________________ SHRESTHESED जीव विचार प्रकरण INSTITTER जीव तत्त्व का जो विवेचन प्रस्तुत किया है, वह उनकी ज्ञानगरिमा का परिचायक है। साथ ही इन्होंने विस्तृत प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत करके इस प्रकरण को अत्यन्त सरल एवं पूर्ण बना दिया है। इस कार्य से उन्होंने जिनशासन की महान् सेवा की है। मैं कामना करता हूँ कि मुनिश्री इस प्रकार के ग्रन्थ लगातार लिखते रहे और जिन श्रुत भंडार को अपनी अनमोल कृतियों से सजाते रहे। नरेन्द्रभाई कोरडिया प्राध्यापक श्री नाकोडा जैन ज्ञानशाला नाकोडाजी तीर्थ .