Book Title: Agarwal Jati Ka Prachin Itihas
Author(s): Satyaketu Vidyalankar
Publisher: Akhil Bharatvarshiya Marwadi Agarwal Jatiya Kosh
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शब्दानुक्रमणिका
गुर्जर राजा ८९, १०३ गूगा पीर १२१ गेजेटियर ४६, ५० गोकुलचन्द १४२ गोभिल गोत्र १२६, १२९ गोत्र ४५; अग्रवालों के गोत्र १२६-- १२८ गोत्र सम्बन्धी प्राचीन
मत १३०; मूल पाठ गोत्र १६०; पाणिनीय व्याकरण के अनुसार गोत्र १३२--१३३; चार मूल गोत्र १३५ गोत्रों का
असंख्य होना १३६, लेखक का गोत्र सम्बन्धी मत १३७--१४१ गोत्रापत्य ६०, १३२--१३४ गोत्रकृत् १३७ गौतम गोत्र १३० गौड़ देश १४९ ग्राम्य गीत ४०-४१ ग्रीक आक्राता ६४; यात्री ४४; लोग ५५ ग्रीस ५५ घनश्याम भट्ट ३९ चक्रवर्ती सम्राट ६३ चरा अग्रसेन की रानी ११५; १७३ चन्द्रगुप्त मौर्य सम्राट ११७ च द्रशेखर राजा ११८ चाणक्य आचार्य ७०, ७२ चातुर्वर्ण्य ८५ जगीद अग्रवालों का एक भेद २५ जन (tribe) ६३, ६५, ६६ जनपद ६२, ६३, ६६
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