Book Title: Bankidasri Khyat
Author(s): Narottamdas Swami
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

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Page 217
________________ २५००-२५१५] भौगोलिक वातां [२०३ २५०० सिवाणे गढ सीह लको है, सरापियल जायगा है ओ किलो कडतोडो है जिणसू राजवियारै रहण योग्य नही ।। __ २५०१ सिवाणारो खेडो पहला पोरवाळा वसायो. मुसळमानारा वासमे सोनाणारा पत्थररो जिनमदिर नै आथूणो भाखरी हेट सिवाणारो सिंदूरियो पत्थर जिण रचित पारसनाथरो मदिर, जुमलै दोनू जिनमदिर सिवाण । २५०२ गाधो तेरारोप छाड परा गया पछै जाळोरीरो गाव वाघरो जठासू वाघरेचा ओसवाळ आय सिवाण वसिया। २५०३ भीनमाल नगर रतन महेसदासोतरै समै स्वप्न देनै श्री वराहजी प्रथी बाहर आया। २५०४ जुजाळासू गुसाईंजी सेघाळ प्रगटिया भाखर माथै मदिर है सेखलासू खिरजा प्रगटिया मीठो नेवज चढे भैसा चढ गुसाईंजीनू गुसाईंजी घोडे असवार रहै. आ मूरत देवळमे गोगादे गुसाईंजीनू पूजै । २५०५ जेसळनेरसू खाडाळ पश्चिमनू है । २५०६ खाडाळसू आथमणा वरूरा मदिर है कुत्ता घणा राखै गाया, भैसा, साढियारी वार चढे जद डोर माहसू कुत्ता काढ देवै कुत्ता दौड आपडनै धाडैतारा घोडा ज्यारा अडकोस पकड लै पछै घोडा चढिया मैहर आवै वारू पर वनमे अक जाळ है उण जाळ कनै वारूरा भाटियारै नै वारूरा मैहरारै सत वडा झगडा हुवा है, सैकडा मानस माराणा है । २५०७ ऊटडिया महादेवसू बारह-बारह कोस चौतरफ हर वरस सुगाळ रहे । २५०८ बीकानेरीमे कोडमदेसर तळाब है, गाव नही है। २५०६ काकरोळीरा गुसाईजी ज्यारा सेवक आनू पूज, और गुसाईजीरा बाळकनू न पूजै हरिरायजीरै घररा सेवक हरिरायजीरै वसरा गुसाई ज्यानू पूजे, दूजा गुसाइयानू न पूजै गोकुळेमजीरा सेवकही इण हीज प्रकाररा है । २५१० उदैपुर आथमणो पीछोळो है, उगवण सहर वस है पीछोळारी पाळ रडो है, माटी नहीं है रडा माथै राणाजीरा महल है। २५११ कलाळियो पीछोळारो अंक देस । २५१२ जगमदिर जगनिवास पीछोळ मे रडो जिण ऊपर राण जगतसिंघजी कराया। २५१३ राणोजी जगमिदरा जावै सारी असवारीरो लोक चटकमा मोरचा पीछोळामे हगै पीछोळारो पाणी सहर पीवै । २५१४ उदेपुर माछळारै आकार छोटो गर है - उत्तरनू पूछ दिखणनू मूडो ऊ माछळो मगरो कहावै । २५१५ वधेरै वराहजीरो मदिर वेगमरै धणी रावत व. मेघ करायो ।

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