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________________ नेपाहेपनिधीकार मनोपमनिधीकरजीसान्तेपनिधीकामात तिहासा जाने माहिर थाववी सा तवबिदियाए।प्राणोधणिहियाएजसाध्वलिहियासाहप्पर ससानासाना कानीवमनिधीमत्तेनेप्रकरिपकवीनामव्यवहार एनतिमाको अथकानेगमपचपहार२मनाप काना सं० सेयह नयनमतेवीजी२. नयनमत दिक गोवणिहियासाविहाचन्नता गमववहारासंगहस्सघसिकिंतरोगमववहामा प्रणा चनानुसार पेचप्रकारेषरूपी देवा व रती परुपणा जागानतिमिर वणिज्यिाविताएद्वीपिचविहापन्नता न हपथपावपायास कित्त नागानुदेवानन्न समवनारसमानुमाउनुगाम अथकावत अर्थपदनी वा २ विकासन पायाचा सहायासमीयापynसिकतेहपयपकवाया/तिपतसोगा। -सने विधि प्रवाहिरह्मीसम्मानुष्ठवीजावतमसम्परताप्रम दमनी नोकमाहिपेवेनहीएक पविहिरह्मोत्तेक्शवानमनत्तामाकामना मारामप्रहसनविरला ते एक मनानुधीर हापुच्छीजावासरवेअपएसोगापानीएमएसोगादे श्रणाणपुच्ची वेमाकामप्रसमेविषयवगा सिविल लाकासखामाधलायनेधलीन्झानुहवीकहाजावत हिरह्मोतेवन्तव्य हेसनेविचारप्रवर्ग असेष्माना-आकासप्रश्सनेविषारनं पएसोगदिश्वत्तचए निपएसोगा ही।मायुविजावन्सवापासोमादा वाहनाधलाइ एककाप्राकामप्रसनेविबेजुताव नाकासप्रसनेविषेत्र अवकवर नेवलाअन्वीकहानवालायवाजव्यतधणीमानानुस जुहारमनगा स्याधनव्यनेपाली प्राणघुवीउएगपएसीगाटाणाणपुछापिएसोगारामतवया सेन्तम
SR No.650011
Book TitleAnuyoga Dwar Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
AuthorShivchandra Porwal
PublisherRatlam
Publication Year1853
Total Pages200
LanguagePrakrit, Marugurjar
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size101 MB
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