Book Title: Mahavira Chitra Shataka
Author(s): Kamalkumar Shastri, Fulchand
Publisher: Bhikamsen Ratanlal Jain

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Page 299
________________ काम विजेता वीतराग वर्द्धमान द्वारा पराजित अप्सराएँ म . S COM . . PRO MAN - - :. . . JAN Paani लोक विजेता महामल्ल सब काम-सुभट योद्धा से हारे ।। रभा और तिलोत्तमाओ पर हरिहर ब्रह्मादिक भी वारे ।। तप से विचलित करने प्रभु को अप्सराओ ने हाव-भाव से । खूब रिझाया महावीर को हार गई पर ब्रह्मभाव से ॥ (१२७)

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