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मारीचि द्वारा मिथ्या मत का प्रचार
Re 47317
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तव होनहार अनुसार वना वह मिथ्यामत का नेता था । वह परिव्राजक का वेप धार उपदेश विपर्यय देता था || हाँ, मै भी श्री जिन आदिनाथ सा जगत्गुरू कहलाऊँगा । उन जैसा ही मैं भी अपना अब पथ अलग अपनाऊँगा ॥ (५६)