Book Title: Nandanvan Kalpataru 2001 00 SrNo 06
Author(s): Kirtitrai
Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti
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ततश्च निशितबुद्धावध्यवसायपरायणे सुचरिते मम सूनौ लिखितपरीक्षोत्तीर्णे सत्यपि मौखिक्यामुपेक्षिते ममैव पुत्रस्य सहाध्यायी जडबुद्धिर्लक्षपतिकुलदीपको यदा केनचिददृष्टपुण्योदयबलेन प्राशासनिकवाक्परीक्षोत्तीर्णस्सन् जिलाधिकारिपदमधिरूढः हन्त तदा भूयोऽपि करतले मम तदेव सर्षपं जातम् हरितपर्णं पीतपुष्पसमन्वितम् !! सर्षपशोभानिर्वर्णयितारो जनाः मामदृष्टपुण्योदयबलस्य रहस्यं विशदयाञ्चक्रुः तदासीलक्षपतेरुत्कोचदानं
चयनकर्तृभ्यो युधिष्ठिरेभ्यः !! अथेदानीं तृतीयमवसरं करतलसर्षपकन्दलनस्य प्रकाशयिष्ये !
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