Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir www.kcbatrth.org संहि. अ० मं० / अ.का. इन्द्रवायुइमेसुता .... { 56 इन्द्रस्य॒स्युरसीन्द्रस्य .... 5/30 इन्द्रायाहिधियेषित .... इन्द्रवायूबृहस्प्पतिम् .... 33, 45 इन्द्रस्यौजस्थ .... .... 37 6 इन्द्रायांहिवृत्रहन .... इन्द्रवायूसुसन्दशा .... 33 86 इन्द्राँग्मीऽअपादयम् .... 33 93 इन्द्रायायेन्र्दुम् .... .... इन्द्रेश्चमरुतश्च .... .... 8 55 इन्द्राग्मीऽअव्यथमानाम् 14 11 इन्द्रेमम्प्र॒तराम् .... .... इन्द्रश्चसम्माद .... .... 837 इन्द्राग्नी आर्गतम् .... 7 31 इन्द्रेहिमस्त्य .... .... इन्द्रस्यकोड: .... .... 25 8 इन्ांग्मीमित्रावरुणा .... 33 49 इन्द्रोविश्वस्य .... इन्द्रस्यरूपम् .... .... 19 91 इन्द्राग्ग्न्यो पतिः .... 25 5 इन्द्रोत्रम् ..... इन्द्रस्यवोमरुताम् .... 29 54 इन्ायत्त्वा .... .... { 43 इन्धानास्त्वा .... इन्द्रस्यवज्रोसि .... ....{ /21 इन्द्रायाहिचित्रभानो .... 20 87 इयन्तेयज्ञिया .... .... इन्द्रस्यवृष्णः .... .... 17 41 इन्द्रााहितूतुजान .... 20 89 इयंवेदिपरः .... . For Private and Personal Use Only

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