Book Title: Agarwal Jati Ka Prachin Itihas
Author(s): Satyaketu Vidyalankar
Publisher: Akhil Bharatvarshiya Marwadi Agarwal Jatiya Kosh
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अग्रवाल जाति का प्राचीन इतिहास
ने भी उन्हें राजा बहादुर का खिताब प्रदान किया । राजा पटनीमल के बहुत से स्मारक अब तक दिल्ली, मथुरा, बनारस आदि में विद्यमान हैं ।
राजा पटनीमल के पुत्र राय श्रीकृष्ण और राय रामकृष्ण हुवे । इनके वंशज अंग्रेजों की निरन्तर सहायता करते रहे । सन् १८५७ के गदर के समय में इस वंश के राय नारायण दास और राय नरसिंह दास ने अंग्रेजों की मदद की। यही कारण है कि, इस कुल का वैभव अब तक भी अक्षुण्ण रूप से विद्यमान है ।
( बनारस और मथुरा के डिस्ट्रिक्ट गेजेटियर तथा सैरे मुख्तरीन भाग तीन और चार के आधार पर )
दिल्ली के कुछ प्रमुख अग्रवाल कुल
क लाला राजाराम मुगल बादशाह अकबर के समय में लाला राजाराम बड़े प्रतिष्ठित व्यक्ति हुवे हैं। उन्हें मुगल सलतनत की ओर से इस कार्य के लिये नियुक्त किया गया था, कि सहारनपुर में एक मण्डी बनवावें। यह कार्य उन्होंने बड़ी सफलता के साथ सम्पन्न किया। इसके इनाम के रूप में उन्हें अकबर की तरफ से गोलरा में एक जागीर दी गई । बादशाह शाहजहां के समय में लाला राजाराम के वंशजों ने बड़ी उन्नति की। उनका कारोबार बहुत बड़ा और मुगल बादशाहों के संरक्षण में वे
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