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सकारात्मक सोचिए : सफलता पाइए
ईश्वर ने हमारे हाथ में समय के रूप में वरदान दिया है। हम अपने वरदान का पूरा-पूरा उपयोग करें। हम समय के साथ चलें। समय के अनुशासन को अपने जीवन के साथ जोड़ें। समय को अपना मित्र बनाएँ। समय के साथ अपनी मैत्री साधे। समय तो हमारे लिए एक अवसर के रूप में आता है। अगर कोई व्यक्ति समय का सही समय पर सही उपयोग कर ले तो अवसर अपना परिणाम दे देता है। अगर उपयोग न कर पाएँ तो अवसर व्यर्थ हो जाता है। छोटा-सा भी अवसर मिले तो उपयोग कर लें। यह प्रतीक्षा न हो कि बड़ा अवसर आएगा तब देखेंगे। छोटे-छोटे अवसरों का जो लोग उपयोग करते हैं, वे बड़े अवसरों का भी उपयोग कर लेते हैं और जो लोग छोटे-छोटे अवसरों का उपयोग करना नहीं जानते, वे बड़े से बड़े समय और अवसर के उपयोग से भी वंचित रह जाते हैं।
हम समय को अपने लिए कसौटी समझें। वह आता है और हमारी कसावट करता है। अच्छे-बुरे कैसे हैं, इस बात की कसौटी करता है और फिर आगे निकल जाया करता है। समय आता है, अवसर बनकर आता है। उसका जो उपयोग कर ले, समय उसका है वरना समय फिर नदिया की धार की तरह आगे बढ़ जाता है। समय आता है और हम सोचते हैं कि अपना काम कल करेंगे, पर दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जिनको कल देखने को नहीं मिला करता है। अब यह तो हम पर है कि हम यह बोध पा लें कि कल आएगा या नहीं। आज को भी इतनी सार्थकता के साथ जी लें कि अगर कल भी हो तो कल भी हमारे आज की पुनरावृत्ति हो।
कल की बातें छोड़ो, कल किसने देखा है, हमें तो आज पर भरोसा है।
आज का हर क्षण अपना है। इस दो पल की जिन्दगी में, सबको गले लगाएँ। खूब हँसें, औरों को हँसाएँ।
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