Book Title: Agarwal Jati Ka Prachin Itihas
Author(s): Satyaketu Vidyalankar
Publisher: Akhil Bharatvarshiya Marwadi Agarwal Jatiya Kosh
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अग्रवाल जाति का प्राचीन इतिहास
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अठारह गोत्रों के समान इन बस्तियों की संख्या भी अठारह ही है सम्भवतः, अग्रवालों के अठारह गोत्रों का इन अठारह बस्तियों के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है । इन बस्तियों के बसने से पूर्व भी अग्रवालों में अठारह गोत्र थे ।
भाटों के ये गीत, अगरोहा उजड़ने के बाद अग्रवालों ने जो बस्तियां बसाई, उन्हीं का उल्लेख करते हैं । अत्यन्त प्राचीन काल में आगरा, आगर ( मध्य भारत ) आदि में उन्होंने जो उपनिवेश व बस्तियां बसाई थी, उनका इनमें जिक्र नहीं ।
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