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जिनके कैवल्य रूपी चैतन्य आदर्श मे
लोकालोक के सम्पूर्ण चराचर पदार्थ
युगपत्
निज गुण पर्यायो सहित
तयकाल
प्रतिविम्बित होते रहते हैं
ऐसे प्रत्यक्षदर्शी सन्मार्ग प्रकाशक सर्वज्ञ-सूर्य
भगवान महावीर स्वामी
हमारे अन्तर्वाह्य लोचनो के आगे निरतर झूलते रहे
परम- पुनीत पच्चीस वें शतक पर भाव-भीनी विनयाञ्जलि
अर्पयिता
कृषि पंडित श्रीमन्त सेठ ऋषभ कुमार वी. ए. लेड लार्ड एन्ड वैंकर्स
भूतपूर्व विधायक खुरई (सागर) म प्र