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212 करना। (स.१८४) कण यसहावं ण तं परिचयइ। परिट्ठिअ/परिट्ठिय वि परिस्थित] सम्पूर्ण रूप से स्थित। (भा.९५,
परिणइ स्त्री परिणति] परिणाम, स्थिति, स्वभाव (प्रव.शे.७७) परिणद/परिणय वि परिणत] परिणमन करने वाला, परिणम
करता हुआ, एक रूप से दूसरे रूप को प्राप्त होता हुआ। (पंचा.८४, स.२२३, ३७४, प्रव.११) दोसेण व परिणदम्स जीवस्स । (प्रव.८४) परिणम/परिणाम सक [परि+नम्] परिणमन करना, प्राप्त होना। (प्रव.जे. २६, स.११६) परिणममाणा (६.कृ.) । सयं परिणाम रायमाईहिं। परिणमदे (व.प्र.ए.स.९१) परिणामतः (व.कृ.स.२८२) परिणमंति (व.प्र.ब.स.८०) वि परिणाम (स.७७) परिणामयादि (स.१२३) परिणामए (स.१७३) परिणम न परिणम] परिणाम । तं सोक्वं परिणमं च सो चेव :
(प्रव.६०) परिणमिद वि पिरिणमित] परिणमन कराये जाते हुए।
(प्रव.जे.७७) परिणाम पुं परिणाम 1. स्वभाव। (पंचा.१२८, स.१० १,१३८
कम्मस्स.. य परिणामो। (स.१४०) -गुण पुं + गुण परिणामस्वभाव। (पंचा.७४) -अप वि [भव] परिणाम से उत्पन्न ! (पंचा.१००) 2.परिणमन। (प्रवं.७,१०,३६) णस्थि विणा परिणाम। -संबद्ध वि [सम्बद्ध] परिणमन से बंधे हुए। (प्रव.३६)
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