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छह कारक पहला अधिकार
प्रश्न १-छह कारक अधिकार मे "अधिकार" शब्द क्या बताता
उत्तर-अपने त्रिकाली स्वभाव पर अधिकार माने तो सम्यग्दर्शन की प्राप्ति होकर क्रम से मोक्ष की प्राप्ति होती है। पर वस्तुओ मे या विकारी भावो मे अपना अधिकार माने तो निगोद की प्राप्ति होती है जो जीव परवस्तुओ मे या विकारी भावो मे अपना अधिकार मानता है उसे हजार वार धिक्कार यह “अधिकार" शब्द बताता है ।
प्रश्न २-कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर-जो क्रिया का जनक हो अर्थात क्रिया को उत्पन्न करने वाला हो उसे कारक कहते हैं।
प्रश्न ३-कारक कौन कहला सकता है ?
उत्तर-जो किसी-न-किसी रूप मे क्रिया,व्यापार के प्रति प्रयोजक होता है, कारक वही हो सकता है अन्य नही।
प्रश्न ४-क्रिया शब्द के पर्यायवाची नाम क्या-क्या हैं ?
उत्तर-क्रिया को कर्म, अवस्था, पर्याय, हालत, दशा, परिणाम, परिणति भी कहते हैं।
प्रश्न ५-ससार मे क्या देखा जाता है ? उत्तर-कार्य देखा जाता है । प्रश्न ६-कार्य पर से कितने प्रश्न उठते हैं ? उत्तर-छह ही प्रश्न उठते हैं कम ज्यादा नही उठते है। प्रश्न -कार्य पर से छह प्रश्न कौन-कौन से उठते हैं ?
उत्तर-(१) किसने किया ? कर्ता । (२) क्या किया ? कर्म (३) किस सधिन द्वारा किया ? करण । (४) किसके लिए किया ? सम्प्रदान । (५) किसमे से किया ? अपादान। (६) किसके आधार से किया ? अधिकरण । इस प्रकार कार्य पर से छह ही प्रश्न उठते है।