Book Title: Mahavira Chitra Shataka
Author(s): Kamalkumar Shastri, Fulchand
Publisher: Bhikamsen Ratanlal Jain

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Page 291
________________ साम्यवाद-समाजवाद सर्वोदय के ज्वलन्त प्रतीक A समवशण रूपजैन मन्दिर NAADHAND VIVAVI SR bre% 3AI - 1TM. - PAN S सा MISM AAAYYY.WNove I % 3D 8 RatanA MorNIA mATI वर्द्धमान युवराज क्रांतियो के प्रशान्तिमय अग्रदूत थे। सामाजिक एव धार्मिक सब सत्य तथ्य उनसे प्रसूत थे ।। पतितो को जो पावन करदे वही धर्म सचमुच पावन है। दीन-वन्धु का यह दरवाजा सर्वोदय का ही कारण है ।। (११६)

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