Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobabirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दित्यास्त्त्वग्ग्वेत्तुदिवस्वम्भुनीरसिधिषणासिपार्वतेयीप्रतित्वापतीवेत्तु धान्यमसि // 19 // धान्यमसि / धिनुहिदेवान्प्राणायत्त्वोदानायत्त्वाच्या नायत्त्वा // दीग्र्घामनुष्प्रसितिमायुषेधान्देवोवसविताहिरण्यपाणि प्रतिगृभ्णात्त्वच्छिद्रेणपाणिनाचक्षुषेत्त्वामहीनाम्पयोसि // 20 // [3] देवस्य॑त्त्वा / सवितुःप्प्रेसवेश्चिनोर्बाहुब्भ्याम्पूष्ण्णोहस्तांब्भ्याम् // संघ || पामिसमापऽओषधीभिल्समोषधयोरसैन // सरेवतीर्जगतीभित्पृच्च्य न्तासम्मधुमतीमधुमतीभित्पृच्च्यन्ताम् // 21 // जनयत्त्यैत्वा / संय्यौमीदमग्नेरिदमग्नीषोमयोरिषेत्त्वाघम्मोसिविश्वायुरुरुप्रथाऽउरु For Private and Personal Use Only

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