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________________ श्रध्यात भोजननी को कोही नीली एक दो घनते लोकनामा लागु ले व्यत जोजन को कोही नीली एक आलो से कोशिको मुखप्रतीम अनुवो सेरिमेगुले । पयस्त्रांगले घणेगुले । प्रतखेाजीय कोटा कोडी 2026 से०ते श्रेणीसंघाते गु लिए सेवाने सेटी सेटी सेटी एगुलि ककरिए तो सं सखेाए गुल व सेवते ते था नकली का वो सात कसे स्नान करोति वारेसं० से उपर तो लोकथा या तोयरे । पयसेटी गुणी थलोमा | सखेाल्लेली गोल से खे झालोगा - पातालो को लोक करिय मत्त लोकमाप वजे त्व नियम सर्वथी बाडा ली तोति वारे बराथन गुल से ष्यात गु ६० चे प्रका गुण्छेि लोगो संवेद्या लोगोणते लोगा मुलिड (तालो का व्यावभ्यं तंचेव प्रमाग | सन्ते (ले० विजाग निष्पन्न ( से० ते ते० ते क्षेत्र प्रमा से ब० से०मयको (क फूल सेतैमा । गुले सेतं विभागनिष्कन्ले (सेतरकेत्तव्यमाले से किंत् । कालमा विहे कप्पो नं०ते प्रसनिल दिवाने के विभागनिष्पन्न से कि० को एते पदे सनिष्पन्नकालना विभागले करि निष्पन्न ० नं० । परसनिष्फलेय विनागनिष्फलेय | सेकिँतं पिएसनिष्फले पूजसमग्रहि श्रसंख्याता समयस्तिनी संपरत समयस्थिती मेन्ते एप्रदेश निष्पन्न इ०एक समय नी स्वीतिना जाव तरससमय नी स्थिति ना एजा व दसम यहिए । से० ते मथ को बिना निष्प ते ने से किंत विनागनिष्फले २ समयावलियमुत्ताक्सिमोहरत खिद्य समय दिइए संतसमय विलि को था ना संवेद्य समय हिइए सितंप एस निष्फ ०१६००२१६७ प्रावली मुसदी वसम०३० काशक तथा मुर्त हो रात्री कमासाद्य
SR No.650011
Book TitleAnuyoga Dwar Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
AuthorShivchandra Porwal
PublisherRatlam
Publication Year1853
Total Pages200
LanguagePrakrit, Marugurjar
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size101 MB
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