Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अ० में अ० मं० अ.का. यस्मिन्विश्वास .... 20 78 या ओषधीलंपूर्वी .... 12/ 75 यात्रुधामनिपरमाणि.... यस्मिनृचलं ..... .... 34 5 याऽओषधील्सोमराज्ञीर्बह्वी 12 92 यातेधामानिहविषा .... 4 यस्यकोगृहे .... .... 17/ 52 या ओषधील्सोमराज्ञी येनद्यौरुया .... .... यस्य॑प्रयाणम् .... .... 11 6 | विष्टिताएं .... .... 12 93 येनवहसि .... .... यस्यायविश्व .... .... 33 82 |याँ 2 आवह .... .... 8/19 येनासमत्स॒सासह .... यस्यास्तेघोर .... ... 12 64 याम्मेधान्देवगणारे .... 32| 14 येनपावकचक्षुषा यस्येमेहिमवन्त .... 25/ 12 या फलिनीलं .... .... 12 ८९/येनेदंभूतंभुवनम् यस्यैतेयज्ञियर ...... 829 या सेनाऽअभीत्वरी .... 11 ७७|येन्नेषुविविध्यन्ति यस्यौषधी .... .... 12 86 याते अग्ने .... .... 5 8 |येपथाम्पंथि .... याऽऽइषवोयातु .... .... 13 7 यातेंघर्मम् ..... 18 |येभूतानामधि .... For Private and Personal Use Only

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