Book Title: Jain Darshan Me Tattva Aur Gyan
Author(s): Sagarmal Jain, Ambikadutt Sharma, Pradipkumar Khare
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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दूसरा प्रसंग पिहुंड नगर में भगवान् महावीर के भ्रमण का वृत्तान्त देता है। यह प्रसंग आवश्यक सूत्र के विवरण अनुसार भगवान महावीर के तोसली और मोसली जाने से तुलनीय है। प्रो. के. सी. जैन के अनुसार तोसली - मोसली जाने पूर्व भगवान् महावीर वलूयगाम, सुभोम, सुचेत्ता, मलय और हथिसिस स्थानों पर गये जहां उन्हें शारीरिक यातनाएं भी सहनी पड़ी।
ये सभी स्थान कोशल (कलिंग के उत्तन-पश्चिमी क्षेत्र) में स्थित रहे हो सकते है। वर्तमान सोनपुर (बलंगिर जिला) और मलयगिरि (पल्लहर के पास ) दो स्थल क्रमशः सुभम और मलय से पहचाने जा सकते हैं। 'हथीसिस' राजा खारवेल की पट्टराणी लाक का पीहर हो सकता है जो बहुत बाद में जैन धर्मी बना होगा ।
जैन धर्मदर्शन
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