Book Title: Bankidasri Khyat
Author(s): Narottamdas Swami
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

View full book text
Previous | Next

Page 201
________________ २२८५-२२९७ ] मुसलमानांरी वातां [ २८७ २२८५. नवाज गुजारनै हाथ पसारै नही महदवी । २२८६. रमजानरी सत्ताईसवी तारीख सारी तारीखामे उत्तम माने । २२८७. दूजा मुसळमान सारा महीनारी सत्ताईसवी तारीख उत्तम गिनु । २२८८ महदी नावमे बैठा तरीरै राह किणही विलायतनू जावै इणरा मुरीद नाव बैठा किताईक कोस गया नाव' दरियावमे डोलण लागी नावमे बैठा जिका धूजिया. महदी कह्यो- यूनस पैगवरनू मच्छी सात दिना पेटमे राखियो, पछै खुदारी आग्या उगळ दियो, मोनू निवाजस हुई नही जद वही हुई - महदीरो तोनू दीदार होसी इण वचननू साचो करण खुदा नावनू ऊची करै है, मच्छी जळ माहेसू परवत परिमित सरीर जाहिर कियो है सो मोनू देखी जलमे लीन होय जासी, नाव डुलनी रह ज्यासी यूहीज हुवो । २२८९ महदीरी औलादसू आल बहोत है महदीरै वंसरा पीरजादा कनै महदवियारा दिनरी किताव है। २२९० पठाण महदवी विसेस है । २२९१ कुराणरा हदीसरा सरारी विद्दत मेटण महदी जनमियो- महदवी कहै । २२९२ महदवी दरवेसारो थान दायरो कहावै, तकियो कहावै नही । २२९३ गुजरातमे महदवी घणा रहै दिखणमे घणा रामराजारा देसमे. देसमे महदवी है। २२९४. कपडा वगेरै चीजारो व्यापार ज्यादा करै। २२९५ रातरो भजन विसेस करै ईरानी तूरानी गैरमहदी कहै महदवियानू । २२९६ हैदरावादरा नवावरै कानडी वेगम उणरो गुरु मौलवी महदविया मारियो. चदूलाल हैदरावाद माहेसू लोक चढायो महदवियारो गाव चतुर गुडा माथै गयो महदी मारिया गया लाखा रुपियारी दोलत लुटाणी । पठाण २२९७ वनी इसराइल यूसफरो भाई जिणरै वसरा पठाण - पठाणरी जात लिखते - रूरी १, सरवानी २, किरवानी ३, लोदी ४, बाबर ५, गिलजी ६, . मीराजी ७, तोपा ८, करमली ९, करली १०, लंगा ११, मोहा १२, अमालजई १३, ईसपजई १४, महमदजई १५, बारकजई १६, सदोजई १७, कमालजई १८, दबाजई १९, काकडजई २०, तोआजई २१, उसतरानी २२, समानी २३, गोरी २४, खिलजी २५, आकोज २६, उमरबेल २७, आफरीदी २८, खद्दक २९, बगस ३०, नूरजई ३१, लोहानी ३२, बाबी ३३;

Loading...

Page Navigation
1 ... 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233