Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संहि. अ-का 24 रायेनुयम् .... .... 27/ 24 याशतेन .... .... .... यअन्त्यस्य रुचन्नोधेहि ..... .... 1848 याश्चैदमुप .... .... 12 94 यआरासंभम् यातेधान्युिश्मसि .... 6 3 यास्तेऽअग्ने .... .... {13 यान प्रथमम्.... यातेरुदशिवा .... .... {16 4. युक्तेनमनसा .... .... 11 2 यनक्तसीरा यातेहेतिम्मीढुष्टमह.... 16 11 युक्तार्यसविता .... ..... 11 3 यवन्तमिन्द्रा .... यामिषुङ्गिरिशन्त 16 3 यक्ष्वाहिकेशिना 834 यवक्ष्सुरा .... यावतीद्यावापृथिवी .... 38 26 यक्ष्वाहिदेवहू .... .... { / 3. युष्माऽइन्द्रः .... यावाङ्कशा .... .... 711 यजेवाम्ब्रह्म .... .... 11 5 यपत्रस्काऽउत .... यावदिवाएं ........ {12. यञ्जते यञ्जते .... .... .... { येऽअग्मिष्वात्ता? याव्याघ्रंविधुचिकर .... 19 10 यअन्तित्रभ .... .... 23 5 येचेहपितर .... 24 For Private and Personal Use Only

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