Book Title: agam 38 Chhed 05 Jitkalpa Sutra Author(s): Jinvijay Publisher: Jain Sahitya Sanshodhak Samiti View full book textPage 7
________________ जैन साहित्य संशोधक ग्रन्थमाला ग्रन्थाङ्क ७. श्रीजिनभद्रगणि-क्षमाश्रमण-विरचितं जीतकल्प-सूत्रम् [श्रीचन्द्रसूरिसन्हब्ध-विषमपदव्याख्याविभूषित श्री सिद्ध से नगणि कृतबृहचूर्णिसमन्वितम्] संशोधक तथा संपादक मुनि जिन विजय [आचार्य-गूजरात पुरातत्त्व मन्दिर-अमदाबाद] प्रकाशक जैन साहित्य संशोधक समिति (अमदावा दें) खि० स० १९२६] [वि० सं० १९८२ [ मूल्यं रूप्यक-त्रयम्] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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