम पत० तासातासमे परपराजमे ॥ तिळारामहस्सा मताणपण गाधरनुसुनो कमात्मासनाने प्रथनाममनेसाम वरनामिना सननीलमतमममथनीवर पाम हा ॥ सुतमातmजामातामहरसमा सुतसमतमागमे Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नो नोरमात्मानं मनतरामन परपकाम नेबारपनि अनाव नामसपरंपराणमेपरसुतसाविमनसाविनिमतागमनामात्तामापरेप मेन्तेल्लोकोतर सन्ने एमासमाजानमालामथकोणते उपनीसामानस्वरुपमात्रनुयाहिकत्तेद दिनावतकनी-क्षयोपसमाहिक बनकहिएतापजेप्रमाणजेदंत्रनगुण मालीगतरितंगणमेसेनालापमा सेकित्तसएगाप्पमाणे प्रमाणचारिफयो से देखा वसुमिप्रमाणाचदिवानवालावधीस्वनि केवलहनियमाचक्षुशियाव प्रकार माल प्रमाण र लणनाक्षयोप जविह पंचवसायमाणेचवदेसजहिसाकेवलदसएप्प अनेद्रबद्रीनाअनुपयालयाजजीवचा तजेवलिते-चक्ष मिनणाप्रमालहोलचक्वजिसे -श्री दिसननधीवततेजीवनेघवानोमन एवं तिमचकहीतेन-चक्षुनियावाल कास्त्रलाद्रिव्यविवेचन चवसाचरमिस्सलायतमितवघडपड तक्षयोपसमानुपधातःलतमञ्चक्कानिलक्षीतजीवहने चोधरसंचवाचवद्ध विमारे सनद्रव्यमानातकच मोतिसरुवापावासापुचवटाससमध्यमाचल वळतपरमनिपजसअवधीनतेरसनप्रवधीहरसनतन्त्र मारहाचेकुदसण धामसवरणीमान्तयोवसमजावनेसवरुवाहपविबे वित्तमाविबेषवायी परिक्षानिमित्तेकैवलदेव बावधनसमलववेतनहोसमतदबायोगकैवलदानावरएनातययकीउतपन्नकवलदन इसएहिसिस ।। सबरुविद सनएसवयद्यवसाकवलदसए! नोकरीता केवलति नेसवपयलिने विपनि राणप्रमाअथकोणत्व लधीवक्तजीवनेसर्वा बेक करतेचारित्रामघारित्र पारूपाद्रपने चिये केवलदेसीस सबदबपअवेहि। सेतसपना ऐसेकिंतचरितगणपमाणे Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म० गुणपतप्रमाणातचारिनग सासामन्यकचारित्ररुषगुल हेरचापनी पारहाराव मसुत्मपरायस प्रमाणपं०पाचप्रकारकप्पाप्रमाल क क्ष -० ते देवाने अनुयी चवि० सं० समाहियचरितगुणप्पमालेविहावापरिशासुमपरायबह २०८० यथाक्षात्तचस्त्रिषा सामायकचा त्रिगुण ०वेप्रकार प०पकपीतता ३० तश्कप्रथमचरमलिन ' प्रणाम मापना बानेवारेनिहालोमहाव्रता चरवि० श्वाशचरितगणप्यमाणा सामान्यचरित्तगुणयमाएकाइविहेपेolaplsतिपयशावक परिहारवि चाउचारवीराजावजावलगरहतजावतकधीतजमारव२२जिनमनारमविवसावेतोचकन मधात नही निहालोहाब्रतनविषयावहारीस्खा चनीकतेने प्रकारे प०पकमोनेबाळेसा तिचा मुलगुलनेवि वसबकायाami"धवढाधिलाऽविहdिio साध्याश्यनिरश्यायपरिहारे। विप्नपणकावलमहाव्रतवरावनुनिस्वा0परिहरपनामा रविERNauकरीवत्तस्पोनवसरमपरिहारावसधाच नवणिकाचारसनाथुनातिर्थीश्रादानाचरणहारणिरिहरिन्नपratकावासप्रथयातेकमेपलानमारास शरापनाविपत निावसमालयमावनामध्ये एककल्पसथितजहनेसमीपेसवसामा कपरिहारवि चाराकरीतनेससाकतेपरिहारत पकरीतेहवरि। सिधीचास्त्रिाररिककोहएमनधययावचनाकरन हारिककहिामनवयाचचना करनामलेमनुपरिहारीकीrawपरिवारिसाकनोतवयषमत प्रथमचाम जघनचथमध्यमबहशतक्रवाहमतयासीत कत्ती जखमनम०६समा घरिटए जधमत्रहमपरसत्रमेसवकल्पथिती अनेअनुपरिहासरीपेचलानित्त जतहोपणउपवासनकरपल कावेत्रकामामालीको मपरिहारिकमसलगिजोयाक्ततपक लिमपरिहारिक पक्षिवमननपरिहा उषाव्यातेकतेथरिहारीकपपविजेतेपएबमासलो यथोक्ततपकरीषमएहतिकल्पस्तिथामे रमाबेल जगजन्मनुपरिहारिमनेपहिलुकल्पस्बिमासलरोयथोक्ततपकरम१८ मासेरळेव लिहतकल्पप्रयवाजिनकल्यसपविजेत्तथागमाहिमावेऽहाजमानुपरिहारिकने कल्पस्बित तिनेविषकाएनेवरिहापीकतेनिरविसमानसुस्मपातलासेपरायक्रोधादिकजिहा तेसक्ष्म संपरासदसमेगुहा॥ Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रते ०८१ धामनयनीय जन उसर माथा नाजायुछ तेजसष्ठकष कारकूममेरारूपतेन वोल्वोस्पुदी । नुसा -से क्षट्नाप्रतेबाने। अनुयो अविहो । गमोनलपीमालानि ॥तंचकेन्धिमाणपासितावण्या किन पबश्पाविला तिकारकविमुखने गतमाम प्रतिको कपना काटलतावातखुपादेबी वाल नुसाही वोल्पी यानाडेर करता प्रते चब्दिसि विसुधीोमोनापघाविरतिंचकेतद्धिा मागपेहो। ले चलेवलीपाळलाथीकाशकविसुधत्तरने पालो बोलु प्रति को कसने रोषवी वोलइसुत्र मतनोसनुसानीबोल थलकीमाहिकोश्तांना शाकिभवेतिमिविश्वधत्तराउलेममतापगतमितवमकरमालवण्ाकि कोरबा पवलिपातलाचीका कविसधनरगपालोमवारुपालीकोकालेप्रतिकीइकमलेषणकाम ममतनोमानुसानवाल नेकहरुब मारताना प्रकिरिमिविसतिग्जएममोनोपर पकिरसितंचकोइलिहमालपासिता चलीवालाgaiपालाचावलासित नेगमनमनमा पलेवलीपाविलाथीकोश्कविस नयनमतर नीमनुमात्री बोल००एम. सरनेगममतनोमन- माअक्तरित वएद्याकिनवे लिसिविसधतराजमोला पलिहामि ॥ एविसुध निाचनीया मजवव्यहारनयनमतेपएण्लोकधुयहा-मेजप्तक्तिसववस्वानेवागकतिएत थोकहिलेमवलीवेनयनमतेविसुधवणाधीवाथाकारएपणिपाथावोल्योअननीपनोवायापल रातरम सेनेगमारसनामयिसपन। एवमेववहारस्सविRIF प्रापणाकाकरवानरकालेघागेवोल्योअन संवहनयनमत विधानकरीव्याप्यो मितकंचवीप्तचोभयवस्तुस नाफदमवीरजिहाहनेपालोकहिय०रिनुसुत्रनयनामतेष्यक्तिसचिनी पन्तस्वकपमंच क्रियानुजेनुत्तेपलपाथोकप्रिन तेतिधान्यचणि पाथा बालाजोधानमाचतो पायो बोलियतो साहस्सविउमिअमेधसमाफरेपिउमयस्सप विषउमेधाविप Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सर्वशाप्रकारे यथात थलष्यातोल्यु से यथा ष्यात पडिवाश्य ग्रहखाय चरि प्रक्लने ११ मिगुणा गले से पछि केवली क्षेत्र परिवार सेतं ते चारित्रगुणप्रमा "वाइ१२ मिगुणवा विहे पं० सं०/ पडिवार एय ल उबु गमव विविडिका यायासुम से प्राय कबानाउदा प्रकारे वरुथ्यो भाव थी निरंती ते देवाळे - चाररूपते. नगुलबमा डु० (५० नं०] केवलीय' सेतंचरितगुणुयमाणे । सेतंजी वगुलबमा ऐ सेतसे जीवमुलमा तेरा गुल प्रमाण अथ को ता ने स्वरूपवस्तु एक से कर जाते तेनयत जमाव स्त पत्र मालसात प्रकारे ते बाहेक नानिर्णय सेतंगुलप्यमाणे [सेकिंतनयत्यमाणे २ | सत्तनिर्हे ये० नं० अलेज मे संत हे वव हारे ॥ नाते सामान रुप सर्व वस्तु ने संग्रह एक वर्ष लार हतने मधत्ते रिजुन यस प्रधानजेन रेते संग्रह लोकप्रहार प्रधानले निज यते तेनयम नि कोणते बहार यस समनिरुद् वव्यहारनयरि जुसरल एवंभूसे किंतमेति विदे (पे० ति० | पचाहि कतेक पक्षको स्वास तेलसहि रिहंते परसारितेल सेकित हित्तेण्वसहिं ।। दिहे. कोलते पायाने हाते कोक तक सोहिन अटवी सन् ष पाथो तेम ध रेसप्रसि वना तावादी धधान माविशेष नेहन का सदिएँ । सेकिंत्तं । पनादितेल सिजहाना भए के इस रिसेपर हा प काय वान ली जाएतले एक प्रने रासक) देषी ने इम बोल किसान बान नु जाइ बेति प्रवि करी २ अरिहंते एमडवी !) समत्ती ग ेद्या। तक्केश्यासिता कहिं नवाळे / तेक्षेत्रका | परुव्यो | तेद्वेषा कप का विशु एकनवडेवि धामान लि-बढता Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नाशिकपहायणायाचोवोलाइमलीहासादिकरनयभमते पायानामधीकारनोजाणतेहनेपालीकेहिएजेनणी यायोक्तएकप्रकारे वातावोलमिजेएनयमावर्षसमाप्रथनानावनाप्रधानपाइने नेउपयोगेनावयाथीमानश्काथवा पायापाथाकवा नेविजेउप जणिविनेविधेपाथोवालवानोवमहारेरामले योगने चमवतीपाथानीकरना बजेहयायाथोलिपंजइतेह नेविले विलसदनया पाहिशारजाशनुपजस्सवाघमलाप उपयोगतहिपाथी कहिलेए पा०1303 किको चमत्तिनेत्रछातकीने सन्तजे नामसजाव/ कोएकहरूषाक० माधानोहा तकरी बतायथाथी चानवोल मानेविबेको कपाटलीयूरा faफसतंपाहिलासेकिंतवससिदिला जहानामएकतरिसकिंव स्किनेविवसतीकतेवोलतवायरलविसुधनगमनयनामनवम तिवारवलीनेामनयनमामी ककिहावसानोअन्साजणेप्रन्सतरहीएलोकनेविनयवोल्योलोत्रिण वांयाकहिजेवेवसनिअछिछोरोगमीन लोश्वसामिलोएतिaation पप्पोतेषाफे त्रिलोलोकर हलोक पानिविषवसरवानिवारवलीविधतरनेशम अलोहोर तिरियलीए उदलोरा एयसबेसनचवससिाविसुतराजणे मतन्नमन्माउन रदेशल त्रिमलोकनेविष वमुन बलिविसुधतरनगन JSTHAबालानावृष जेट्टीपाहि संयनरमणप्रासंध्याता नयेत गमोजण तिरियलीएवसानिनिरियलोए जवान्यासयनुरमणपधवसाप द्वीपसमुहले तसर्वनेविश्वस बलीयाळलाथी अतिविधगममतनु जतापनेवि अनुसाहीप्रन्मूतरदेश वेवातावसमुदा तसिसच्चेसुनवेवमसि विश्वधतराजगमोन जैसूर अवसुल निवालिलिमलनारावालाबनवतानवरदेवका उहपश्चिमविदेह नवलपररवत हस्चिासपरमावासह तरक्कविहे 2जीयनेविषेरसोन पप्पा वसामाजिरहावेहसवितानिरहेश्वएजावविदेहेए । एसुसच्चेसन Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सर्वक्षेत्र ने विमवलि पाहिलाय विधत्तरनेगम इन २०८२ यो वेबससि । विसुद्द रातरा एवेनविषे वसळे दसलचरत उतराईनरत तत्रने विश्वलिप्रथ सारी प्रत्युतयइन० कवोल्योर क्षेत्र प्रकार रूप्या ते हे बा खे मोनल || नरहेवासेऽविले । चतिं हा हिलना । उत्तरह वलिया बलाथी विश्व दूत्तर ने अमम तनी दक्षणभरतने विबेवसुव क्षण भरत अनुसार देब विसुधत रोगोन। दाहि देव सामि | टहिल | नेविले (काने कग्राम सोनारूपा नगर मो ताजा पनि वे सवल ते सर्व नविले व से बलिया बला थी- प्रति विस यए | एसुदसुनवेवस नागर पंतर ਸਭ ਦੇ नरहा गामा अनुसा पा०पाडली सुरनगरने स्तर ही ए विबेवस ६ ॥ पाउलिपुरिक्सोल । पाडि लियुरिच्छा | गेहामारसघाइते सुसचे सुनश्वस विश्वतानुसारी देवदतेने घरव देवहत ने घरे अनेक को गगार ते सर्व सर | विसुधतराठभ॥ देवदत्त घरेवशामि देवदूत सघरे ऐ गाइ को मारा | तेसु नेविषवस | वली विसुध तरनेश ममतनानुसारी प्रत्यु 107 घरजमकामा हि एम् विसुध्ने गमन घनमस्वस तो जब एतले जिहा सच्चे सुनर्ववस ॥ सुधत राज जमो भए |घरे वसामि | एवं विसुधस्सोग्रमस्स वृत्ति हावमववहार सं० संग्रह नयनम ते घलाने संथाराने विष तो तो वसे इमो लाइ नयनमते पाना विषेशही ते कुतो एतले सुता विना निवास नोन्मथ ने वो लाडू 3030 जुसुत्रनयनम से जेतला या कामप्रदेस नैविषे वसमावस एवमेवववासवि संग्रहस्सा संगारसमारुनोवस 5 | अजुसुयस ब तर ही अ०जल वस्तुब (जावसन्निवेसाहिं | तेसबेमुर्वसति । विसुधत लेमोन प्र क वो ल्पो पाडली हरने नेकग्रह नगरना तेसर्वन इदि वस विन Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेवन एव सतीने वृष्ण स लागासी बे तसलाज ने विषे वसर बेए बोली एवरेस्था | तापायला स्वरूपने विष सर्वपदार्थ वस शनविष इव स तो न दोलि निलमनयनेम अनन्त वस्तु न्न वस्तु नेवि के कदापि सेन व‍ सुन्त्रागा सच एसे सुगाटी ते सुवसर । तिल्हे (सहनया | आय नावेव ज्ञव ० कोल प्रदेसह घातक नेगममतनुन्प्रनु अनल बता दे सते दे तकनी शरीर सारी बा धर्मास्तिकायनोजे प्रदेस प्र० सरहिट ते २ से किंते पएस डित्ते२ | ऐशमोनल २ब एँहूँ |यसोतंयएसी मधमाका सप्रदेश जीवप्र हे सबंध हे सपुलद्रव्य समुह नो दिक आहेस ते हनो प्रदेस ने मन मदोलता टेस कहि तपाधर्मास्तिकायादिकनोइया एपएसनिष्पले एयवत्त Wa धम्मपल्सी। गासवएसी (जीवयएसो ॥ खंधपएसो प्रतसंग्रह मनोल 1 लवयंले गमसँग नलइ जलन एसि बल्ह । मो देसजेसनो प्रदेस तो वस्तुथी तेज हन्यनो हो इजे हनी देसते हुनो प्रदेस ज० निमको उत्तर कहे लोक सात सेव देवरस ॥ जकादि तो नैविषेप माहरोत्राने पर पण सेते, ते एम मिठो रे एपाउ यस ने मामला हिच एंड पएसो भाणि विच एंड एएमवोल संयते ववहार ल्पोझले बे नयने धवो तेन मघट किस्ान लीजे दे सप्रलेसले नेता मिकी तेप्रयुक्तजेनणीधर्मास्ति काया दिद्रव्य पएसो तंनवन कुम्हा जेसेोदे सए एसो एमजववहार दीसम मदनमोल ली को कश्म कहता हर एम धोतिहास पि दासल खरोकी । सो यदा सो खरो धर्मास्तिकायनो प्रदेश | जावत यसोत धम्मप एसो | जाव पाचन प्रदेस नही इनघटइते | किस्पान बीजेनली जैन एसिपंच हे पए सोल। ननवर ते मा ले पुल बंधनो प्रदेस ता । किधपएसो ॥ एवंव यंत संगड्यवहारोनल Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाच गोलियातरूब केक द्रव्यजान सामानएको छ सुप्रथवा मुबलधनधाम ३ अनुयााकन्हाजश्तहापचन्हमीदिया केरवजायसामन्नाजा हरिन्नवासवनेवाधणेवा 20ोकमातिमा रमवालन्नकाक्तजपाचनप्रस।पाचनापूरमजलेजे पाचप्रकारे मामले उपहेमतो। भलिटमनोजे देसतराळ चलेवाजहा पचपहपएसोतमाभलाहिं। पंचण्डपमानणेहिं पंचविहोचलमो धम्मा प्रमस्ति कायमीप्रसजावत एमवालतानवहाररिजमुत्रनमणेपाचप्रकानेबरसानहाइनघ पुऊलनोबेधनीप्रस। वाल पएसोजावसंधपएसी एक्यववहान्नुसुमणाजमति पचविहोपासोतनलवर किसानली जातेवाचप्रकारप्रसएमएकेकोप्रहसवाचनका रामकर पच्चीसप्रकार नेत्नी एमनजगिले नेतो ताप्रदेसथा। कम्हाजन्मापंचविहोवरसीएचकेकोपएसीपंचविहोल्वतिषलाबीसहि विहो पप याचप्रकारे प्रदेससणिजेनाजविजनीया कदाचिधमा स्तिकायनो काचप्रमा प्रदेसलेतेकेतनेजा गेर प्रदेस अतिकायनो सोनवशतमाना हिचविहोपरसोनगाहिंश्यबोपल सोसिया॥ धम्मपएसो प्रदेस जावत । । बंधप्रदेस । एमवोलता | कजुसुत्रप्रति सश्न यप्रतेजेजणे जंग सिया अधम्मपएसोजाव खंधपएसोएवं वर्ट जुमुधेपर सोना जनलसि विकल्प त्तेन हो किस्पानी जोजप्रदेस एमततोधमास्तिकायनो कदाचिधमास्तिकानोप्रोसरह मघर प्रदेशपल कदाचितप्रधमास्तिकायमोप्रदेसथाए। नश्यावएसो तनावकाहजनवोचएसोएवं विधम्मपएसोविसियधम्मपए ३ Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एएमजावतकदाविपुलबागबमप्रिसवलकदाचिधमातिधमास्तिक बनातरमजावतमालानी धनीप्रसधाराकाम्प्रहेसथाहकदा त्व कायनाधा स . स सोसिएसधम्मपएसोएवंजावसिवंधवल्सीलधामपएसोवि सियधम्मपएसोजावर नामदेसथा एत्तिअवस्वाविवशतवनणीमभण काचिप्लानोसेवककहाचिऊलज०मन्नणालेधरिपत्र जजमाएकरप्रदेसकहरनमदेवताहतानोसेवकाप्रसनतोश्जलास धपएसोएिवत्तेमवखानविसमानणानियबीपीसोनाहिधम्मपत्तसे प्रदेस धर्मप्रहेस जावत धरूपप्र ने देसबंध एमबोलतानले साटनयप्रतेसमनिकट नयनो (जेमण सपएसे| धम्मेजावर्खधेयएससपएसेखो। एवंदर्तसपसरसननिरुटोनीजनल सि जेधस्पिन जावतबंधपत्ररेस | प्रसधप्रदेस तेनाहोश्नघटेका श्रवेसम्पावसकर धम्मपएस सिचत्सेधम्ने जावखेधपएसे सेपएसेविंधेतननवाकाहा एलोहोसमा तषावरनतपुरुषसमान कर्मधारय समास तेनेननाणी कोणसमास जणले स्पुत्युपुरा समास साजवंतित नरसयकामधारण्यासननरकयोसमासेलनासिकिसरिसे जीत्तत्पुरुषसमासेजोले तोममेणि अथवाकमधामएसमासयकीनले ल कामधारएजस्तपुरिसेजसित्तीयंत्राणाहिं अहकामधारनासित्तो नविसकथानणी | धमस्तिीकाय । प्रदेस तेवमप्रिमजावधतेजसत्तेवैध मलितो विस्तसतानणाहि ।। धम्मेयरसेपसे यसपएसेधम्मेजाव खंधपस्सेखेधे वाते कर कर Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समनिहटनयतिल वलीको धमास्तिकायास्किवस्तुजलेले तेसकिहेसप्रसनीकन्सनारहितका M नोधली प्रतिप्यारत्मस्वरूपसकतमरवितेबहनाएकपलिकृतवयंवरहतए०एकाहण्ग्रहितए कनामेवोलणीकवस्तुमानपण एकवस्तु माधणानामनमान्ते तेजी धमस्तिकायादिकवस्तुले नानुयो समनिरुद गएकमना जनलसितंसकसिणपडिपुन्ननिमानसएगग्रहाग विपरदसरुपमूजहिजेसवारप्रसयातका सेतेएमधमालएलसवनयएंकविमलवकास 2०८४ नम्ता श्रीमतन्नधावतप्रदे सामग्रम्हादामचीवस्तु सेकसaaunसेaटेन्चमसेतरा श्रीलनमतकुर एकेकामयनीयवस्वागने हित। नमामि कि कैवारदा विवसवसिधव:समीणस्विपिनाथभवतासनवानप्रस्तावित नियातानोतर सिरिस्चियोधधिः व्याख्यानायजेमसाहनेविषेसवनीएकनाथा सिमानारामतने वि lumiश्तण यवानालसवमय एकाथाएपम्हारो मतकोभयमाजिइएकोमा था जिनकाशनदीमध्ये समुहएकानथीएएतलेसवरसमानामन्तश्रावीतरागमामत कोररसनीनामतनेविले नयी तिका माथिको लतजेणेकशाहिएतेसंब्यातप्रमाणातप्रकारेव०प्पो देखानानामसंव्याथामनाममा सतिसरवापमारी॥अहविह पं०० नामवेधावणसरवादवचम्मपरमाणे यस उपमा परिमाणसव्यापागलवामीनावपाअथकोजावतणाजीवनावनानामसषक यातायाध ज्ञानयाधमालतेनाममाद्रीयादिकमाअथवाअजीव सेतै एनाम जाएगालणालावसंवा कितनामस्वरकार|| जम्सएंजीवरसवाजावरासतनामसंवा संध्या कहा से०काकोएत००थापनासष्पजमयसेमीद्यावनीका सं०ते यावमा नामधावनामा तकदमयी०वस्त्र जेजावल एव्या सेकिंतवणसरवाजनिकहकमवापाकमेवा जावaaसवानामवा कीकोलातिविशनाम प्रायजायजीव अभयापमा शोकाकाल मी पणिहो जायजीवलशपथकोतव्य लोहे मान णिहो संख्या ध कोपर्शवसेसोनामपाए माचकहियग्वाति रियावाहीया नावाकहिया Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नोमागमक्रिया थकी साशनशीजापाथकी वेप्रकरिषरुप्पा जावतमथकी वाहो" यावाहोछा सर्कितंबसेकाऽविताप आगमोयनोआरामोजावलेकिन असंव्यानामानारमनद्रव्य ध्यानीजाल रक्ताने AAlamaiयाएजावामननतरश्नमिताज वसरवेथीवन -या कारबाहमांजबानीकवाधवहार नविजेउपअजीवसमनि जाणासीरजवायसवरिताविसवातिविपिooगगनाएबधाधण्य पानमनाकचीमाईजीएकजविकसंघकहिजेवतेविसंम्नाभवने विजेपोहताजीव जैमनसउदेशमा taaरकर-नवरसबत्तवतीना-मेलरने विधेबालविकसंबहजरतवेद्रीनाजात्पादिकनेनीचीनमा टायोSTEEननुजसातववधाककन्भOMANS -नमुखकहतासमानतात. अनिमुहनामगोए। भाजनमाथीपले ध्यानिमुबीघोतानामगोत्रकमकालचीतलोकालररेहातरकहनजधनसकृत जेहनातेनिहबनाममात्रधरकनविकण्हवोनाने उतक्रधरकोहरतले जावजेप्रयव्यादिकानेरानवनेवि एमविएन्नता एनवितिकालउकेवचिरहोजहन्ने अंतरभुऊतजीवननिरंतरपागलानवनेविसंब वनस्व बनेविषउपजेठकोही तक्रत्तवाहिनीवत्रा नेविगेमपूजेसारमुकतएकजविकसनश्म ने। जमल्यादिकत्रने नवविवेकीहीजीवीले.एकनावकसबाहाकाउमानवीनतेलजन प्रतामुऊत उकोसेलपुछकोडी वितरमुकतयोमहवकीमिचीप्रधीकमाउसावंततेतीसगलीयादेवलालथालपरसबमथाएतेने जीतक्रएपविजेठकोमियहिब०वधाडसंबवधाजलिकेतलीकास्तरहतरकहाउ बानुबंध सर्वजीवजोगवतामाबानीजन्नतोतरभूतपथाकतोजक रेमने तक्रणेतावका नेत्रीनेजावधकरतेनएीवधाउजतरमुहिकोकिने विजजामवधकरतेनलीवानुमतर मुकताबकोकिनुत्रीजोभागकानिहषनाममोहनतअनिमुनानगीनप्लकेतलीका लरह धानएरोनेतनधाउएतिकाल केवचिरहोग जहणेअंतीमुकतनकोसे Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कानुयो टप उत्तर कालमुपता काल ते अमालीतेन प्र निम्न बनामगोत्र नं. को डिए एनं ते । जालथी एक समय नेत्र तक्र ांतर तवोध थोक्त का लपवित्रिना वसंवा मानव मानी इषक हबल्वायुषानाजी व मोगलान् वनुनि केवलीन कर ते निरा कन्या जे न ली जो निरएयनजाऐ तोजनम नोतो तिभागं निमु नाम वधा युबा वालोजीव एकन विकसं बकिम जाल्यो अमे हवेने गमादिकनमध्ये को नयन्त्रि विधुसं ते हनीस्टि ति कि मजाली अमध्ये कि स्पा संघ ने वांबे माने ते विचारी ए बै निमुना मगो एती काल के वचिरहो२॥ जहले एगूसमय ॥ उक्को से निगम संग्रह व व्यहाररात्रिलन दृष्टपथत्रिविध संघ ने वास इमानते अतिमुषनामगोत्र मिराज जोग कुमार यस्वज देवा व एकनक्ति कर बधायबर ने राजा कहि वो लावी एथी थाल योग J ऐ० तेली ऍन्तीमुतं ) उक्कीस एको एउक्स कब गमे संग ववा रोति ॥ को धोया घाल्पो न थी। रिजुन पूर्वला थी विसुध एक नवि कसे बनेनमा नावसंबरूप काटथीले यात एनो घो वोली एं नेजेजली प्रतिवेज लोनली विसंखेश्वरनगनविर्यवधायं । अनिभुनामगोयं । विहं प्रकारे द्रव्यसंमाने ते दे बाधा १ ति० त्रिलसादिकून चुना ते तिपल अतिविसुधने तेन लीबध् श्रनेनामगोत्र कष रुपली प्रतितरवला की नमाने एकॅ निमूना मौ संववधाभ्यवं ॥ 'अनिभुद्दे नामगेोर्थव तिन्निसहन्न या।।] त्रतेसंषने मानेयद पिए ३नय नाव जने माने ब्रयनेन माने तो पूर्व नयना से०ते जसं ब्याना जालनोसरी र संक्षेपवला श्री कार्य नेटको प्रथम काररूप व्य प्रमा लक रेते ते जली मानो २ ए मने जाल होनार नो सरीर अनिभुनामजोधसंखंति से सजाए सरीरजवियस अथ कोणते उपमा संष्पा मी | च०-आर प्रकारे परुपी ते० ते देबाने बैं वरचितावास खेसेर्त मरवा से र्कितं । वसंवा २/विहापं० ते० ८५ एवैथी व्यतिरक्त मेरी द्रव्य संध्या 好 तते द्र C ब्या Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तर a ailauमाकी | | तीवस्तुमने उपमाका अनमनतवस्त | सकती बनी जस a विसंजयतएव नियमविसंतएअसतं एज्वनियाममित्तय संत्तए उपमा कीजे३ अन्तीवस्तु बनीमाकीज सं०बतीवस्तु/०नतउपमाकीदे जालिम ने बारे वप्नियज्ञ अलिअसतयं अतएउवमिधर संत संतापायमियरजहा सनताप्ररिहासत पुरवरनेमोहान कमाझेका बत्तश्वस्तुपमाकी जगरनाकमासराबाजीगल १ ज विमालवयत सशकी संतारहता (संतएहिरवहिं कवाडेहिताहिकले एहिउवामिअंतिपुरवरक लावी-जादेवल सटसरियो । सि०श्रीवत्ससाधायकी एक कितसहित बंन्वंदानिवास नि। नाघोबर वक्षस्नल वावळाफरिलिहनुयाहिणियधीसा॥सिसिवचकेयवा वदोमिनिगम चवीसबनीवस्तात्तीवस्तनेतीचबानमनतामारको तितियमानुपा देवतामा नेतीपमा माकीजे च वीस सनीसंतएउपनिरजहासतानरअयातिरिकमण्यवाण ग्राम माउबानत च०वल्यो चम-सागरायउयमासिकातलेयन्यायमसागमोतीवस्तुनेबता ज स्थानगतमाएतीवस्तनकासीमामाका. आउयासंतएहिं पलिगवनेसागरोवमेहि वमिति स तयंसतए तेवामा जजिमप०परिजिल परयतमलेतजन्ना पक्षमीकहप०याकापा ५०वानान-क्षवियोगादिकम्यवस पानेहवीहतीवीरथीवलालाश्रीधरहताहरु 5नकएपा म्पु ल उचमिधरजहापरिवरिया परंतचलनच?ग पतनीअरंपर्तवसण Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बे मतो गागा धातेरेषा ज° जिम म्हे हवमान परिनिनवस्ती के बजा था का स्त्री ना करतलसरी बाऊ जासर्व लोकना मन तेनेत्र त्र्यनंनी जम्हे तह हे हारी दिसा बीतिमत्र • नेवि en नन ही 30 बोल इ पं० व पाहूरुप जेड हे प्रापतीसमधी बीवी ज० जिम पलहे हिवडाजिरणा तथा स्पो एम० कहे बर नकरवोन्प्रनेपरनीसमधी हे बी ही लान कर बी एम कु मोहिया त्रहे ॥ श्रप्पाल्तेश्चड || पंमुयपत किसलया ऊली ऊपली प्रति कहते | १० बाल 1 पात्रमेवावि नकिचिनविदी ६ पत्र से बोलतेत्रा बता वस्तुनेद जण विवोह लहाने सलाना एस लोवेने न ही पात्रतावस्तु ती वस्तु का०काल प्राथ वाम कालपत्र निपाठीसरे कानुयो पत्त 0 वडय मानला ८०८६० नेम्हे पता हो स्काल थापी दिके वस्तु कि०किसलने ने m विवि क धा सेबबुदवाने मधे ला वो किसल चहुपाएँ] ॥ नवमा खलु एसकया ॥ नविय तोपमानमती वस्तु 303पमाकिज अ० निमजे हवायर्धन | तिमते हवा से असंत ॥ ज्वमहारज हा खरविसा ऐ तहास सेत० ते उपमा संष्पा यादी संध्या । ह० वैन का पकी सेहे | को० अथकोणते सरकार से कि ते ती नाविश्टंग ते परमालसे सविसार ऐसे तर परमा सरका|| उवि पं० त० ॥ कालि अथको लते काली एसुश्च नानी प्रथम त्वरम्प्रहरन ली एते कालिकसुन तेहाक्षरनाम तेहने बिंबे वो त्यो जी वादिकवस्तुमा ताया एतेही संख्या १ असुखपरिमाए-सरका प० जीवादिक नाप्रतेकर अनंतापर्याबेतेपर्या दि०दीवाप्रमानी संख्या २ दिडिवायपरमाण || सरका एसे किं तं अनेक प्रकारची से. देखा बे कार संष्या ताळे यादि पर्णव तं पदं अथवा अक्षरना संजोग भेष्यो । सिधाप्रसिधव दब्या नाव ता का लिएसुय परिमालसेका ॥ वि पं० तं पाव संखारकर संस्काचिय प्रमाण से ष्पा इमज तापने J Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पा० गाथानो चोथो भाग माटे सेनाब गाथाने संष्पर सं० गति से ब्यात्तेसं सि。लोगनी संब्या वे० कप विसेष ते संपर तानि ती बे ष्याती ब ती पार्थन मेल दो से संपर साब उपक्रमादिधन्त्रनुयोगद्वार ते संख्या ता का० काली सुत्र प्रमाना संष्पा १ संरका | पाथरका गाहा से का। संचाय से रखा सिलोगसंखा | वेह से खा निति से खा उ०उहे सासंब्यावर | अधयन संयाना सुत्रबंध संख्या अग्नि संख्या से० ते ए अलुआहार सेखा उदेससंसा अशय संका मुखंधसंरकागमेख सेत | कालि अथ कीलले । रष्टी वादयर मालनी संख्या | अनेकप्रकारेषक या तेरे बा | १० व्यय परिमा(एँ) संखा सिकिं तदिहिवाय सुयपरिमाणमखा योग विहा | पं० ति० पा पयात संध्या ज्ञावत प्रयोगद्वार संध्या | पावा | मोटा प्राप्रतिधी कार विशेष से संध्याता वधुसे या वर्स का जावा एउगदान से खा पाऊडरखा पाऊडियापाडिया से रखा २ व सेसं० तेए "दाबामुपरिमा सेतं ते परिमालसे S से० अथ कोलते | ज्ञान कपजे से ष्या ते ज्ञा नसेब्यू 2 सखा से दिडवाय सुटा परिमाएसं खासेतं) परिमालसेवा से किं तं जाता एका सरखा २ नाते सहि सिजालीने निमतजाले ते निमिति का तनेजा होते काल ज्ञानी बेडजा ऐसे जोता तसईस दिन लिम्य) लिनिमिर्तनिमिति । उकालं कालना एलीवेद्यावि सेर्त०ले एज्ञानर्स से०मथ को एते गावानी संपा२ सेतापाला सखा। सेकिंत जल एम्सखा २ एको गउवे इदध्य | निश्से खा जगत एक तलवायलउन या मिसोमाटिदिदेगलवा एकएकएक ते मा टेट्रो० मा नी से पा ६ ठपर Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स०संध्यामशष्याला अनेसामथकोते.सष्यत्रिणप्रकार पप्पो लेखा जघनसध्या उत्तक्रए बाके संध्या जानुयो सखेछअसवद्यातासेक्ति सेविएRIबिहे पिंणत जहन्नएकीसए ८०८७मध्यनसंख्या से०कोण ते प्रसंपावलप्रकार पप्पो २०ते परितसंख्या मुक्तसंव्याप्रसं बाहेam२ अजहन्नमणकोसा। सेकितअरिवद्यए विवि पारितासरियप्तत अवेद्य पतसंख्या मेअथकोणतेपरित्नसण्या नित्रिए प्रकार पायो मन्तेवाजधनपरित ए निविद्याअशरिवाए। सेकितपरितासविएतदहेजहन्ना उत्तकपर मध्यमवरितवासव्या ३Jए०एमयतमसम्परतापराजधम उत १० एमष्यातायाजधमत्त नन्यसेव्य क्रममालेदजालवा मध्यम एवजा हावा कोस अजहलगाएकोमए । एकजुतारवाएवि३॥ एवंसरवेवाधामसंवेझए कोण आनंच त्रिपप्रकार परुप्पो नदेखा परित अनेक युक्तलाने अनेतन्मने३ सेलमयको विसेकंतामणेतरतिविहायता परित्तात्तएजत्ताएंत्तएपणेतातए भर्किते तेत परित्तव्याने निणप्रकारे पुरुप्पोतुं जघनपरितने मध्यमपरिक्तअने मकक्तितास देखाउतकपरिक्षा Nकनावलि परितामणेतरतिविहाचत जहन्नकोसएजहलमणकोसएाजताए Toमजदयकोलतअनंताचव्योममधन्नमवमन्नतजधनसकि०कैतल आणवासनेतवे प्रकारे sa a हो। तासेकितअनागतएवावेद ८७ ने जहन्नमा हलमणुकीमायजहलय Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ब रहावत होनेरूप नेते उपराखित्रिणास्किम अज०मध्यममध्यानानाम्ग संध्यानपाम निस नकहोजावत तक्रए संवेद्य कितिश्यहोश होकवाश्तलेप माहलगाएकोसा गाजावकीय उत्तकसब्याकेला उत्तकाव्यालानयरूपणा कक्रकरिस सलिममा० मनावनानेवि 13 संखेजयतव्यावरउकोसर्यसविधयेकिदिायहश्यकोसयस संवेवसयस्सयरुव कोएकपाली । सि०कुए एकासोनम स०जाबी० नाबपले पो लपल करिसामिाजहानामाचलेसियालगजोयल्सयसहास प्राधानविखोलाति त्रिणलाबजलनपरिधजावत जैजैदीप्रमालकहवोहजारजी सतप०पत सरसवर जस्पीमिषा १० जननी ही चधीकानमा की महल निजामपनका आवजेन्नीवपनामाणिसरोवलसिधधयाणमारतात निसरसबनी तिलसरसवेक यसमुहनोउधार सरसवक्रमसतकल्पना एकदेवउपा सर्व पनि एकतमु अहाय. हाइएकसरजेताजीहीचमनसमुह निविषप्रक्षेपिए पएसिधएहिंाहवसमुहाँउधारोधिप्परहोसमा एवष खिमारणेहि mmauना म माया एतलानमा एमालतमस्व लाशए एकसूर ता रामनवास्तवालीककल्पीनरीएक सवनयमति २ जावयासमरातहिसिधपहिष्फनाएसएचएवित्तेपालपटमा सिला लोकापलनेसदीप एततेप्रनवस्तित्तनगवेकरी सलावा एकतामरमवमहालक्ष कीया बिलात्थोक्तात प्रमाएतेमाहिएकसलाधा घलनराएयतला पल । हिककधीलवोनसक्वताला सलाकाना मा सरस्वप्रक्षपाचश्यामलागान्त्रिमलप्पालोमाजरिया। नहाविछोस Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तकल्पना एनएसयामिवतजातिवाउन जलिमकीले सिषघुमेतेजिमवमने नाम-सनाव कएसंध्यानपाइसध्यासहत संध्या हवेतरकहेले विधे नाएमा कसानउजाएतलेपिला का पल चो हो आयो ये सेनेघयनपावरजहाकदिहताजहानामएमचेसि 2०८८ ततिहअनेरा मामला प्रक्षेप्यातेवा | मायामनेरावली प्रक्षेव्या J नेपण (माया एमतेल्यामलु यात्रामलापनरिएतकमन्नामलगावकित्तातेविमायामनेविपवितातेवि प्रक्षेपवे की होस स०ते मामख पचालेको नेमाची जरास्पे होस्पर । ज मायाएवं पखिपताणेहिं होहियामल || निसिपलिमेमधेवनारविहिरहो मेoaमामलु सेन्त मामलु जनततमाम०पास एलियन अवरापरयथारूसलाबारूपीकनिमवारे बोलवा स मातिवला सिबासहतचलनमतकल्पनाए यसेत्रानलगतेबानमातएवामेकोसएसंविधा अनेसरिसवपते पताऊताज पत्तथासमुहनविलेपर्यंतप पायाम्पानीवनयासनलगत्रोतःअमेहनलावालासहत्तमतिमीसवस्तिचनसरसियमकवण्यला जीजेन्मभचस्चिनपल्यबोलीजेएमिनस्तिपत्यलवा(लए जजलीभवस्बितस्विररुपमहावलीपा लोरपानेरकेकसरसिवन्यासलारिप-समुहभावबापाएपळवलासलाका चलनेवित्रीजीसलाषा क्षेचीराचीयतरमोयमवस्चितपलनिनावका मनेवालववेक तालवालजालगिएकेकसलामाप्रसे पविकसनाचापलतेहनदीएजेएकसलाकाचनमात्तिवारेमनवरित पनजस्चूपण्उषामिहनही किनसलाजापलज पाठिातेमनचरितपलाकातक्षथापालेरक सरिसवपसमझनेविप्रो पीतवानीकोतवाचतिवारप्रतिसलाबापलभविषेश्रथमप्रतिसलाबालेवीपप्रनवलितपल पाहीमहासलाबाहवश्जावार्थतजनचरिलतपलक्षाम्चा तेथकीन्मनेरजेक्षहीवप्रभा जेजनसह स्त्रमात्रापालनमीकावल्वीएतेहनानामप्रथमसनाबापतसंस्थापनेसलाकापलनेविप्रथमसलाबाबत श्रीरामबापखलिमनवरिपतपलनासरिसवपीएचसीवीनिनवा२तेसिसवन ग्रावेतिवारेसलाबापलनेविचीजासलापाप्रक्षेपकार दिद Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यं स्पाइतिवनिरुपाधिक उ० सं० संध्या ते उत्कृष्ट संष्पा ताने विश्ररु० एकरुप ते जेवप्र सेवा इतिवारे जब्ज घन्नपरित संख्या होइए रुवं पतिजन्नये परिता संखेा येन वा | नेते राति परितम सेष्पाता नाम अजघन तक मध्यम संख्याता सथानक‍ । तेणपरंप्रजहन्नम लुकोसा गला इजा वक्को से बे इर कतलुऊ तत्रासंब्या कि० ॥ जन्नय हे करील तिवा है जावत परितासं नक्रष्टयरत प्रसंब्याउन वाम वे ढानपावरको सपरिता । सेवाय कितिही तेतला माल नाज धनपरितन्म संख्याताथा ते माहि० एकरूप शसि ते हनोल पत्र न्यास एक परत जहनपरिता संखमेता पत्र लमन्तभा सोरुणो ॥ माहिएप पर सरेगुणाकार की तेयाचा ६२५ ले वाचा ३१२५ घ पाच पंचा २५-ते व लीची जा पा च मामाथ नय काम से एक रूप हीन दोश्व डिपुन्नी (गुलीए १२५ जहन्न तु तासं ये हो ॥ अथवा उत परिसंख्पर ताने विष एकरुप से पीए ति बाज घे नोने ते ना २१२५ रुपमा तिपूजिबन्त यक्तप्रसंष्पाऊ खेळाएवं परिखिर्त । जन्नह यता से रखे हाय हा लयुक्त असे ध्याता न विधेसी) नम० मध्यम तत्र संख्या | जावतत सब नारा तना स्वान क तेल परंत्र जेहन मलुकोसाहाला जावन की सकुत्ता से खेएनया व श् ष्यात जे तलाव मालनु होइ परिता स खेाये। राजाले के रुपज धन्न परिसं ष्याते ह नारा सिपापा पाप इम उक्को सेयं ॥ परितासेव्याय उत परिताष्पा ते २१२४ प्रमाता स्त कल्पना ए श्रहवाको सल्य रितासं मालिकाना समग्रप ए तेत लाज जे तलाज घ व्यवलयावि। ततियाञ्चेवर युक्तमष्पाञ्जन | सिमपु Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उतक्रष्टुं | जुक्त ध्यानु |केत हो । उत्तरकबे फक्त संख्यातामाथी जंघन्न आव प्रावलि काना समे कानुयो उ को सयजना संरकेायें ॥ कितिय से जहन्न एजुना से खेलें । आवलिया गुलिया । घरा सिगुणी जघन्तक के था एते महेथी सु० एकरुप काटिए उत्क्रष्ट युक्त संध्या तिवार २०८ अथवा जघन । संख्याता संख्यामुळे हुई ते क अन्नमुन्नभासी रुवीलो ॥ उक्को सयजत्ता सखिये हवा जहन्नयं । असे खेद्या माहिथी रु० एकरुप उत्तष्टो सुंब्या होइ सिधपुळे | जधन्ना संब्यात असंष्पड | केत लुहो संखेापस्तत्रर्ण। कोसयजनास ( खेळायो हलयं । श्रसंखे द्या असंखे गाए उत्तरकहबे | जघनष्या तासाथ प्रावलि का ना समय-सी गुणी ए जघन्न के कम संख्या ती सीते हजरास स्पु गुणी एएममा हो माहिन्यात करे कते जरा सी किति हो जहन एलं । जतासंखि झणं ॥ श्रावलिया गुलिया अन्न मन्न श्रासो पनि थाप्रति जलसंध्यात संप्पाड | अथवा तक्रष्टुकक्त असंष्पा ता नेवि | एक रूप-क्षेपित तिवा पुली जलयन्त्र से सेा ॥ संखिद्यनव हवा ॥ उको साखि अध्यातम संध्या तिवारी मध्यम से प्पातान्त्र से पाता नास्था | जावत तक्रष्टका संय अ॥ रुर्वपखितं हल यंत्र संखे या साय होते परं बे न क त अजहन्नम को संख्यात्रु नन्न पाम सिप उत्तक संप्परत सार) | हाला रजावर केस यं संखिद्यशंखियंननयाव २ ॥ उक्को सयंम से खे दर अव्यात्तरासी गुलीए नाव एम पास की घे तेजे रासी Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ससेदातु केतलु उत्तरको जयन्न अर्मपातकामेष्यरनामाननीने सीते ज्यासकी एy]] हनीलवनीवरेकमन्पोनमाहोमाहिकार करीएप S वा धाविद्याखेछये कितियहोरजहनय अखेद्यासवेधता अन्नमलनासो तमाहियाएकरुपबंकीरतेउती Home जनघपपरितन्धन एकरुपणकाति क्रष्टमसंध्यरतप्रसंष्पर -नवरि303 तक्रएअमेव्यामप्रसव्या रुद्धपोउक्कीस अखेया॥संसंखधये ॥अहवालहन्नएपरितार्णतयैरुतणेउ कुल्या पिए पचलासलाबावालामालिकसलामाधालीएण्वन्तवस्तीपलमीजरवितलवकास लेनिमजप्रत नाकापलसलाबानुजरतएकानेसलाप्रापलनेनरवप्रक्षेपकरीप्रतिसलाकापालोनलिसला बोसया घान्नुभएचजेवारे प्रतिसलाबा पाखुन्म मेमनवरितपात्रलपालाकमवानिवा रित्रातसलाकाजपाखुश्वानितिमतेलागलहीपसनेविषवीएनेशिहाकथासनिवारमहासलाषा भधालीपळेसलामापलउपाहीतिमजन्मागलीपाचारिएनिवारप्रतिसलाबापालामा हिवली एकप्रतिसला बाधालिवनवरिखतपाणुपानिएनिमजीपसमुहप्रक्षेवीए पासलाबापालामाहिवलीएकस लावाघालिएयवमानवस्तिवलनीजश्वीपावेकरसलाबावालुभरहमनेसलाका पालानीभरका उपाकवीकरीप्रतिसलाबापाल्पतरूथयज्ञश्तेशेवधामाशाल्पादीचसमुहनविकरसरिसवपरीक्षपीए पळेचलीसकलपलनेविरकसलाकारक्षपीए एशिपवलीअवस्तिपालानरचन्मनेहलवेकरीसला कापालासलाकारीएवारेमनचरच्छीसपाखभनेसलाषापालुवकजस्चातापळेसलाबापल्पयाका यसवाक्तविधीमामलेपसमुहप्रक्षेविएपळेवलिननवळितपलभुपामिएसलाकापल्यातना सिषले जण्जब पत्तन्मनकेत उतरजचन्नमसष्परतासंध्याछ माहोमा न सुरु मानरासिन असंवेधासंरके छहो । जहन्नयपरिता/तएकितियेसेजहन्नय व्यवधासे Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क कापावगुणाका०प्रतिप्पूर्ण जघन्नपरिक्तअन प्रथवाउत्तक्रष्ट कमर्सष्परतानेवि रकजेजमावे अनुयो विनितारासिनन्नमन्वया सोपरिन्नोजहन्नयपरित्तातयहोवग्रहबाउकोस ट० रुषप्रक्षेपिएJ तिवारे जवनपरितन्मने हो । तिवारपनि मम परितअनेताना सबसवेवासविद्य)पपखि जहन्नयपरितातयनपतिनगपअजहन्नम थानकया । जालो उसक्रएपरिसन्मानपामसि उत्तटुपरिन्न्मने विषधुळे पानेले एकीसाझगाजावउक्कम्सय परिताणतएनपावेकीसयेयरिताजिकि उत्तश्थरि अनेकत्तलरसमजधनपरितनेअघनचरितंभनेतमा त मवेचलवकरमहासलाकचातुनरमच्यारचलामस्चात्तरतिवाउतकमा तोदोजहालयेपरितारामराजहन्नथपरतावासवाचक सन्प्रधिक एतलच्चारपालामा हिजतला एतकलसष्पाइएकसरी सरिसवकानेजन्मनवस्वीतफ्तसंलापलत्मनेत्तिसलाषाव संध्या रूचकधीकतेमासंग्यात्ता लनीजरवेवालवकर जेतलाहीपसमुदयाव्यात्तेत्ती संध्याउत्तष्ट्र जातपरासिसंघतिमाहोमाहिउवनारे Foनि-नारसिबन्नमग्ननासोकवणा-उक्कोसयंपारिताणतयावर पासणसाकारकजीश्पक०एकच थाएमथवाजधन्नयुक्तमत्तामाहीयाजजनयन काजनिवानउत्तएपरितननाएकरुपकादिएतिवात्तक्रवात अनाख वाजहन्नयंऊतातय साक्वमवेयरितार्णतयहोहहावी माछाययारताणतयहरजहन्नयततापतयति उतर जघनपरसाने जघनपरिचमानत-सायेअभाहोमादितमीचा मावतेप्रतिष्ठलजधन्नजुक्त अनेक पुस्मन्यामपाकारकीज लियहोजा नपरिता ॥तयंजहपल्लविताणशासनमन्ननासापनियन्ती Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मथका १०परततानेविचे एकरूपनतेवाएतिजधनमुक्तन्नानमन्जय ना सिधी ৮ जहन्नयनातयेहोसत्वा उक्सापरिता ताफपरिवत जहालयकतालतियेहोश यमनवजीवपाते धन्नक्तमनेसानारूमध्यमकक्त अनंतानास्थानकजरलगतक्रष्ट तलाज जेतलाज पळनिवारयनि नवमिधीया वित्ततिवावतिरं महलमजवोमा हालाaleकोमयंक जुतअना केतकर उतना जघन्नाजतसमेत अजयसिधीयामुएण्यानयजीव जेत्तलातेहनीमाहोमाहिष्वनीपरे ताणतयानपावरकेप्सयऊताणतय कितिही जहनबल्कुतापातयएमन कपन्यासकनिएतिवारे एकेकामसष्पातसंष्यातरामानोकाकिरिश्वतेवारसीनोवलाधमकीएपलेचत्तिवमिति मचायनीमतजधन्नससानोवाकिीजेएमवावारवमकरिल्पबवलीयस्पेठपातवीलप्रतेकरमाहघा aसियातिप्यामननलिभामा दवनिनिगोदा प०पसेया ६वेबंचोटित्तीवधनवमालाना लाएतथाना गोमपएसा पधमसिरअधूमाजजीवदेवसोय मानायला जागा दायरसमाएसमया०कपकाशितवारनतकापातक कक्ता संघटनेवया०पवलीवारत्रावगड्पिाम थवाज.धन्नन्न। विलिवारनिवाशिपचेजेरासीमावेतमाहियाफवलीउकोसमऊनागसपहरामहवजहन्नया एकपेण उत्क्रष्यक्तन्मधर जघन्नमस्तान केतलुऊरउत्तर मलताण [तयेकवलचसयकता तयहोजहन्तयामताणतयकि तियेही जयनयुक्त नामनवजीवप्रमाणेतेहनेत मा होमाहियान्यासणणाकारकीजजे जघन्नन्मनेतनन नीवर तलामाचेतेसलाप्रति जहन्नएलेकिताएंताएंअभवसिधियागुलिया निमनभासोपमिपुन्लोजन्नय 32 Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जजघन्न जुक्त अनेता नेविएकचया म०मने प्रशना उत्तक एतिवारे ततपरतेमा मध्यनअनेताना अनुयो। बतातहोइनरुवाउकीसएडताल एवंपलिन जहन प्रणेतामातही स्तान कहोइन-अनसन सोनयनत्रए बारवर्गशिपबेएवोलप्रोषिश्नअथामिपनिहजीव २बलस रामाचावलीको धनप्रतिमा कालतिभाला पचवसबलोगाम संप्येतऐतयरवे वाचलेलेस ५ नपरेप्रजहन्नमणकोसाशासिवलाजलदानवाहनाचणउसकाकानेतन्मडनहोइपळवलीकेव लाभकेचलहरसन्ननाचयात्माघालिएसेवारतक्रममतअनशएसननेरिब जिहाकिहानमनग्रहकतिहासघलेमध्यममर्मतमा । सेन्त वापसंख्या से०मथ कोणते -जा-नाचबजेरहार्सबजाणवा जेएप्रतक्षलोकनसिप जीमाठवाधीप्रातानाधसि०संषनेयोमतिमंचमादि। टाणाइसेतगाएसंखा सेकितनावीरवाजेश्मे जीवासयमतिनागोयाकम्मा नामन्यनेनीवीएगिोत्रगोत्रक०कविपाकथीव तेनावर्स बसेन्तरजावसबसे० तेए सेवनमा सेण्टरजावतमाणसएप्रमाण सर वेतिसेना नावसंस्वातंसवाबमाणे सेतनावपमाणे।सितंप्पमाणेचमाणित परमाणपदमी सेपथको वक्तवताअधबननाहिकनेविन निराप्रकारेपरुपीतेहबाजेपारकासमयना 2 यथासंभवभयह वबाला -पोतानीसमधनीवक्तवता वक्तवतार पर्वसमत सकिंतचत्तध्यातिहा पं० ससमयचचयापरसमपचत स्वसमयपरसमयवेनासा सेन्चकोलस०पोतानासमयसिधाता जेहने विषश्नाच सिधातवमा स्त्रनीवक्तवता भावक्तवत्ता ताजेमवावमस्ती काधमा स्तिकाएप्रहब प्रज बयासमसमयपरसमयवतव्वया। सेति|| ससमयवतया जलसमा Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रजापित्यथातीलक्षणोधमास्तिकाएश्त्यादिकपारुपीएयथा निन्दात्तकरिघाकिएनिमपाबलान गति। गतिरूक्षलाघमस्तिकाएइत्पादिकपरूपीएयथासंष्परसप्रनोवनजलउपनय मेलीतिमजीच देसरूपतेजधमस्तिकाएप्रत्याहिसामानथीचललस्वभावधमास्तिलने गतिनोउपभधमास्तिका काएइसादिषाकिए परसमयवक्तवसामान्पतीथीना। माघीवाश्मनविपरुविध॥सिना हिसिम्र उवदासिहा॥ सास्त्रचबाताएजमच चवतन्मात्माएत्याविहामाचपसिधापनेपरसिधातएकनबालीएत्पाविमुचर सतिपंचमहन्यातनायगोता-माहिया जयवरुवतायखापामारमावसचाभरस्वावपधामला महतेसिविणा सेविलासोहोऽदेहला.NHAIRHएदिया एव परमपवि या महसमापन्नासबहमाससस मद्यवोलियतिवारस्वसमयबारमनेसाब्यादिकए हवेकोलनेगमादि केहिवक्तवामान नगनसंग्रहरव्य गाथावोलिएनिवासमयथाऽएा से००तर सम्पोताना सिधान्नचरसन्नत्तीनासिधाते, कमयमा अता हारण ३ मयपरसमयवनाचतानासिधात 'बचतवयााकीएकंवतचधामिरामसेग त्रिलाप्रकारप्रवक्ता मिल्वाकान्तेबाबाससमयवक्तवता परसमयवक्तवना२।स्वसमयपरसमधवक्त वता कहाशतिगविववियनिवाससमयवतवयापरसमयवतघयेससमयपरसेमए नगरिनुसुत्रनयनोधणीस्वेप्रकारवक्तवता सुधतेदवारमालासिवातना परसमयमनत्तीयानासिधान्त वामानेअतिविस्पंतनले वक्तवत्तापानीवक्तधता ततिहा सचिवत्तवया३समययत्तचयापरसयवतवयात जानस्चसमग्रवक्ता तेस्वसमयमा १०नियमवक्त माहिन्मा जाजतपरसमयवासान्तपन्धरसमयमा lal व्यता वतावरुवता विवीजीच्यक्तव्यता समासासमययतया सासमयपविदाजासापरसमएसवया। वयसापरसमयपचिया माहिमा तिनीमकाथानातिनका वक्तव्य तित्रिपावासक्षसनानकट चतुए वापरामधी माया "' तनयमति विश्वमा एकस्वमयवक्तवनानी परसमयवक्त सम्हाविहावत्तबयानचितिविहाचतवयानिन्निसनयाससमयावतवयरों बता Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सामयी लरकिस्मानातिन्जेलजीवरसमयमात्मथा नास्त्रतेमधडधुप मेहनीम-श्वमेधस्पक्चनातन्यू लहवानामन्तवलेप्रतश्न हातालाववोलतेनी सजावकियानमामका नानिवन्धनिनिनिः२शनविस कनमले४३०मारणविरुधवचनमारपतथाहिनाहमात्सर्वनमानेनसनीयावरणाचा नुयो वतंसवनानियःपसतीसधा मिका ििािनविपरसमयाजम्मकापश्चीतबदनी परसहस्त्राएलीफजनेषनामसणवासेमिकासरणम 200 मिमिथ्यात्वनीचपणा तनेजरीश्वसन माध्यात्वासून वक्तवताजमरने नथीक०मनतियानासास्वा वक्तव्ययको मथनोमधीका परसमयतेश्मकहने वताइवोले सेतनएता . तिकष्टतहासासमयवतवया नथीचरसमयचतवयासितवतधयाकितंत्र गारमा जेजेमध्ययमनो मधिकार रिजोजस्सामयणस्सन्मबाहिपनिमावान्जाविरकिानपुण्य वती। ००ते अधिकार सेपथकीत ते सममवतरवुवा स्तुन्हस्व र उजय नेविबिचारह वलियसनिंदा वानिगिळणधारणाचेव समगहिमायसेकिंतेसमोयरियाल तसमबतारक नानामसमवतार थापनासमयाद्रपसमय बेत्रमनव कानमम नावसमव नामानथा अवतार२तार३।तार चतारता चनातुशाम विपनामसमीयाdaलासमोयाबखत्तकालनावसमोया)नामबाण भनयसमव सारदाजात जालसामनवम व्रध्यसमवता विराजकारेषझप्पी तन्तधाममा ययावसकनीच शिवी।यवतिरिक्तनयतिरिक्तात गयउजावनाणासीरनवियसरारावरत्तदबसभोयारेवन्नतिविहेपन्नता तथा आत्मसमव । पपरसन त तलयसमव सह मासूमम करिवारता मावणास्वरुपनेविसम " तात तारनिह मि वतरि । ऊया वितरवतश्ते-जणीसंब यसमोयारेपरसमोया तनयसमायारेसवल्याविनायसनोयारेमायभावे ०२ Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इसापणास्वरुप मानववहारथीतनेवेविष जजिमकरडारेहमीयरादिकमुख्यरूपधरनेविषेस्तना चावणामाधारकादिकनेविषाचणावस्तुचतवनमानेमामात्मानाबमेविलेपणिवर्ती शिवततावोलिएजिमकानेविये थानीघरमध्यपणजपाएमनेजुउपजाए महत ब०वीर कपाला दिसमुदायकषधानेविग्रीवावतत्यामाना समीयरतिपरतावेजहर॥ऊंडेयरपिनभयसमोयारेण्जहाधवनोन्पायनाविण ववषपवत नेबिधेपणवत्तरशहाकहमीश्हा परसातवतानसरजवीरवतिरक्तनसमवतार मसुधजेनाकडाहिकनेविध वस्तनारहीवानथीलोबेनेजसमवतार प्रकारेषरुप्पोते.ते देगा । जहाघडेगावप्रायभावे हत्रतजलीकहप्रथवाजानेस अहवाजाएमसीरनवियसरी मा० मात्मासमवार सन्तइस्लयसमवतारनपलप्रसधवरसमापनविबवतहमश्वषविध्याना। १ वतारतोकिहाश्समवेमहजेजीमलस्वा पुनना परवरदिसमवताना रवरितरवमनोयारे- वस्पि००८ नायनासमोयाय॥ युक्तस्पुनमिलिए नाव त्रिपाकमाविवक्षामाजालहालकमावलौते पाताभाबुपीता मापलामाहि परत त्वचीवेने देनसमवतारच० चोसाव्याच्यारपलप्रमाए-नगवानु समततर तलयसनीयास्चमडिया प्रायमोयारेलायनावेसमो मापन ततस्मासमवतारक मचलप्रमाणपत्रीसिकातहनेविबस मनावपसमावेसातेव०ब जमाटाप्रमाणनेव० मायवलोमात्रात्रीसिकान्ग्रएमालपेलते यर तमयसमोयारे वतीसयारासमोघम मामात्मनावसमवता वेकीमात्मनाचनेविबपोतानामालावतरवेकरसोलपलमाननीबोकसिषातहनविष ए क नेविषरसवतरश्तजयवेनेस। स०माए सिकाक्त्रीस प्रायनाघिसावनीसियाभप्राधभावसमायरिएायजावेसमोधरातल परनमाननाअष्टनाकाarममवतमाहियागीकाचनमविचलिमाननीचउरालिकामवws माएचआशिका १२ पलमाननीमधमणनेविघामामाहामी ५६ पलमाननीमाजीकमाहिमाए यसनीयरिणे संप्लसियासपीयर व्वश्रहजायात्रा Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1 से ते०लेट [ कानुयो श्याजावत्तरुभयसमो यारे २०३ | सेतं ते वीश्वरस्तव समोयारे सेनामागमा वेपो ते० प्रात्म सम ह जबसरीर इसरीर वतिरिक्त द्रव्यसमवना हमाली मालीयसतो खरश्य । सेतजागसरीर | भवियसरीर नागमयी हव्य समवतार T समोयाने सत्तसमोयारे से किंत सेत० श्रात्मसमवतार सर्व सुगम ते एत्रव्यसमवत्ता से० अथ तलथसमव निमरतन्त्र तार मवतार माव तू मा 1 आसमारे खेत समाधारे २६ विहे । १० नं० प्रायसमो यरेय (नजयस मोथारेय नरहे वा से प्रा० काम नाव वोताना क्षेत्र ने विधेसमा रहनेवेने विषसमावबेकरी | ॐ० जे तू दीपने विशेषण समव तरमा यो कहिना श्रायासमोर हूदीयसमो यस त्रिबालोकने विबे सम लास्मोयार यते अ० मात्मनाव चल रहे एमजे सुदीपनामा ही पायात्मना वने विष समय पोताना क्षेत्रने विषश्प मनावतार कराने विषेमव श्रायनवियर्ज ही वेरीकेत्राय समरे नावे समोर बतरसमाए श्रात्मानावपि । | तिरियलो एसमीधर६ ॥ यसमो यारे त्रिबालोक | माताजा समवतारवे । श्रात्मना वन्त्रि वा लोक नेवि प्रेममा व श्रायना वेवात्ति रियलाए | प्राय सभी मारे । आाय नावेस लोकने विषसमाए प्राप्रात्मभावने विशेष सम इलोकपल ए० एम लो कने वा यजावेन वर ततेने विषेस मवतर वेक री मोयर | तनय समोयारेल || लोएसमोयर२ | न्यायभावे एलोयवि যেই Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एतलीविसेबमनोकालोकन:विमस विववारी भावपमेन्माumASHसमावसेत्ततएनसमावनार एमकालसमवतार EE एक्वेवणच लोयालीयप्तनोयरायजावेयसतं वत्तस्वेतसमोयारे एवंकालसमाधारे एतलोधिसेष सनयात्मजावेकात्मजावनेविसमयने । वेवसमावश्करीमावलिकानेवि विषनेसमावर समाए. विनवरंसमयप्राय समीयरेएंप्रायभावेसमोधरशेतस्नयसमोयारे-प्राविलियाए पिनेयात्मनावसमाववानेनिषत्रावलिकानात्मनाक आत्मज्ञावावलकामेवि ततेवेकनेसमा वलसमाव पसमावर वेक समायर ब्रिायनावकमावलिया पायसमोयारणमायनावसमोयर तस्जयसनो सास्वोसासनेविसमाव: जाजाचत्तथीमपलबमुफतवाअहोरात्री। यारलाश्रावलियाएसमोयरसायनावयत्रावलिया सायसमीयारले प्रायभा पिता कयनसंवसरगुनाससत१ वासस तसना सामोसामूविसमावेइमाने १३सजि१४१५ जाव वसिमबहेलिया१पल्पविमधन मामानेमात्मजावसासागर विसमोयनर तजयसमीयारेनोपम३ माणुपाणुयसोयर नेविसमा सा सामायका प्रययमतमानरुययाधीस्वायोप्सानीकजावनेविमेवता इतेजली शायोवसमीकतावनामविसमव३१कितणनानुष्ठ एकंजाधसागरोधमसमोथरननयसमीयरिएंसप्पिणी२ सुसमोयेरझायभा बनवबवलसमवतानानुप्त माप्पिसमणिलवसपियनविन मायाससपिलवसविल वववेचलसनवत्तम पारावतमाविमाएऊलपरावर्तनमातिम्सनागतकालनेविखे वेय॥ एमपिनस्सणितीपोप्रलपरियचास पसर्वकालने विषमाय Page #187 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एतस्यसमवतारकामायापणाकालनेविषसमा सतए कालममवतार भ च र मनुयाग्रिहणगएड्सबहाएसमोयर३॥ प्रायजावे(सतंकालस । सन्ते मकोयतेनावसमवतार प्रकारेवरुष्पा (तलेहोबारमात्मानावसमवतार तनयभावसमावता मायासिकिंतभावसमाचार२विहांचेाद्यभावसमोयारेगतलय कामक्रोधमाननेविसमवसनियमानमायाविमायालन नेविसमवतने जालमहललाशाथाम्नानुक्रमथान बालकहकोछतेमानीज को तेमाटेमानमाहेसमावेसन सपनवेलोएना मनाइलमया माहिघालीतंबवावेतेगी मानमाया व नमुक्तास्तथा मायाद लिकन वानीपालाश पलला मामाका नावसमाधार एवाकाइमाणमायालानेण्यछकाहमागमायालीशराचमोर घालीमावेभए)मायालोभनेविसमवत्तरेतथालोसारुपलेतेनालीनरागमविसमवतवरतथारा समो.हमानोरलेनी मोहनीशविचममवतस्तयामोहनाक मनोहळेतनताप्राहकमिीप्रकतीमेव लिवापाडनावजीजीवलियमवजाचेयरीप्रेसनवतरेत्याकर्मभकतिलाउदरकाशिकजाद रुपलेसीमाधाविसमवतश्तयाभाववजीवने एमाथा जा०वोलवी । सर्ततेस्नावसमवता विकन्याश्रयतेजपीजीवनेविसमवत्ततिथानाव मिनीवास्तीकायनेविसमवत्तत्यानीवास्तीकन्यपणबट एसागाजासेयवासेतनावसमो हमनानेइतनलीसवयनेविसंमवंतर सतंसमवतार बसमवत्तरेगामापनेविषसमअनेसंख्या प्रथमदारसमप्रथमाजावप्रमागतेवि क्रम्हपक्रमप्रति प्रमालनसमवसर६मधाश्रमानेविवेका मतमोयRUPasकनेकनय नेविसावत्तरेतथा चिन्मय गाथा सद पिवधनयवीचारनामजावधापनमाययात्र सातारजजातीप्राजीवगामालाविलेसम्वत्तरेसज्ञाननिचारित्रमाहिज्ञानश्रमातीविचेसमवसरेलप्रत क्षाहीअमाएमाहीमागमप्रमाणनेविषसमवसमश्१०लोकलाकातनमाहिंलोकोतरमशमेनेविबश्समबतरे वन्यात्मामेयातराणमेपरंपरागमएनएनविक्षसमवसर३१६ संध्याप्रमाणही८माहिमामा नविनसमवत३१५नापुक्तामतामाहा स्वसमयवक्तवतामाहिला १६ श्त्तिनमउपक्रमासमा Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ La: सक्थकिको निक्षेपाधि चकलेटेषा सामानवोधनायिकरूपमा तनुजसामायिकाहिकपविले हा प्रकार B क्रततुना मतेशिकी नीव नुतेनॉमणकनगीनामानष्प धनेष्यनिवा मनिषो aसेकिनिवेशिविहेचooउहनिकैफन्तेय. नामनिष्फनायास्ताला नातनसमाहिकाहिसरूपविसे मनायमाहिकलेकीनीनीनुत्रलापनिष्पाला तहबान्ममध्यनलमत्तीण अनेणेकरानीवनुत्तेमामनि कालनिक्षेपथकोशनिबननिलेवीचारप्रकारल्यायसवाचनामसामान पी० स्त्रनामालावारे मितमामा बुन्निष्फलेवासेकितअनिवप्फतेचविहे पं०ातंत्रयणे।।श्रीणे प्रकारेसामानकनी चोवीस्लानेवाली हमासकना चोवीसथादिकनेपलकहिएमथकीपति/० ते देवा प्रतेकर जालवाथमा सामायनेमधायनकहीगत्महितीएममध्ययमञ्चमारप्रकारे ५०परुप्पामामध्ययन पाययोसेकिंतकहाएजावतक्षपणा करण्यमझपरीचनविहानामप्रया थापनाद्रव्यममयमरमानावष्टायनधनामधाधानामावनपकथापनावसकनी परजाएजाजाल मध्ययन नमानेस्नायनान्मध्पयन मिजाजेसारी रवियसव्यतिरिक्तद्रकमध्य चादवजावयएनामलगया जाकजाएससरीरलवियसरवण यनने पत्रतथाथोहाघा पत्र नीतेह । लि सेत० तेएम अध्ययन मथकीया तेलाचप्रध्ययन नेविबे रित्तवझयणपतय" पायलिदिएसितंदवनयासेकितनावनय प्रकारे वरुणो देवालयासमथाध यकी नो नोमागमागमयकीजे जाणमा उपयोगमहत यननोजालामक्रियासहन। णेविहे पं० न्ह मागमोयनोकामीयामाजमीएजाणएउकरतेसत सतप्तमारय नाच-अध्ययन समथको सिनोमासमटाकीमअध्यातमत्तचित कर्मसापचयज्ञद्य मथकी जावळमायनकहे. ब त्रानयन्त्रागते ।हिए हवाध्यानी ते प्रा31 जावयणे सर्कितेनोप्राधमाजाश्रयणेन्सअप्पशायांकमाणे Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कार प्रमाणावाधन०मवाका प्रवकतनाक्षनवाकमवनवाचवते नमतकुचमधयन । सेतं०तेपमध्य 'एतलेतध्यानमाहात बन मिवारमानायाहिक नयो/प्रक्च क्यिा अणुवचनीयातहाअश्मयामिछमिसेतन्मयोसेकं अथको अक्षीय चल्वारकारी [मप्यो न०लेखा नाम अक्षीण द्रव्यमती भावन-क्षीण एवेनोएबापरेजा | तलाशीराचविहे। पन्नत तानामशीरोडवलवनावशायलाशयाउसे अवकोणतेद्रब-तालवेन वरूपोतरते त्रासमजावलायकी मसीए नोजाजावतजा०सीर काव्य मामाजमउयक्रिया सहक्षमतालावीयमशरवतिर रूक्मनाक्षाणना किंतरबक्षीरोइविहानामधनोग्राऽनप जानजाणासरजबिय विष सबलोकालोकं नाकामसरूपहनानएकोणीहनेषकरपलेसतिरक्तवान्मक्षीण सोलिण्यय पहरताकदाचिपानेलेलीयन जीनसीबसीरव्येलएहने एलानफीजेतेश्रेणी सरनवियसरवरितेचसिएसनोmससदिसतववारमाकासनगमध्यसे वेकरियरुपीतेदेबालाजमनात नानारामकियास प्रथकालतेयागमथका मरकोना वयसाल 5 . क हतmजावप्रसाए उत्तर सकंतजावशिरीविहेपिं००मागमोयनोप्रागमीयासेकितनाम जाजालउपयोगावेतरहावयोगनाबाबिलीयनवहरस्वान-जायतेजाची लय कोणतनोत्राथीजावतील पान्तप्रतिसमयएकरसवहरतानाजी जाव-ताणल्याणमा एवज लेसिबनेसरमध्यकाहिजरा जावधिणेनैतीउत्सर्पिणीअवसजाएनवउत्त॥सतप्रायजाasीणसाकं धरऊतवशियोतानातनीनास लिएकविथट्री०सउरचणसीयाएरवताबी मोविश्घटनहर नऊश्यथाद्रष्टशतश्बद्र कोवा वतेल नो दिहिवोतिमजदीमेमरी नाग्राममानावशिएजहजीवादाचसयजयपसोय ល។ Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाव मिशेषाश्चतसंपदामावालेयामागनतनाचना से०प्रथाकपाता स्वझे वयोलह aचाउपयोगी पायप्राप्तीलान वचनकायानोयोगतेनो रिपश्वीदवसमान्यायरियादिपति पश्चस्विति सतनावशिणे साय याप्रकारे ३०पका २०तेदेवा नाममा थापनामा द्रव्यचर जाकमानाननेथापना ग कही naय१८६२यय तो चविहे। पं०० नामाएlaa दवाएजावाएनामधणामयाजाकजाण जालसमानेनवसरथीमतिरक्तद्रममा त्रिपकाने पे०परुप्पो नेतेखा लोकन्या लोकोत्तरमा ऊकत्सि म१यप्राचिन गसरीरानवियसरीश्यावरतेखावह चिंता लोशालोतरिए कप्पाव जहनासहना-प्रवचजोकीका निकायपरुप्पी सावतलायलाMAIमाबा.नथकाहातसाच -मीक तेहप्राय अथकोणते घडजेतुनुलान वस्तुनुलाभ यपिएं। किंतालीसविले पंतसचित प्रविते मिसएसकिंतसचिते त्रिणप्रकार पायो तेदेवाः दीपवला पत्नुलान अयानोलान३ पगात दासदासीनो लाभ २ विहेपेापयाचिउप्पयाण अप्पयाणे पयाण दामादासी वोधगातेधीका हाथी मारे आवामावलीनुलाज मेतेने मचित्तवस्तुनोलाजासुसुवर्ण चप्पयामासाडीमप्पयाणे वापञ्चागत सविते म्युमलिरत्न । मोती खानाधर्मिया रजानिकयोगसि | प्रवाला 1 ग्लनोला। मेले० तेपकावि वस्तुनमाय सर्कि अविते||गुवत्तमययमणिभुतिया संखसिलप्पयाल । रथलालसेत लाभ Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चिकनचानते निकायलायलिए शिवि २००६ 1-अथकोएनेमिनवम्म हाम राम घोमा हाथी सुसुवमाकलिकाहिककरवी लाज तान अख्यातोधकालयधिक मायामवित सकिंत मिसएमसाही शसीएसस्साल जसमालरियामालकि वाजी काव्यनि-पतत तेलमित्रचन्ता सन्तएलोकीएएमप्राषचनाकतेच वितमिनमा मायलानाजाण वासे० हनीम्साघलाजसoनोलाज करायलाभापत्रिणप्रकासचित्तपत्रावचनीकम्प्रायलाज पावंसेतमीसए सेतलोएलायएवजष्पावयविहेनेयश सत्तेकप्पा अथकोहाते। लोकोतरमाथुत्रिणप्रकारेषाय्यो । ते देखा है। सम्सवित्तवस्तुमायलान चितनोलाज मिश्रनी ला वयणि सकितनोगसरियासिविरमसिया ग्राएसिविचिन्त० सचितवमीसीए अथकोणतेमचितवस्तु | सिषनोला| सिषलानोलान तन्तेए सचिवस्तुनुला अथको एअचित्तवस्तुनुला नोपायलाने स नव० सक्तिशासीमा मिस्सिणी011सतंसावत् ॥सेक्सिविवि वस्त्रनुलाभपात्रनो सतप्रचित्तवस्तुनो अथकोलमिश्रवस्तुमुन्नायलाभर सिषसिघाममाटिनुभाज लाकात बावलपताणसेर्तमवते॥ सकतं मीसएसीसा सिमीणतत्तडमती ए नमत्तलाजम विशेषगरजाहरला सतलोकोतरद्रव्यायपथकोलतेजावलायश्विप्रकारे घरुप्योतन्तेषामा रिकसहिमायला लाभ वाराएमाएपसेतलीगुसरिएदबाए। सेकिंतंजावाए विहे पंतपसोय लाभप्रमस्त वस्तनोलान प्रसस्तवस्तुनो कोहातेप्रसस्वस्तनोलाना वनिमोलाचारित्रमीला मे०सस्तवस्ताप्रथको लाजसथ ज्ञानमोलान नोलाना अपसत्य सेकंतयसनापाए!! देसणारचरिताएसेतं चमकताका लान Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ताप्रसस्तवस्तनोलान माननोला मायानी लोजनोला सेत०नेमप्रसस्तवस्तुनोलामा तेहायलाभ क्रोधनोलान लान न गातेएलाननीयमेत से०प्रथ ना यसकहे मााएमाघार लोनाए सेक्तंअपसलेसेतनावाए सिताए कोणतेसया यारप्रकारेथापीते मानामायण, स्थापतषणद्रव्यतपणा नाव (सकिनप्रावणाचविहा। पं००ीनामशवा हवाभवाचवणानाव तवला मानतपासनेस्वापूनाक्षपणात जावत सरनवमीरच्यतिरक्तानवषाएपोन्तिमजनिविणलोकीक पवनीवरिअनशतवा निममायला लो कोसरप्रावचनाक३ वनामहवणायाजाचजालसरीनवियमगरवइरिसावभव। तयासचित्तचितमिलेरकानलवानव जेषणाएहवीया नावाक्षपणा वेप्रकरने एनलोविसेबलावावाटचरवो. जहकमाएतहेवत्तिविहेगानापियवाणाबवणािलोवो नावावा ०५रुपान्तेक्षा प्रसस्वजावाक्रोध माम माया लोचनीचपला सेते.ते। विशतकापसानावाकोहस्सा माणस्समायाए नायबamasी एप्रसस्त भावक्षपणा अथकोण प्रसस्तनावतपण । तेतानमनपणा मिनाक्षपणा माधवपकंतअप्पसनावश्चधानापासवणासाभवणा चारित्रनी-क्षपणा अथकोलमप्रसस्वभावक्षसेत०एचनिबन्नाथकोणतेनाप्लान वा मल चरितनवा समाप्पसहनावावा सतउहनिष्पार्किनामनिपन्ने Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नाक सतहम निपी सामायक सलमपथमरुप्यो तेदेया माममामायकथापनासामाय जय सामायक ८ की कर यो निवेवेसामान्यसेसमासम्धविकापेातनाम सामावणबजावसामा वाजावसामानामथापनाना जा०सामायकधियननजाणतेह तैवेथकीवतिरक्त च० पत्तनेविवेपोथीवऊपत्रनी सेते० यका मापने मतासमन भविमामायक द्रव्यमानायक सामाटेतेहमश्विवलियुए ििायाजागसस्तवियसरबरातबसामाए पनयनयनिरिमना द्रव्यमानायक अयकोलतेभावसामायकर प्रकारे कप्योतेदेबा मागम्जालपण नोआममेक्रिया ol के यकी सहन वसामाए सेकिंतनावसामाएसइविहे पंगतमामयानोमाजमोयात्रा आगनमामालनउपयोगमा लाथकोएतिनोप्रासमथकीजावसामायकजीव सामानीकसानसह की नेमात्मा-सवलशिव्यापा गमोजाउसकिर्तनोमागमजावसामाएनजम्ममामालिन्मपास स्वाथका संस्लमालाला उत्तरगुल्नेवितिक्र तव तन्तएहवानस १० एमकेवलीएनष्परजो० किहाविधे मेविमायकहो३१ जेठल्पसवममिका तनी जमनियमितवेत्तरमसमयदोह।किवनिनासियाजासमोसधनूसतसम जीचनेविषत्रसमेहनेसामायकहो लिए केवली जा०कही जनम 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निकिक्तसुत्रसंघातलालाजावसनबानीकतनाजेफक्तीचिनजीपाश्वबालन्नतिनियुक्ति प्रनस्वरुपलानुकरततेनिकतीएककक्तसष्टनोलोपलवलेनिकक्तीका नुजेअनुराम वषालनात तितनियुक्तियणगीय हातानामस्थापनादिकप्रकारश्कीसुत्र सिकिंतनिकमिजमेर मसेकिस्मथ ममत्तात्रलप्रकावरुवातदेखावानिषक्तित्वहनमनगमायुतिमन्गमउवा हात्तव कोणतेनितिमन नामानापनादिकनियानीजानवबालावतेनिक्षेनि चालवायोजनपाध्याविधी विहाप० निस्केचनिकतिक्तत निक्षमणIATE वायनिकत्तिन्मणग नसनीयनुकरतएतलेउदेसारिकप्रकारे बबालवारसस्त्रनामालावामीजनिकक्तित्तसबससिकन्नशमन करीसनप्रथमवषाणाएपळसुत्री समिकनियुक्तिन्तेहनत्रनुरामवषाावोसूत्रअथवाकोलनिक मायाव्याकरीसतहमा नियुक्त मनुगससकासियनिकतिन्मएपमेयरमा सकिंनिरके पिनियुक्तिनानुजमते अगसकशितासवबाएराएतलेहाइजमाघसकतंथासा । किनमयको मध्यकारिपनामथायनादिकनिक्षेपहारेकरी व्यापानकलतनिषनिकक्तिमनुगमकहिल्ा उपहातनियुक्ति वानेजतियाणामामणगासाकत तामणमएसकिउधघायनिक्रतिमएममे२॥माहिहोडिनुल नुगमएगिएकमुलपगाथा सामाननामका निदेयन्त्रविसेबनामयथासानायक-निमामायकाययन। करीनुगमनबबाणचूत तदबा । एमदोलनसमजेकालभविपरसामायकतेवऊवोलवा पतथामध्ययन किंहाथकीमीकल्धुरहवा नालमुत्रनेत्रनविय गाहामिणगंतवतं०13सेनेसेयनियमेवेalकालपूरिसथा (Ot Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समावसक विधेमकहिकजेवेसाबसुधएकारसीतवएहसकालनिमहसलवालुयाहोमात रेष परंसेयधायपु०कहातरुषथी एसामायकनाबजुकेमियामोत्मादिकेनीजावतमीसमीपेसामायक साजलीग्रावसकमध्ये गोयमाभ्यसमाश्यकैकारणनिसामनिरत्याशिजेलकरीप्रतितउपजतेप्र कहिय कलेक्तयकरीमीभगवानुपरस्प-ननकेणेप्रयकरीनीजणधरहनोअपरेससानले। KEEEEE कारणापचयलका नयसमोयारेणेएमए १४ किंकविहंकस्सकहकेसुकहिं। यतः) केवलनालातिरमामायश्परीकहश्तेसिपिवचारवलुसचधतीनिसामवार तथासमक्तसामा यकतत्वसहिपालतल१०स०तेनयनुअवतरलहानवे घामहपा१कि०किंसामाश्य हाउत्तर निवागापविन्नेनियसवहियस्मसामाबियमित्पाहि१२कश्केसलप्रकारसामान्कग्रानतरसमक्त कतरचारित्रसामायकत्रिविध१० करस०केहनिसामायकरहाउसरजस्सा विचिरंक्षकालाकासतरमविरहियनवागरिसफासतिरुति सेउवधायनिकनि सामाणिकपाश्त्याधिकदिसामाश्येश्हावेतदिसिकालगञवियस निरसमरिमाश्याणिद्वार आपकेसु०विहासामायकस्तरसद्रियनेविप्रसवगसमतभुयचरित्तनपछवासवरिसविनतीपाडवाह पीपकिसतेहाऊद्या पदाकहिाकिमसामायकपानिशहाउत्तरसु०सुन्नम्वर १२ टोधरहत तथा गुल युक्तसंहर्णलक्षणकतथा२होबाmammarमालसोतजाश्मलाचारागाउयेवधीत्यादि केवचिरहे मागमसकिंतसतफासियकतिपगमसतवारयधामवलियममि कालसामायककेतलाकालालमहोतरसमसमयस्सवाची सावंबकीमीदेशाउकोसा।१६ क३० मामायकप्रतिबछमानेप्रतिपदेमानेकैतलालाजममतसवितातलियसब्यनगमतावत्यादि मातरासहितउत्तरसकालमपत्ताचसाधाएपरिहान्नसुणोत्मसंयाचऊलालउक्को सत्तार लियमच्चालियपडिनयमिदुन्नघोसकंहीयविप्पमुक गुरुवायो| Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रविरहितनित केवलो कास मायक ना महिवर्जल हारलोने उतरदे सर समसु आगारीमा वलियां साथ क पानिए उत्तर सभ तसविर कल्किन विने विम सामाधकके से हो रहे सा विश्एकनव मागरिसाए वश्यारूति एनान के प्रागरसा एवं श्या तिनाथ बारा २३ उत्तर लोकु सेनिरविसेस एच एच सचि इस नाव निश्चे ताजे क्तित्ते निरुक्ति समतदिवी मोहम्मो हिसावदस वो हिन्प्रति वासु वगढ तयतच्चनचिहितिस समय पवा दिएमा इनिक सा२१२५ वे द्वारा थानी संपाविषयम ने विस्तारसहितो व सक नियुक्ति श्रनेत्ते हनी टिका थकी जालविते एउवात नियुक्ति अनुगमन्थको लते मसिकानिफक्त अनुम त निवारा तिजा एस्पेजे सं० पोताना सिधात जनजीवादिकथन वो हम परास्त प्रधान श्रादिकमर्थ नुवो लए हार एo एम परमपद तेजी वासना हे नवे व साविक समय तेज्ञान नाकारलामी त् कर्मक्षयरुपते मोत सामा य क प य वा सामायी वतिर तनकर्तिर्यनार्थोक हैपदति वाश्यते श्रउचाउ परसमयपदं वा एवं बंध मोरक ॥ सामाश्यपवा । तत्र ते मित्र घारिसमा । केसिंनिव ८ केकीर | न० श्री साध (क० कोद्रक अर्थी जापा (व्होको केके तलाक अधिका साकंन जापान ६३व ता के वाहिहिगाया भवत्नि किं सिंचेव केवल हि गायनवति) तो ते -प्रधी कार ( श्र० जावयाने पदे प०पदबकर यथाकरमि तुपरवाह सुत्रवाचन तेसहित यथाकरे मीनं ते साधा क सिम एहि गयाएं अनिगमण हयाए पुरंपदेण्चत रस्सामि ॥ नवृत्त सामा यकर ए३२ मार्थ की एयथाकर ग्रहमा सयथाभ्यसतो मातॐ ततियन्मयोग द्वार सहिययपद मीऊ रहन देस जसा माटाक°समरन यान४० मात्र मिलवानी त्रयोनिमायला ते सा माय के ३ युक्तिनु कहिपत्र प कमी युक्ति मधे करि है बाई पति मुमे तवस्वान ते एमि वेवपदा ने क पहनो एक पढ़ चविग्रहो जमानाय से नवरसूत्र वा बहालम चालणा एवं सिंधी ये ।। जा एपा करते स नागमेता अन्य समाचार सासवे सुज हुल हा सप्रया १२१ के समान चलगि रहालय न्यू सेवनाने ताउलाहन वो चरिते तो तली थी प्रावेतिहास रहेसर तिनसरहा मुत समय कानुयो नाथचा ॥ चिन्नुस हम सम सबा सहसबुक संच हो र विरिया 20 सामार्थ कर्यन के तलो क्षेत्र र য Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रुपवेनीयारयाश्रीमावस्पक नियुक्तिमध्येसामायकना सेनेगनियुकीAMRAण्तेहग्रनुगमसुत्रधारनेसुधनोपहए। व्याख्यानाचमविस्तारसहतजालवीरबप्रकानुजारा सत्रानामनेवबश्पमत्रनालेतलावहतसवचनामस्नग साध्या-क्षारानुलक्षणस्वरु॥ चनाहिकरुपनेविमायाकरिएतेसुत्रालापकहिन पोरवाकी विहविहिलखर्ण। सेतसुतफासियशिकतिाणुगमे सेन्तेनिटे पदार्थविद्याहादिकसवसुत्रससिकानिसुकना समथकोणतेनय स०सातमूलनय पप्पा तेदेमा विनयन्मननेममादिकॅनयनाविषयहोरक्त तिमणमा जेएगमासेविताएएएएतमूलनयापन्नत्ता नेगम सहचवहार जसं सक्ष्य समनिरुद६ पर्वत गमभुस्वरूपहले एनेक विमानेकीवस्तुने निरलयकीने तनपानेमनथवानेगमलोके तं०। समसाहेववह उकसयससमनिरुटेएवणमामितियवसामयादि वक्तधामापरिळेनालयनेविअनेकउतनामअथवाचनानकज्ञानमेवबेडा होनथवानेकधाममा०पंथने नातामत्तसामानवस्ताविमानमनविसेलिनमानजनयनाधणीनेयाककोधकथनीसएकप्ताह जनयनेमानेतजमिथ्यास्टीकरसंन्समकायोखलचकिताथाकातिरुपमथत संजदिनपमिताथव वचनकहिएहसंग्रहनयनुवचनश्रीतिकरग यी वोले पसलेसंग्रहनयसामानस्वरुपजमान ।। तचणेगमेहिमाणेहिं।। निगरसेणेगमोसाहियपडियाहवयाँसमास पविलेपस्वकपसवाएनमान यथावाटचालभवानलगिरिवलेश्स्यादिकलोकप्रसिधेशाननेअथववहानन यस्तयनर०प्रत्युपनवत्तमानकालतहनेयहिवानासील मेहनतेनयुपन्नग्राहिएडवोपरिजसत्रन नति धीसुजाणवोन्मान्ततन्नागतमानवारुपकटलपणुतहनावापकनुकाकलिवत्तमानकालनाविचस्तने सुत्रमानेतेनी जमुत्रनयकहिएअथवाकवकजुक्क्रपामहतसरलस्तोतानजेहनतसुत्रनय मेषजा विचिंतिविणव्यववहारोसघरबेसु।। पचप्पन्नगाहिकमुण्य Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० समी जे बोलिएखस्तु एकरी तेस्ते समय नुरूप मनेार्थनेगु एकपतेन यमानेते समय पणि प्रस्तुवन्न वर्तमा नकालग्रा हिरुनुमुत्रनीपरिवि से बनाया गुरु गुरुः इत्याहिकनि ललिंगक्वन मानवरमान थापे नान थी मुब वरोध कारली श्रुत ज्ञानजए कमाने प्रथ वा ने गम १ संग्रह यह ३ नयद्रम र्थिकमनेकनु सुत्राहि क४ नयने पर्यायार्थिक वधुन्वस्तुनुद्रादिक मुसमन वस्तुका दिकवि ब -२० १०० सबुते वस्तुनेसनव शकि हास मनिरुट मवि मत्तनामने नेटवस्तु नो-ने दसम निज्ञ हे माने तथा विजे श्रनुयो विहिमुलेय हो । इवि सेसिथत्तर // पचपन्न तेस मनिकायथा स्वयते परमेश्वरने सके स्वरतेस क्रममाने यथासंदेह पडे तथा अनेक नाम वस्तु ना घटऊन माने नावार्थ एकमा टिमनिरुद्रमनि योनमाने जे न लोद्रव्य तो ते घानुका रजक रचा समर धनही नाच प्रधान माने वे० जे क्रियावि सिटस कर वो लि एते हुए क्रिया करस्तु एवंभुत कह वा एञ्चेष्टक्रियादिकप्रकारत्ते क्रिया सहत वस्तुना मान वा थी एवं नृत्त नय अथवा एवं नृततत्ते एवं नूत उसहो२॥ संकम्मल होइ ॥ श्रवचएसमनिरुटे अतिप्रगटकरिएअर्थ हो ना०समका गृहित दरवाजोग समय कदरसनादिकमगि० महितानुपा दिय ते वे प्रकाने एकहिया जाम १ वी जो पीए विवान वायोग नेहेते मिथ्यात्वादि की उप तेलीय स्वर्गरुध्याहिक खोल न विष ज०जन कर वोएतले यही तार्थन विप्र वो हित ग्रार्थने विधेनिवरत वोड पे से यथार्थ नरविष २०६स्तरहि वोमेव प्रति० एमजी हारना ज्ञान का एनोरूपहा रो सर्वव्यव लिहि वजन नए एवंभु विसे से ३ नायमिजिथि मे सर्वोक्त वोलने विब क्रियाज करवी कि या नय विश्वक्तवतानी 'सानली ने एन ले सामान विसेध १०० || जश्थद्यमेव55)| ॥ जोन क्सी सो ए. 303 पदेस सो० तेनय० ज्ञान न य क हि एवाथना नाम ते सिव्या मंत्र इस सिसवन यनाथ यत्रेयच्छमि । Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हीनयानाभाळापनाहिकवारी ज्ञान किया वाहनावसनवीरुधपरुपणापाजलीनेमेले संसनिय विसधसनियनेस मनवम्योहोजनेचम्चारित्रक्रियामु०ज्ञानविकनेविमविरहिछतेसाकमुक्तिनाधकपरंएके करीमासमाधकनहोशलिममनिकीबंधारपणाग्निसककवाहिकक्रिया विनानरंधाएसेस०एन समानचएचप्रमुयोगदारच्यावसाएकसातमधएकातिरूपता नयनालाअन्ने अन्नेकतरुप स्पनयवोलिहल्कममिलीने स्पानाहरुपवाजीनामा किएनयन०ज्ञानपनेविबपोचाइतेभलीनेशनल समाजिाताविधीककिलमामडोकावानेहोरहतम्लयुक्तमा:दिवाऊएमीजगनाथपानाaa नझनामा ससिपिनयाबविहवतचयनिसामेतासिवनयविसध जभिमानीवननियनमालमाबिकानेरनयएसातनय कातरूपपलमापस्वरुपस्थापनाक तामनसेबवनियावनाठमाहोययानामनयनरकातयतावकरीनेयाटिक प्रधएजेनेविथे। किरीसनेविसलकरामचनविनश्ययाघव्यवशायघटेस्लीनेमस्तकधाकरसीचालतिवारे धोमानेमलथानमानेप्रति चरमसुयोगदारसहएं।॥ श्रीस्तु कल्पालनस्तु निषा जवरणहिसामसेताए / जातिअनुजोगएरस्तुत्रसंप्रालिषता सिक्दपोरवाट मानवारवाडाको मितिकारिसवतप१०कारतलाम