Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandit www.kcbatrth.org कहतेस्वाहो हीतायस्वाहाप्पुष्ष्णुतेस्वाहाशीकायतेस्वाहाप्पुष्ष्पाब्भ्यत्स्वा / हाहादुनींब्भ्यत्स्वाहानीहारायस्वाहा // 26 // [1] अग्नयेस्वाहा // अग्नयेस्वाहासोमायस्वाहेन्द्रायस्वाहापृथिव्यैस्वाहान्तरिक्षायस्वाहादिवे / / स्वाहादिग्भ्यःस्वाहाशाब्भ्यत्स्वाहोव्यदिशेस्वाहाच्च्यैिदिशेस्वाहा // // 27 // [1] नक्षत्रेब्भ्यत्स्वाहा // नक्षुत्रियेभ्यत्स्वाहाहोरात्रेभ्यः / स्वाहार्द्धमासेब्भ्यत्स्वाहामासंब्भ्यत्स्वाहे ऋतुब्भ्यत्स्वाहाति॒वेभ्यत्स्वाहा संवत्सरायस्वाहाद्यावापृथिवीभ्याएंस्वाहाचन्द्रायस्वाहासूOयुस्वाहा रश्म्मिन्भ्यत्स्वाहावसुभ्यत्स्वाहारुद्रेभ्यत्स्वाहादित्येभ्यत्स्वाहामुरु For Private and Personal Use Only

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