Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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Page 105
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यत्स्वाहाधिश्चेभ्योदेवेभ्यत्स्वाहामूलैब्भ्यत्स्वाहाशाखाब्भ्यत्स्वाहा बनस्प्पर्तिब्भ्यत्स्वाहापुष्पैन्भ्यत्स्वाहाफलैब्भ्यल्स्वाहौषधीब्भ्यत्स्वाहा। Lilm 28 // [1] शतम् // 1300 // पृथिव्यै स्वाहा // पृथिव्यै स्वाहान्त रिक्षायस्वाहादिवेस्वाहासूर्य्यायस्वाहाचन्द्रायस्वाहानक्षत्रेभ्यत्स्वाहायर | स्वाहौषधीभ्यत्स्वाहावनस्प्पतिभ्यत्स्वाहापरिप्प्लुवेब्भ्युल्स्वाहाचराच रब्भ्यत्स्वाहासरीसृपेन्भ्यत्स्वाहा // 29 // [1] असंवेस्वाहा // असवे , स्वाहावर्सवेस्वाहाविभुवेस्वाहाविवस्वतेस्वाहांगणश्श्रियेस्वाहागणपतये स्वाहाभिभुवेस्वाहाधिपतयेस्वाहाशुषायस्वाहासम्सीयस्वाहाचन्द्राय 000000000000000000000000000000000 For Private and Personal Use Only

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