Book Title: Bankidasri Khyat
Author(s): Narottamdas Swami
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

View full book text
Previous | Next

Page 219
________________ २५३४-२५५५ ] भौगोलिक वातां [२०५ २५३४ कुणबी गुजरातमे हाड माडे, मनोती कर, करसण करै, सालवी पणो कर, छेसाई पणो करै। २५३५. गुजरातमें पालीसूको बदर कहावै । २५३६ डंड, मुड अर डाम - द्वारकानाथरी यात्रारो वर्णन । २५३७ कोरी न नाल मुल द्वारका ।। २५३८ वेचराजीरा चरणा कूकडा है ज्यानू मिन्नी न मारे । २५३६ पावानी पटराणी भवानी काळिकारै लोग गरवा रियै । २५४० डभोईरो भलो तळाव है तेलरो भलो तळाव है वडनगर, वीसळनगर वडा तळाव है। २५४१ डभोई सहरी पच महालामे है । २५४२ नादोल राउपीपळा अक घर है। २५४३ राधणपुररो परगणो वढियार कहिये आबूरो पाणी वढियारमें लावै इण पाणीसू गेहू चणा सेवज हुवै अर वढियारमे आबूरा पाणीरो हासल लियो राव अखैराज भालो पाण। २५४४ आलीराजपूर १, उदैपुर २, वारियो ३ - अ ठिकाणा चहुवाणारा गुजरातमे । २५४५ आली मोहण राठोडारा ठिकाणा आ ठिकाणासू नजदीक है । २५४६ सवत १७१६ भावनगर वसियो । २५४७ गुजरातजी नटवरजी वाळा ब्रजरायजीरा पुत्र ब्रजभूखणजीरै खोळे ब्रजभूखणजी गुजरातमे काकोजी कहावै । २५४८ नीमाणियासू ब्रजभूखणजी, ब्रजरायजी, रुधनाथजी पालणपुर सेरखा दीवाण भूतडी गावमे खोसिया। २५४६ गोरखमढी प्यारनाथजीरा घरमे बासणी गिरनारी है। २५५० पाटणमे वैजनाथ वाबू वडो धनवान है, वत्लभकुलरो सेवक है। २५५१ रेलत कूचरो नाम लुणावडा कनै वीरपुर वसती है जठे हाजी मोहमद दरियाईरी वडी दरगा है हजारा ज्यारतनू आवै है। २५५२ नवसारी १, घणदेवी२ - औ परगना कोकण सूरत विच-ज्यामे लारला दिना गायकवाडरो अमल हुतो। २५५३ मही वडी नदियामे गिणीजे है । २५५४. अमदावाद वाभियारो वधायोडो काकरियो तळाव वडो सरोवर है । २५५५ अमदावाद चवदै दरवाजा है इत्ता ही दरवाजा सूरत है ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233