Book Title: Vardhaman Tap Mahima Yane Shrichand Kevali Charitram Part 02
Author(s): Siddharshi Gani
Publisher: Sthanakvasi Jain Karyalay
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________________ * 31 9 आठ कन्याओं के साथ विवाह करने वाले श्रीचन्द्र की जय हो / राजा ने तारक भाट को बहुत दान दिया। दरसिंह राजा ने श्रीचन्द्र को अपनी गोदी में बिठाया व अपनी पुत्री को चरणों के पास बिठाकर दोनों को परिचित करवाया। उसी समय प्रियंगुभंजरी ने कहा 'हे राजारों के इन्द्र स्त्रियों के भेद लक्षण प्रादि बतायो / श्री 'श्रीचन्द्र' ने कहा हे भद्रे ! स्त्री के 4 भेद हैं 1 पद्मिनी 2 हस्तिनी 3 चित्रिणी 4 शंखिनी / प्रत्येक के 4.4 भाग होते हैं इस प्रकार 16 भेद हुए। 1 कमल के गंध वाली 2 हाथी के मद समान गंध वाली 3 चित्र विचित्र गंध वाली और 4 मगर मच्छ के गॅघ वाली होती है / 1 शोभायमान मुंह वाली 2 जिसकी चाल सुन्दर हो। 3 सुन्दर साथल वाली और सुन्दर स्तन वाली होती है / 1 हंस के जैसी चाल वाली 2 हथिनी की जैसी चाल वाली 3 हिरण जैसी चाल वाली 4 गधी की जैसी चाल वाली होती है / 1 कोमल सुन्दर दांत वाली 2 मोटे दांत वाली 3 छोटे दांत वाली 4 लम्बे दांत वाली होती है। / चिकने, बारीक बालों वाली 2 मोटे बालों वाली 3 छोटे बालों वाली 4 वरछट बालों वाली होती है। 1. विशाल नेत्रों वाली 2. छोटी प्रांखों वाली 3. अणीदार नेत्रों वाली 4 पीले नेत्रों वाली होती है / 1. विशाल स्तन वाली 2. छोटे स्तन वाली 3 ऊंचा स्तन वाली 4. लम्बे स्तन वाली होती है 1. अल्प निद्रा वाली 2. भारी निद्रा वाली 3 थोड़ी निद्रा वाली 4. खूब निद्रा वाली होती है / 1. अल्प काम वासना वाली 2. गाढ़ P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust