Book Title: Amit Rekhaye
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 50
________________ विजय का रहस्य ३७ की कुटिया थी। कलिंगराज वेश परिवर्तन कर महात्मा के पास पहुँचा और पूछा भगवन् । युद्ध में किस राजा की विजय होगी? ___ महात्मा ने कहा-इस प्रश्न का सही उत्तर आज नहीं कल दूंगा। राज में महात्मा ने देव को आह्वान किया, और वही प्रश्न उसके सामने दुहराया। देव ने कहा-क्या पूछते हैं विजय तो कलिंगराज की ही होगी। यद्ध में अस्सकराज को कलिंगराज की सेना में सफेद रंग का बैल दिखाई देगा, वही बैल-उसकी विजय श्री का कारण होगा। और अस्सकराज की सेना में कलिंगराज को काला बैल दिखाई देगा, जो महान् अशुभ है, वही उसके पराजय का कारण होगा।' देव इतना बताकर अन्तान हो गया। दूसरे ही दिन कलिंगराज ने योगीराज से पूर्ववत ही गुप्तवेश में आकर प्रश्न किया। योगीराज ने देव की बात बतादी कि विजय कलिंगराज की होगी" कलिंगराज उछलता हआ अपने डेरे में आगया, और उसने योगीराज की भविष्यवाणी की बात अपने सैनिकों को बतादी। गुप्तचर के द्वारा अस्सकराज के पास ये समाचार पहुँचे, वह पहले से ही डरा हुआ था और यह सुनते ही वह अध-मरा हो गया। मंत्री नन्दिसेन ने समझाया पर उसका राजा के मन पर कुछ भी प्रभाव न पड़ा । ___मंत्री नन्दिसेन स्वयं योगी की झोपड़ी में गया और सारी बातें पूछी, योगी ने विस्तार से उसे वह बता दिया । Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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