Book Title: Agarwal Jati Ka Prachin Itihas
Author(s): Satyaketu Vidyalankar
Publisher: Akhil Bharatvarshiya Marwadi Agarwal Jatiya Kosh

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Page 293
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शब्दानुक्रमणिका अग्रसेन राजा, नागकन्या से विवाह ८९; के राज्य की सीमा तथा क्षेत्र ९०; का इन्द्र के साथ विरोध ९२; का महालक्ष्मी की उपासना कर उसे संतुष्ट करना ९१, कोलपुर के नागराज की कन्या से स्वयंवर ९१-९२; इन्द्र के साथ मैत्री ९२; पुनः महालक्ष्मी की श्राराधना ९२-९३; अग्रा नगरी की स्थापना ९३; साढ़े सतरह यज्ञ ९४-९६; मांस भक्षण तथा हिंसा का निषेध ९५-९६; राज्य का परित्याग ९७; अग्रवाल जाति में अग्रसेन का महत्व ९८; पृथक् वंशकर्ता ९८; अग्रसेन का वंश १००; के पूर्वज १००-१०९; का काल ११०-११३; के उत्तराधिकारी ११५---११९, के पुत्रों का नाग कन्याओं से विवाह १२० अग्रोहा (अगरोहा ) ५६ अनल राजा ५० अभिजन ७० अनन्तरापत्य १३२, १३३ अनुभाग राजा १०५ अमरसिंह राजा ५० अवधबिहारीलाल लाला ३६ अरायन जाति ८० अरटियोई जाति ८१ अरोड़ा जाति ८९ अम्बाला डिविजन में अग्रवालों की संख्या १९ अवत्सार १४१ श्रय राजा १०३ अयोध्या १०१ For Private and Personal Use Only

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