Book Title: Shabdaratnamahodadhi Part 3
Author(s): Muktivijay, Ambalal P Shah
Publisher: Vijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad

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Page 452
________________ सहदेव-सहस्रद] सहदेव पुं. (सह दीव्यति, दिव् + अच्) भादीनो पुत्र ते નામે એક પાંડવ, सहदेवा स्त्री. (सह दीव्यति, दिव् + अच्+टाप्) जा નામે વનસ્પતિ, દંડોત્પલ વનસ્પતિ, ઉપલસરી वनस्पति. सहदेवी स्त्री. ( सहदेव + ङीष् ) सर्पाक्षी वनस्पति, पीजी દંડોત્પલ વનસ્પતિ. शब्दरत्नमहोदधिः । सहदेव्यादि पुं. (सहदेवी आदिर्यस्य) प्रतिष्ठाना हेवीने સ્નાનમાં ઉપયોગી એક દ્રવ્યસમૂહ. सहधर्मिणी स्त्री. (सह समानो वा धर्मोऽस्त्यस्याः, इनि + ङीप् ) पत्नी, लाय. सहधर्मिन् त्रि. ( सहधर्मेऽस्त्यस्य इनि) समान धर्मवाणु, પોતાના સમાન ધર્મ પાળનાર. सहन न. ( सह् + ल्युट् ) सहन डवु, जमवु, क्षमाकार्यसंग्रह आदानं तदाहुश्छादनं पुनः । कार्यार्थमपमानादेः सहनं खलु यद् भवेत् सा० द० ६ । ३९० । (त्रि सहते इति, सह- ल्यु) सहन ४२नार, जमनार, सहनशील, क्षभावाणुं. सहनर्तक त्रि. (सह +नृत् + ण्वुल् ) साथै नायनार, साथै नृत्य ४२नार. सहनर्तन, सहनृत्त, सहनृत्य न. ( सह मिलित्वा नर्तनम् / सह-नृत्+अच्/सह+नृत्-यत्) साथै नाययुं, साथै नृत्य डवुं. सहपान न., सहपायिन त्रि. ( सह समानं पानम् यद्वा सह+पा+ ल्युट् ) साथै पीवु, भेड स्थजे भजीने हा ३ पीवी ते वगेरे. - (त्रि. सह + पा + णिच् + णिनि ) साथै પીનાર, એક સ્થળે મળીને દારૂ પીનાર. सहपांशुकिल पुं. ( सह पांशुभिः किलति, किल+क) मित्र, जसमित्र, गोठियो. सहभाविन् त्रि. ( सह भवति, भू+णिनि ) सहाय, महगार, साथै थनार. सहभाविनी स्त्री. ( सहभाविन् + स्त्रियां ङीप् ) सहाय स्त्री, सोजत, साथै थनारी. सहभोजन न. ( सह एकत्र मिलित्वा भोजनम् ) साथै भभवु. सहभोजिन् त्रि. ( सह + भुज् + णिनि ) साथै भ्भनार सहम (न.) ज्योतिष प्रसिद्ध खेड राशिविशेष. Jain Education International २०८७ सहमरण न., सहमृति स्त्री, सहमृत्यु पुं. (मृतेन पत्या सह मरणम् / सह समाना मृतिः / पत्या सह मृत्यु) भरेसा पतिनी साथे खेड यिताम બળી મરવું તે. सहरस त्रि. ( सह रसेन) रसवाणु, रसिङ, २साज. सहरसा स्त्री. ( सह समानो रसो यस्याः ) मुद्गपर्णी वनस्पति-भंगली भग सहरि पुं. ( सह हरिणा वर्त्तमानः सहस्य सः) सूर्य, खडडानुं कार्ड, जगह. सहर्ष पुं. (सह हर्षेण समानो हर्षो वा यत्र ) स्पर्धा अरवी, हर्ष, ज्ञानंह. - (त्रि. हर्षेण सहितः ) हर्षवाणुं, આનંદી સ્પર્ધા કરનાર. सहस् न. ( सह् + असि) जण, ते४. (पुं.) भागशर भहिनी.. सहस त्रि. (हसेन सह वर्त्तमानः सहस्य सः) हास्यवाणु, हसतुं. सहवसति स्त्री, सहवास (पुं.) साथे रहेवुं ते. सहवसतिमुपेत्य यैः प्रियायाः कृत इव मुग्धविलोकितोपदेशः - शकुं. २।३ ॥ सहसा (अव्य.) खेडाखेड, अस्मात, खेऽहम, उठथी. सहसादृष्ट पुं. ( सहसा हठात् दृष्टः ) ६त्त पुत्र. सहसान पुं. ( सहते इति, सह् + उणा० असानच्) भयूर, जसिहान. सहसानी स्त्री. (सहसान + स्त्रियां जाति ङीष् ) भोरમાદા પક્ષિણી. सहस्य पुं. ( सहसि बले साधुः यत्) पोष महिनो. सहस्र न. ( सह समानं हसति, हस्+र ) खेड उभरनी संख्या, बहु संख्या, जडु संख्यावाणुं, मोटी संख्यासहस्रशीर्षा पुरुषः सहस्राक्षः सहस्रपात्- पुरुषसूक्तम् । सहस्रकर पुं. (सहस्रं करा: किरणाः यस्य) सूर्य, आडानुं 313. सहस्रकाण्डा स्त्री. (सहस्रं काण्डा: यस्याः ) घोणी प्रोजउ सहस्रकिरण पुं. (सत्रस्रं किरणा: यस्य) सूर्य, खडअनु - 'तं चेत्सहस्रकिरणो धुरि नाकरिष्यत्' कालिदासः । सहस्रकृत्वस् अव्य. (सहस्र + कृत्व सुच्) उभरवार, घशीवार. सहस्रद त्रि. (सहस्रं ददाति दा+क) भर खापनार, घहान डरनार, उधार. For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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