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________________ सर्वो माहो माहिमभ्यास केरी एवं वेड ०1३८ મી तमतमात्र भाउ जान सकरप्रभाजावत ३\४ पा६ मत थत्तेष्वनु सर्वथ कोलते या नुरवी मात्र नासात मी १६४३५१ रयणप्पा सक्चरप्यभाजा वृत्तमत्तमाभा सेतंषु वा पुत्री से किंत्तं च बालु पुची । तमतमाता जावतरत्नप्रभा यते कचा मुवी। कानुन एकत्रादिदे ए को को वधारतान सानमास मोहने या०यो ह ती सेठी से इम वरयलपभा सितंपळा पुची। से किंतंत्रा लावी एयाएञ्चैव ॥एगा श्याए । एगुप्तरिया ए ६७ हने 1 एगुली ए ५०४० था रत्ने माहिप्रथम | त्रिलोक | वार्षि सत्तगत्तगया एसेटिए कमल भासोहरुले सेतंत्र लालुपुत्री तिरिधली ए खेता एए युवी त्रणप्रकारेण कधी तेले बा पुर्वानुषुर्वि पचानुपुर्वि श्रानुपुर्वि | अथ कोलते नुवा ३ तिविज्ञापन्नता वालबुद्दीपा पुची। काला लुबुवी। सेकिंत बुधा पुर्वी ॥२॥ दीप लवण समुह धातकी काली दुधा बरदीप द्रवरुणीपत्र रदीप जीस मह१० घृत तं ॥ जेहदी वेलवणे) घाघरे कालोय करा करवीरघथाय नंदी| अरु एवं युषरसमुरूमु रसदीप रससमुहवर्धन हो ही नेशनल०२० याहि वस्त्रपट प्रमुख मुब समुह १६ का प१पक म० नत्र उपल सोमवे सकिल पद्मयीविका कमलप्रभूषण रेयानरलगंधे ॥ उप्पलमेय युवि निहि स्य चासहर ग्रंथ वनो नाम नवनिध 9 पर्वत ते हेमवंत पर्वत व झ १० राग ११ विजय क १२ चा पर्वतवत सकार प्र१३ के धर्मदेव प्रह१६ में रमे ५घर नाजेतला नाह a हरत्न प्रमुख १० हटना २०५ दहना विजयावर ॥ कपिंदार |रुमंदरमावासा ऊफान खतवेदन
SR No.650011
Book TitleAnuyoga Dwar Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
AuthorShivchandra Porwal
PublisherRatlam
Publication Year1853
Total Pages200
LanguagePrakrit, Marugurjar
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size101 MB
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