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सा०ते
रेल
रुना
थाइ
प्रथाए
एकवाला थार
1 आरे | देवरु त लुग्रहत सरेणुसा एगारहरेषु (अरहरेणुदेव उतरकरुगाणं मथुयाएँ (से एजेवाल एक वाला | देव उत्तरकुरुना मनुषनावालाइ | हरियासर मकवास भु तुबनु (से०ले एक वाला देवकुरुतरऊरुगाणं मखा वाला ग्राहरि वासर भगवा साल) सेएयजेवा ०४ विश्वास नाममुख नावाला1 हे०हेमवय वय | मनुष्यनी [सा लये लाडहरिया समय वारसा म एसा लंवालया । हेमवय एरनव या ऍम एसा एं नवय | इन्वयनामनुषने [वालाग्रे | हर्ववाह | वरविटे ह रहना मनु से एगवालयेह हेमवय एर नया मलुसा वालग्रा | पुनिविदेहा चरविदेह' ते एक चाला यथा । सर्वविदेह पश्चिम विदेह म० मनुषनु वाला करी (सा०ते क { रामसासे | एग्रेवालये व विदेहावरविहा मसाले वाल्या साएगा लिखा निबधाइ हेलिषे [ सा०ते एकाइ | हर / एकनव माथा | व्याजमध्ये (एकल ले ले ग्रहसा लिखाएं सम्यगानुसार जुघाउ साएगेजव मे । अहजवमले से गेंले अंगुल प्रमाले । कंमुले ] चा [बारें गुले | विदथी व वीस | हाथ / अडतालीस नए गुरुप्मा लेला वारसलाई विहळीची गुलाईर
एक सा०ते |रेथरेलुथाइ |