Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir | उ.अ. संहि. ययुर्नामासिशिशु मास्यादित्यानाम्पत्वान्विहिदेवोऽआशापालाऽएतन्दे / वेभ्योश्चम्मेधायप्प्रोक्षितरक्षतेहरन्तिरिहरमतामिहधृतिरिहस्वधृति 22 स्वाहा // 19 // [2] कायस्वाहा // कायस्वाहाकस्म्मैस्वाहाकतम / स्म्मस्वाहास्वाहाधिमाधीताय॒स्वाहामन:प्रजापतयेस्वाहांचित्तं विज्ञाता। यादित्यैस्वाहादित्यैमुखैस्वाहादित्यैसुमृडीकायैस्वाहासरस्वत्यैस्वाहासर / स्वत्यैपाव॒काय॒स्वाहासरस्वत्यैबृहृत्यैस्वाहापूष्ष्णेस्वाहापूष्ष्णेप्प्रपत्थ्याय : स्वाहांपुष्ष्णेनुरन्धिषायस्वाहात्वष्ट्रेस्वाहात्वष्टेतुरीपाय॒स्वाहात्वष्ट्रपुरुरूपाय 93 स्वाहाविष्णवेस्वाहाविष्णवेनिभूयपास्वाहाविष्णवेशिपिविष्टायस्वाहा // For Private and Personal Use Only

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