Book Title: Mahavira Chitra Shataka
Author(s): Kamalkumar Shastri, Fulchand
Publisher: Bhikamsen Ratanlal Jain
View full book text
________________
पारस
आरक
सहल.) विस
रमट
उतरा पप
शि
सिधु
गब्बर य
सौवीर पीतमय
दारवई।
अपार समुद्र
কक्रे৭ 'कम्पोज शा गांधार
मरु
आभीर
मल
२५०० वर्ष पूर्व
महावीर कालीन भारत
मिनमा
आबू
ז'ווייט
मररह
4.
Higant
दक्षिणापथ
इनक
गौराद
सिण वह) आध
कैलाश
ht
मुनिवई पतिमा
विदर्भ मुड
सयर
तिवोट
पव्वत
shamim
सील तान्म पा
jass
At
ANTH
ਜੇ
★सपुर भुतुम
शुद
पूर्व समुद्र
कामरूप ररसरात
( प्रागज्योतिष
कानमा
श्री वीर प्रभु की चरण-रज से प्रभावित तत्कालीन भारत
( १४० )

Page Navigation
1 ... 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321