________________
अनुयो माद्याएवमेव एहिं ते
२०६६
1
म० मार
яка सकते पलमा हो या जेजे तेलेवालाग्रेन्त्रलकरस्पा जेजे तो बालाये कामप्रदेश तिस्स पल सागासपएसा जेिते हिवाल फिन्न ल्मुक्ष्म क्षेत्रपल्पोषमनी | इसकोका को लीक | तंते | सु-हम क्षेत्र सागशेवमनो । परिमाल हो२ | एि एयसिप लाएँ कोड को डिह विद्यालाया || तेसुमखेत सागरो पद्मस्सन्नवे परिमार एय सुक्ष्म क्षेत्रपल्यो यम । सागरो दम दृष्टी वाहनाद्रव्य 1 केसले प्रकार हे नदंश व्य T हिशुक्रमश्वेत पलिग्म सागरोपमेहिं हिडिवाए हवामविऊंति / कवि हा तेरापन्न पकाते हैगोत्म चेप्रकानेद्रव्य परुपीनं० | जीवद्रव्य जी हेनदेतयुज | सं०संपात त्ता | पत्त०] गो० । विहाय प०सं०] जीव हवाय अजीव वाय जीवाते कि संविधा असंव्यासा [नेताहैशोत्म [ संपाता नही | संष्पातान ही मासे के देत युज्य एएम की ए5 सखियाला गो० | नो संखिया। नोप्रसंखिया तो सेक्सडे एजते एवं बुच्च जीवद्रव्यजावतानंत हेगोत्म | असंख्याता नारकी र्सव्याला असुरकुमार जावत व्यातास्तीनी जीवर बाजावाता (गो० [असरखे आने रश्यात्र से खिद्या सुरत मारा | जावद्यालयक श्रसंख्याता प्रथवी का या { एम प्रयतेनुवाउ । नेता वनस्पती कार 1 जावत असंख्यातावे
तकुमार
या
ट्री
मारा | संखे द्यावी का श्या । एवंप्रातुते वाऽवलस श्का श्याजाव[संखि
प्रेक्षेवर | मो० लेपलमा एमपी
या