Book Title: Bhav aur Anubhav Author(s): Nathmalmuni Publisher: Bharatiya Gyanpith View full book textPage 9
________________ संकेतिका मिदान ३० m m m समयके चरण अतीत जब झाँकता है १४ । यह मुक्ति गतिका क्रम भाग्य-निर्णय विस्तारका मर्म टीस, आवेग यन्त्र और चैतन्य प्रगतिका मन्त्र, चरण-चिह्न पहले तोलो अखण्ड व्यक्तित्व पहेलियाँ सब कुछ साँचा उदय और अस्त मौन प्रगति और व्यापकता नीचे भी देखो २२ । गुप्तवाद ऊपर भी देखो, दूसरेको भी अपराध देखो २३ पूर्णकी भाषा यह कैसा साम्य, यह कैसा ज्ञान २४ | लचीलापन तटका बन्धन, गहराई में २५ सफलताका सूत्र प्रश्न-चिह्न २६ / बालक्रीड़ा m m m m ml ४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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