Book Title: Bankidasri Khyat
Author(s): Narottamdas Swami
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

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Page 153
________________ १३३४-१६४५ ] पवारांरी वातां [ १३९ १६३४. कलसाहरा वंसमे महीपतसाह हुवो जिणरी राणी चहुवाण करणावती जिण पातसाहांरा उमरावा नीजाबतखा पहाडा माथै आयो, तुरकांरा नाक काटिया जिणसू नकटी राणी कहाणी. करणावती महीपतसाह मर गयो हो, बेटो छोटो हो, जद करणावती फतैसिंघ १६३५. कलसाहसू चोथी पीढी सहजसाह हुवो जिण श्रीनगर वसायो । १६३६. कमाऊरो राजा गुसाई कहावे । १६३७. परमार राजा दूलहराव उजीणसू उठ भोजपुर वसियो. भोजपुर पटणा उर कोस पचीस । सांखला १६३८ परमार चाहडरावरै घरवासै अपछरा हुती जिणसूं बेटा दोय इणरै हुवा सो दोने बाघवां सख वजायो जिणासू वाघरे वसरा साखला कहाणा । १६३९ परमार चाहडदेरा बेटा दोय - अक सोढो, दूजो साखलो. बेटी मायदे सत हुई । १६४० तीजी बेटी देवी कल्याणकुवर अपछरासू हुई । १६४१ रासीसर साखलो खीमसी रायसलरो बेटो रहे. दहिया जागळू राज करें. दहियारो ब्रामण गूजरगोड केसो है जिग दहियानै कहियो - थे कहो तो हू जांगळू अमकै ठिकाणै तळाई खिणाऊ दहिया कह्यो - अमको ठिकाणो तो घोड़ा दौडाबारी सराडो है, अठै तळाई मत खिणाव जद खीमसी साखलासू केसो मिलियो खीमसी कनैसू दहिया मराय जांगळू खीमसीरो अमल करायो. पर्छ केसो केसोतळाई जागळू खिणायी रायसल रो खीमसी चरूसू गाळ गाळ जिण वीठूनू दोयड पसाव दिया, पोळपात थापियो इणरी बेटी ऊमा गढ गागरण खीची अचळदासनू परणायी । १६४२. खीमसीरो कवरसी, कवरसीरो जैसो, जैसारो मूजो, मूजारो ऊदो, ऊदासू साखला पतळा पड़िया । सोदा १६४३. परमार धरापसावरो बेटो आसराव जिणरै वसरा सोढा पारकरा दूजो बेटो धरापसावरो दूजणसल जिणरै वसरा सोढा घाटेचा । १६४४. पारकरा सोढा ज्यारै प्रोळपात मिहड १६४५. सुबेरामे पुरलांरै गांव ७०० है धणी परमार राणो पदवी राणा रतनसिंघनू वागडियै चहुवाण उदेसिंघ मारियो गंभीरसिंघरा वैरमे परमार मदनसिंघनूं राणो कियो ।

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