Book Title: Agarwal Jati Ka Prachin Itihas
Author(s): Satyaketu Vidyalankar
Publisher: Akhil Bharatvarshiya Marwadi Agarwal Jatiya Kosh
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अगरोहा पर विदेशी आक्रमण
जिस सिकन्दर के सम्बन्ध में भाटों की यह किंवदन्ती पाई जाती है, वह कौन था, यह निश्चित कर सकना बहुत कठिन है। सामान्यतया सिकन्दर से प्रसिद्ध मेसिडोनियन आक्रान्ता 'अलेग्जेण्डर दि ग्रेट' (ईसा से पूर्व चौथी शताब्दी में ) का ग्रहण होता है । पर उस के अतिरिक्त सिकन्दर नाम के दो सुलतान भारतीय इतिहास के अफ़ग़ान काल में भी हुवे हैं । संभव है, कि जिस सिकन्दर के हमले का हाल भाट लोग सुनाते हैं, वह अफ़ग़ान सुलतान सिकन्दर लोदी ही हो । पर उसके समय से बहुत पहले ही अगरोहा का ह्रास शुरू हो चुका था। अतः इस सम्भावना पर भी विचार करने की जरूरत है, कि भाटों के सिकन्दर का अभिप्राय 'अलेग्जेण्डर दि ग्रेट' हो सकता है ।
अलेग्जेण्डर के भारतीय आक्रमण का जो हाल ग्रीक ऐतिहासिको ने लिखा है, उसमें भारत के उन राज्यों का नाम दिया गया है, जिनसे अलेग्जेण्डर की लड़ाई हुई थी। इनमें से एक अगलस्सि ( Agalassi या जिसे विविध लेखकों ने भिन्न प्रकार से Agesina, Hiacenstinae. .Argesinue. .\giri, Acensoni और Gegssonae भी लिखा है ) भी था। शिबि राज्य को जीतने के बाद अलेग्जेण्डर ने अगलस्सि पर
आक्रमण किया। फ्रेंच ऐतिहासिक सां माता के अनुसार अगलस्सि लोग शिवि के पूरब में रहते थे।'
1. McCrindle-Turnsion of India by Alexander the Great.
p. 367
2. SuintMartin--inde.p. 115
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