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२५ :
जिनके
महा मंगलमय पच कल्याणक महोत्सव
न केवल मानवेन्द्रों द्वारा बल्कि शतेन्द्रो द्वारा सम्पन्न हुए
और जो
अलौकिक एव चामत्कारिक चौतीस अतिशयों
तथा
अष्ट महा प्रातिहार्यों जैसे बाह्य ऐश्वर्यों के स्वामी थे
वे
अतरंग अनत चतुटय लक्ष्मी के धनी
श्री महावीर स्वामी
हम सब को
ऋद्धि सिद्धि के प्रदाता वनें
परम पुनीत - पच्चीस वें शतक पर भाव-भीनी विनयाञ्जलि
अर्पयिता
सेठ खेमचन्द मोतीलाल जैन
कुशल कारीगरो द्वारा वनवाई गई ढोलक छाप वीडी के निर्माता पलोटन गंज सागर म. प्र.
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